Summary: सेक्सुअल मिसमैच में रिश्ता बचाने के उपाय
सेक्सुअल मिसमैच रिश्ते में दूरी बढ़ा सकता है, लेकिन खुली बातचीत, समझदारी और प्रेम से रिश्ते को मजबूत बनाया जा सकता है।
Sexual Mismatch in Relationship: किसी भी रिश्ते में प्यार और भरोसे के साथ सेक्सुअल कंपैटिबिलिटी होना भी बहुत जरूरी है। सेक्सुअल कंपैटिबिलिटी अर्थात एक साथी की इच्छाएं और जरूरत, दूसरे साथी से मैच होना। लेकिन जब रिश्ते में एक साथी की दूसरे से इच्छाएं और जरूरत का तालमेल नहीं बैठता तो इसी को कहते हैं सेक्सुअल मिसमैच। रिश्ते के शुरुआती दौर में सेक्सुअल मिसमैच का होना आम बात है लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ अपने पार्टनर को समझ कर इस मिसमैच को समझा जा सकता है और इस कम किया जा सकता है। आईए जानते हैं इस लेख में सेक्सुअल मिसमैच कैसे आपके रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और कैसे इससे अपने रिश्ते को बचाया जा सकता हैं।
सेक्सुअल मिसमैच क्या है और इसके करण

सेक्सुअल मिसमैच अगर इसे आसान भाषा में समझे तो रिश्ते में एक साथी के शारीरिक जरूरत इच्छाएं और उन्हें पाने की फ्रीक्वेंसी दूसरे से अलग होना या दोनों का तालमेल ना बैठना।
सेक्सुअल मिसमैच के कारण:
किसी भी रिश्ते में सेक्सुअल मिसमैच का होना आम समस्या है इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे रिश्ते में साथी के बीच उम्र का अंतर, दोनों के प्रोफेशनल लाइफ का अलग होना, शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य भी सेक्सुअल मिसमैच का कारण हो सकते हैं।
डिजायर का अंतर: अगर रिश्ते में पार्टनर के बीच उम्र का गैप है तो उनके सेक्स में उनकी रुचि में अंतर हो सकता है ऐसा जरूरी नहीं कि यह उम्र की गैप के कारण हो, उनकी पर्सनल रुचि के कारण भी हो सकता है।
हार्मोनल बदलाव: महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान और पुरुषों में उम्र बढ़ने पर सेक्स की इच्छा कम हो सकती है।
तनाव: सेक्स की इच्छा में कमी का एक कारण तनाव भी होता है। यह तनाव व्यक्तिगत, प्रोफेशनल, पर्सनल या भावनात्मक हो सकता है।
बीमारी: अगर आपके साथी को डायबिटीज, थाइरॉएड या हार्ट प्रॉब्लम है तो इस कंडीशन में भी उनकी सेक्स में रुचि कम सकती है।
रिश्ते में भावनात्मक दूरी: अगर आपके रिश्ते में झगड़ा मतभेद अधिक है तो यह आपके साथी के साथ आपकी भावनात्मक दूरी का कारण होता है जिससे साथी कि सेक्स की इच्छा कम सकती है।
सेक्सुअल मिसमैच के संकेत और असर
सेक्सुअल मिसमैच के संकेत: अगर रिश्ते में एक साथी बार-बार सेक्स को टलता है या करता तो है पर रुचि नहीं दिखता।
अगर बार-बार आपको सेक्स के लिए अपने साथी से ना सुनने को मिले करने के बाद भी संतुष्टि की भावना ना हो।
सेक्स की फ्रीक्वेंसी में कमी के कारण रिश्ते में झगड़ा, चिड़चिड़ापन का बढ़ना अपने साथी से भावनात्मक दूरी महसूस होना।
अगर आपको यह सभी संकेत नजर आते हैं तो आपके रिश्ते में सेक्सुअल मिसमैच के संकेत मिसमैच है।
सेक्सुअल मिसमैच का रिश्ते पर असर: साथी की एक दूसरे के करीब आने की इच्छा कम जाती है। वह एक दूसरे के करीब आने में झिझक महसूस करते हैं, रिश्ते में फ्रस्ट्रेशन, गुस्सा, असंतुष्टि बढ़ जाता है। रिश्ते में भावनात्मक जुड़ाव की होती है जिससे रिश्ता कमजोर पड़ता है।
सेक्सुअल मिसमैच, रिश्ते में प्यार बढ़ाने के उपाय
ईमानदार कोशिश: आपको अपने साथी से खुलकर बात करनी चाहिए, आपको उनकी और उन्हें आपकी परेशानी समझने की पूरी कोशिश करनी चाहिए।
बीच का रास्ता: अगर सेक्स करने की फ्रीक्वेंसी में मतभेद है जैसे आप रोज चाहती हैं और आपका साथी हफ्ते या 15 दिन में तो बात करके दोनों को थोड़ा-थोड़ा एक दूसरे की खुशी के लिए कोशिश करना चाहिए जैसे आप कह सकते हैं रोज ना सही हम तीन-चार दिन में एक बार साथ समय बिता सकते हैं।
अपने रिश्ते में सिर्फ सेक्स को नहीं बल्कि उन छोटी-छोटी चीजों को भी प्राथमिकता दे जो आपका साथी आपकी खुशी के लिए करता है।
धैर्य के साथ धीरे-धीरे छोटी कोशिशें के साथ अपने रिश्ते में तालमेल बिठाने की कोशिश करें।
