fifty shades of grey novel in Hindi
fifty shades of grey novel in Hindi

fifty shades of grey novel in Hindi: मैंने वहां अपना मैनीक्योर करवाया। पीठ की मालिश करवाई और फिर दो गिलास शैंपेन पी। फर्स्ट क्लास लाउंज में कई तरह की खूबियां होती हैं। मैं मोईट का घूंट भरते-भरते सोच रही थी कि क्रिस्टियन को इस दखलंदाज़ी के लिए माफ करना ही बेहतर होगा। मैंने अपना मैकबुक खोला और यह देखना चाहा कि वह इस ग्रह के किसी भी हिस्से में काम करेगा या नहीं।

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: उदारता से भरा व्यवहार

डेट: मई 30 2011 21:53

टू: क्रिस्टियन ग्रे

डियर मि. ग्रे

मैं तो इस बात से हैरान हूं कि आपने कैसे जाना कि मैं किस उड़ान से जा रही थी।

आपकी खोजी प्रवृति का तो जवाब नहीं। उम्मीद करती हूं कि डा. फ्लिन छुट्टी से लौट आए होंगे।

मैंने अभी मैनीक्योर करवाया। पीठ की मालिश करवाई और दो गिलास शैंपेन ली। छुट्टियों के हिसाब से शुरुआत अच्छी रही।

धन्यवाद

एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: तुम्हारा स्वागत है।

डेट: मई 30 2011 21:59

टू: एनेस्टेसिया स्टील

डियर मिस स्टील!

डा. फ्लिन लौट आए हैं और मैं इस सप्ताह उनसे मिलने वाला हूं।

तुम्हारी पीठ की मालिश कौन कर रहा था?

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

ओह! बदला चुकाने की बारी आ गई। उड़ान की तैयारी हो गई थी इसलिए मैंने प्लेन में से अगला ई-मेल करने की सोची। यह सुरक्षित होगा। मैंने खुश होकर खुद को ही गले से लगा लिया।

फर्स्ट क्लास में तो अच्छी-खासी जगह है। मैंने शैंपेन कॉकटेल हाथों में लिए चमड़े के काउच वाली विंडो सीट ले ली और केबिन धीरे-धीरे भरने लगा। मैंने रे को फोन करके बताया कि मैं कहां हूं। रात बहुत हो गई थी इसलिए मैंने छोटी-सी बात की।

“लव यू डैड! “मैं हौले से बोली।

“एनी, यू टू। मॉम से मेरा हाय कहना। गुड नाइट। “

“गुड नाइट! “मैंने फोन रख दिया।

रे ठीक-ठाक थे। मैंने मैक को घूरा और बच्चों जैसी शरारती निगाहों से देखते हुए, लैपी खोलकर ई-मेल लिखने लगी।

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: मजबूत योग्य हाथ

डेट: मई 30 2011 22:22

टू: क्रिस्टियन ग्रे

डियर मि. ग्रे

एक बहुत ही प्यारे इंसान ने मेरी पीठ की मालिश की। हां! सच यह एहसास बड़ा ही खुशनुमा था। मैं आम प्रतीक्षाकक्ष में जीन-पॉल को नहीं देख पाती इसलिए इस ट्रीट का धन्यवाद! मुझे नहीं लगता कि उड़ान भरने के बाद मुझे ई-मेल करने की इजाज़त मिलेगी और कई दिन से मुझे अपनी ब्यूटी स्लीप नहीं मिली इसलिए मैं गहरी नींद लेना चाहूंगी।

मि. ग्रे! अच्छे सपने देखें… अपने बारे में सोचते हुए।

एना।

ओह! वह मेरी पकड़ से दूर जा रहा है। कुछ ही देर में मैं उड़ान में होऊंगी। वैसे अगर मैं आम प्रतीक्षा कक्ष में होती तो जीन-पॉल की सेवाएं कहां से मिलतीं। वह एक अच्छा नौजवान था। लाल बालों वाला गोरा युवक, वैसे भी सिएटल में कोई सांवला होता ही नहीं है। वैसे ये गलत है पर मुझे लगा कि वह ‘गे’ था-पर मैं इस बात को अपने तक ही रखूंगी। केट ठीक कहती है। क्रिस्टियन एक अबूझ पहेली है। अंदर बैठी लड़की ने मुंह चिढ़ाया- बड़ा बनती है, उसने तो कुछ बुरा नहीं किया। क्या तू सच में उससे जान छुड़ाना चाहती है? वह तेरी कद्र करता है और चाहता है कि तू ज़रा स्टाइल से सफ़र करे। हां, वैसे वह पूछ लेता या बता देता तो ज्यादा बेहतर होता। कम से कम में चेक-इन कांउटर पर भौचक्की तो न खड़ी होती। मैंने ‘सेंड’ बटन दबाया और किसी नटखट लड़की की तरह इंतज़ार करने लगी।

“मिस स्टील! हम उड़ान भरने जा रहे हैं। आपको लैपटॉप बंद करना होगा। “अ लाइट सहायक ने विनम्रता से कहा। उसने मुझे एकदम चौंका दिया।

“ओह, सॉरी! “

हो गया कबाड़ा! अब मुझे यह जानने के लिए इंतज़ार करना होगा कि उसने क्या जवाब दिया। उसने मुझे दांत दिखाते हुए तकिया और मुलायम कंबल दे दिया। मैंने उसे घुटनों पर डाल लिया। कई बार ऐसी सेवा लेने में भी मज़ा आता है।

फर्स्ट क्लास में भी भीड़ हो गई थी पर मेरे साथ वाली सीट अभी खाली थी। अरे नहीं.. अचानक ही दिमाग में एक ख्याल आया। शायद ये सीट क्रिस्टियन की हो। ओह! इतनी हद…। पर वह ऐसा क्यों करेगा… क्या वह ऐसा करेगा? मैंने कहा था कि मैं नहीं चाहती कि वह मेरे साथ आए। मैंने घड़ी पर नज़र मारी और जहाज़ में अचानक स्वर गूंज उठा-केबिन क्रू! दरवाजों की जांच करें।

क्या मतलब है इसका? वे दरवाजे बंद कर रहे हैं? मैंने हैरानी-परेशानी से ताका। सोलह सीट के केबिन में मेरे साथ वाली सीट खाली थी। प्लेन के चलते ही मैंने चैन की सांस ली पर हल्की सी मायूसी भी हुई… चार दिन तक क्रिस्टियन नहीं मिलने वाला था। मैंने धीरे से ब्लैकबेरी में झांका।

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: पूरा आनंद लो

डेट: मई 30 2011 22:25

टू: एनेस्टेसिया स्टील

डियर मिस स्टील!

मैं जानता हूं कि तुम क्या करने की कोशिश कर रही हो और मेरा भरोसा करो कि तुम इसमें कामयाब रहीं। अगली बार तुम कारगो होल्ड में होगी। मैं तुम्हारे मुंह में कपड़ा ठूंसकर क्रेट में रखूंगा। भरोसा करो कि जब मैं तुम्हें इस स्थिति में रखने की बात कर रहा हूं तो मुझे तुम्हारी टिकट अपग्रेड करवाने से कहीं ज्यादा मज़ा आ रहा है।

मैं तुम्हारी वापसी की राह देख रहा हूं।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

हाय! ये तो नाराज़ हो गया। इसके स्वभाव के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि यह कब नाराज़ हो जाएगा, यह पता ही नहीं चलता। मुझे लगता है कि इस बार तो खासा ही नाराज़ हो गया है। मैंने कंबल में फोन छिपाकर जवाब टाइप किया

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: मज़ाक है न?

