fifty shades of grey novel in Hindi: मैंने बार के आसपास घबराहट भरी नज़रों से ताका पर उसे देख नहीं सकी।
“एना, क्या हुआ है? ऐसा लग रहा है कि तुमने कोई भूत देख लिया हो। “
“मॉम क्रिस्टियन यहां है? वह यहां है। “
“क्या? …सचमुच? “उन्होंने भी बार के आसपास झांका। मैंने कोशिश की कि मॉम को उसकी खोजी प्रवृति के बारे में न ही बताऊं तो बेहतर होगा।
मैंने उसे देखा। वह हमारी ओर आने लगा और मेरे दिल धक-धक करने लगा। वह तो सचमुच यहां आया है-वह मेरे लिए आया है। भीतर बैठी लड़की का उत्साह तो देखो। वह भीड़ में से जगह बनाता हुआ हमारी ओर ही आ रहा है। हैलोजन रोशनी में उसके बालों का लाल तांबई रंग और भी चमक रहा है। उसकी चमकीली भूरी आंखें चमक रही हैं-गुस्सा? तनाव? उसके चेहरे पर कड़ी रेखाएं हैं, जबड़े तने हैं। ओह, मैंने क्या किया……नहीं। मैं अभी इस पर इतना गुस्सा दिखा रही थी और वह यहां है। मैं अपनी मां के सामने इस पर नाराज़ कैसे हो सकती हूं।
वह हमारी मेज़ पर आया और मुझे अजीब तरीके से घूरने लगा। उसने वही लिनन की सफेद कमीज और जींस पहनी है।
“हाय! “मैं चहकी और उसे साक्षात यहां देखने की हैरानी और झटके को छिपाने की कोशिश की।
“हाय! “उसने जवाब दिया फिर झुककर मेरे गाल चूमकर मुझे और भी चकित कर दिया।
“क्रिस्टियन, ये मेरी मॉम हैं, कार्ला। “अचानक ही मुझे शिष्टता का तकाज़ा याद आ गया।
वह मॉम से अभिवादन करने के लिए मुड़ा। “मिसेज एडम्स! आपसे मिलकर खुशी हुई। “
वह उनका नाम कैसे जानता है? उसने मॉम को विशुद्ध ग्रे मार्का और दिल धड़का देने वाली मुस्कान दी। मॉम की हालत देखने लायक थी। ऐसा लगा कि उनका जबड़ा मेज़ से ही न टकरा जाए। उन्होंने उससे हाथ मिलाया। मॉम ने कोई जवाब नहीं दिया। ओह! ये एकदम से अहमकों की तरह बर्ताव करना-लगता है कि यह हमारा खानदानी रवैया है।
“क्रिस्टियन। “आखिरकर मॉम के मुंह से निकला।
वह अपनी भूरी आंखों से मुस्कुराया और मैंने उन दोनों को देखकर आंखें सिकोड़ीं।
“तुम यहां क्या कर रहे हो? “सवाल कुछ ज्यादा ही कड़ाई से निकल गया और उसकी मुस्कान गायब होते ही चेहरे के भाव बदल गए। मैं उसे देखकर खुश हूं पर रगों में अब भी मिसेज रॉबिन्सन वाली बात का गुस्सा ताज़ा है। समझ नहीं पा रही कि मैं उस पर चिल्लाना चाहती हूं या उसे अपनी बांहों में भर लेना चाहती हूं पर ये भी नहीं पता कि उसे सही भी लगेगा या नहीं। मैं जानना चाहती हूं कि वह हमें कितनी देर से घूर रहा था। दरअसल मैं अभी भेजे गए ई-मेल के बारे में परेशान हूं।
“बेशक! मैं तुमसे मिलने आया हूं।” उसने मुझे अधीरता से देखा। ओह! वह क्या सोच रहा है? मैं इसी होटल में ठहरा हूं। “
“तुम यहीं ठहरे हो। “मेरी आवाज़ अपने ही कानों को काफी तेज़ सुनाई दी।
“कल तुमने कहा था कि काश मैं यहां होता। “उसने मेरी प्रतिक्रिया जाननी चाही। “मिस स्टील आनंद देना ही हमारा लक्ष्य है। “उसके सुर में हास्य का कोई पुट नहीं है।
हो गया कचरा! क्या वह नाराज़ है?
शायद मिसेज रॉबिन्सन वाली बात से? या मैं तीसरा-चौथा कॉस्मो लेने वाली हूं, इस बात की नाराज़गी है? मॉम हम दोनों को उत्सुकता से निहार रही हैं।
“क्रिस्टियन! तुम हमारे साथ ड्रिंक्स क्यों नहीं लेते? “उन्होंने वहां से जा रहे वेटर को हाथ से बुलाया।
“मैं जिन और टॉनिक लूंगा। हैंड्रिक्स या बॉबे सफीयर। हैंड्रिक्स के साथ खीरा और सफीयर के साथ नींबू लाना। “
हे भगवान! ड्रिंक के साथ खाने की चीजें मंगाना तो कोई क्रिस्टियन से सीखे।
“दो और कॉस्मो प्लीज़! “मैंने क्रिस्टियन को बेचैनी से ताकते हुए कहा। मैं अपनी मॉम के साथ पी रही हूं। मुझे डांटने का मतलब ही नहीं बनता।
“क्रिस्टियन अपने लिए एक कुर्सी ले लो। “
“धन्यवाद! मिसेज एडम्स। “
उसने कुर्सी खींची और बड़ी भद्रता से मेरे साथ बैठ गया।
“तो तुम अचानक ही इस होटल में ठहरे हो, जिसमें हम ड्रिंक्स ले रहे हैं? “मैंने अपनी सुर को मंद रखने की कोशिश की।
“या तुम उस होटल में ड्रिंक्स लेने आ गई हो, जहां मैं ठहरा हुआ हूं? “क्रिस्टियन ने जवाब दिया।
“मैं अभी डिनर लेकर यहां आया और तुम बैठी दिखाई दीं। मैं तुम्हारे हाल में ही भेजे गए मेल से परेशान-सा था और यहां तुम दिखाई दे गईं। क्या संयोग है? “
उसने अपनी गर्दन एक ओर झुकाई और चेहरे पर भीनी सी मुस्कान ले आया। शुक्र है! शायद आज की शाम खराब न हो।
“मैं और मॉम दिन में शॉपिंग के लिए गए और दोपहर को बीच पर थे। हमने तय किया कि शाम को कुछ कॉकटेल हो जाए। “मैं हौले से बुदबुदाई। ऐसा लग रहा था कि मुझे इसे थोड़ी सफाई दे देनी चाहिए।
“क्या तुमने यह टॉप नया खरीदा? “उसने मेरे नए हरे टॉप की ओर संकेत किया। ये रंग तुम पर फबता है और सूरज की धूप का भी कुछ असर हुआ है। तुम प्यारी लग रही हो। “
मैं खिसिया गई और कुछ नहीं कह सकी।
“वैसे मैं कल तुमसे मिलने की सोच रहा था पर तुम आज ही मिल गई। “
