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दावा किया जा रहा था कि करण ने 'ओजेम्पिक' नामक दवा का सेवन करके वजन घटाया है। इस लिस्ट में करण के साथ ही एक्ट्रेस सारा अली खान, भूमि पेडनेकर, कुशा कपिला का नाम भी लिया गया। हॉलीवुड के कई सेलिब्रिटीज द्वारा भी वजन घटाने के लिए ओजेम्पिक दवा लेने की खबरें सामने आती रहीं। जिसके बाद इस दवा को लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ गई।
बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्माता करण जौहर ने पिछले कुछ समय में अपना वजन कम करके सभी को चौका दिया। दावा किया जा रहा था कि करण ने ‘ओजेम्पिक’ नामक दवा का सेवन करके वजन घटाया है। इस लिस्ट में करण के साथ ही एक्ट्रेस सारा अली खान, भूमि पेडनेकर, कुशा कपिला का नाम भी लिया गया। हॉलीवुड के कई सेलिब्रिटीज द्वारा भी वजन घटाने के लिए ओजेम्पिक दवा लेने की खबरें सामने आती रहीं। जिसके बाद इस दवा को लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ गई। यह सोशल मीडिया पर छा गई। विदेशों में इस दवा का लोग बिना सोचे समझे सेवन करने लगे। जिससे उनका वजन भी कम हुआ। हालांकि डॉक्टर्स इस दवा के साइड इफेक्ट्स को लेकर रिसर्च करते रहे। लोगों को चेताया भी गया कि इस दवा का ज्यादा सेवन न करें। क्योंकि इसके बाद के असर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। अब इस दवा के साइड इफेक्ट को लेकर ऐसा खुलासा हुआ है, जिसमें दुनियाभर को डरा दिया है।
जानिए क्या कह रहे हैं शोधकर्ता

विशेषज्ञों का दावा है कि ओजेम्पिक दवा का सेवन करने वाले लोग अपनी आंखों की रोशनी खो सकते हैं। दावा किया जा रहा है कि इस दवा में सेमाग्लूटाइड और टिरजेपेटाइड जैसे तत्व हैं, जो सूजन को बढ़ाते हैं और आंखों में रक्त के प्रवाह को बाधित कर सकते हैं। इससे आंखों की अन्य समस्याओं के साथ ही हमेशा के लिए दृष्टि हानि होने का भी खतरा है। इस रिसर्च में ऐसे 9 रोगियों का विवरण भी दिया गया है, जिन्हें वजन कम करने के लिए ओजेम्पिक और मौंजारो जैसी दवाएं ली थीं और अब वे बिलकुल देख नहीं पा रहे हैं। आपको बता दें कि ओजेम्पिक वेट लॉस की नहीं टाइप 2 डायबिटीज की दवा है, जो इंजेक्शन के रूप में ली जाती है। यह इंसुलिन के साथ ही भूख को कंट्रोल करती है, जिससे वजन घटने लगता है। विशेषज्ञों के अनुसार ओजेम्पिक जैसी दवाएं ब्लड शुगर लेवल को तेजी से कम करती हैं जिससे आंखों की रक्त वाहिकाओं को नुकसान होता है और रोगी रोशनी खो बैठता है। हालांकि जामा ऑप्थैल्मोलॉजी में पिछले माह प्रकाशित हुए इस शोध में इन गंभीर साइड इफेक्ट्स के स्पष्ट कारण नहीं बताए गए हैं।
लोगों को चेताया भी
अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी ने पिछले साल एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके लोगों को चेताया था कि सेमाग्लूटाइड के सेवन से लोग अपनी आंखों की रोशनी खो रहे हैं। इसलिए इसे लेना बंद करें और डॉक्टर से संपर्क करें। इस दवा से दृष्टि खोने वाले कुल रोगियों में से 56 प्रतिशत महिलाएं हैं। अधिकांश पीड़ित न्यूयॉर्क, वेस्ट वर्जीनिया, यूटा, मिनेसोटा और ओहियो से हैं।
इस परेशानी का शिकार हो रहे लोग
शोधकर्ताओं के अनुसार कुल रोगियों में से सात को नॉन आर्टेरिटिक इस्केमिक एंटीरियर ऑप्टिक न्यूरोपैथी (NAION) का ट्रीटमेंट दिया गया। इस स्थिति में ऑप्टिक तंत्रिका में ब्लड फ्लो रुक सकता है। ऑप्टिक तंत्रिका आंख के रेटिना से मस्तिष्क तक देखने की जानकारी भेजने में मदद करता है। इसके बाधित होने से एक या दोनों आंखों की रोशनी अचानक चली जाती है। डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और स्लीप एपनिया से पीड़ित लोग इससे ज्यादा पीड़ित होते हैं। हालांकि कुछ मामलों में दवा बंद करने से दो से तीन सप्ताह बाद आंखों की रोशनी लौट भी आई है। फिर भी शोधकर्ताओं का कहना है कि सिर्फ वेट लॉस के लिए बिना डॉक्टर की सलाह से इन दवाओं का सेवन करने से बचना चाहिए। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह साफ है कि वजन घटाने वाली दवाओं और अंधेपन के बीच संबंध हैं। हालांकि इसके स्पष्ट कारण अभी भी खोजे जा रहे हैं।
