जानिए बागवानी का क्या है सही तरीका
बालकनी अथवा टेरेस गार्डेन में बाग़वानी के लिए गमले या फिर ग्रो बैग का इस्तेमाल होता है। यह गार्डनिंग करने का सबसे आसान और बेहतरीन तरीका है
Potted Plants Care: शहरी जीवन की भागदौड़ के बीच हर कोई थोड़ा सा वक़्त अपने लिए भी निकालता है, ताकि अपने पसंद का काम कर सके। अपने पसंद का ऐसा काम जो उसे सकून दे इसलिए ज़्यादातर लोग बाग़वानी आदि करते हैं। इसकी वजह से लोग अपने घर की बालकनी, पोर्च या टेरेस का इस्तेमाल एक गार्डन के रूप में करते हैं। बालकनी अथवा टेरेस गार्डन में बाग़वानी के लिए गमले या फिर ग्रो बैग का इस्तेमाल होता है। यह गार्डनिंग करने का सबसे आसान और बेहतरीन तरीका है लेकिन साथ ही साथ इसकी अपनी कुछ चुनौतियाँ भी हैं। यह पौधे बाहरी वातवरण से अलग स्थितियों में उगते हैं, जिससे वजह से इन्हें गार्डन की अपेक्षा कुछ ज़्यादा देखभाल की आवश्यकता होती है। अगर आप गमले या ग्रो बैग के पौधों की सही तरीके से देखभाल करते हैं, तो उन्हें फलने-फूलने के लिए अनुकूल वातावरण मिलेगा।
इस लेख के माध्यम से हम आपको घर पर गमले में लगे पौधों की देखभाल के बारे में कुछ जानकारी देंगे, जिससे आप एक अच्छा गार्डन तैयार कर सकेंगे। गमले या ग्रो बैग के पौधे की देखभाल के टिप्स जानकार उनकी अच्छे से देखभाल कर सकेंगे, जिससे एक भी पौधा ख़राब नहीं होगा।
ग्रो बैग में लगे पौधे की सही देखभाल

शहरीकरण की वजह से जगहों की इतनी कमी हो गई है कि पेड़ पौधों को लगाने के लिए जगह ही नहीं रही। ऐसे में बाग़वानी के नए नए तरीक़े डेवलप हो गए हैं जोकि लोगों को बाग़वानी का अच्छा विकल्प डेट हैं। गमले या ग्रो बैग में पौधे लगाना ना सिर्फ़ प्रकृति से जुड़े रहने का शानदार तरीका है बल्कि इससे तरह तरह के फल, फूल और सब्ज़ियाँ हम प्राप्त कर सकते हैं। गमले या ग्रो बैग में उगाए जाने वाले पौधे सीमित मिट्टी और पोषक तत्वों में ग्रोथ करते हैं, जिससे इन्हें समय के साथ कुछ विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। गमले या ग्रो बैग में लगे पौधे की देखभाल करने के लिए कुछ तरीके जिससे की पौधे स्वस्थ रहेंगे और अच्छी तरह से ग्रो करेंगे।
सही पॉट और मिट्टी का चुनाव करना

पौधों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए उन्हें सही आकर के गमले में लगाना चाहिए। साथ ही साथ इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सही मिट्टी में लगाए जाएं। सही मिट्टी का तात्पर्य ऐसी मिट्टी से है जो कि पोषक तत्वों से भरपूर हो ताकि उसमें लगे पौधे को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व आदि मिल सकें। इस बात का विशेष रूप से ख़्याल रखें कि गमले का आकार और प्रकार पौधे की वृद्धि को प्रभावित करता है, इसलिए गमला या ग्रो बैग खरीदते समय साइज़, उसकी क्वालिटी, मटेरियल, ड्रेनेज होल्स आदि का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
गमले में पौधे लगाने के लिए बेहतर होता है कि उसकी मिट्टी खुद से तैयार की जाए। पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी तैयार करने से पौधे की ग्रोथ अच्छी होगी। मिट्टी तैयार करते समयइस बात का ख़्याल रखें कि वह उच्च जल धारण क्षमता वाली हो, जिसमें नमी लम्बे समय तक बरकरार रह सके। साथ ही साथ कार्बनिक पदार्थों से वह भरपूर और अच्छी जल निकासी वाली हो।
कब और कितना पानी दें, ध्यान रखें