डेट: मई 30 2011 22:30

टू: क्रिस्टियन ग्रे

डियर मि. ग्रे

मुझे समझ नहीं आ रहा कि आप मज़ाक कर रहे हैं या नहीं? तब मैं सोचूंगी कि जार्जियामें ही रह जाऊं? वैसे क्रेट मेरे लिए एक कठोर सीमा हैं। सॉरी! मैंने आपको गुस्सा दिला दिया। आप कहें कि आपने माफ कर दिया।

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: मज़ाक कर रहा था

डेट: मई 30 2011 22:31

टू: एनेस्टेसिया स्टील

डियर मिस स्टील!

तुम इस समय ई-मेल कैसे कर सकती हो? क्या तुम ब्लैकबेरी इस्तेमाल करते हुए अपनेसहित सबकी जान खतरे में डाल रही हो? मुझे लगता है कि यह नियमों के खिलाफ है।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

दो हथेलियां। मैंने फोन को परे रखा। आराम से बैठ गई और प्लेन टैक्सी करने लगा। मैंने टैस की फटेहाल प्रति निकाल ली ताकि हल्का-फुल्का पढ़ कर सो सकूं। जैसे ही हम आकाश में पहुंचे तो मैंने सीट नीचे की और सो गई।

हम अटलांटा पहुंचे तो उड़ान सहायक ने उठाया। स्थानीय समय के अनुसार 5:45 थे पर मैंने केवल चार घंटे की ही नींद ली थी…मुझे चिढ़ हुई पर उसने जब संतरे के जूस का गिलास दिया तो अच्छा भी लगा। मैंने अपने फोन पर घबराहट से नज़र मारी। वहां कोई ई-मेल नहीं थे। वैसे भी सिएटल में इस समय सुबह के तीन बजे होंगे और वह नहीं चाहता था कि मैं मोबाइल फोन चला कर उड़ान से जुड़े नियम तोड़ूं।

अटलांटा में एक घंटे की प्रतीक्षा करनी है और मैं एक बार फिर से पहले दर्जे के प्रतीक्षा कक्ष में हूं। मैं ललचा रही थी कि मुलायम काउच पर लोट लगा लूं, जो मेरे ही भार से दबा जा रहा था। पर झपकी भी नहीं मिल पाएगी। मैंने अपनी नींद भगाने के लिए क्रिस्टियन को एक लंबा ई-मेल टाइप करना शुरू किया:

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: क्या तुम्हें मुझे डराना पसंद है?

डेट: मई 30 2011 06:52 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

तुम जानते हो कि जब तुम मुझ पर अपना पैसा खर्च करते हो तो मुझे कितना बुरा लगता है। माना तुम अमीर हो पर मुझे ऐसा लगता है कि तुम हमारे शारीरिक संबंधों के एवज में मुझे पैसे दे रहे हो। हालांकि मुझे इस पहले दर्जे की उड़ान में मज़ा आया। यह तो कोच से कहीं सभ्य है। बहुत-बहुत धन्यवाद! मैंने जीन पॉल के हाथों से हुई मालिश का भी आनंद लिया। वह एक समलैंगिक था। मैंने पहले ई-मेल में जानबूझ कर यह नहीं बताया था क्योंकि मैं तुमसे चिढ़ी हुई थी। उसके लिए माफी चाहूंगी।

पर हमेशा की तरह तुमने ज़रूरत से ज्यादा तीखी प्रतिक्रिया दी। तुम मुझे ऐसी चीज़ें नहीं लिख सकते। वही बांधना और मुंह में कपड़ा ठूंसना वगैरह! (तुम मज़ाक कर रहे थे या सचमुच ऐसा करते?) इस बात से मैं डर गई… तुमने मुझे डरा दिया… मैं पूरी तरह से तुम्हारे सम्मोहन में जकड़ी गई हूं और तुम्हारे साथ एक ऐसी जीवनशैली अपनाने के बारे में विचार कर रही हूं, जिसके बारे में मैं पिछले सप्ताह तक जानती भी नहीं थी और तुम कुछ ऐसा लिख देते हो कि जी में आता है कि सब कुछ छोड़कर भाग जाऊं। वैसे मैं जाऊंगी नहीं क्योंकि मुझे तुम्हारी याद सताएगी। सच में बहुत याद आएगी। मैं चाहती हूं कि हमारा रिश्ता कारगर हो पर मैं तुम्हारे लिए अपने गहरे भावों और उस अंधेरे रास्ते पर जाने से डरती हूं, जहां तुम मुझे लिए जा रहे हो। तुम जो भी देना चाहते हो, वह कामुक और सेक्सी है और मैं उसके बारे में जानना भी चाहती हूं पर मुझे यह डर भी है कि तुम मुझे शारीरिक या भावात्मक रूप से चोट पहुंचाओगे। अगर तुम तीन महीने बाद अलविदा कह दो तो मैं क्या करूंगी? वैसे ये खतरा तो हर तरह के रिश्ते में होता है। वैसे मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरे जीवन का पहला रोमानी रिश्ता ही ऐसा होगा। यह मेरे लिए भरोसे की बहुत बड़ी छलांग है।

तुमने ठीक ही कहा था कि मैं किसी की आज्ञाकारी बन ही नहीं सकती……मैं तुमसे पूरी तरह सहमत हूं। फिर भी मैं तुम्हारा साथ पाना चाहती हूं और इसके लिए जो भी करना पड़ा, मैं करूंगी पर हर बात मानना…?

मुझे खुशी हुई कि तुमने कुछ और देने का वादा किया पर मुझे सोचना यह है कि मेरे लिए इस शब्द का क्या अर्थ है। तुमसे दूर जाने की एक वजह यह भी थी। तुम मुझे अकसर इतना उलझा देते हो कि हमारे साथ के दौरान मैं कुछ भी सोच-समझ नहीं पाती।

मेरी उड़ान तैयार है। मुझे जाना होगा।

बाद में!

