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हे दीपक ! तुम्हें प्रणाम

जहां ज्योति है, वहीं परम्परा का प्रतीक दीया भी है। अंधकार से लड़ने में छोटा-सा दीया ज्योति के बल पर ही जीत जाता है। जहां श्रद्घा है, आस्था है वहां दीप और उसकी ज्योति है। हिन्दू धर्म-संस्कृति में हर पूजा-पाठ का अभिन्न अंग है दीपक।

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जीवन में ज्योति का संचार करता- दीपक

दीपक का प्रकाश जहां जीवन से अंधकार दूर करता है वहीं शुभता का प्रतीक भी माना जाता है। वैदिक काल से ही भारतीय दर्शन में पूजा में दीपक की अहम भूमिका रही है जो आज तक कायम है। विशेषकर दीपावली में दीयों का महत्त्व और भी बढ़ जाता है। विस्तार से जानें इस लेख से।

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