श्रीमद्भागवत सिखाती है जीवन जीने की कला-क्रोध पर नियंत्रण क्यों है जरूरी कामक्रोधविमुक्तानां यतीनां यतचेतसाम् । अभितो ब्रह्मनिर्वाणं वर्तते विदितात्मनाम्… …त्रिविधं नरकस्येदं द्वारं नाशनमात्मन: । काम: क्रोधस्तथा लोभस्तस्मादेतत्त्रयं त्यजेत् श्रीमद्भागवत गीता,मानव जीवन से सम्बंधित ज्ञान का एक संकलन है जो भगवान कृष्ण ने अर्जुन को उस समय सुनाया था जब,महाभारत के युद्ध में अर्जुन,विचलित होकर […]