तुम्हारी एना

मैंने ‘सेंड’ बटन दबाया और फिर दूसरे विमान में सवार होने के लिए उनींदी आंखों से चल दी। यहां पहले दर्जे में केवल छह सीटें ही थीं। विमान के उड़ान भरते ही मैं फिर से कंबल लेकर सो गई।

जल्द ही मुझे उड़ान सहायक ने जगा कर संतरे का जूस दिया और हम सवाना हवाईअड्डे पर पहुंचने वाले थे। मैंने उसे धीरे-धीरे चुस्कियां लेकर पीया। कहीं कोई थकान महसूस नहीं हो रही थी और मैंने खुद को आने वाले पलों के लिए उत्साहित करना चाहा। मैं छह माह बाद मॉम से मिलने वाली हूं। मैंने ब्लैकबेरी में एक बार झांका और याद आ

गया कि मैंने उसे कितना बड़ा ई-मेल भेजा था। वहां कोई जवाब नहीं था। सिएटल में सुबह के पांच बजे होंगे और अगर वह इस समय अपने पियानो पर उदास धुनें नहीं बजा रहा तो बेशक सो ही रहा होगा।

वैसे झोला बैग की खूबी यही है कि आराम से टांगो और एयरपोर्ट से बाहर आ जाओ। कम से कम वहां लाइनों में खड़े होकर बैग आने का इंतज़ार तो नहीं करना पड़ता। फिर पहले दर्जे की यात्रा का यह लाभ भी मिलता है कि वे आपको प्लेन से सबसे पहले उतार देते हैं।

मॉम और बॉब मेरा इंतज़ार कर रहे हैं और उन्हें देखकर मन खुश हो गया। पता नहीं लंबे सफ़र के कारण था या पिछले कुछ दिनों की मानसिक उथलपुथल वजह थी-मैं मॉम के गले लगते ही रो दी।

“ओह एना, हनी…! तुम थक गई होगी। उन्होंने बॉब को हैरानी से ताका।

“नहीं, मॉम! बस आपको देखकर मन भर आया। मैंने उन्हें कस कर गले से लगा लिया।

उनसे मिल कर अच्छा लग रहा है। ऐसा लग रहा है कि अपने घर आ गई हूं। मैंने उन्हें छोड़ा और बॉब ने थोड़ा झिझकते हुए आधी गलबांही दी। लगता है कि पैर को पूरा

आराम नहीं आया। मुझे याद है कि उसे चोट आई हुई थी।

“एना! स्वागत है पर तुम रो क्यों रो रही हो? “उन्होंने पूछा।

“ओह बॉब! मुझे तुम्हें देखकर बहुत खुशी हो रही है। “मैंने उसके चौरस चेहरे और प्यार से मुझे ताकती नीली आंखों को देखकर कहा। मुझे मॉम का यह पति पसंद है। मॉम! आप इसे रख सकती हो। उसने मेरा सामान पकड़ लिया।

“ओह एना! ये क्या सामान लाई हो? “

“ओह इसमें मैक भी है। “हम पार्किंग लॉट की ओर चले तो दोनों ने मेरे गले में बांहें डाल दी।

मैं हमेशा भूल जाती हूं कि यहां सवाना में कितनी भयंकर गर्मी होती है। हम वातानुकूलित कक्षों से बाहर आए तो गर्मी ने स्वागत किया। मुझे उन दोनों के बांहों से खुद को अलग करना पड़ा ताकि सिर से जैकेट की टोपी उतार सकूं। शुक्र है कि मैंने शॉट्स पैक कर लिए थे। वैसे मैं कभी-कभी लॉस वेगास की शुष्क गर्मी को याद करती हूं, जहां मैं सत्रह साल की उम्र में रे और मॉम के साथ रहती थी पर यहां तो सुबह के साढ़े आठ बजे ही गर्मी से यह हाल है। मुझे इसकी आदत डालनी होगी। जब तक मैं बॉब की ज़बरदस्त वातानुकूलित ताहो एसयूवी में बैठी तो शरीर निढाल हो गया था और बाल चिपचिपाने लगे थे। मैंने बैठते ही रे, केट और क्रिस्टियन को मैसेज किया:

सवाना में सुरक्षित पहुंच गई-एना

सैंड बटन दबाते ही मेरा ध्यान जोस की ओर चला गया। मैं अपनी थकान के बाद भी भूली नहीं थी कि अगले सप्ताह ही उसका शो था। क्या मुझे क्रिस्टियन के उसके बारे में विचार जानने के बाद उसे साथ चलने को कहना चाहिए? क्या क्रिस्टियन मुझसे इस ई-मेल के बाद भी मिलना चाहेगा? मैंने इस सोच पर कंधे झटके और उसे दिमाग से परे कर दिया। इस बात को बाद में देखेंगे। अभी तो मुझे मॉम के साथ का आनंद लेना है।

“हनी! तुम थक गई हो। क्या घर पहुंच कर सोना चाहोगी? “

“नहीं मॉम मैं सागर तट की सैर पर जाना चाहूंगी। “

मैंने नीली हाल्टर नेक वाली पोशाक पहनी है और अटलांटिक महासागर के सामने बैठी डाइट कोक पी रही हूं और कल की ही तो बात है जब मैं पैसीफिक को ताक रही थी। मॉम भी मेरे सामने ही बैठी हैं और बड़ा सा बेतुका हैट और चश्मा पहन रखा है। वे भी कोक का केन ले कर बैठी हैं। हम टाइबी आईलैंड बीच पर हैं जो हमारे घर से केवल तीन ब्लॉक की दूरी पर है। उन्होंने मेरा हाथ थाम लिया और वहां सूरज की गुनगुनाहट के बीच मेरी सारी थकान छूमंतर हो गई। मैंने काफी समय बाद खुद को बहुत ही सहज और आरामदेह स्थिति में पाया।

“तो एना…उस आदमी के बारे में बताओ जिसने तुम्हें चक्कर में डाला हुआ है? “

चक्कर! वे कैसे जानती हैं? क्या कहूं। मैं उस एनडीए के कारण क्रिस्टियन के बारे में कुछ ज्यादा बता ही नहीं सकती पर अगर ऐसा न भी होता तो क्या मैं उन्हें ऐसी बातें बता पाती? इस सोच से चेहरा पीला पड़ गया।

उन्होंने मेरा हाथ दबाकर दिलासा दिया।

“उसका नाम क्रिस्टियन है। वह बहुत खूबसूरत है। पैसे वाला है… बहुत पैसे वाला। वह बहुत उलझा हुए और अस्थिर स्वभाव का व्यक्ति है। “

जी-मुझे खुशी हुई कि मैंने बहुत ही सटीक शब्दों में क्रिस्टियन को पेश कर दिया था। मैंने उनकी ओर अपना चेहरा घुमा लिया और उन्होंने भी यही किया। उन्होंने मुझे अपनी नीली आंखों से देखा।

“एना मैं उलझे हुए और अस्थिर स्वभाव शब्दों पर गौर करना चाहूंगी। “

अरे नहीं!

“ओह मॉम! उसके मूड के उतार-चढ़ाव से मेरा दिमाग चकरा जाता है। उसका पालन-पोषण बहुत ही मनहूस और सख्त किस्म के माहौल में हुआ है इसलिए उसे समझना लगभग नामुमकिन है। “

“क्या तुम उसे पंसद करती हो? “

“मैं उसे पसंद से भी ज्यादा चाहती हूं। “

“सच? “उन्होंने मुझे हैरानी से ताका।

“हां मॉम “

“एना हनी! पुरुष अकसर उलझे हुए नहीं होते। वे बहुत ही सादे इंसान होते हैं। वे जो कहते हैं, उनकी बात का वही मतलब होता है। और हम उनकी बातों के विश्लेषण में घंटों लगा देते हैं। अगर तुम्हारी जगह मैं होती तो उसके शब्दों का कोई उलझा हुआ अर्थ न निकालती। इससे शायद मदद मिल सकती है। “

मैंने उन्हें अविश्वास से देखा। ये तो अच्छी सलाह लग रही थी। मतलब क्रिस्टियन के शब्दों पर गौर करूं। उसके शब्द मेरे दिमाग में गूंज उठे:

मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता…

तुमने मुझे सम्मोहित कर दिया है……

तुमने मुझे दीवाना बना दिया है……

मैं भी तुम्हें याद करूंगा…जितना तुम जानती हो, उससे कहीं ज्यादा…

मैंने मॉम को देखा। इस समय वे चौथे पति के साथ हैं। हो सकता है कि वे पुरुषों के बारे में बेहतर जानती हों।

“डार्लिंग तकरीबन पुरुष मूडी होते हैं, कुछ कम तो कुछ ज्यादा। मिसाल के तौर पर अपने पिता को ही लो…। “प्राय: मेरे पिता की बात करते हुए उनकी आंखें नम और उदास हो आती हैं। मेरे पिता, मेरे पौराणिक पिता, जिन्हें मैंने कभी नहीं जाना; उन्हें नौसेना में यु( प्रशिक्षण दुर्घटना ने बेरहमी से हमसे छीन लिया। मेरे मन का एक हिस्सा कहता है कि मॉम आज तक मेरे डैड जैसे पुरुष को ही आज तक अपने लिए खोजती आई हैं। …हो सकता है कि उन्हें बॉब में वह झलक मिल गई हो। बड़े दुख की बात है कि वे रे में वैसी झलक नहीं पा सकीं।

“मुझे लगता था कि तुम्हारे पिता मूडी थे पर जब मैं आज पीछे मुड़कर देखती हूं तो समझ सकती हूं कि वे अपने काम में कितने मग्न रहते थे और हमें एक अच्छी जिंदगी देेने के लिए मेहनत करते थे। उन्होंने आह भरी। वे अभी कम उम्र के थे। हम दोनों ही छोटे थे। शायद यही वजह थी कि…। “

हम्म…क्रिस्टियन को भी हम बूढ़ा तो नहीं कह सकते। मैं मॉम को देखकर प्यार से मुस्कुराईं। वे मेरे पिता के बारे में बड़े दिल से सोच सकती हैं पर कह नहीं सकती कि वे क्रिस्टियन के मूड को भी समझ पाएंगी।

“बॉब आज हमें अपने गोल्फ क्लब में डिनर के लिए ले जाना चाहता है। “

“अरे नहीं! बॉब गोल्फ खेलने लगा? “मैंने हैरानी से मुंह बनाया।

“अब तुम्हीं कहो। “मॉम ने भी मुंह बना दिया।

घर में हल्का लंच लेने के बाद मैंने सामान खोलना शुरू किया। उसके बाद हल्की झपकीलेने का मूड है। मॉम पता नहीं मोमबत्तिया बनाने या पता नहीं कौन सा काम करने के लिए गायब हो गई हैं और बॉब काम पर गया है इसलिए मैं झपकी ले सकती हूं। मैंने मैक ऑन कर लिया। जार्जिया में दोपहर के दो हैं और सिएटल में सुबह के ग्यारह बजे होंगे। मैं सोच रही थी कि कोई जवाब आया या नहीं? मैंने घबराहट के साथ ई-मेल खोला।

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: आखिरकर

डेट: मई 30 2011 07:30

टू: एनेस्टेसिया स्टील

एनेस्टेसिया!

मुझे इस बात की नाराज़गी है कि जैसे ही हमारे बीच थोड़ी दूरी आती है, तुम बड़े ही दिल से खुल कर अपने मन की बात कहती हो। जब हम साथ होते हैं, तब तुम ऐसा क्यों नहीं कर सकतीं?

हां, मैं दौलतमंद हूं। तुम्हें इसकी आदत डालनी होगी। मैं तुम पर पैसा क्यों नहीं लगा सकता? हम तुम्हारे पिता से कह चुके हैं कि मैं तुम्हारा ब्यायफ्रेंड हूं और वे ऐसा ही करते हैं। तुम्हारा मालिक होने के नाते मैं तुमसे उम्मीद करता हूं कि मैं तुम्हारे लिए जो भी करूं, उसे तुम बिना किसी बहस के कबूल करो। वैसे अपनी मॉम को भी इस बारे में बता देना।

तुम एक वेश्या की तरह महसूस करती हो। समझ नहीं आ रहा कि इस बात का क्या जवाब दूं? मैं जानता हूं कि तुमने ऐसा नहीं लिखा पर तुम्हारा संकेत तो यही है। समझ नहीं आता कि तुम्हारे मन से यह बात निकालने के लिए क्या कहूं या क्या करूं? मैं चाहूंगा कि तुम्हारे पास हर बेहतरीन चीज़ हो। मैं इसलिए कड़ी मेहनत करता हूं ताकि जहां सही समझूं, वहां दिल खोलकर खर्च कर सकूं। एनेस्टेसिया! मैं तुम्हारी पसंद की हर चीज़ लेकर दे सकता हूं और मैं ऐसा करना चाहता हूं। अगर चाहो तो इसे धन का पुनः वितरण भी कह सकती हो या बस जान लो कि जैसा तुम अपने बारे में सोचती हो, वैसा मैं कभी सपने में भी तुम्हारे बारे में नहीं सोच सकता और मैं नाराज़ हूं कि तुम अपने बारे में ऐसी राय क्यों रखती हो। इतनी सुंदर व होशियार नवयुवती होने के बावजूद तुम्हारे अंदर स्वाभिमान की कमी है। मैं तय नहीं कर पा रहा कि डॉक्टर से तुम्हारे लिए मुलाकात का समय लूं या नहीं?

तुम्हें डराने के लिए माफी चाहूंगा। लगता है कि यह डर तुम्हारे भीतर जन्मजात है। क्या तुम्हें लगता है कि मैं कहीं बांध कर सफर करूंगा? मैं तो तुम्हें अपना प्राइवेट जेट तक दे रहा था। खैर, तुम्हें बांधने वाली बात एक मज़ाक थी, मेरे काम में क्रेट्स का कोई लेन-देन नहीं होता इसलिए हमें वे नहीं चाहिए। मुझे पता है कि तुम्हें मुंह बंद करने वाली बात पसंद नहीं और अगर किसी दिन ऐसा कुछ किया गया तो तुमसे पूछकर ही होगा। शायद तुम यह नहीं समझ पा रहीं कि मालिक/ गुलाम के रिश्ते में गुलाम यानी सब के पास ही सारी ताकत होती है। वह तुम हो और मैं दोहराना चाहूंगा कि सारी ताकत तुम्हारे पास ही है। तुमने बोट हाउस में इंकार किया और मैं तुम्हारे मना करने के बाद तुम्हें छू तक नहीं सकता-तभी तो हमें प्रबंध करना पड़ता है कि तुम क्या करोगी और क्या नहीं करोगी। यदि मैं कुछ आज़माइश और वह तुम्हें पसंद न आए तो हम उसे रोक देंगे। यह सब मुझ पर नहीं, तुम पर निर्भर करता है। यदि तुम बांधना या मुंह बंद करना पसंद नहीं करतीं तो ऐसा नहीं होगा।

