Canada Foreign Minister Anita Anand: कनाडा में एक नया इतिहास रचा गया है। यहाँ मार्क कार्नी की कैबिनेट में भारतीय मूल की अनीता आनंद को देश का नया विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है। कनाडा में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी हिंदू महिला को एक प्रतिष्ठित पद संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। अनीता आनंद के साथ तीन और भारतीय मूल के नेता, मनिंदर सिद्धू, रूबी सहोता और रणदीप सराय भी सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
कनाडा की पहली हिंदू विदेश मंत्री बनीं

अनीता आनंद कनाडा की पहली हिन्दू विदेश मंत्री बनी हैं। इससे पहले वह रक्षा और नवाचार मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं। अब उन्हें विदेश मंत्री के रूप में अमेरिका के साथ व्यापार और सुरक्षा के जटिल संबंधों को संभालने की जिम्मेदारी मिली है।
कौन हैं अनीता आनंद

58 वर्षीय अनीता आनंद का संबंध भारतीय मूल से है, ये तमिल और पंजाबी परिवार से आती हैं। अनीता का जन्म 20 मई 1967 में कनाडा के नोवा स्कोटिया के कैंटविले इलाके में हुआ था। इनकी मां सरोज तमिल और पिता एस. वी. आनंद पंजाबी मूल के डॉक्टर थे। 1960 के दशक में इनके माता-पिता भारत से जाकर कनाडा में आ बसे थे। अनीता का जन्म और पालन-पोषण सभी कुछ नोवा स्कोटिया में हुआ है। अनीता की दो बहनें भी हैं, जिनका नाम गीता और सोनिया है। अनीता आनंद ने साल 1995 में एक कनाडाई वकील जॉन नोल्टन से शादी की है और इनके चार बच्चे भी हैं।
इन्होंने क्वीन्स यूनिवर्सिटी से लेकर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक में पढ़ाई की है। अनीता ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान से स्नातक की पढ़ाई की है। इसके बाद डलहौजी यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो से मास्टर की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा अनीता आनंद ने कानून, शिक्षा और जनसेवा के क्षेत्रों में भी काम किया है। अनीता आनंद लैंगिक समानता की भी समर्थक रही हैं। वे LGBTQIA+ अधिकारों का सपोर्ट करती रही हैं। उन्होंने सेक्सुअल मिसकंडक्ट से लड़ने और कनाडाई डिफेंस फोर्सेज में कल्चरल परिवर्तन लाने के लिए पहल भी की थी।
अनीता ने गीता पर हाथ रखकर ली शपथ

13 मई, 2025 को जब अनीता आनंद, प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के नेतृत्व में गठित मंत्रिमंडल की अहम सदस्य बनीं, तो इन्होंने भगवद गीता पर हाथ रखकर इस पद की शपथ ली।
अनीता की 2019 में हुई राजनीति में एंट्री
राजनीति में अनीता आनंद साल 2019 में शामिल हुईं । वे पहली बार टोरंटो के बाहर ओकविल से सांसद चुनी गईं। साल 2019 नवम्बर से लेकर साल 2021 अक्तूबर तक वे सार्वजनिक सेवाओं और ख़रीद मामलों की मंत्री रहीं। अनीता ने मंत्री रहते हुए लगातार अच्छा काम किया है। उन्होंने कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित की और उन्हें लाखों खुराक की खरीद के लिए वैश्विक सराहना भी मिली। इसके बाद वे राष्ट्रीय रक्षा मंत्री बनीं और उन्होंने न केवल कनाडाई सेना के आधुनिकीकरण पर काम किया, बल्कि यूक्रेन संकट के दौरान सैन्य समर्थन का अच्छे से नेतृत्व भी किया।
