Fear of loneliness in relationship
Fear of loneliness in relationship Credit: Istock

Summary: सही रिश्ते की पहचान करें

जानें कहीं आपका रिश्ता अकेलेपन के डर से तो नहीं बना, सही और गलत रिश्ते की पहचान करने के आसान तरीके

Fear of Loneliness in Relationship: किसी भी व्यक्ति के जीवन में रिश्तों का अहम रोल होता है। हर व्यक्ति अपने जीवन में एक ऐसा रिश्ता जरूर चाहता है जो उसे पूरी तरह से समझे, जो उसके भावनात्मक और शारीरिक सभी जरूरतो का ख्याल रखें, जो उसके सुख और दुख दोनों में साथ रहे, वैसे तो इस तरह के रिश्ते प्यार और आपसी संजर से बनते हैं। लेकिन कई बार व्यक्ति अपने अकेलेपन के डर से बचने के लिए किसी के साथ भी रिलेशनशिप में आ जाता है। किसी भी डर के साथ बना रिलेशनशिप लंबे समय तक नहीं टिक पाता है। आइए जानते हैं इस लेख में क्यों अकेलेपन के डर से रिश्ता बनाते हैं और ऐसे में क्या करना चाहिए।

Fear of loneliness in relationship
Why do people form relationships out of fear of loneliness

सामाजिक दबाव: एक उम्र के बाद समाज व्यक्ति के लिए एक रिश्ते में होना जरूरी समझता है, जिसके लिए दबाव भी बनता है। जब किसी व्यक्ति की उम्र बढ़ने लगती है तब समाज, रिश्तेदार उस पर शादी का दबाव डालते हैं, कुछ लोग इस दबाव से बचने के लिए बिना सोचे समझे सामने वाले व्यक्ति को जाने बिना जल्दबाजी में रिश्ता बना लेते हैं।

अकेलेपन से घबराहट: कई व्यक्ति घर में अकेले रहने से डरते हैं। वह अपने घर का अकेलापन अपने अंदर इस हद तक महसूस करते हैं कि वह बस किसी का साथ चाहते हैं जो उनके साथ रह सके, उनके अकेलेपन को बांट सके।

कम आत्मसम्मान: जिन लोगों में आत्मसम्मान कम होता है वह अक्सर खुद को ज्यादा अकेला महसूस करते हैं। इस तरह के व्यक्ति अपने अकेलेपन के डर से बचने के लिए जल्द ही किसी के भी साथ भी रिलेशनशिप में आ जाते हैं।

ब्रेकअप के दर्द से बचने के लिए: कई बार लोग अपने पिछले ब्रेकअप के दर्द को भुलाने के लिए जल्दी नए रिलेशनशिप में आना चाहते हैं।

हर वक्त एडजस्ट करना: अगर आप अपने रिलेशनशिप में हर वक्त अपनी खुशी, अपनी बात इसलिए दबा रहे हैं कि कहीं आपका साथी आपसे नाराज होकर आपसे ब्रेकप ना कर ले तो आपका रिश्ता डर से बना है।

बस कोई साथ हो: अगर आप किसी से रिश्ता इस सोच के साथ बना रहे हैं कि बस कोई हो जो आपके साथ रहे बेशक आप उससे प्यार करें या ना करें।

अकेले खुश ना रह पाना: अगर आप अकेले में रहने से डरते हैं और सिर्फ इस डर के कारण किसी का साथ चाहते हैं तो आपका रिश्ता डर से बनता है।

अपने ब्रेकअप को भुलाने के लिए: अगर आप अपने पिछले ब्रेकअप से टूट चुके हैं और नए रिश्ते में ब्रेकअप नहीं चाहते इस डर से आप हर वक्त एडजस्ट करते रहते हैं।

खुद से प्यार करें: सबसे पहले आप खुद से प्यार करें। जब तक आप अपने साथ खुश नहीं रह सकते, खुद से प्यार नहीं कर सकतें, तब तक आप किसी रिश्ते में खुश नहीं रह सकते।

अपनी भावनाओं को समझे: अगर आप किसी के साथ हैं या किसी का साथ चाहते हैं तो खुद से सवाल करें आप उस व्यक्ति का साथ क्यों चाहते हैं, क्या आप उससे प्यार करते हैं, क्या सिर्फ आप अपने अकेलेपन से राहत पाना चाहते हैं।

अपने आप पर कम करें: अपने आप को अकेलेपन के डर से बचाने के लिए अपने पसंद के काम करें, नए स्किल सीखे, अपनी हॉबीज पर काम करें, अपने करियर पर ध्यान दें। इन सब से आपका आत्मविश्वास आपको अकेलेपन के डर से बचाता है।

सही पार्टनर चुनें: अपने रिश्ते का चुनाव जल्दबाजी में ना करें। पहले सामने वाले व्यक्ति को समझे जाने, क्या वह आपके लिए सही है फिर आगे बढ़े अगर आप सभी कोशिशों के बाद भी अकेलेपन के डर पर काबू नहीं कर पा रहे हैं तो काउंसलर की मदद जरूर लें।

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...