छठ पूजा में क्या क्या नहीं खाना चाहिए?: What is eaten on Chhath Puja
आइए जानें कि इस व्रत में व्रती को क्यो खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।
Chhath Puja 2024: छठ पूजा की शुरुआत 5 नवम्बर से होने वाली है। इस व्रत में महिलाओं को 36 घंटे का निर्जला उपवास रखना होता है। कहते हैं कि इस व्रत को रखने से छठी मैया भक्तों की हर इच्छा पूरी करती है। इस व्रत को लेकर अक्सर लोग यह सोचकर परेशान हो उठते हैं कि व्रत में क्या खाया जाना चाहिए और क्या नहीं खा सकते हैं। आइए जानें कि इस व्रत में व्रती को क्यो खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।
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शराब बंद कर दें

छठ के पूजा शुरु होने से पहले ही परिवार को लोगों को भी शराब नहीं पीना चाहिए। खासकर तब जब घर की साफ सफाई हो गई हो। कोशिश करें की छठ के दौरान परिवार के अन्य सदस्य को भी इस नियम का पालन करना होगा।
नॉन वेज न खाएं
छठ का पूजा शुरु होने से पहले मछली और अंडा इत्यादि का सेवन व्रत से कुछ दिन पूर्व से ही बंद कर दें। ये सब उन सभी को करना होता है जिनके घर पर छठ का पूजा होता है। छठ पर्व के इन चार दिनों में परिवार के लोगों को भी मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए, तभी व्रत पूरी तरह सफल माना जाता है।
तेल मसाले कम खाएं
आपको व्रत शुरू करने से पहले अपने खान- पान का खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में कोशिश करें की तेल मसाले की चीजें व्रत से पहले ही न खाएं। तेल मसाले की चीजें आपकी तबियत खराब कर सकती है। इन बातों का ख्याल व्रती महिला को नहीं बल्कि परिवार को लोगों को भी रखना चाहिए।
छठ पूजा में क्या है नहाय-खाय?

- छठ पूजा का व्रत करने वाले लोग नहाय खाय से छठ पूजा की शुरूआत करते हैं।
- इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं और पुरुष सिर्फ सात्विक भोजन करते हैं, ताकि वो अपने तन और मन दोनों को शुद्ध रख सकें।
- इस दिन लहसुन-प्याज, बैंगन जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना भी वर्जित होता है।
- नहाय-खाय में भात-कद्दू खाने की प्रथा प्राचीन समय से चलती आ रही हैं। इसमें शुद्ध देसी घी से तैयार भोजन ही व्रत रखने वाले लोगों को परोसा जाता है और सिर्फ हल्दी, नमक के साथ पकाया जाता है, जिसमें किसी तरह के अन्य तेल, मसालों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