गमले या ग्रो बैग में मिट्टी की मात्रा कम होती है। हवा तथा धूप इनमें चारों ओर लगती है जिससे यह बहुत तेजी से सूखती है, इसलिए गमले या ग्रो बैग के पौधों को बार-बार पानी देने की आवश्यकता होती है। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि यह पानी जमा नहीं होने पाए। जरूरत से ज्यादा पानी जमा होने से पौधे में रूट रॉट की बीमारी हो सकती है, इसलिए नमी की जाँच करके पानी देना सही होता है।
गमले में लगे पौधों को पानी देते समय पत्तियों को गीला करने से बचना चाहिए नहीं तो पौधे में फंगस लग सकती है। गमले या ग्रो बैग में लगे पौधों को पानी तब देना चाहिए जब मिट्टी ऊपर से लगभग 1 इंच सूखी हुई हो।
पौधों के लिए लाइट की व्यवस्था करें

गार्डन के गमले में लगे पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए जिस तरह से खाद और पानी की ज़रूरत होती है उसी तरह से लाइट की भी बहुत ज़्यादा ज़रूरत होती है। लेकिन साथ ही साथ यह भी समझना है कि हर पौधों को प्रकाश की अलग-अलग मात्रा में ज़रूरतें होती हैं। किसी को छाया चाहिए होता है, किसी को फिल्टर्ड धूप तो किसी पौधे को पूरे दिन की धूप। इसलिए, हर पौधे को उसकी ज़रूरत के मुताबिक़ सही जगह पर रखना होता है। इसलिए, आप कुछ पौधों को बालकनी, कुछ को टरेस गार्डेन तो कुछ को अपने घर के अंदर रख सकते हैं।
धूप से बचाने के लिए आप एग्रो कवर अथवा शेड्स भी लगा सकते हैं। यदि आप घर के अन्दर पौधे लगाते हैं, तो उन्हें खिड़की के पास रख सकते हैं, ताकि उनको रोशनी मिलती रहे। आप अपने घर के अंदर लगे पौधे को आर्टिफिशियल ग्रो लाइट से भी प्रकाश प्रदान कर सकते हैं।
सही तापमान का विशेष ध्यान रखें

गमले में लगे पौधों की देखभाल करते समय इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि उन्हें उनके अनुकूल तापमान पर ही रखा जाए। इसलिए पौधा लगाने से पहले इस बात पर विचार कर लेना बेहद जरूरी होता है। प्रत्येक पौधे की तापमान को सहन करने की अपनी अलग क्षमता होती है। पौधों को अच्छी वृद्धि के लिए उन्हें अनुकूल तापमान मिलना आवश्यक होता है। ग्रोइंग टेम्प्रेचर से पौधे की ग्रोथ में बहुत ज़्यादा फ़र्क़ आता है।
सर्दियों के समय पौधे को ठंड से बचाने के लिए तथा गर्मियों के अत्याधिक तापमान और तेज धूप से बचाने के लिये भी पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। ऐसे में हम गमले या ग्रो बैग को घर के अन्दर रख सकते हैं। एग्रो कवर अथवा शेड्स लगाना भी एक बहुत अच्छा विकल्प माना जाता है।
पौधों के हेल्दी विकास के लिए उर्वरक दें

गमलों में लगे पौधों को जब हम पानी देते हैं तो कुछ उर्वरक अतिरिक्त पानी के साथ बाहर निकल जाते हैं। इसलिए अपने घर पा लगे पौधों को समय-समय पर खाद देते रहना चाहिए। पौधों को खाद और उर्वरक मिलता रहेगा तो उनकी ग्रोथ अच्छी होगी और वाज तेज़ी से विकास करेंगे। पौधों को ग्रोइंग सीजन के दौरान आप कॉम्पोस्ट, वर्मीकॉम्पोस्ट जैसे जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
यह पौधे की ग्रोथ में बहुत ज़्यादा सहायक होते हैं और इनका कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं होता है। इसके लिए बाज़ार में संतुलित तरल जैविक उर्वरक जैसे कि बायो एनपीके, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, प्रोम फर्टिलाइजर जैसी चीज़ें भी उपलब्ध हैं।