मैं अपनी जीवनशैली तुम्हारे साथ बांटना चाहता हूं। मैंने आज तक किसी भी चीज़ की इतनी चाहना नहीं की। सच कहूं तो मैं तुम पर मोहित हूं कि कुछ भी करने को तैयार हूं। तुम देख नहीं पातीं कि मैं किस तरह तुम्हारी ओर खिंचा चला आता हूं। मैं तुम्हें अनगिनत बार यह बात बता चुका हूं। मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता। मैं घबराया हुआ हूं कि तुम मुझसे इतनी दूरी पर हो। तुम मेरे साथ रहने पर सही तरह से सोच नहीं पातीं। एनेस्टेसिया! मेेरे साथ भी यही होता है। मेरे मन में तुम्हारे लिए ऐसी भावनाएं हैं कि तुम्हारे साथ होने पर मेरे सारे कारण ओझल हो जाते हैं।

मैं तुम्हारे मन की दशा समझ सकता हूं। मैंने तुमसे दूर रहने की कोशिश की। मैं जानता था कि तुम अनाड़ी थीं पर अगर मुझे पता होता कि तुम इतनी भोली हो तो शायद मैं तुम्हें इतना आगे न ले जाता। तुम अब भी अपने ही तरीके से मुझे बिल्कुल बेबस कर देती हो। जैसे कि तुम्हारा ई-मेल: मैंने तुम्हारा नज़रिया जानने के लिए इसे जाने कितनी बार पढ़ा होगा।

हम तीन माह के समय को छह माह में बदल सकते हैं। तुम इसे कितना करना चाहोगी? बताओ तुम्हारे लिए क्या सही रहेगा?

मैं समझ सकता हूं कि तुम्हारे लिए ये एक बड़ा कदम है। मुझे तुम्हारा भरोसा पाना है पर साथ ही तुम्हें अपने मन की बात भी कहनी है ताकि मैं सब जान सकूं। तुम दिखने में तो कितनी संतुष्ट और मजबूत लगती हो पर कैसी बातें लिखती हो। एनेस्टेसिया! हमें एक-दूसरे को रास्ता दिखाना होगा। मुझे यह मदद तुमसे ही मिलेगी। तुम्हें मेरे साथ ईमानदारी दिखानी होगी और हमारा यह अरेंजमेंट कारगर हो पाएगा।

तुम खुद को एक सेक्स गुलाम के तौर पर नहीं देखतीं। वैसे कोई हर्ज नहीं, बस तुम्हें उस प्लेरूम में ही उस तरह से पेश आना होगा। वहीं तुम मुझे अपने पर पूरा नियंत्रण दोगी और वही करोगी, जो मैं कहूंगा। वहां से बाहर आने पर मुझे तुम्हारी चुनौतियां पसंद आती हैं। ये एक नया और ताज़ा अनुभव है और मैं इसे बदलना नहीं चाहूंगा। तो बताओ, तुम और अधिक के नाम पर क्या चाहती हो? मैं खुले दिमाग से सुनूंगा और तुम्हें पूरी आज़ादी देने की कोशिश करूंगा और तुम जार्जिया में मुझसे दूर रहना चाहती हो तो यही सही। मैं तुम्हारे मेल का इंतज़ार करूंगा।

तब तक पूरी मस्ती करो। पर ज्यादा भी नहीं!

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

वाह! इसने तो पूरा निबंध लिख कर भेजा है। जैसा कि हम स्कूल में लिखते थे और मज़े की बात यह है कि उसका तकरीबन हिस्सा अच्छा है। मैंने इन पंक्तियों को बार-बार पढ़ा और अपने मैक को गले से लगा लिया। हमारा अनुबंध एक साल का? मेरे पास ये ताकत है। वाऊ! मैं इस बारे में सोचने जा रही हूं। मॉम ने यही तो कहा है, उसके शब्दों पर ध्यान दो। वह मुझे खोना नहीं चाहता और वह ऐसा दो बार कह चुका है। वह चाहता है कि हमारा यह रिश्ता आगे तक निभे। ओह क्रिस्टियन! मैं भी यही चाहती हूं। वह दूर रहने की कोशिश करने जा रहा है? इसका मतलब कि वह दूर रहने में नाकामयाब भी हो सकता है। अचानक ही दिल यही चाहने लगा। मैं उसे देखना चाहती हूं। हमें बिछुड़े चौबीस घंटे भी नहीं हुए और यह सोचकर ही दिल डूब रहा है कि मुझे उससे पूरे चार दिन दूर रहना होगा। मुझे पता चल रहा है कि मैं उससे कितना प्यार करती हूं या उसे कितना याद करती हूं।

“एना हनी! “बीते ज़माने की मीठी यादों से लिपटी बड़ी ही मुलायम और प्यारी-सी आवाज़ कानों में गूंज उठी।

एक कोमल हाथ मेरे चेहरे से टकराया। मेरी मॉम ने उठाया और मैं मैक को सीने से लिपटाए सो रही थी।

“एना बच्चे!। “मैंने नींद में ही पलकें झपकाई।

“हाय मॉम! “मैंने अंगड़ाई लेेते हुए मुस्कान दी।

“हम अगले तीस मिनट में डिनर के लिए निकल रहे हैं। क्या तुम आना चाहती हो? “उन्होंने प्यार से पूछा “अरे हां! मॉम ज़रूर आना चाहती हूं। “मैंने कोशिश की पर जंभाई को रोक नहीं पाई। “वाह बड़ी ज़बरदस्त तकनीक है। “उन्होंने लैप की ओर संकेत कर कहा।

ओह! हो गई गड़बड़।

“अरे… ये?” मैंने कोशिश की कि उनकी हैरानी को थोड़ा मंद कर दूं। “

क्या मॉम ध्यान देंगी? वैसे जब से मुझे एक ब्यायफ्रेंड मिला है। वे कुछ ज्यादा ही तेज़ नज़रों वाली हो गई हैं।

“क्रिस्टियन का है। मेरे हिसाब से तो इससे स्पेस शटल भी चलाया जा सकता है पर मैं केवल ई-मेल व इंटरनेट के लिए इस्तेमाल करती हूं। “

सच्ची! कोई ऐसी बात नहीं है। वे साथ ही बैठ गईं और मेरे चेहरे पर आई लट पीछे कर दी।

“क्या उसने ई-मेल किया? “

मर गए आज तो……

मेरे मुंह से निकल ही गया है……। “

“शायद तुम्हें याद कर रहा है, है न? “

“मॉम! उम्मीद तो यही करती हूं। “

“क्या कहा उसने? “

ओह! अब क्या जवाब दूं……

मैं जल्द ही कोई जायज़ सी लगने वाली बात खोजने लगी, जो कि मॉम को बताई जा सके। मुझे पक्का यकीन है कि वे मालिक और गुलाम, मुंह में कपड़ा डालने या बांधने वाली राम कहानियां तो कभी नहीं सुनना चाहेंगीं और वैसे भी मैं कौन सा बता सकती हूं। मैंने भी तो कानूनी काग़ज़ों पर हस्ताक्षर करके अपने हाथ कटा दिए हैं।

“उसने कहा है कि मैं मस्ती करूं पर अपनी सीमा में रहूं। “

“सुनने में तो सही लगा। खैर! तुम जल्दी से तैयार हो जाओ। “वे आगे आई और मेरा माथा चूमकर बाहर निकल गई। “एना! तुम यहां आईं। बेटा! मुझे इस बात की बड़ी खुशी है। “वे जाते-जाते बोलीं और मेरे चेहरे पर मुस्कान खेल गई।

