Male Nipples Facts: निपल्स! सभी लोगों के होते हैं, चाहें वह पुरुष हो या महिला, ट्रांसजेंडर या सिजेंडर, बड़े ब्रेस्ट वाला व्यक्ति या सपाट चेस्ट वाला व्यक्ति। आमतौर पर यही माना जाता है कि सिर्फ ब्रेस्टफीड करवाने की क्षमता रखने वाले लोगों में ही निपल्स बहुत अधिक मायने रखते हैं। साथ ही जब संबंध बनाने या प्लेजर की बात आती है, तब भी महिलाओं के निपल्स पर ही ध्यान दिया जाता है। पुरुष निपल्स के बारे में सबसे आम गलतफहमी यह है कि वे महिलाओं के निपल्स जितने संवेदनशील नहीं होते हैं। यह बिल्कुल सच नहीं है। क्या आप जानते हैं कि बेडरूम में प्लेजर के लिए पुरुषों के निपल्स भी अहम होते हैं। आइए जानें, पुरुष निपल्स कैसे रिलेशन बनाने या उत्तेजित होने के दौरान काम आते हैं।
निपल्स के बायोलॉजिकल फैक्ट

पुरुषों के निपल्स को समझने के लिए यदि बायोलॉजिकल फैक्ट को जानना जरूरी है। यह तो साफ है कि महिलाओं के निपल्स को जन्म के बाद ब्रेस्टफीड करवाने की क्षमता के कारण एक उद्देश्य की पूर्ति के लिए जाना जाता हैं। ऐसा माना जाता है कि जब भ्रूण गर्भ में होता है तो 14 हफ्ते तक सभी भ्रूण फीमेल ही होते हैं और इसके बाद ही भ्रूण में डेवलपमेंट जेंडर बदलाव शुरू होता है। वहीं पुरुषों के निपल्स, जो भ्रूण के मेल या फीमेल बनने से पहले निपल्स गर्भ में विकसित होते हैं, को सिर्फ शरीर के एक अतिरिक्त अंग के रूप में देखा जाता है। दरअसल, जब वाई क्रोमोसोम भ्रूण को पुरुष के रूप में पहचानने के लिए सक्रिय होता है, तब तक निपल्स पहले ही अपना स्थान सुरक्षित कर चुके होते हैं।
अगर दूसरे शब्दों में कहा जाए, तो गर्भाशय में भ्रूण का प्रारंभिक विकास फीमेल के रूप में शुरू होता है। जब भ्रूण के मेल या फीमेल अंग विकसित होते हैं तो पुरुष के निपल्स उस समय के बचे हुए माने जाते हैं जब वे शुरुआती चरण में फीमेल भ्रूण के रूप में विकसित हो रहा था।
इतना ही नहीं, जन्म के समय भी लड़के और लड़की के निपल्स एक जैसे ही होते हैं लेकिन प्यूबर्टी के समय मेल और फीमेल के निपल्स में बदलाव आता है। ऐसा मेल और फीमेल हार्मोंस के उतार-चढ़ाव और हार्मोंस के परिवर्तन के कारण होता है। व्यस्क होने के दौरान जहां महिलाओं के ब्रेस्ट बढ़ जाते हैं वहीं पुरुषों के निपल्स का काला हिस्सा श्रिंक होने लगता है।
आमतौर पर ये भी कहा जाता है कि यदि कोई अंग शरीर के आवश्यक नहीं है, तो वो धीरे-धीरे समय के साथ लुप्त हो जाता है। और यदि पुरुषों को बच्चों को स्तनपान कराने के लिए नहीं बनाया गया है, तो क्या इसका मतलब यह है कि उनके निपल्स आवश्यक नहीं हैं? बहरहाल, ये बात पूरी तरह सच नहीं है। भले ही पुरुषों के निपल्स का उपयोग ब्रेस्टफीड के लिए नहीं किया जाता है, लेकिन पुरुष निपल्स वास्तव में जितना आप सोच सकते हैं उससे अधिक उपयोगी हैं।
लिंग की तरह उत्तेजित कर सकते हैं निपल्स

