RELATIONSHIP
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Expectations From Your Partner: अमूमन जब आप किसी रिश्ते में बंधे होते हैं तो एक-दूसरे से काफी उम्मीदें भी बढ़ जाती हैं । रिश्ता चाहे पति-पत्नी, प्रेमी-प्रेमिका का हो या फिर फैमिली, दोस्तों का हो, हर रिश्ते में एक-दूसरे से कुछ उम्मीदें भी होती हैं । यह उम्मीद हर कदम साथ निभाने का, सपोर्ट करने का, एक-दूसरे के साथ सुख-दुख शेयर करने की हो सकती है । कई बार रिलेशनशिप में किसी एक-दूसरे से उम्मीदें लगाना रिश्ते में दूरियां भी ला देता है । उम्मीदें पूरी ना होने पर लोग काफी ज्यादा दुखी हो जाते हैं । वहीं, कई लोग उम्मीदें पूरी ना होने पर पार्टनर को दोषी मानते हैं और उनसे लड़ाई-झगड़ा करने लगते हैं । ऐसा करने से आपका रिलेशनशिप काफी खराब होने लगता है और रिश्तों में दूरियां बनने लगती हैं।

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आप अक्सर अपने साथी को अपने जैसा बनाने की उम्मीद रखते हैं, जबकि सच्चाई ये है कि दो अलग लोग एक जैसे कभी नहीं हो सकते हैं। उनके विचारों में बदलाव हमेशा देखने को मिलता है। लेकिन अगर आप ये सोचते हैं कि साथी से आपके विचारों को लेकर कभी भेदभाव न हो, तो ऐसा रीयल लाइफ में मुमकिन नहीं है। आप अपने साथी के आपके जैसा बनने की उम्मीद न रखें, बल्कि उन्हें वही रहने दें जो वह हैं। इससे आपको उनका बेस्ट वर्जन मिलेगा। आइए जानते हैं ऐसी कौन सी उम्मीदें हैं, जो आपके रिश्ते में दरार ला सकती हैं-

• रिलेशनशिप में सबसे बड़ी गलती जो अधिकतर लोग करते हैं, वो ये सोचना है कि पार्टनर को हमारे साथ अपना सारा समय बिताना चाहिए । ऐसा जरूर नहीं है। प्यार के अलावा आपकी प्रोफेशनल लाइफ भी होती है, जो आपकी जिंदगी में बेहद महत्व रखती है। कई बार आप पार्टनर से पूरा वक्त आपको ही देने की उम्मीद कर बैठते हैं, जो बिल्कुल भी ठीक नहीं है। हमेशा आप प्यार में डूबे नहीं रह सकते।
• जब आप अपने लाइफ पार्टनर से परफेक्ट होने की अपेक्षा करने लगते हैं, तो इससे सामने वाले को ठेस पहुंच सकता है । उन्हें ऐसा महसूस हो सकता है,जैसे वे परफेक्ट नहीं हैं, उनके अंदर कोई खामी या कमी है । याद रखें, कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं होता है । इस तरह की उम्मीद रखने से केवल निराशा और आक्रोश ही पैदा होगा । पूर्णता की अपेक्षा करने की बजाय अपने साथी से प्यार करना सीखें । उन्हें उसी रूप में स्वीकार करें जैसे वो हैं ।
• कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो अपने पार्टनर से हमेशा सही होने की उम्मीद लगाए रहते हैं । छोटी- सी भी गलती उन्हें बर्दाश्त नहीं होती है । एक बात याद रखें कि इंसान से ही गलती होती है । ऐसे में सामने वाले को अपनी गलती को सुधारने का मौका दें, न कि एक ही बात को लेकर कमेंट पास करते रहें । कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो खुद को हर काम में सही साबित करने पर लग रहते हैं । फिर चाहे उनसे ही गलती क्यों ना हुई हो । इस तरह की बातें जब हर दिन होने लगती हैं तो रिश्ते में प्यार कम, कड़वाहट ज्यादा घुल जाती है ।