क्रिस्टियन और जायज़ बातें…। ये दोनों की बातें विचार करने वाली थीं पर शायद इस ई-मेल के बाद सब कुछ और साफ हो जाए। मैंने अपनी गर्दन हिलाई। मुझे उसके शब्दों को हजम करने के लिए वक्त चाहिए। शायद मैं रात के खाने के बाद जवाब दे सकती हूं। मैं पलंग से निकली, अपनी टी-शर्ट और शार्ट निकालकर नहाने चल दी।

मैं केट की भूरी हाल्टर गले वाली पोशाक लाई हूं, जो ग्रेजुएशन वाले दिन पहनी थी। मेरे पास पोशाक के नाम पर बस यही है। गर्मी की वजह से उसकी सलवटें निकल गई हैं और गोल्फ क्लब में तो चल ही जाएगी। मैंने कपड़े बदलते ही लैप खोला। वहां कुछ नया नहीं था। मन मायूस हो गया। मैंने जल्दी से एक ई-मेल टाइप किया।

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: बहुत खूब?

डेट: मई 30 2011 19:08 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

डियर मि. ग्रे

आप तो बहुत अच्छा लिख लेते हैं। मुझे अभी डिनर के लिए बॉब के गोल्फ क्लब जाना है और आपको बता दूं कि यह सुनकर ही मैं अपनी आंखें नचा रही हूं। आप और आपकी खुजाती हुई हथेली मुझसे बहुत दूर हैं और मेरी पीठ सुरक्षित है। मुझे आपका ई-मेल पसंद आया। मौका पाते ही जवाब दूंगी। मैं भी आपको मिस कर रही हूं।

दोपहर का आनंद लें।

आपकी एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: तुम्हारी पीठ

डेट: मई 30 2011 16:10

टू: एनेस्टेसिया स्टील

डियर मिस स्टील!

वैसे अभी कुछ समय के लिए तो तुम सुरक्षित ही हो।

अपने डिनर का आनंद लो। मैं भी तुम्हें और तुम्हारे बड़ बोले पन को याद कर रहा हूं।

मेरा दिन बोर होगा। बस तुम्हारी सोच ही इसमें थोड़ा रंग भरेगी और मुझे तो लगता है कि पहली बार तुमने ही मुझे बताया कि मैं भी आंखें नचाने की गंदी आदत का शिकार हूं।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ व आंखें नचाने वाला

ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: आंखें नचाना

डेट: मई 31 2011 19:14 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

डियर मि. ग्रे

मुझे ई-मेल करना बंद करें। मैं डिनर के लिए तैयार हो रही हूं। आप इतनी दूर होने पर भी मेरा ध्यान भटका रहे हैं। और हां-जब आप आंखें मटकाते हैं तो आपकी ठुकाई कौन करता है?

आपकी एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: तुम्हारी पीठ

डेट: मई 30 2011 21:59

टू: एनेस्टेसिया स्टील

डियर मिस स्टील!

मैं बताना चाहूंगा कि मैं अपनी जिंदगी का राजा हूं और किसी मेें मुझे फटकारने की हिम्मत नहीं है। बेशक मेरी मां और डॉक्टर फ्लिन के सिवा…। और तुम भी इस सूची में शामिल हो।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जेक्ट: मैं और तुम्हें शारीरिक दण्ड…?

डेट: मई 31 2011 19:22 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

डियर मि. ग्रे

मैंने आज से पहले ऐसी हिम्मत भी कब की है? मुझे लगता है कि तुम किसी और की बजाए गलती से मेरा नाम ले रहे हो। मुझे चिंता हो रही है। वैसे मुझे तैयार भी होना है। तुम्हारी एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: तुम्हारी पीठ

डेट: मई 30 2011 16:25

टू: एनेस्टेसिया स्टील

डियर मिस स्टील!

तुम जब भी कुछ लिखती हो तो यही करती हो। क्या मैं तुम्हारी ड्रेस की जीप बंद कर सकता हूं?

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

जाने कैसे वे शब्द स्क्रीन से उतरे और मेरे पूरे शरीर में सिहरन दौड़ गई। ओह……वह मेरे साथ मस्ती करना चाहता है।

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जेक्ट: एनसी 17

डेट: मई 31 2011 19:28 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

डियर मि. ग्रे अगर तुम इसे खोलते तो कहीं बेहतर होता।

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: ज़रा सोचकर बोलो………

डेट: मई 30 2011 16:31

टू: एनेस्टेसिया स्टील

डियर मिस स्टील!

मैं भी यही करता।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: मैं हांफ रही हूं

डेट: मई 31 2011 19:33 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

धीरे-धीरे

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: कराहें भरते हुए……

डेट: मई 30 2011 16:35

टू: एनेस्टेसिया स्टील

काश मैं वहां होता।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: हल्की आहें

डेट: मई 31 2011 19:37 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

मैं भी!

“एना! “मॉम ने आवाज़ दी और मैं उछल पड़ी। मैं इतनी शर्मिंदगी क्यों महसूस कर रही हूं?

“आई मॉम!’’

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: हल्की कराहें

डेट: मई 31 2011 19:39 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

जाना पड़ेगा

बाद में मिलते हैं बेबी!

मैं हॉल में भागी। जहां बॉब और मॉम मेरे इंतज़ार में हैं।

“डार्लिंग ठीक तो हो? घबराई हुई क्यों दिख रही हो? “

“मॉम! मैं ठीक हूं। “

“डियर! कितनी प्यारी लग रही हो। “

“ओह! ये तो केट की पोशाक है। आपको पसंद आई? “

उनकी त्यौरियां गहरी हो आईं।

“तुमने केट की पोशाक क्यों पहनी है? “

अरे नहीं…..

“मुझे पसंद है और उसे अच्छी नहीं लगती। “मैंने बात संभाली।

उन्होंने मुझे संदेह से घूरा और बॉब अधीरता से देखता रहा।

“मैं तुम्हें कल शॉपिंग के लिए ले जाऊंगी। “वे बोलीं।

“ओह मॉम! आपको ऐसा करने की ज़रूरत नहीं है। मेरे पास बहुत सारे कपड़े हैं। “

“क्या मैं अपनी बेटी के लिए कुछ कर नहीं सकती। चलो, जल्दी करो बॉब भूख से अधमरा हो रहा है। “

“बिल्कुल सही कहा। “बॉब बिसूरा और पेट पर हाथ मलते हुए हंसने लगा।

मैं भी उसे आंखें मटकाते देख हंस दी और हम दरवाजे की ओर बढ़े।

बाद में, रात को नहाने के दौरान मैंने सोचा कि मॉम में कितना बदलाव आ गया था। वे डिनर के समय गोल्फ क्लब के दोस्तों के साथ पूरे जोश और मस्ती में दिख रही थीं। बॉब भी पूरी गर्मजोशी से साथ दे रहा था… लगता है कि उन्हें एक-दूसरे का साथ भा गया है। मैं उनके लिए खुश हूं। इसका मतलब होगा कि मुझे उनके इस फैसले के बारे में चिंता करना छोड़ देना चाहिए और पति नंबर तीन के गहरे अंधेरे दिनों की यादों को भूल जाना चाहिए। बॉब सही चुनाव है। वे मुझे भी सही सलाह दे रही हैं। वैसे ये सब कब शुरू हुआ? जब से मैं क्रिस्टियन से मिल रही हूं। ऐसा क्यों?