बहुत से लोग ये मानते हैं कि पुरुषों के निपल्स का कोई मतलब नहीं है, वे बस भ्रूण के समय होने वाले डेवलपमेंट का हिस्सा है। लेकिन क्या आप जानते हैं पुरुषों के निपल्स काफी काम के होते हैं। पुरुषों के निपल्स भी उतना ही प्लेजर देते हैं जितना महिलाओं के ब्रेस्ट, इसी कारण ये एक मेजर ऑर्गन है। दरअसल, पुरुष निपल्स भी इरोजेनस ज़ोन के रूप में एक उद्देश्य को पूरा करते हैं। फीमेल निपल्स की तरह, वे स्पर्श के प्रति संवेदनशील होते हैं और कामुक उत्तेजना के लिए काम में आ सकते हैं।
2006 की एक रिसर्च के मुताबिक, कुछ पुरुषों के लिए, निपल्स प्ले इतना संतुष्टिदायक होता है कि इससे ऑर्गेज्म भी हो सकता है। रिसर्च में ये बात भी सामने आ चुकी है कि पुरुषों के निपल्स से ब्रेन के वो इससे भी सक्रिय होते हैं जो आमतौर पर लिंग में उत्तेजना के दौरान होते हैं। यही वजह है कि पुरुषों को निपल्स से भी ऑर्गेज्म हो सकता है।
संबंध बनाने के दौरान होती है उत्तेजना
आपको जानकर हैरानी होगी कि 50 फीसदी पुरुषों को उत्तेजित होने के लिए उनके निपल्स भी जिम्मेदार होते हैं। कुछ पुरुषों के निपल्स उन्हें स्टिम्युलेट होने का काम करते हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि 50 फीसदी पुरुषों के निपल्स उनकी कामेच्छा को बढ़ाते हैं। यहां तक की 31 साल के एक शादीशुदा पुरुष ने अपने निपल्स को बढ़ाने के लिए सर्जरी की मांग की थी क्योंकि इससे उसकी उत्तेजना बढ़ती थी।
मेल ब्रेस्टफीड (गैलेक्टोरिया) भी है संभव

हालांकि ये सच है कि ब्रेस्टफीडिंग के लिए आमतौर पर पुरुष निपल्स का उपयोग नहीं किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं मेल ब्रेस्टफीड संभव है। आपको पढ़कर हैरानी होगी लेकिन यह एक ऐसी स्थिति है जिसे मेल गैलेक्टोरिआ के नाम से जाना जाता है। आमतौर पर यह स्थिति पुरुषों में कई कारणों से होती है। जैसे – कुछ दवाओं के सेवन से, अतिसक्रिय थायराइड के कारण या मैल्नूट्रिशन (कुपोषण) के कारण। कई बार ये स्थिति पुरुषों में प्रोलैक्टिन नामक एक विशेष हार्मोन का लेवल अधिक होने के कारण भी होती है। दुनियाभर में कई पुरुषों से ब्रेस्ट से मिल्क आने की बात को स्वीकारा है।
शारीरिक और हार्मोनल परिवर्तनों के आधार पर ये कहना गलत नहीं होगा कि पुरुष भी ब्रेस्टफीड उसी तरह करवा सकते हैं जैसे सिजेंडर यानी जन्म देने वाली महिलाएं करवाती हैं। इसके अलावा ट्रांसजेंडर और समलैंगिक पुरुष जो अपनी लाइफ में माता-पिता बनना चाहते हैं, वे भी सर्जरी के जरिए मेल ब्रेस्टफीड (गैलेक्टोरिआ) करवाते हैं।
पुरुषों के होते हैं 2 से ज्यादा निपल्स
आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ पुरुषों के 2 से ज्यादा भी निपल्स होते हैं। हालांकि यह किसी पिगमेंट मोल के जैसे ही दिखते हैं लेकिन कुछ ही पुरुष होते हैं जिनके शरीर में 2 से ज्यादा निपल्स पूरी तरह से काम करते हैं। अभी तक पुरुषों में सबसे ज्यादा 7 निपल्स पाए जा चुके हैं। हॉलीवुड एक्टर चांडलर ने अपने तीसरे निपल्स को हटाने के लिए सर्जरी की बात कही थी। तीसरे निपल को नबिन कहा जाता है, इसलिए इसको हटाने के लिए नब्बिनेक्टोमी सर्जरी की जाती है।
क्या कहती है रिसर्च
2006 की एक रिसर्च के मुताबिक, भाग लिए गए 52% पुरुषों का मानना था कि निपल्स को छूने, काटने और चूसने से उनकी उत्तेजना बढ़ती है। शोधकर्ता मानते हैं कि पुरुषों के निपल्स की संवेदनशीलता बहुत अलग होती है, कुछ के लिए ये उन्हें कामुक करने का काम करते हैं और दूसरों के इनसे कुछ महसूस नहीं होता।