Benching Dating: बदलते जमाने के साथ रिश्तों और दोस्ती में भी बदलाव आया है। पहले जहां लोग एक-दूसरे के व्यवहार और अंदाज को देकर दोस्ती करते थे, वहीं अब सिचुएशनशिप, फ्रेंड्स फॉर बेनिफिट्स और वन नाइट स्टैंड जैसे टर्म्स पर रिश्ते की बुनियाद रखते हैं। आजकल युवा डेटिंग एप्स के जरिए दोस्त और पार्टनर का चुनाव करना पसंद करते हैं। पिछले कुछ समय में रिलेशनशिप में एक ऐसा ही टर्म अधिक सुनने में आ रहा है, वो है बेंचिंग डेटिंग। ये टर्म क्या है, ये युवाओं को क्यों अधिक प्रभावित कर रहा है और क्या ये लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप के लिए फायदेमंद है.. चलिए जानते हैं इसके बारे में।
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क्या है बेंचिंग रिलेशनशिप

बेंचिंग रिलेशनशिप का अर्थ है किसी एक व्यक्ति को पसंद करना लेकिन लंबे समय तक उसके साथ रिश्ता न बनाना। इसमें व्यक्ति एक पसंदीदा व्यक्ति को साइड में रखता है और जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल करता है। वह आपका अच्छा दोस्त और पार्टनर कोई भी हो सकता है। आजकल युवा अपने पर्सनल बेनिफिट्स के लिए ऐसे दोस्त बनाते हैं जिनका इस्तेमाल वह मुसीबत आने और अपना दुख बांटने के लिए करते हैं। हालांकि ये मतलब की दोस्ती अधिक दिनों तक कायम नहीं रहती लेकिन एक व्यक्ति को स्टैंड बाय पर रखना जेंजीज का नया ट्रेंड बन गया है।
बेंचिंग रिलेशनशिप के बेनिफिट्स
हालांकि बेंचिंग रिलेशनशिप पहले भी हुआ करते थे लेकिन उनके लिए ऐसा टर्म इस्तेमाल नहीं किया जाता था। बेंचिंग रिलेशनशिप के कई बेनिफिट्स भी हैं जैसे- जो लोग एक व्यक्ति के साथ अधिक वक्त बिताना पसंद नहीं करते वह इस प्रकार की रिलेशनशिप को अपनाकर नए दोस्त बना सकते हैं। इस रिलेशनशिप में अन्य लोगों के साथ घुलने-मिलने और बातें साझा करने का अधिक अवसर मिल सकता है। इस रिलेशनशिप में व्यक्ति को रिश्तों की अहमियत व कद्र करने का मौका मिलता है।
इन संकेतों से पहचाने कि आप हैं बेंचिंग रिलेशनशिप का शिकार
असंगत संचार: जब कोई व्यक्ति आपके साथ बेंचिंग रिलेशनशिप रखता है तो उसका संचार असंगत हो सकता है। यानी वह आपसे संपर्क तो रखना चाहता है लेकिन आपको अपनी योजनाओं में शामिल नहीं कर सकता और न ही योजना का खुलासा करेगा।
अनिश्चितता: यदि कोई व्यक्ति आपकी बेंचिंग कर रहा है तो वह अपने डिसीजन को लेकर अनिश्चित होगा। वह आपके साथ रहना तो चाहता है लेकिन अपने फैसले को लेकर अनिश्चित हो सकता है।
लास्ट मिनट योजनाएं: जब आपका पार्टनर या दोस्त आपको लास्ट मिनट पर अपनी योजनाओं के बारे में बताएं तो समझ लीजिए कि आप बेंचिंग का शिकार हैं।
आकस्मिक सेक्स: सेक्स किसी भी रिश्ते की बुनियादी नींव होती है। यदि आपका पार्टनर आपके साथ सेक्स करने में इंट्रेस्ट नहीं दिखाता या भावनात्मक रूप से जुड़ाव नहीं रखता तो समझ लीजिए कि आप बिंचिंग रिलेशनशिप का शिकार हैं।
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बेंचिंग रिलेशनशिप के नुकसान

फीलिंग होती है हर्ट: बेंचिंग रिलेशनशिप में पार्टनर की फीलिंग हर्ट हो सकती है। वह मानसिक तौर पर खुद को दुखी महसूस कर सकता है और नुकसान पहुंचा सकता है।
सेल्फ ब्लेम: इस प्रकार के रिलेशनशिप में पार्टनर खुद को ब्लेम कर सकता है। वह खुद को अयोग्य मानने लगता है, जिस वजह से रिश्ते में दरार आने लगती है।
कंफ्यूजन: बेंचिंग रिलेशनशिप में पार्टनर्स के बीच कंफ्यूजन बना रहता है। वह अपने फ्यूचर रिलेशनशिप को लेकर कंफ्यूज रहते हैं।