उसने मेरा हाथ पकड़कर दबाया और उस पर अंगूठा फेरने लगा…मैं वही जाना-पहचाना खिंचाव महसूस करने लगी। उसके अंगूठे की छुअन से खून का दौरा तेज़ हुआ और पूरे शरीर में सनसनाहट-सी होने लगी। उससे मिले दो दिन हो गए हैं। ओह…मैं उसके लिए मरी जा रही हूं। मेरी सांस अटकने लगी है। मैंने शरमाते हुए पलकें झपकाई और उसके होठों पर मुस्कान खेल गई।
“मैंने सोचा था कि एनेस्टेसिया! तुम्हें सरप्राइज़ दे दूंगा पर तुमने तो यहां आकर मुझे हैरानी में डाल दिया। “
मैंने झट से मॉम को देखा, जो क्रिस्टियन को लगातार घूरे जा रही थीं। जी हां, घूर रही थीं। मॉम! बस करो। मॉम तो उसे ऐसे देख रही थीं मानो वह कोई विलुप्त प्राणी है, जो पहली बार लोगों के सामने आया हो। मेरा मतलब है, मुझे पता है कि आज तक मेरा कोई ब्यायफ्रेंड नहीं था और अब क्रिस्टियन उनके सामने है। अब भी इस बात पर यकीन करना मुश्किल है कि मेरे जैसी लड़की ऐसे मर्द को लुभा सकती है। ये इंसान। हां, सही कह रही हूं। ज़रा उसे देख तो सही। सयानी लड़की ने ताना कसा। मैंने मॉम को तेवर दिखाए पर वे तो मेरी ओर देख ही नहीं रहीं।
“मैं आप दोनों के बीच बाधा नहीं बनना चाहता इसलिए ये ड्रिंक लेकर चलूंगा। कुछ ज़रूरी काम निबटाने हैं। “उसने साफ शब्दों में कहा।
“क्रिस्टियन! तुमसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। एना तुम्हारे बारे में बड़े दिल से बातें करती है। “
वह मुस्कुराया- “सच्ची? “उसने मुझे एक भौं उठाकर देखा और मैं घबरा गई।
वेटर हमारा ऑर्डर ले आया।
“हैंड्रिक्स सर। “उसने एक विजयी मुस्कान के साथ कहा।
“धन्यवाद। “क्रिस्टियन बोला।
मैं अकबका कर अपने गिलास में से घूंट भरने लगी।
“तुम जार्जिया में कब तक हो? “मॉम ने पूछा।
“मिसेज एडम्स! मैं शुक्रवार तक यहीं हूं। “
“क्या कल शाम हमारे साथ डिनर लोगे और प्लीज़ मुझे कार्ला कहो। “
“कार्ला, मुझे खुशी होगी। “
“बहुत अच्छे! तुम दोनों बातें करो। मैं ज़रा फ्रेश होकर आती हूं। “
मॉम……आप भी न हद हो। मैंने उन्हें हैरानी से देखा।
“तो तुम मुझसे नाराज़ थीं कि मैंने अपने एक पुराने दोस्त के साथ डिनर लिया। “
क्रिस्टियन ने पूछा और मेरा हाथ होठों के पास ले जाकर चूम लिया।
ओह! वह अब यह सब करना चाहता है।
“हां। “
“एनेस्टेसिया! मेरे और उसके बीच कोई शारीरिक संबंध नहीं हैं। वे बहुत पहले खत्म हो चुके हैं। मैं तुम्हारे सिवा किसी को नहीं चाहता। क्या तुम्हें अभी तक पता नहीं चला? “
“क्रिस्टियन! मुझे लगता है कि वह औरत बच्चों का यौन शोषण करने वाली औरत है। “मैंने पलकें झपकाईं।
“नहीं एना! तुम्हारा ऐसा सोचना गलत है। ऐसा बिल्कुल नहीं था। “
“ओह! तो वह क्या था? “कॉस्मो ने मुझे निडर बना दिया है।
उसने मुझे देखकर त्योरी चढ़ाई।
“उसने पंद्रह साल के मासूम लड़के का फायदा उठाया। अगर तुम पंद्रह साल की लड़की होते और वहां मि. रॉबिन्सन होते और वे तुम्हें बीडीएसएम रिलेशन में धकेलना चाहते तो क्या वह ठीक होता? अगर वहां ईया होती तो? “
“नहीं एना! ये सब वैसा नहीं था। “
मैंने उसे घूरा।
“अच्छा! मुझे ऐसा नहीं लगता। उसने जो भी किया, मेरे भले के लिए किया। वही किया जो मुझे चाहिए था। “
“मैं समझी नहीं। “अब हैरान होने की बारी मेरी थी। “
एनेस्टेसिया! तुम्हारी मॉम किसी भी समय आती होंगी। मैं यहां इस बारे में बात करके बड़ी बेचैनी महसूस कर रहा हूं। शायद हम बाद में बात कर सकते हैं। अगर तुम मुझे यहां नहीं चाहतीं तो हिल्टन हेड पर मेरा प्लेन खड़ा है। मैं वापिस जा सकता हूं। “
वह मुझसे गुस्सा है….नहीं।
“नहीं-मत जाओ प्लीज़! मैं तो तुम्हें यहां देखकर रोमांचित हूं। मैं तो यह समझाना चाह रही हूं कि मुझे इस बात पर गुस्सा आया कि मेरे वहां से जाते ही तुम उसके साथ डिनर करने चल दिए। ज़रा सोचो अगर मैं जोस के साथ जाती। जोस तो केवल मेरा दोस्त है। मैंने उसके साथ कभी कोई संबंध नहीं रखे और जबकि वह तो………। “मेरे बाकी शब्द मुंह में ही रह गए।
“तुम्हें जलन हो रही है? “उसने मुझे हैरानी से देखा और आंखों में हल्का-सा प्यार दिखा।
“हां! उसने तुम्हारे साथ जो किया, उस बात के लिए गुस्सा भी है। “
“एनेस्टेसिया! उसने मेरी मदद की। मैं उसके बारे में अभी यही कह सकता हूं। जहां तक जलन की बात है। खुद को मेरी जगह रख कर देखो। पिछले सात सालों में मुझे कभी किसी को अपने किसी भी काम की सफाई नहीं देनी पड़ी। किसी एक भी इंसान को नहीं। एनेस्टेसिया! मैं वही करता हूं, जो मेरा दिल चाहता है। मुझे अपनी आज़ादी पसंद है। मैं तुम्हें नाराज़ करने के लिए उनसे मिलने नहीं गया था। मैं काफी समय से उनके साथ डिनर करना चाह रहा था। वह एक दोस्त होने के साथ-साथ व्यवसाय में सहयोगी भी है। “
बिज़नेस पार्टनर? ये तो खबर है।
उसने मुझे घूरते हुए प्रतिक्रिया जाननी चाही।
“हां, हमारे बीच सेक्स का नाता टूटे तो सालों बीत गए हैं। “
“तुमने यह रिश्ता क्यों तोड़ा? “
उसके चेहरे के भाव एकदम बदल गए। “उनके पति को पता चल गया था। “
हाय!!
