पार्टनर के साथ होते हुए भी महसूस होता है अकेलापन तो हो सकती हैं ये वजह: Relationship Advice
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Relationship Advice: शादी के कुछ समय बाद जीवनसाथी को लेकर हर किसी की शिकायत होती है कि वह अब उतना अधिक दिलचस्प नहीं रह गया है जितना कि वह शादी के समय हुआ करता था। क्योंकि आजकल तो आपने देखा है कि किसी के पास समय ही कहां आपस में बात करने के लिए। लाइफ को इतना अधिक व्यस्त बना रखा है कि एक दूसरे की भावनाओं का कोई महत्व ही नहीं रह गया है। लेकिन हर किसी के साथ ऐसा नहीं है। कुछ कपल ऐसे भी हैं जो अभी भी एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करते हैं चाहे शादी को कितने ही साल क्यों न बीत गए हो। लेकिन यदि आप भी शादीशुदा जिंदगी जी रहे हैं तो जानने की कोशिश करें कहीं आपके रिश्ते में इन वजहों ने तो जगह नहीं ले ली।

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बात कम करना

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to talk less

आपने देखा होगा कि कुछ कपल एक दूसरे से ज्यादा बात ही नहीं करते है। या फिर वे एक दूसरे से बात करना जरूरी ही नहीं समझते है। लेकिन क्या आपको पता है कि किसी भी रिश्ते के लिए बात करना कितना अहम रखता है। बात करने से बहुत सी बातों का सॉल्यूशन निकलता है। लेकिन ये सोचना कि क्या करना है बात करके। तो आपकी सोच यहां बेहद गलत है तो ध्यान रखें कि आपस में बात जरूर करें।

भावात्मक रूप से जुड़ाव न होना

क्या आपको इस बात का मतलब समझ आता है कि भावात्मक जुड़ाव क्या है। नहीं समझ आता है तो आपका रिष्ता कुछ कहलाने के लायक नहीं है। क्योंकि रिश्तों में भावनाएं जुड़ी होती है। हमें पता होता है कि उसे क्या अच्छा लगता है। किन बातों से रिश्ता मजबूत होता है। अगर एक पार्टनर किसी परेशानी से परेशान है और आप उसकी भावनाओं को समझ पा रहे है तो आपका रिश्ता मजबूत होता जाता है। लेकिन अगर आप उसकी भावनाओं की कद्र नहीं कर पाते है तो आप एक-दूसरे से भावात्मक रूप से जुड़ नहीं पाते हैं।

बच्चों तक ही सीमित रह जाना

देखने में आता है कि पार्टनर अपने बच्चों पर तो ध्यान देते है। लेकिन ज्यादा आपस में नहीं बन पाने के कारण सिर्फ बच्चों तक ही सीमित रह जाते हैं। घर में एक साथ रहते हुए भी ऐसा महसूस होता है कि आपस में किसी भी तरह का लगाव नहीं है। बच्चा होने के कारण ही एक घर में रह रहे है। लेकिन ध्यान रखे कि बच्चा तो एक ऐसी कड़ी है जो आपके रिश्ते को और अधिक मजबूत बनाता है न कि उसके कारण ही आप दोनों रह रहे हैं। तो जरा सोचिए जिस बच्चे को आपने जीवन दिया है तो उसको अपने प्यार की मजबूत कड़ी समझे। और रिश्ते में मजबूती लाएं। आपस में बच्चे की बातें भी कर सकते है जिससे आपको कुछ बात करने का आपस मौका मिल सके।

छुट्टी पर भी व्यस्त रहना

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staying busy even on vacation

छुट्टी के दिन घर में नहीं रहना पड़े तो इसके लिए अक्सर लोग अपने आपको व्यस्त रखते हैं। या फिर दोस्तों और ऑफिस के कार्यो में ही व्यस्त हो जाते है। ऐसे में दूसरा पार्टनर स्वयं बेहद अकेला महसूस करता है। जिससे रिश्ते में खटास आने लगती है। अक्सर वे एक दूसरे के साथ कहीं भी जाने में खुश दिखाई नहीं देते है। इसी तरह अकेलापन घर करता जाता है। और एक समय आता है कि रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच जाता है।

खास समय साथ न बिताना

हमारी जिंदगी में बहुत सारे लम्हे ऐसे होते है जो हमारे लिए खास होते हैं। कई बार लोग अपने खास दिन को पार्टनर के साथ बिताना चाहते हैं। लेकिन इस खास लम्हों में भी कई पार्टनर एक दूसरे की भावनाओं की कद्र किए बिना कहीं भी अकेले चले जाते है। बर्थडे, एनिवर्सरी या फिर वेलेनटाइन डे आदि। ऐसे मौके पर यदि आप पार्टनर के साथ नहीं बिताते तो वह स्वयं को अकेला महसूस करने लगता है। तो जरूरी है कि आप खास लम्हों को अपने पार्टनर के साथ बिताएं।