• एक शोध के अनुसार, जो जोड़े हर बात पर एक-दूसरे से सहमत होते हैं । उनके बीच तलाक होने की संभावना उन कपल्स के मुकाबले अधिक होती है, जो ऐसा नहीं करते हैं । ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि जब हम अपने पार्टनर से हमेशा हमारे साथ सहमत होने की उम्मीद करते हैं । इसका मतलब ये होता है कि हम उनकी राय को उतना महत्व नहीं दे रहे हैं, जितना हम अपने को देते हैं । ऐसा करना किसी भी रिश्ते के लिए हेल्दी नहीं होता । ऐसे में जब भी आपके बीच बहस हो तो उन्हें आपस सहमत होने के लिए उकसाने की कोशिश करने की बजाय, उनकी बातों को सुनने की कोशिश करें । इससे आप एक-दूसरे के और भी ज्यादा करीब आ सकते हैं ।
• कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो चाहते है कि सामने वाला बिना चीजों को जाने-समझे उनके मन-मस्तिष्क में क्या चल रहा है, उसे पढ़ ले, समझ ले । लेकिन, किसी के दिमाग में क्या चल रहा है, इस बात को पढ़ना, जानना असंभव है । यदि आप चाहते हैं कि आपके साथी को पता चले कि आपके दिमाग में क्या चल रहा है, तो आपको उनसे डायरेक्ट बात करनी होगी । ऐसा ना करके आप खुद को ही नुकसान पहुंचाएंगे । पार्टनर से इस तरह की उम्मीद करना कहीं से भी सही नहीं है ।
• कुछ लोग चाहते हैं कि हर हाल में लाइफ पार्टनर खुश रहे । यह स्वीकार करने का प्रयास करें कि कभी-कभी जीवन और रिश्तों में उतार-चढ़ाव आते हैं और ऐसी स्थिति में खुश रह पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है । रिलेशनशिप में होने का ये मतलब नहीं है कि आप हर समय खुश ही रहेंगे । कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो दिन-रात अपने जीवनसाथी को बार-बार हर बात पर ताना देते हैं और चाहते हैं कि वो चुप और खुश रहकर सब कुछ सहे । ऐसा करना भी ठीक नहीं, इससे रिश्तों में दरार आ सकती है ।
• आप चाहते हैं कि आपका रिश्ता न टूटे, तो हमेशा एक-दूसरे की अपेक्षाओं को समझने की कोशिश करें । संबंधों को मजबूत करने के लिए उन्हें सही तरीके से मैनेज करने की कोशिश करें । आप किसी नए रिश्ते में बंधने वाले हैं या फिर किसी मौजूदा रिश्ते को बनाए रखना चाहते हों । विश्वास और स्थायी खुशी के निर्माण के लिए यथार्थवादी अपेक्षाएं करना आवश्यक है ।
• शादी एक समझोता होता है । इसमे दोनों को ही एक दूसरे की भावनाओ का सम्मान करना पड़ता है । जहां सम्मान और जिम्मेदारी मे कमी आ जाती है वही रिश्ते खत्म होते देर नहीं लगती है । जहां अहम सबकुछ हो जाता है । उन घरों मे रिश्ते टूटते देर नहीं लगती है । दोनों जब बाहर की दुनियाँ का सामना एक साथ करते है । तब उन्हे घरेलू जिम्मेदारी भी एक साथ निभानी चाहिए । थकान के सिद्धांत को जो समझ जाता है । उसके लिए घर चलाना आसान हो जाता है । थके हारे इंसान से यदि आप मुस्कुराहट की उम्मीद करोगे तब हमेशा आपको अपना साथी खीझा हुआ और झल्लाया हुआ मिलेगा । उसकी थकान कम करने के लिए उसके कामों मे मदद कीजिए । तब वह आपके कामों मे भी सहयोगी साबित होगा ।