क्या हम इस बारे में फिर कभी बात कर सकते हैं- “कहीं अकेले में? “वह गुर्राया।
“मुझे नहीं लगता कि तुम कभी मुझे यकीन दिला सकोगे कि वह कोई बच्चों का यौन शोषण करने वाली महिला नहीं है। “
“मैं ऐसा नहीं सोचता। मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा। बस अब बहुत हो गया। “
“क्या तुम उसे प्यार करते हो? “
“तुम दोनों का क्या चल रहा है? “मॉम अचानक लौट आई।
मैंने चेहरे पर नकली मुस्कान चिपकाते हुए उन्हें बैठने को कहा।
“बढ़िया मॉम। “
क्रिस्टियन अपना ड्रिंक लेते हुए मुझे चौंकन्ना होकर देख रहा है। वह क्या सोच रहा है? क्या वह उसे प्यार करता है? अगर ऐसा है तो शायद मैं उसे खो दूंगी।
अच्छा लेडीज़! अब मैं जाना चाहूंगा। “
नहीं……नहीं…वह इस तरह बात को मझधार में छोड़कर नहीं जा सकता।
“प्लीज़! ये ड्रिंक कमरा नंबर 612 में मेज पर रखवा दो। “
“अच्छा एनेस्टेसिया! कल फोन करूंगा। फिर मिलते हैं कार्ला! “
“ओह! किसी के मुंह से तुम्हारा पूरा नाम सुन कर अच्छा लगा। “
“एक सुंदर लड़की का सुंदर सा नाम। “क्रिस्टियन ने कहा और उनसे हाथ मिलाया।
ओह मॉम! बस करो। मैं वहीं खड़ी-खड़ी बुत बन गई और उसने मेरे गाल चूम लिए।
“बाद में बेबी! “वह मेरे कान में बोला और चला गया।
भाड़ में जा सनकी, गुस्सैल, नकचढ़े……… मेरा गुस्सा जोरों पर था। मैंने कुर्सी में बैठकर मॉम की ओर मुंह घुमाया।
“ओह! एना, मुझे नहीं पता कि तुम्हारे बीच क्या चल रहा है पर तुम्हें उससे बात करनी चाहिए। वह बंदा यहां तक आ गया। यकीन नहीं आता। “उन्होंने खुद को हवा करने का दिखावा किया।
“मॉम!! “
“जा, उससे बात कर “
“नहीं। मैं आपसे मिलने आई हूं। “
“एना! तुम यहां इसलिए आईं क्योंकि तुम उस लड़के बारे में कुछ उलझन में थीं। “
“ये तो साफ है कि तुम दोनों एक-दूसरे के लिए दीवाने हुए पड़े हो। तुम्हें उससे बात करनी चाहिए। वह तीन हजार मील की दूरी तय करके तुमसे मिलने आया है और तुम जानती हो कि ये उड़ानें कितनी भयंकर होती हैं। “
मैं खिसिया गई। मैंने उन्हें प्राइवेट जेट के बारे में बताया।
“क्या?” उन्होंने हैरानी से पूछा।
“उसके पास अपना विमान है। मैं शर्मिंदा होकर बुदबुदाई। और मॅाम ये रास्ता 2500 मील है। “
मैं शर्मिंदा क्यों महसूस कर रही हूं।
“वाऊ! तुम दोनों के बीच कुछ तो चल ही रहा है। तुम जब से यहां आई हो, मैं पता लगाने की कोशिश में थी पर तुम्हारी मुश्किल चाहे जो भी हो, उससे बात करके ही हल होगी। चाहे तुम जो मर्जी सोचती रहो पर जब तक बात नहीं करोगी, कोई बात नहीं बनेगी। “
मैंने मॉम को देख त्योरी चढ़ाई।
“एना हनी! हमेशा से ही तुम्हारी उधेड़बुन करने की ज्यादा आदत रही है। अपने मन की बात सुनो। वह जो भी कहे, वही करो। “
मैंने अपनी अंगुलियां देखीं।
“मुझे लगता है कि मैं उसे चाहने लगी हूं। “मैं हौले से बोली।
“मुझे पता है और वह भी तुम्हें चाहता है। “
“नहीं! “
“हां एना! हद हो गई। तू और क्या चाहती है? वह अपने माथे पर रंगीन निऑन बअटाी से यह बात लिख ले। “
मैंने उन्हें देखा और आंखों में आंसू उमड़ पड़े।
“एना डार्लिंग रोना बंद करो। “
“मुझे नहीं लगता कि वह मुझे चाहता है। “
“मुझे परवाह नहीं कि कोई कितना अमीर है पर ऐसा कोई नहीं करता कि अपना काम-धंधा छोड़कर अपने प्राइवेट प्लेन में पूरा महाद्वीप पार करके दोपहर की चाय पीने आएगा। उसके पास जा! ये एक सुंदर और रोमानी जगह है। “
मैं उनकी नज़रों से सहम गई। मैं जाना चाहती भी हूं और नहीं भी जाना चाहती।
“डार्लिंग! मेरी वापसी की चिंता मत करो। मैं चाहती हूं कि तुम खुश रहो और इस समय तुम्हारी प्रसन्नता की चाबी कमरा नंबर 612 में है। अगर बाद में घर आना चाहो तो आगे वाले बरामदे में यूका पोधे के नीचे चाबी रखी होगी। अगर रुकना चाहो तो रुक सकती हो, तुम अब बड़ी हो गई हो। अपना ध्यान रखना। “
“ओह मॉम! “
“चलो पहले अपने कॉस्मो खत्म करें। “
“शाबाश! मेरी बच्ची! “
मैंने हौले से कमरा नंबर 612 पर दस्तक दी और इंतज़ार करने लगी। क्रिस्टियन ने दरवाजा खोला। वह फोन पर था। उसने मुझे देखकर हैरानी से पलकें झपकाईं फिर दरवाजा खोल कर मुझे अंदर आने दिया।
“हां, सारे काम हो गए?…………और कीमत?…… क्रिस्टियन ने होठों से सीटी सी बजाई..ओह वह तो महंगा सौदा हो गया……और लूकास? “
मैंने कमरे में यहां-वहां ताका। वह एक सुइट में ठहरा है, जैसे हीथमैन में था। सामान बिल्कुल आधुनिक किस्म का है। दीवारों पर रंगों का मेल देखने लायक है। क्रिस्टियन एक गहरे रंग केे लकड़ी के केबिन के पास गया और दरवाजा खोला तो वह मिनी बार निकला। उसने इशारा किया कि मैं खुद कुछ ले लूं और वह फिर दूसरे कमरे में फोन पर बात करने लगा। मैंने यही सोचा कि मैं बात न सुन सकूं इसलिए वह दूसरे कमरे में गया है। मैंने कंधे झटके। जब मैं उसकी स्टडी में आई तो वह बात ही कर रहा था। मैंने पानी चलने की आवाज़ सुनी। वह बाथटब भर रहा था……। मैंने ऑरेंज जूस ले लिया। वह कमरे में लौट आया।
“आंद्रिया से कहो कि मुझे आंकड़े भेजे… बार्नी ने कहा कि वह संभाल लेगा… नहीं शुक्रवार… यहां मैं एक ज़मीन के टुकड़े में दिलचस्पी ले रहा हूं… हां, बिल से कहना कि फोन करे… नहीं, कल…मैं देखना चाहता हूं कि जार्जिया में हमारे लिए कुछ है भी या नहीं। “उसकी आंखें मुझ पर से हट नहीं पा रही थीं। उसने मुझे इशारे से बर्फ के टुकड़ों की छोटी बाल्टी दिखाई।
“अगर मुनाफा अच्छा है तो…………हमें आगे बढ़ना चाहिए। वैसे यहां की गर्मी के बारे में कुछ नहीं कह सकता। डैट्रायट के अपने फायदे हैं और वह जगह ठंडी भी है……। उसका चेहरा पल भर के लिए स्याह हो गया। क्यों? बिल से कहो कि कल बात करे। सुबह-सुबह न करे। “उसने फोन रखकर मुझे देखा और हमारे बीच चुप्पी पसरी हुई है।
ओह…… अब मेरी बोलने की बारी है।
“तुमने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया। “मैंने हौले से कहा।
“नहीं, नहीं दिया। “उसकी भूरी आंखों में एक सावधानी बरतने का भाव दिखने लगा था।
“नहीं। तुमने सवाल का जवाब नहीं दिया या तुम उससे प्यार नहीं करते। “
वह बाजुएं मोड़ कर दीवार के सहारे टिक गया और होठों पर छोटी-सी मुस्कान खेल गई।
“एनेस्टेसिया! तुम यहां क्या कर रही हो? “
