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पिछले कुछ सालों से दुनियाभर में स्लीप डिवोर्स की मानों लहर चल पड़ी है। कपल अलग-अलग कमरों में सोते हैं। माना जाता है कि इससे लोगों की नींद में खलल नहीं पड़ता। लेकिन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक शोध इस चलन से उल्ट रिजल्ट बताता है।
Oxytocin with Partner: अपने पार्टनर के साथ बिस्तर शेयर करना क्या वाकई आपकी नींद में खलल डाल सकता है। या फिर यह रिश्ते को और मजबूत करता है। अगर आप भी इसे लेकर कंफ्यूज हैं तो स्लीप स्पेशलिस्ट और शोध आपकी उलझन को दूर कर सकते हैं। ‘स्लीप डिवोर्स’ के चलन के बीच आज जानते हैं पार्टनर के साथ सोने के फायदे।
हर तरह से बेहतर है यह साथ

पिछले कुछ सालों से दुनियाभर में स्लीप डिवोर्स की मानों लहर चल पड़ी है। कपल अलग-अलग कमरों में सोते हैं। माना जाता है कि इससे लोगों की नींद में खलल नहीं पड़ता। वह बेहतर तरीके से सो पाते हैं। और उन्हें एक दूसरे के लिए एडजस्टमेंट नहीं करने पड़ते। लेकिन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक शोध इस चलन से उल्ट रिजल्ट बताता है। इस शोध के अनुसार पार्टनर के साथ सोने से न सिर्फ आपकी नींद बेहतर होती है, बल्कि रिश्ता भी मजबूत होता है।
मिलती है ये तीन सुरक्षा
हाल ही में नॉर्थवेल स्टेटन आइलैंड यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में स्लीप मेडिसिन संस्थान के निदेशक डॉ. थॉमस माइकल किलकेनी ने एक पोस्ट में इसका खुलासा किया। डॉ. माइकल का दावा है कि पार्टनर के साथ बैड शेयर करने से शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक सुरक्षा बढ़ती है। ऐसे कपल्स अलग होने से पहले कई बार सोचते हैं। उन्होंने पार्टनर के साथ बैड शेयर करने के 3 बड़े फायदे भी बताए हैं।
1. लंबे समय तक सोते हैं आप

फ्रंटियर्स इन साइकोलॉजी में प्रकाशित एक शोध में इसका खुलासा हुआ है। मस्तिष्क की तरंगों का उपयोग करने वाले इस अध्ययन से पता चला है कि जो कपल्स साथ सोते हैं, वे लंबे समय तक सो पाते हैं। वे पार्टनर के साथ आराम और सुरक्षा महसूस करते हैं। सेक्स करना, हाथ पकड़ना, गले लगना, एक-दूसरे को छूना और पार्टनर के करीब होने के एहसास से ऑक्सीटोसिन का स्राव बढ़ता है। यह एक ‘लव हार्मोन’ है, जो टेंशन को कम करता है। साथ ही शरीर और दिमाग को रिलैक्स करता है। डॉ. माइकल के अनुसार अगर कपल एक बिस्तर नहीं भी शेयर कर रहे तो भी कोई बात नहीं है। एक कमरे में सोना भी आपके लिए फायदेमंद है।
2. आती है ज्यादा अच्छी नींद
डॉ. माइकल के अनुसार जो कपल्स एक ही बिस्तर साझा करते हैं वे अक्सर अपनी नींद के चरणों को सिंक्रनाइज करते हैं। ऐसे में उनकी नींद की गुणवत्ता बेहतर हो सकती है। खास बात यह है कि इससे सिर्फ नींद ही नहीं दिल की धड़कन भी सिंक्रनाइज होती हैं। हालांकि इसके लिए कपल के बीच भावनात्मक जुड़ाव होना जरूरी है। क्योंकि इसके बिना यह रिश्ता नहीं जुड़ पाता है। डॉ. माइकल ने लिखा कि डेटा इस बात को साबित करते हैं कि साथ सोने वाले कपल्स की हृदय लय रात भर धीरे-धीरे बदलती है। जिससे तनाव कम होता है।
3. बेहतर होता है रिश्ता
साथ में सोना, कपल्स के बीच तालमेल और प्यार को बढ़ाता है। क्योंकि उनकी नींद का चक्र और दिल की धड़कनें एक जैसी होती हैं। डॉ. माइकल के अनुसार न्यूरोलॉजिकल स्तर पर देखने पर पता चलता है कि साथ सोने के दौरान दिल की धड़कन साथी के तंत्रिका तंत्र से जुड़ती हैं। यह आपकी भावनात्मक और शारीरिक सेहत के लिए महत्वपूर्ण होता है। इससे आपका रिश्ता गहरा और मजबूत होता है।