जब मैं नहा ली तो खुद को सुखाया और झट से क्रिस्टियन की यादों में लौट आई। वहां एक ई-मेल मेेरे इंतज़ार में है। कुछ घंटे पहले आया था।

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: साहित्यिक चोरी

डेट: मई 31 2011 16:41

टू: एनेस्टेसिया स्टील

तुमने मेरी लाइन चोरी की और मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा। तुम मुझे अधर में छोड़ गईं।

डिनर का आनंद लो।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: तुम चोर के लिए रोने वाले कौन होते हो?

डेट: मई 31 2011 22:18 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

सर, मैंने सोचा कि आपको पता लग जाएगा कि मूल रूप से यह इलियट की लाइन थी। इसमें अधर में छोड़ने वाली क्या बात थी?

तुम्हारी एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: अधूरा काम

डेट: मई 31 2011 19:22

टू: एनेस्टेसिया स्टील

तुम लौट आईं। तुम अचानक ही इतने दिलचस्प किस्से के बीच से चली गई थीं। डिनर कैसा रहा?

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: अधूरा काम?

डेट: मई 31 2011 22:26 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

डिनर बढ़िया था। तुम्हें सुन कर खुशी होगी कि मैंने पेट भर कर खाया। सब दिलचस्प कैसे हो रहा था? तुम्हारी एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: अधूरा काम, निश्चित तौर पर?

डेट: मई 31 2011 19:30

टू: एनेस्टेसिया स्टील

क्या तुम जानबूझ कर अनजान बन रही हो? तुमने ही तो मुझे पोशाक की जि़प खोलने को कहा था। और मैं ऐसा करने ही वाला था। मुझे सुन कर खुशी हुई कि तुमने भरपेट खाया।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: खैर……एक वीकएंड हमेशा आता है

डेट: मई 31 2011 22:36 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

बेशक मैंने भरपेट खाया… तुम्हारे आसपास की अनिश्चितता ही मुझे सही तरह से खाने नहीं देती। और मैं अभी अनजान बन कर बातें नहीं करती। आपको अब तक तो यह पता लग ही गया होगा।

तुम्हारी एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: इंतज़ार नहीं कर सकता

डेट: मई 31 2011 19:40

टू: एनेस्टेसिया स्टील

मिस स्टील! मैं इसे याद रखूंगा और सुन कर दुख हुआ कि तुम मेरी वजह से खा नहीं पातीं। मैंने सोचा कि मैं तुम पर गहरे आवेग से भरा प्रभाव रखता था। यही मेरा अनुभव है और अब तक बहुत ही आनंददायी रहा है।

मैं अगली बार की प्रतीक्षा में हूं।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: जिम्नास्टिक भाषाविद्

डेट: मई 31 2011 22:18 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

क्या तुम फिर से शब्दकोश लेकर बैठ गए हो?

तुम्हारी एना

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: गड़गड़ाहट

डेट: मई 31 2011 19:40

टू: एनेस्टेसिया स्टील

तुम मुझे कहीं बेहतर जानती हो, मिस स्टील

मैं किसी पुराने दोस्त के साथ डिनर के लिए जा रहा हूं इसलिए अभी गाड़ी चला रहा हूं।

बाद में, बेबी!

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

कौन-सा पुराना दोस्त?

मुझे नहीं लगता कि उसके पास कोई पुराने दोस्त हैं…सिवाए उसके! मैंने सोचकर नाक चिढ़ाई। उसे अब भी उससे मिलने की क्या पड़ी है? मैं गुस्से और जलन के बीच झूलने लगी। मैं किसी चीज़ को मारना चाहती थी, अगर मिसेज राबिन्सन मिल जाती तो ज्यादा बेहतर होता। एक ही झटके में लैपी बंद किया और पलंग पर आ गई।

मुझे सुबह से पहले उसे लंबी ई-मेल का जवाब दे देना चाहिए पर अचानक ही इतना गुस्सा आ गया है। वह उसे उस रूप में क्यों नहीं देख सकता जैसी कि वह है। बच्चों की यौन शोषक! मैंने बत्ती बंद कर दी और अंधेरे में ही सुलगने लगी। उसकी हिम्मत कैसे हुई? उसने एक किशोर का नाजायज फायदा कैसे उठाया? क्या वह अब भी ऐसा कर रही है? उन्होंने ऐसा करना बंद क्यों किया? मेरे दिमाग में हजारों बातें चक्कर काटने लगीं। अगर उनके बीच सब खत्म था तो अब भी उनके बीच दोस्ती क्यों है? क्या वह शादीशुदा है? क्या वह तलाकशुदा है? क्या उसके पास अपने बच्चे हैं? क्या उसके पास क्रिस्टियन के बच्चे हैं? मेरे अंदर बैठी लड़की इस सोच से इतना कुढ़ गई कि क्या कहूं। मेरा जी मिचला उठा। क्या डॉ. फ्लिन इस बारे में जानते हैं?

मैंने अपने-आप से जूझते हुए लैपी दोबारा चालू किया। मैं एक मिशन पर हूं। मैंने जल्दी से अंगुलियां चलाईं ताकि नीला स्क्रीन दिखने लगे। मैंने गूगल इमेज का बटन दबाया और लिखा-क्रिस्टियन ग्रे! स्क्रीन पर एक ही झटके में उसकी कई तस्वीरें आ गईं। काली टाई और सूट में खड़ा क्रिस्टियन। यहां तो वे तस्वीरें भी हैं जो जोस ने ली थीं। वे इंटरनेट पर कैसे आईं? हाय! कितना प्यारा दिख रहा है।

मैं जल्दी से आगे बढ़ी। कुछ तस्वीरें व्यावसायिक सहयोगियों के साथ थीं। एक शानदार व्यक्ति की ज़बरदस्त तस्वीरें, जिसे मैं बड़ी अंतरंगता से जानती हूं। क्या वह मेरा अंतरंग है? मैं तो उसे यौन संबंधों के नाते जानती हूं और शायद अभी बहुत कुछ जानना बाकी है। मुझे पता है कि वह मूडी, मुश्किल, मज़ाकिया, ठंडे और गरमाहट से भरे……हे भगवान ये इंसान तो विरोधाभासों का उलझा हुआ गोला है। मैंने अगले पेज पर क्लिक किया। यहां भी वह अकेला है और मुझे केट की बात याद आ गई, उसने कहा था कि उसने कभी उसे किसी लड़की के साथ नहीं देखा। शायद यही वजह थी कि क्रिस्टियन को समलैंगिक माना जाने लगा था। फिर तीसरे पेज की तस्वीर में वह मेरे साथ था। वही तस्वीर, जो ग्रेजुएशन के समारोह में ली गई थी। उसकी किसी महिला के साथ एकमात्र तस्वीर वही है, जिसमें मैं उसके साथ हूं।