मैंने तुम्हें अभी बताया। “
उसने एक गहरी सांस ली।
“नहीं। मैं उसे प्यार नहीं करता। “उसने मुझे थोड़े से कौतुक और हैरानी से देखा।
मैं यकीन नहीं कर सकती कि मैंने अपनी सांस रोकी हुई है। ओह! अगर वह सचमुच उससे प्यार करता तो मेरा क्या होता।
“एनेस्टेसिया तुम तो हरी आंखों वाली देवी हो। किसने सोचा था? “
“मि. ग्रे! क्या आप मेरा मज़ाक उड़ा रहे हैं? “
“मैं ऐसी हिम्मत नहीं कर सकता। “उसने गर्दन हिलाई पर आंखों में दुष्टता से भरी चमक भी है।
“ओह! मैंने सोचा कि तुम अकसर ऐसा करते हो। “
“अपना होंठ मत काटो। तुम मेरे कमरे में हो। मैंने तुम्हें तीन दिन से नहीं देखा और
मैं तुम्हें देखने के लिए ही उड़कर इतनी दूर से आया हूं। “अचानक ही उसका सुर मादक और धीमा हो गया था।
उसका ब्लैकबेरी बजा और उसने देखे बिना ही फोन ऑफ कर दिया। मेरी सांस अटक गई। मैं जानती हूं कि वह क्या चाहता है… पर मैं तो बात करने आई थी। उसने मुझे अपनी शिकारी नज़रों से घूरा।
“एनेस्टेसिया! मैं तुम्हें चाहता हूं और तुम मुझे चाहती हो। तभी तो तुम यहां हो। “
“मैं सचमुच जानना चाहती थी। “
“अच्छा अब तुम यहां हो तो आ रही हो या जा रही हो। “
“आ रही हूं।” मैंने धीरे से कहा।
“ओह! मुझे भी यही उम्मीद थी। तुम मुझसे कितना गुस्सा थीं! “मुझे याद नहीं कि मेरे परिवार में कभी कोई मुझसे नाराज़ हुआ होगा। मुझे अच्छा लगा। “
उसने मेरे गालों पर अपनी अंगुलियां फेरीं। ओह! उसका साथ और दैवीय गंध! हमें तो बात करनी थी पर खून देह में उछालें मार रहा है। क्रिस्टियन ने अपना नाक मेरे कंधे से छुआ और फिर मेरे बालों में अंगुलियां फिराने लगा।
“हमें बात करनी चाहिए। “
“बाद में “
“मैं बहुत कुछ कहना चाहती हूं। “
“मैं भी। “
उसने मेरे कानों के नीचे एक चुंबन दिया और उसकी अंगुलियां मेरे बालों में कस गईं। मेरे बाल खींचते हुए वह मेरी गर्दन को अपने होठों के पास ले आया। उसने मेरे चिबुक और गर्दन को चूमा।
“मैं तुम्हें चाहता हूं। “उसने सांस ली।
मैं उसकी बांहों में समा गई।
उसने मुझसे पूछा कि क्या मुझे महीना शुरू हो गया था और क्या मैंने गोली ली थी। पीरियड्स के बारे में ऐसी बात सुन कर मैं शरमा गई। फिर उसने पूछा कि क्या मुझे कहीं दर्द हो रहा था। जब मैंने इंकार किया तो उसने नहाने की पेशकश रखी।
वह मुझे हाथ पकड़कर बाथरूम के साथ वाले कमरे में ले गया। वहां बड़ा सा पलंग रखा था पर हम वहां नहीं रुके। बाथरूम दो कमरों के बराबर था और वहां की आलीशान फिटिंग्स देखने वाली थीं। सब कुछ ही काफी बड़ा था। वहीं बाथटब बना था। जिसमें जाने के लिए चार सीढ़िया बनी थीं। उसमें एक साथ चार लोग नहा सकते थे।उसके आसपास पत्थर का ही बेंच बना है। कोने में मोमबत्तियां टिमटिमा रही हैं। वाऊ! जब वह फोन पर था, तब उसने यह सब भी कर लिया। बाथटब में झाग वाला पानी भर रहा है।
“क्या तुम्हारे पास बाल बांधने के लिए कुछ है? “
मैंने जींस की जेब में देखा तो प्लास्टिक का बैंड निकल आया।
“अपने बाल ऊंचे बांध लो। “मैंने वही किया।
बाथ के बाहर गर्मी और चिपचिपापन है और मेरा टॉप भीगने लगा है। वह झुका और नल बंद कर दिया। वह मुझे बाथरूम के आगे वाले हिस्से में ले गया। हम कांच के दो सिंक के पास आदमकद शीशों के सामने खड़े थे।
“अपने सैंडिल उतारो। “मैंने सैंडिल उतार दिए।
फिर उसने एक-एक कर मेरे सारे वस्त्र भी उतार दिए। मैंने खुद को हाथों से ढकना चाहा पर ऐसा नहीं कर सकी। उसने बड़े ही लगाव से मेरे शरीर पर हाथ फिराया और बोला- “एनेस्टेसिया! तुम कितनी सुंदर हो। तुम्हारी त्वचा कितनी प्यारी है। “इन शब्दों के साथ ही उसके हाथ धीरे-धीरे पूरे शरीर को सहला रहे थे।
“देखो! ज़रा खुद को महसूस करो। देखो, तुम्हारी त्वचा कितनी मुलायम है। “उसने मेरे हाथों को मेरे पेट और उसके आसपास के हिस्सों पर घुमाते हुए कहा। फिर वह मेरे हाथों को वक्षस्थल तक ले आया और उनसे खेलने लगा।
मैंने हल्की सी आह भरी और अपने ही शरीर के इन उतार चढ़ावों को महसूस किया। वक्षों का उभार उसके हाथों के स्पर्श से जाग उठा और मैं आदमकद शीशे के सामने खड़ी अपनी ही सुंदरता का पान कर रही हूं……अपने ही हाथों में अपनी सुंदरता को महसूस कर रही हूं…उसके स्पर्श और स्वर से उत्तेजित हो रही हूं।
“हां बेबी! बिल्कुल ऐसे ही। “वह बोला।
वह मेरे हाथों को पेट और कमर पर घुमाते हुए शरीर के निचले हिस्से तक ले गया। उसने अपनी टांगों को फैला कर मेरी टांगें चौड़ी फैला दीं और अब मेरे अपने ही हाथ मेरी देह के उतार-चढ़ावों पर एक लय में घूम रहे हैं। यह सब कितना कामुक है। ऐसा लगता है कि मैं एक कठपुतली की तरह उसके इशारों पर नाच रही हूं।
“एनेस्टेसिया! देखो, तुम्हारे चेहरे पर कितना निखार आ गया है। तुम कैसे दमक रही हो। “उसने मेरे कंधे पर हल्के चुंबनों के साथ दांतों से थोड़ा-थोड़ा काटना शुरू कर दिया। मैं कराही। अचानक उसने ऐसा करना बंद कर दिया।
“एनेस्टेसिया! तुम खुद करो। “नहीं, मैं चाहती हूं कि वह साथ दे। उसके बिना इस खेल में मज़ा नहीं आ रहा। उसने झट से अपने कपड़े उतार दिए।
“तुम चाहती हो कि मैं यह सब करूं? “
“ओह हां……प्लीज़! “
उसने एक बांह से मुझे घूरा और फिर से मेरी शरीर की गहराईयों में उतर गया। उसकी छाती के बाल मुझसे रगड़ खा रहे हैं। मैं उसकी उत्तेजना को महसूस कर सकती हूं। उसने मेरी गर्दन पर दांत से हल्का सा काटा और मैंने आंखें मूंद लीं। मैं अपने शरीर के पिछले हिस्से पर उसके दांतों और होठों की जुंबिश महसूस कर सकती हूं। वह अचानक ही रुका और मुझे घुमा दिया। मेरी कलाईयां कमर के पीछे लपेट दीं और दूसरे हाथ से मेरे बालों को खींचा। फिर वह दीवानों की तरह मुझे चूमने लगा।
उसकी उखड़ी सांसें, मेरी सांसों के साथ ताल दे रही हैं।
“एनेस्टेसिया! तुम्हारे पीरियड्स कब शुरू हुए? “उसने अचानक पूछा
“क……कल। “मैंने उत्तेजना के बीच हांफते हुए कहा
“बढ़िया। “उसने मुझे छोड़ दिया और पीछे घुमाया।
“सिंक को पकड़ लो। “उसने हुक्म दिया और मुझे नीचे झुका दिया।
उसने पीयिड्स के दौरान इस्तेमाल किया जाने वाला टैंपून निकाल कर फेंक दिया। ओह! ये इंसान भी किस हद तक चला जाता है!!!
