चतुर खरगोश और शक्तिशाली हाथी- Grehlakshmi | stories in hindi

बहुत समय पहले की बात है, जंगल में झील के किनारे हाथियों का एक झुंड और बहुत से पशु-पक्षी रहते थे। सभी उस झील का पानी पीते व उससे नहाते।

एक बार कई वर्षों तक वर्षा नहीं हुई। गर्मी के कारण सभी छोटी झीलें, तालाब सूख गए। कई जानवर प्यास से मरने लगे। हाथियों को भी चिंता हुई कि अगर पानी न मिला, तो वे भी प्यास से मरने लगेंगे। उन्होंने अपने राजा से जा कर कहा- “महाराज! हमें जल्दी से जल्दी पानी खोजना होगा। उसके लिए हमें कहाँ जाना चाहिए?”

एक चतुर व बहादुर, नन्हे खरगोश ने आगे आकर कहा”महाराज! आप मुझे संदेशवाहक बना कर भेज दें। मैं बाकी सबकुछ योजना के अनुसार संभाल लूँगा।” ।

झील पर पहुँच कर वह एक पहाड़ी पर चढ़ गया और वहाँ से चिल्लाया-“ओ हाथियों के राजा!”

हाथी राजा ने मुड़ कर कहा- “नन्हे-से जीव, तुम कौन हो?”
चतुर खरगोश ने कहा- “महाराज! मैं चंद्रदेवता का संदेशवाहक उन्होंने मुझे आपके पास कुछ कहने के लिए भेजा है, पर कृपया आप मुझसे नाराज़ मत होना।”

हाथी राजा ने उसे संदेश सुनाने के लिए कहा। खरगोश ने उत्तर दिया- “श्रीमान, चंद्रदेव आपसे बहुत नाराज़ हैं, क्योंकि आपने यहाँ आते समय हजारों खरगोश पैरों तले कुचल दिए, जिन्हें उनका संरक्षण प्राप्त था। वे चाहते हैं कि आप सभी उनका राज्य छोड़ कर चले जाएँ।”

हाथी राजा, चंद्रदेव का संदेश सुन कर डर गया और बोला”नन्हे जीव! हमें उन खरगोशों के मरने का बेहद अफसोस है किंतु जो भी हुआ, अनजाने में हुआ। मैं इस बात का ध्यान रखूगा कि आप लोगों को और परेशानी न हो। चंद्रदेव से कहना कि मुझे क्षमा करें।”

खरगोश ने कहा कि “आप स्वयं चंद्रदेव से माफी माँग लें।” हाथी राजा ऐसा करने के लिए मान गया।

रात के समय खरगोश उसे झील के किनारे ले गया। झील के ठहरे पानी में चाँद की परछाई दिख रही थी। हाथी राजा ने झुक कर उनसे माफी माँगी। उसने कहा- “हे प्रभु! मैंने गलती से यह पाप किया है। इस बार क्षमा कर दें। हम वायदा करते हैं कि दोबारा यहाँ लौट कर नहीं आएंगे।”

हाथी राजा ने अपने साथियों के साथ झटपट वह स्थान छोड़ दिया। इसके बाद खरगोश खुशी-खुशी रहने लगे।

शिक्षाः- थोड़ी-सी बुद्धिमता से, ताकतवर शत्रु को भी जीता जा सकता है।

चतुर खरगोश और शक्तिशाली हाथी– हितोपदेश की प्रेरक कहानी stories in hindi, hindi kahaniya, moral story in hindi पढ़ कर आपको कैसा लगा comment box में हमें जरुर बताएं।

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