हाय! मैं गूगल पर हूं। मैंने हमारी तस्वीर को घूरा। मैं कैमरे को देख घबराई हुई हूं और चेहरे कर रंग उतरा दिख रहा है। मैंने इस फोटो से ठीक पहले उससे हामी भरी थी कि मैं उसके अनुबंध के लिए कोशिश कर सकती हूंं। क्रिस्टियन बहुत सुंदर, संवरा और ठहरा हुआ दिख रहा है और उसने वही टाई पहनी हुई है। कितना सुंदर चेहरा… कितना सुंदर चेहरा और अब वह मिसेज राबिन्सन को निहार रहा होगा। मैंने उस तस्वीर को अपने पास सेव कर लिया और बाकी सारे अठारह पेज भी देख लिए…कुछ नहीं मिला। मुझे गूगल पर मिसेज रॉबिन्सन नहीं मिलीं। पर मुझे ये तो जानना ही है कि क्या वह उसके साथ हैं? मैंने जल्दी से क्रिस्टियन को एक ई-मेल टाइप किया।

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: डिनर का उपयुक्त साथ

डेट: मई 31 2011 23:58 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

उम्मीद करती हूं कि तुम अपने दोस्त के साथ एक खुशनुमा डिनर ले रहे होगे।

एना

क्या तुम मिसेज रॉबिन्सन के साथ हो?

मैंने सैंड बटन दबाया और फिर से पलंग पर आकर अपने-आप से वादा किया कि क्रिस्टियन से उस औरत के साथ संबंध के बारे में ज़रूर पूछूंगी। मेरे मन का एक हिस्सा उसके बारे में सब जानना चाहता है और दूसरा कहता है कि उसकी सब बातें भुला दे। मेरे पीरियड शुरू हो गए हैं इसलिए मुझे सुबह गोली लेना याद रखना होगा। मैंने जल्दी से ब्लैकबैरी में अलार्म लगा दिया। उसे कोने की मेज़ पर रखकर बेचैनी से भरी नींद में खो गई और सपने देखती रही कि हम पच्चीस हज़ार मील की दूरी पर नहीं बल्कि एक ही शहर में है।

सुबह हमने बाजार की सैर की और दोपहर को सागरतट पर आ गए। मॉम का कहना था कि हमें अपनी शाम किसी बार में बितानी चाहिए। हम बॉब को छोड़कर सवाना के एक आलीशान होटल के बार में आ गए। मैं दूसरा कॉस्मोपॉलिटन ले रही हूं और मॉम का तीसरा है। वे पुरुषों के अहं के बारे में काफी जानकारी दे रही हैं और मेरा दिल डूबता जा रहा है।

“देख एना! मर्द सोचते हैं कि औरत के मुंह से निकली हर बात एक ऐसी मुश्किल है जिसका कोई हल नहीं होता। हम तो अकसर बातें कहकर भूल जाते हैं पर मर्द हर बात में कार्यवाही करना पसंद करते हैं। “

“मॉम! आप मुझे यह सब क्यों बता रही हो? “वे सुबह से ऐसी ही बातें कर रही हैं।

“डार्लिंग! तुम बहुत खोई-खोई दिख रही हो। तुम कभी किसी लड़के को घर नहीं लाईं और वेगास में भी तुम्हारा कोई दोस्त नहीं था। मुझे लगता था कि शायद जोस से तुम्हारी कोई बात बन जाएगी। “

“मॉम! जोस एक अच्छा दोस्त है। “

“मुझे पता है जान! पर कुछ तो है और मुझे तो नहीं लगता कि तुम मुझे सब कुछ बता रही हो। “उन्होंने मुझे घूरा और चेहरे पर ऐसे भाव आ गए जो अकसर चिंता करने वाली मां के चेहरे पर दिखते हैं।

“मुझे क्रिस्टियन से थोड़ी दूरी चाहिए थी ताकि अपनी सोच को एक दिशा दे सकूं..बस! उसके साथ के कारण मैं कुछ सोच नहीं पाती। भावुक हो जाती हूं। “

“भावुक? “

“हां मॉम! मैं उसे बहुत याद कर रही हूं। “

आज सुबह से उसकी कोई खबर नहीं थी। न मैसज, न मेल और न ही कोई फ़ोन! मैं उसे कॉल करके हाल-चाल लेना चाहती थी। डर था कि कहीं कोई कार दुर्घटना न हो गई हो; वह फिर से उस चुडैल के पंजे में न आ गया हो। बेशक बात बेतुकी है पर उसका नाम आते ही मैं खुद को संभाल नहीं पाती।

“डार्लिंग मैं टॉयलेट होकर आती हूं। “मॉम ने कहा मॉम के जाते ही मैंने ब्लैकबेरी में झांका। मैं सारा दिन ई-मेल देखती रही थी। आखिरकर उसका जवाब आ ही गया

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: डिनर के साथी

डेट: 1 जून 2011 21:40 ईएसटी

टू: एनेस्टेसिया स्टील

हां, मैंने मिसेज राबिन्सन के साथ डिनर किया था और एनेस्टेसिया! वह एक पुरानी दोस्तभर है।

तुमसे मिलने के इंतज़ार में। तुम्हारी बहुत याद आ रही है।

क्रिस्टियन ग्रे

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

वह उसके साथ ही डिनर ले रहा था। मेरे दिमाग में एडन्न्रीनालिन का स्तर और भी बढ़गया और शरीर में आग सी लग गई। मेरे सारे भय जैसे सामने आ गए थे। उसकी हिम्मत कैसे हुई? मैं दो दिन के लिए बाहर क्या आई। वह फिर से उस कमीनी बुढ़िया के पास चला गया?

फॉर्म: एनेस्टेसिया स्टील

सब्जैक्ट: डिनर के लिए पुराने साथी

डेट: 1 जून 2011 21:42 ईएसटी

टू: क्रिस्टियन ग्रे

वह केवल एक पुरानी दोस्त नहीं है।

क्या उसे अपने लिए कोई और किशोर मिल गया है?

तुम्हारे हिसाब वे वह बूढ़ी हो गई है?

क्या तुम्हारा रिश्ता टूटने की यही वजह है?

मैंने जैसे ही ‘सेंड’ बटन दबाया। मॉम लौट आईं।

“एना! इतनी परेशान क्यों लग रही हो। सब ठीक है न? “

मैंने गर्दन हिलार्ई।

“कुछ नहीं! एक और ड्रिंक लेते हैं। “

उनकी भवें सिकुड़ीं पर उन्होंने वेटर को हमारे गिलास भरने का संकेत किया। उसने हामी भरी। वेटर इस संकेत को अच्छी तरह जानते हैं। मैंने झट से ब्लैकबेरी में झांका।

फॉर्म: क्रिस्टियन ग्रे

सब्जैक्ट: सावधान……

डेट: 1 जून 2011 21:45 ईएसटी

टू: एनेस्टेसिया स्टील

मैं ई-मेल के माधयम से ऐसी बातों की चर्चा नहीं करना चाहता।

तुम आज कितने कॉस्मोपॉलिटन पीने वाली हो?

सीईओ, ग्रे इंटरप्राइजिस होल्डिंग्स, इंक

हे भगवान! वह यहां है!