और फिर उसने बड़ी ही कोमलता से हौले-हौले मेरे साथ सहवास शुरू किया। कुछ ही देर में मैं आसमान की उड़ानों पर थी।
ऐसा लगा कि आसपास सब घूम रहा है। उसने मुझे कस कर थाम लिया और मेरे मुंह से उसका नाम कुछ ऐसे निकला मानो कोई जप कर रहा हो।
“ओह एना! क्या कभी मेरा मन तुमसे भरेगा? “उसने उखड़ी सांसों पर काबू पाया।
हम धीरे-धीरे फर्श पर आ गए और मैं उसकी बांहों में कैद हूं। क्या हमेशा ऐसा ही रहेगा? इन सब चीज़ों से ने किस तरह मेरी पूरी जिंदगी को अपने कब्जे में लिया है। मैं बात करना चाहती हूं पर इतनी बुरी तरह से पस्त हूं कि आवाज़ भी नहीं निकल रही। मैं भी तो यही सोच रही हूं कि क्या कभी मेरा मन उससे भरेगा?
मैं उसकी गोद में हूं और सिर उसकी छाती पर टिका है। हम दोनों शांत हैं और मैं चुपके-चुपके उसकी छाती से आती मादक गंध को सूंघ रही हूं। मुझे उसके छाती के बालों को नाक से नहीं सहलाना है। मैंने इस मंत्र को हालांकि मन ही मन दोहराया पर ऐसा करने के लिए मरी जा रही हूं। मैं अपनी अंगुलियों से उसकी छाती के बालों में गोल-गोल छल्ले बनाना चाहती हूं…पर ये भी पता है कि उसे ये पसंद नहीं आएगा। हम दोनों अपने-अपने ख्यालों में खोए हैं। मैं उसमें खोई हूं……उसके लिए खो गई हूं।
मुझे याद आया कि मेरे तो पीरियड्स चल रहे हैं।
मैंने उसे इस बारे में याद दिलाया पर उसने कहा कि उसे कोई फ़र्क नहीं पड़ता। शायद मुझे भी फर्क नहीं पड़ता।
“चलो नहाने चलें। “उसने कहा
उसने मुझे खड़ा किया तो अचानक मेरी नज़र उसकी छाती पर उभरे सफेद दागों पर गई। वे चिकनपॉक्स के तो नहीं हो सकते। मैंने मन ही मन सोचा। ग्रेस ने तो कहा था कि उस पर इसका असर नहीं हुआ था। ओह! ये निशान तो किसी चीज़ से जलने के ही हो सकते हैं। पर किस चीज़ से? मैं अचानक ही बुरी तरह से सहम गई। क्या उसे सिगरेट से दागा गया था? मिसेज रॉबिन्सन? उसकी मॉम, कौन? उसके साथ ऐसा किसने किया? हो सकता है कि इसका कोई जायज कारण रहा हो या फिर मैं ही कोई गलत अंदाज़ा लगा रही हूं। दिल तो यही चाहता है कि मेरा अंदाज़ा गलत निकले।
“क्या हुआ? “क्रिस्टियन के चेहरे पर चौकन्ना भाव आ गया।
“ये निशान? मैं हौले से बोली। ये तो चिकनपॉक्स के नहीं लगते। “
ये उपन्यास ‘फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे’ किताब से ली गई है, इसकी और उपन्यास पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं – fifty shades of grey(फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे)
मैंने देखा कि एक पल में ही उसके हाव-भाव बदल गए। शांत और सहज क्रिस्टियन की जगह एक गुस्से से भरा चेहरा आ गया था। उसने त्योरी चढ़ाई, चेहरा काला पड़ गया और चेहरे पर एक कड़ी रेखा सी खिंच गई।
“नहीं, ऐसा कुछ नहीं है। “वह झपटा पर आगे कुछ नहीं कहा।
“मुझे ऐसे मत देखो। “इस बार लहज़ा काफी ठंडा था।
मैं हल्का सा घबरा गई और अपनी अंगुलियों को घूरने लगी। जान गई हूं कि किसी ने उसकी छाती को सिगरेट से ही दागा होगा।
“क्या उसने ऐसा किया? “मैं न चाहते हुए भी बोल ही पड़ी।
उसने कुछ नहीं कहा तो मुझे उसकी ओर देखना पड़ा।
“वह? मिसेज रॉबिन्सन? एनेस्टेसिया! वह कोई जानवर नहीं है। बेशक उसने ऐसा कुछ नहीं किया। मुझे तो यह समझ नहीं आता कि तुम हमेशा उसे नीचा दिखाने पर क्यों तुली रहती हो? “
वह वहां निर्वस्त्र खड़ा है और हम ऐसे माहौल के बीच इस तरह की बातें कर रहे हैं। हम दोनों के बीच कपड़ों का कोई परदा नहीं है। मैंने गहरी सांस ली और जाकर बाथटब में कदम रख दिया। ये तो सचमुच बड़ा गर्म और आरामदेह है। मैंने उन बुलबुलों के बीच छिपते हुए उसे घूरा।
“मैं सोच रही थी कि अगर तुम्हारी मुलाकात उससे न हुई होती तो तुम क्या होते? अगर उसने तुम्हें…तुम्हारी इस जीवनशैली से परिचय न करवाया होता? “
उसने आह भरी और बाथ टब में साथ आ बैठा। उसके जबड़े तनाव से कसे हैं और आंखें धुंधली दिख रही हैं। इस दौरान उसने मेरे शरीर को बिल्कुल नहीं छुआ। ओह! लगता है कि मैंने उसे गुस्सा दिला दिया है।
उसने मुझे बेचैनी से ताका। चेहरे से कोई भाव नहीं पढ़े जा रहे। हमारे बीच अचानक ही खामोशी छा गई पर मैंने अपनी बात जारी रखी। ग्रे! इस बार तुम्हें बोलना होगा। अब तुम्हारी बारी है। भीतर बैठी लड़की भी बेचैनी से नाखून कतर रही है और मैं क्रिस्टियन को एकटक ताक रही हूं। नहीं, इस बार मैं नहीं झुकने वाली। बड़ी देर बाद कहीं जाकर उसने अपनी गर्दन हिलाई।
“अगर मिसेज रॉबिन्सन न होतीं तो शायद मैं भी जन्म देने वाली मां के कदमों पर ही चल पड़ता। “
ओह! मैंने पलकें झपकाईं। कोई नशेबाज या वेश्या? या शायद दोनों?
