जानिए मधुमेह के चलते महिलाओं में यूटीआई की समस्या क्यों और किस हद तक पनपती है।
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इठलाती गर्मी में लू के थपेड़ों से कैसे निबटें…?
आजकल गर्मी का मौसम है। देश के काफी बडे़ हिस्से में तेज धूप व गर्मी पड़ती है। प्रायः दिन में तापमान 40 से 48 डिग्री सेन्टीग्रेड तक पहुँच जाता है। ऐसी अवस्था मे शरीर को लू लगने का बड़ा खतरा रहता है। लू के थपेड़ों से कई आकस्मिक मौतें भी हो जाया करती हैं।
आपने अपना यूरिक एसिड चेक किया
क्या आपके जोड़ों में दर्द रहता है ? क्या आपको चलने में परेशानी होती है ? अगर हां, तो सावधान हो जाएं क्योंकि आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा हो सकती है जो बहुत ही खतरनाक है।
रमज़ान में उपवास करते हुए मधुमेह के मरीज़ रखे ऐसे अपना ख्याल
रमज़ान का पाक महीना शुरू हो चुका है और लोग अपने धर्म की मान्यता के अनुसार पूरा महीना रोज़े पर रहेंगे। जो लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं वे तो बिना किसी दिक्कत के पूरा महीना रोजा करके निकाल लेते हैं किंतु जो कुछ खास बीमारियों से ग्रस्त होते हैं उनके लिए पूरा महीना रोजे में रहना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि उनकी सेहत पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। खासतौर पर जिन्हें डायबिटीज हैं उनके लिए तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी हो सकती है। क्योंकि रमज़ान के दौरान सुबह से लेकर शाम तक उपवास रखा जाता है और डॉक्टर्स की मानें तो मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति के लिए 12 से 14 घंटों तक भूखा रहना उचित नहीं होता है।
मेरे पिता मधुमेह से पीडि़त हैं, ऐसे उपाय बताएं ताकि उनकी किडनी फेल होने से बच जाये?
डॉ. जितेंद्र कुमार, प्रमुख, नेफ्रोलॉजी विभाग- एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ
मेडिकल साइंसेज, फरीदाबाद
डॉ. जितेंद्र कुमार
नेफ्रोलॉजी विभाग, एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, फरीदाबाद
ज्यादा चीनी खाने के 8 नुकसान
मोटा होने की महामारी हर ओर तेजी से फैल रही है, जिससे मधुमेह, हृदय की बीमारी, रक्तचाप जैसी जीवन-शैली से सम्बंधित बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं।
स्वास्थ्य के लिये लाभकारी होते हैं व्रत
व्रत रखना कोई आज की बात नहीं है ये तो युगों युगों से चला आ रहा है। धार्मिक श्रृद्धा के हिसाब से व्रत रखना इष्टदेव की उपासना करना है। जिसमें आप निर्धारित खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं व धर्म के हिसाब से जिन चीजों को पाप समझा जाता है, उनसे दूरी बनाते हैं।
जंकफूड का बढ़ता नशा
आधुनिक जीवनशैली में आजकल बच्चे जंकफूडी हो गये हैं और इसका सीधा असर उनकी सेहत पर पड़ रहा है।