“उसने मुझे उस रूप में प्यार दिया……जो मुझे कबूल था। “उसने कंधे झटकते हुए कहा।
इन बातों का मतलब क्या है?
“कबूल था? “मैं हौले से बोली।
“हां। उसने मुझे उस रास्ते पर जाने से बचा लिया जो मैंने खुद को तबाह करने के लिए चुन लिया था। अगर तुम पूरी तरह से संपूर्ण नहीं हो तो किसी संपूर्ण परिवार में रहना आसान नहीं होता। “
अरे नहीं। उसके शब्द सुन कर मेरा हलक सूख गया। मैं उसकी नज़रों की ताब नहीं ला पा रही थी और शायद अब वह कुछ और बताने भी नहीं वाला। मैं अंदर ही अंदर कुंठा से मरी जा रही हूं। मिसेज रॉबिन्सन उससे प्यार करता तो मेरा क्या होता।
“क्या वह अब भी तुम्हें चाहती है? “
“मुझे नहीं लगता और उस नज़रिए से नहीं। “उसने त्योरी चढ़ाई मानो उसे बात पसंद न आई हो। मैंने कहा था न कि ये सब बहुत पहले की बातें थीं। अगर चाहता भी तो इन्हें बदल नहीं सकता था और न ही मैंने बदला। उसने मुझे मेरे से ही बचाया। उसने गीले बालों में हाथ फिराया। मैंने आज तक डॉ. फ्लिन के सिवा कभी किसी से इनकी चर्चा तक नहीं की और तुम्हें इसलिए बताना चाहता हूं क्योंकि मैं चाहता हूं कि तुम मुझ पर भरोसा करो। “
“मैं तुम पर भरोसा करती हूं पर तुम्हें और बेहतर जानना चाहती हूं। जब भी तुमसे बात करना चाहती हूं। तुम मेरा ध्यान दूसरी ओर भटका देते हो। मैं कितना कुछ जानना चाहती हूं। “
“ओह! एनेस्टेसिया, तुम और क्या जानना चाहती हो? मुझे और क्या करना होगा? “मैं जानती हूं कि वह अपने गुस्से को काबू करने की कोशिश में है।
मैंने अपने हाथों से बुलबुल हटाने शुरू कर दिए।
“मैं तो तुम्हें समझने की कोशिश कर रही हूं। तुम किसी पहेली से कम नहीं हो। मैं आज तक तुम्हारे जैसे इंसान से नहीं मिली। मुझे खुशी है कि तुम मुझे यह सब बता रहे हो। “
शायद आज शराब मुझे निडर बना रही है पर मैं अचानक हमारे बीच आई इस दूरी को सह नहीं पा रही। मैं उसके पास खिसक गई ताकि हम एक-दूसरे को छू सकें। वह तनावग्रस्त दिख रहा है। ओह! मेरे भीतर बैठी लड़की मुंह फाड़े यह सब देख रही है।
“प्लीज़ मुझसे नाराज़ मत होना। “मैं हौले से बोली।
“एनेस्टेसिया! मैं तुमसे गुस्सा नहीं हूं। मैं इस तरह की बातचीत का आदी नहीं हूं। आज तक मैंने अपने डॉक्टर से ही ये बातें की हैं। “
“और मिसेज रॉबिन्सन के साथ? तुम उनसे बात करते हो? “
“हां, मैं करता हूं। “
“किस बारे में? “
वह मेरी तरफ घूमा और बोला
“एनेस्टेसिया! तुम कितनी अड़ियल हो। मुझे उसके साथ किसी भी बारे में बात करने में झिझक नहीं होती। हम आपस में खुले हुए हैं “
“मेरे बारे में भी? “
“हां। “ग्रे ने मुझे सावधानी से देखा।
मैंने अपना होंठ काटते हुए गुस्से को रोकना चाहा।
“तुम मेरे बारे में बात क्यों करते हो? “न चाहने पर भी सुर में तीखापन आ गया। मैं जानती हूं कि मुझे चुप हो जाना चाहिए। मैं बात को बहुत आगे ले जा रही हूं। अंदर बैठी लड़की चिल्लाना चाहती है।
“एनेस्टेसिया! मैं आज तक तुम्हारे जैसी लड़की से नहीं मिला। “
“क्या मतलब? उन लड़कियों ने कुछ भी पूछे बिना तुम्हारे कागज़ों पर साइन कर दिए थे? “
उसने गर्दन हिलाई। “मुझे कुछ सलाहें लेनी होती हैं। “
“उसके लिए मिसेज रॉबिन्सन ही मिलती है? “इस बार तो गुस्सा भड़क ही गया।
“एनेस्टेसिया! बहुत हो गया। “
मैं बहुत पतली बर्फ पर चलते हुए खतरे की ओर जा रही हूं। “एनेस्टेसिया! तुम नियम भंग कर रही हो। मिसेज रॉबिन्सन के लिए मेरे मन में कोई यौन या रोमानी आकर्षण नहीं बचा। वह एक प्यारी दोस्त और बिजनेस पार्टनर है। बस बात खत्म! हमारा एक अतीत था, जिसे हमने एक साथ बांटा और जो मेरे लिए फायदेमंद रहा, हालांकि इसने उसकी शादी उजाड़ दी पर हमारे रिश्ते का वह रूप अब नहीं रहा। “
ओह!!! मैं समझ नहीं सकी। वह शादीशुदा भी थी। वे इतने लंबे समय तक यह सब कैसे जारी रख सके?
“और तुम्हारे मां-बाप को कभी पता नहीं चला? “
“नहीं। मैं पहले बता चुका हूं। “
और मैं जानती हूं कि अब इसके बाद कोई जवाब नहीं मिलने वाला।
“अब हो गया तुम्हारा? “
“हां। बस अभी के लिए तो जान ही लिया। “
उसने गहरी सांस ली और ऐसे देखा मानो कंधों से भारी बोझ उतर गया हो।
“ठीक है-मेरी बारी! “वह हौले से बोला।
“तुमने मेरी ई-मेल का जवाब नहीं दिया? “
मैं घबरा गई। जब भी ऐसी कोई बात होती है तो उसे गुस्सा आ जाता है। मैंने अपनी गर्दन हिलाई। शायद उसे पसंद नहीं कि कोई उसे चुनौती दे। यह सोच ही मेरे दिल को दुखाने और डरा देने के लिए काफी है।
“मैं जवाब देने ही वाली थी कि तुम आ गए। “
“तो क्या मुझे नहीं आना चाहिए था? “उसने सांस ली।
“नहीं! मुझे तो खुशी ही हुई है। “
“गुड। मुझे भी खुशी है कि मैं यहां हूं, भले ही तुम्हारी खोजबीन की आदत पसंद नहीं करता पर यह तो जानना चाहूंगा कि क्या तुम्हें मेरा आना पसंद आया? “
“मैंने कहा न कि मुझे खुशी हुई। यहां आने के लिए मेहरबानी! “
मुझे भी खुशी हुई। “उसने मुझे हौले से चूम लिया।
मैंने भी तत्काल जवाब दिया। पानी अब भी गरम है और चारों ओर हल्की भाप दिख रही है। वह मुझे घूरने लगा।
“नहीं। मुझे लगता है कि इससे पहले हम कुछ करें, मुझे कुछ सवालों के जवाब जान लेने चाहिए। “
और? फिर से वही शब्द? वह कौन से जवाब चाहता है? मेरा तो कोई छिपा हुआ अतीत नहीं है, कोई भयानक बचपन नहीं रहा। वह मेरे बारे में ऐसा क्या जानना चाहेगा जो वह पहले से नहीं जानता।
मैंने आह भरी। “तुम क्या जानना चाहते हो? “
“तुम हमारे बीच होने वाले प्रबंध की इस शुरूआत के बारे में क्या महसूस करती हो? “
मैंने पलकें झपकाईं। ये तो करो या मरो वाली घड़ी आ गई। अंदर बैठी सयानी लड़की और दूसरी लड़की एक-दूसरे को ताक रही हैं। ओह! चलो सच ही बोल दें।
“मुझे नहीं लगता कि मैं लंबे समय तक यह कर सकूंगी। मैं पूरा वीकएंड एक ऐसा इंसान बन कर नहीं रह सकती, जो मैं सही मायनों में नहीं हूं। “मैं घबरा कर अपनी अंगुलियों को देखने लगी।
उसने मेरी चिबुक थाम कर मुंह ऊपर उठाया और विस्मित होकर देखने लगा।
“नहीं, मुझे भी लगता है कि तुम नहीं कर सकतीं। “
अचानक ही लगा कि वह मुझे चुनौती दे रहा है।
“क्या तुम मेरा मज़ाक उड़ा रहे हो? “
“हां, पर अच्छे तरीके से…। “उसने छोटी-सी मुस्कान के साथ कहा।
वह आगे झुका और हल्का सा चुंबन जड़ दिया।
“तुम कोई बहुत अच्छी गुलाम नहीं बन सकतीं। “उसकी आंखों में कौतुक झलक रहा है।
मैं पहले तो उसे कच्चा खा जाने वाली निगाहों से घूरती रही और फिर मेरी हंसी छूट गई। वह भी मेरी हंसी में शामिल हो गया।
“हो सकता है कि मुझे सिखाने वाला सही न हो। “
“हो सकता है। शायद मुझे तुम्हारे साथ थोड़ी सख्ती बरतनी चाहिए। “उसने अपनी गर्दन एक और झुकाते हुए मुस्कान दी।
मैंने थूक गटका। नहीं! पर साथ ही दिल बेईमान भी हो रहा है। वह अकसर इसी तरीके से दिखाना चाहता है कि उसे मेरी कितनी परवाह है। शायद वह इसी तरह से अपना लगाव दिखा सकता है।
“जब मैंने तुम्हारे नितंबों पर पहली बार मारा था तो तुम्हें बुरा लगा था? “
मैं पलकें झपकाते हुए उसे देख रही हूं। क्या वह बुरा था? मैंने याद किया कि मैं किस तरह अपनी ही प्रतिक्रिया से उलझन में आ गई थी। बेशक दर्द हुआ था पर उतना भी नहीं! उसने बार-बार कहा कि वह सब मेरे मन का वहम था और दूसरी बार…वह अच्छा था..काफी हॉट!!!
“नहीं, ऐसा तो नहीं था। “मैं हौले से बोली।
“वैसे कुल मिलाकर कैसा लगा? “
“कह सकती हूं कि मुझे मज़ा ही आया। “
“मुझे भी यही लगा था पर ये बात तुम्हें ज़रा देर में समझ आई। “
“ओह! तब वह बच्चा था जब उसके साथ ऐसा हुआ होगा।
“एनेस्टेसिया! तुम हमेशा सुरक्षा कोड का इस्तेमाल कर सकती हो। उसे मत भूलो। जब तक तुम नियमों के हिसाब से चलती रहोगी। मेरे मन में तुम्हें बस में और सुरक्षित रखने की बात ही नहीं आएगी, इस तरह हमारा साथ दूर तक निभ सकता है। “
“तुम्हें मुझे बस में रखने की क्या जरूरत है? “
“क्योंकि इससे मेरी मांग की पूर्ति होती है, जो शुरूआती सालों में पूरी नहीं हुई। “
“तो यह एक तरह की थेरपी है? “
“मैं इसे ऐसा नहीं मानता पर शायद ये ऐसा ही है। “
“मैं इसे समझ सकती हूं। इससे मदद मिलेगी। “
“पर एक पल में तो तुम कहते हो कि मुझे नीचा मत दिखाओ और दूसरे ही पल में कहते हो कि तुम्हें कोई चुनौती दे तो तुम्हें अच्छा लगता है। मुझे तो यही बात समझ नहीं आती। “
उसने मुझे एक पल तक देखने के बाद त्योरी चढ़ा ली।
“मैं यह देख सकता हूं पर तुम अब तक सब बढ़िया ही करती आ रही हो। “
“पर किस कीमत पर? मैं यहां गांठों में उलझी हुई हूं। “
“एनेस्टेसिया! मैं तुम्हें इसी रूप में देखना पसंद करता हूं। “
“मेरा ये मतलब नहीं था। “मैं कुंठित हो उठी।
उसने मुझे देखते हुए भौं उठाई।
“क्या तुमने मुझ पर पानी उछाला? “
हां। ओह! वह कातिल नज़र
“ओह! मिस स्टील। “उसने अचानक ही मुझे अपनी गोद में खींच लिया। सारा पानी फर्श पर छलक गया। “
मुझे लगता है कि हमने आज कुछ ज्यादा ही बातें कर ली हैं। “
उसने मेरे सिर को दोनों हाथों से जकड़ते हुए आवेग से भरा गहरा चुंबन दिया। फिर मेरे सिर को अपने काबू में ले लिया…उसे यही पसंद है। वह इसी काम का माहिर है। मैं अंदर ही अंदर सुलग रही हूं और मेरी अंगुलियां उसके बालों में हैं। मैं भी उसे चूम कर अपने प्यार का इज़हार कर रही हूं और मुझे अपनी भावनाएं व्यक्त करने का कोई और तरीका नहीं आता।
अगले कुछ ही पलों में उसने मेरे दोनों हाथ थाम कर पीछे कर दिए और फिर से यौन संबंध बनाने के लिए तैयार हो गया।
मैंने कहा-
“प्लीज़! मेरे हाथ छोड़ दो। “
“वादा करो कि तुम मुझे छुओगी नहीं! “
मैंने उसे वादा किया तो उसने हाथ छोड़ दिए और मैं उसके होंठ चूमते हुए बालों में अंगुलियां फिराने लगी। ऐसा करने की इजाज़त है। उसे यह पसंद है। मुझे भी यह पसंद है। वह कितना हॉट दिख रहा है… हम दोनों ही गीले होने के कारण फिसल रहे हैं और वह धीरे-धीरे मुझे चाह और वासना की गहरी गलियों से होते हुए मंजिल की ओर ले जाता जा रहा है। मैं उस सुख की सीमा तक पहुंच रही हूं… मैं इस अजीब-सी मीठी ऐंठन को पहचानने लगी हूं… यह एक भंवर की तरह मेरी देह में चक्कर काटते हुए मुझे दीवाना बना रही है.. ऐसा लगता है कि यह भंवर अपनी राह में आने वाली हर चीज़ को तबाह कर देगी।
“मुझे इस इंसान से प्यार है। मुझे इसके जुनून से प्यार है। मुझे खुशी है कि यह मेरे लिए इतनी लंबी उड़ान भर कर आया। मुझे अच्छा लगता है कि उसे मेरी परवाह है। यह सब उम्मीद से कहीं परे और कितना संतुष्टिदायक है। वह मेरा है और मैं उसकी हूं।
“बिल्कुल ठीक बेबी! “
…और मैं चरम सुख की सीमाओं तक जा पहुंची। क्रिस्टियन अचानक ही मेरी कमर को अपनी बांहों के घेरे में कसते हुए चिल्लाया-एना बेबी। उसका वह स्वर मेरी आत्मा की गहराईयों तक उतरता चला गया।
हम बड़े से पलंग पर चादर ओढ़े लेटे हैं और एक-दूसरे को छुए बिना ही लगातार घूरे जा रहे हैं।
“क्या तुम सोना चाहती हो?” क्रिस्टियन ने लगाव से पूछा
“नहीं, मैं थकी नहीं। मैं खुद को ऊर्जा से भरपूर पा रही हूं। तुमसे बात करना अच्छा लग रहा है। मैं इसमें बाधा नहीं चाहती। “
“तुम क्या करना चाहती हो? “
“मैं तुमसे बात करना चाहती हूं। “
वह मुस्कुराया- “किस बारे में? “
“वही “
“क्या? “
“तुम “
“मेरे बारे में? “
“तुम्हारी मनपसंद फिल्म कौन सी है? “
वह हंसा- “आज है, ‘द पिआनो “
मुझे भी हंसी आ गई।
“बेशक! मुझे पता है कि तुम ऐसी उदास धुनें भी बजा सकते हो। मि. ग्रे, मैं जानती हूं। “
“और मिस स्टील! तुम उनमें से सबसे ग्रेट हो। “
“तो मैं नंबर सत्रह हूं? “
“नंबर सत्रह…? “
“वही जिन औरतों के साथ तुमने सेक्स किया है? “
उसके होंठ तिरछे हो आए।
“नहीं, ऐसा नहीं कह सकते। “
“तुमने पंद्रह कहा था। “
मैं अपने प्लेरूम में आई औरतों के बारे में बता रहा था। मैंने सोचा कि तुम्हारा भी यही मतलब था। तुमने ये तो नहीं पूछा था कि मैंने कितनी औरतों साथ शारीरिक संबंध रखे हैं? “
ओह! और ज्यादा भी हैं क्या? कितनी। मैंने उससे पूछा। वनीला? “
“नहीं, मेरी वनीला क्वीन तो तुम्हीं हो। “उसने मुस्कुराते हुए गर्दन हिलाई।
उसे इसमें क्या मज़ाकिया लग रहा है और मैं क्यों बेवकूफों की तरह हंसे जा रही हूं?
“मैं तुम्हें नंबर नहीं बता सकता क्योंकि मैंने गिनती नहीं रखी। “
“हम क्या बात कर रहे हैं-दसियों, सैंकड़ों, हजारों……। “मेरी आंखें विस्मय से फैलती गईं।
“दसियों! “भगवान के लिए बता दूं कि यह गिनती दसियों में ही थी।
“सारी सेक्स गुलाम? “
“हां “
“मुझ पर हंसना बंद करो “
“क्या करूं। तुम हो ही इतनी मज़ाकिया। “
“मज़ाकिया अजीब या मज़ाकिया हा-हा… “
“दोनों ही थोड़ी-थोड़ी। “
“अच्छा जी! बड़ा मक्खन लग रहा है। “
उसने झुक मेरी नाक को चूमा और बोला, “एनेस्टेसिया! सुन कर सदमा खा जाओगी। सुनो, जब मैं प्रशिक्षण ले रहा था तब वे सब भी प्रशिक्षण में थीं। सिएटल में आसपास ऐसी जगह हैं, जहां जाकर इसका अभ्यास किया जा सकता है। वहां यह सब करना सीखा जा सकता है, जो मैं करता हूं। “वह बोला
“क्या? “
“ओह! मैंने पलकें झपकाईं
“हां। एनेस्टेसिया! मैंने सेक्स कला की जानकारी के लिए भुगतान किया है। “
“इसमें गर्व की कौन सी बात है और तुमने ठीक कहा था। मुझे सुन कर झटका लगा और मैं तुम्हें ऐसा कोई सदमा नहीं दे सकती।
“तुमने भी तो मेरे अंतर्वस्त्र पहने थे? “
“क्या इससे तुम्हें झटका लगा? “
“हां “
मेरे दिल ने मानो पोल वाल्ट पर पंद्रह फुट की बार से छलांग लगाकर किलकारी भरी।
“तुम मेरे मां-बाप के यहां कैसे गई थीं? “
“ओह! उस बात से भी तुम्हें झटका लगा? “
“ओह! बार तो बार सोलह फुट का हो गया। “
“ऐसा लगता है कि मैं केवल उन्हीं मामलों में तुम्हें चौंका सकती हूं। “
“तुमने कहा था कि तुम कुंआरी हो और मेरे लिए इससे बड़ा झटका तो कोई हो ही नहीं सकता “
“हां! तुम्हारा चेहरा देखने लायक था। बस तस्वीर खींचनी बाकी थी। “
“तुमने मुझे चाबुक इस्तेमाल करने की इजाज़त दी। “
“क्या इससे तुम्हें झटका लगा? “
“हां “
“अच्छा! हो सकता है कि मैं तुम्हें दोबारा ऐसा करने की इजाज़त दूं। “
“ओह! मिस स्टील! क्या मैं इस सप्ताह के अंत में उम्मीद कर सकता हूं? “
“ओ.के.! “मैंने शरमाते हुए हामी दी।
“ओ.के.? “
“हां। मैं फिर से लाल पीड़ादायी कमरे में जाऊंगी। “
“तुमने मेरा नाम लिया। “
“इससे तुम्हें झटका लगा? “
“दरअसल मुझे ये झटका पसंद आया। “
“क्रिस्टियन “
“वह मैं कल कुछ करना चाहता हूं। “उसकी आंखें खुशी से चमकने लगीं।
“क्या? “
“तुम्हारे लिए एक सरप्राइज़ है। “
मुझे अचानक ही जंभाई आ गई।
“मिस स्टील! क्या मैं आपको बोर कर रहा हूं? “उसके सुर में व्यंग्य की झलक थी।
“कभी नहीं! “
वह आगे झुका और मेरे होठों को हौले से चूम लिया।
और मैं उन पलों में आंखें मूंद कर लेट गई। उसने जो भी कहा, चाहे नहीं कहा पर मैं इतनी खुश पहले कभी नहीं थी।
