Overview: कंडोम के प्रकार और उनका सही इस्तेमाल
कंडोम वास्तव में एक नहीं, कई तरह के होते हैं। तो चलिए विस्तार से जानते हैं इनके बारे में।
Types Of Condoms: जब सेफ सेक्स की बात हो तो कंडोम का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा माना जाता है। अक्सर महिलाएं बर्थ कण्ट्रोल पिल्स का इस्तेमाल करने से बचती हैं, क्योंकि कहीं ना कहीं उसका कुछ असर सेहत पर भी पड़ता है। ऐसे में कंडोम की मदद से ना केवल अनचाही प्रेग्नेंसी से बचा जा सकता है, बल्कि यह यौन संचारित बीमारियों से भी सुरक्षा देता है। आजकल कपल्स अपने पलों को बिना किसी टेंशन के पूरी तरह एन्जॉ करने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।
हालांकि, इसमें सबसे मजेदार बात ये है कि कंडोम अब सिर्फ़ एक सिंपल रबर कवर नहीं रह गया है। बल्कि आज के समय में मार्केट में कंडोम की बहुत सी वैरायटीज मिलने लगी हैं, जैसे रिब्ड, डॉटेड, अल्ट्रा-थिन, फ्लेवर्ड, वार्मिंग, लेटेक्स-फ्री वगैरह। हर किसी का एक्सपीरियंस थोड़ा अलग होता है। जहां कोई ज्यादा सेंसेशन देता है, तो कोई ज्यादा कंफर्ट। हो सकता है कि आप मार्केट में इतनी वैरायटी देखने के बाद कन्फ्यूज हों कि कौन-सा कंडोम चुनें। असल में, सही कंडोम चुनना कुछ-कुछ सही स्किनकेयर प्रोडक्ट चुनने जैसा ही है, जो आपके शरीर और आपकी पसंद पर निर्भर करता है। तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम अलग-अलग कंडोम के बारे में जानेंगे, ताकि आप अंत में यह समझ पाएं कि आपके लिए कौन सा ऑप्शन सबसे बेस्ट रहने वाला है-
लेटेक्स कंडोम (Latex Condoms)

लेटेक्स कंडोम लोग दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। ये नेचुरल रबर से बने होते हैं और काफी लंबे समय से इनका इस्तेमाल किया जाता रहा है। ये ना केवल मजबूत होते हैं, बल्कि स्ट्रेचेबल और सही तरह से इस्तेमाल करने पर गर्भधारण और सेक्स से फैलने वाली बीमारियों से बेहतरीन सुरक्षा देते हैं। अगर आप लेटेक्स से एलर्जी नहीं रखते और सस्ते, आसानी से मिलने वाले ऑप्शन चाहते हैं, तो ऐसे में लेटेक्स कंडोम को चुन सकते हैं।
लेटेक्स कंडोम के फायदे
प्रेगनेंसी और इंफेक्शन से बेहतरीन सुरक्षा
हर जगह आसानी से मिल जाता है
आराम से फिट होता है
लेटेक्स कंडोम के नुकसान
लेटेक्स एलर्जी वाले लोगों के लिए सही नहीं माने जो। इससे उन्हें खुजली, जलन या रैशेज़ हो सकते हैं।
ऑयल बेस्ड ल्यूब्रिकेंट जैसे वैसलीन या नारियल तेल से खराब हो सकता है। इसलिए, हमेशा वॉटर-बेस्ड या सिलिकॉन-बेस्ड ल्यूब्रिकेंट का ही इस्तेमाल करें।
नॉन-लेटेक्स कंडोम (Non-Latex Condoms)
नॉन-लेटेक्स कंडोम सेंसिटिव स्किन वालों के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं। दरअसल, ये कंडोम पॉलीयूरेथेन या पॉलीआइसोप्रीन जैसे मैटीरियल से बने होते हैं, यानी इनमें लेटेक्स नहीं होता। चूंकि ये पतले और मुलायम होते हैं और स्किन को इरिटेट नहीं करते, इसलिए इनका इस्तेमाल करना काफी अच्छा माना जाता है। अगर आपको लेटेक्स से एलर्जी है या आपकी स्किन सेंसिटिव है, तो आप नॉन-लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल करें।
नॉन-लेटेक्स कंडोम के फायदे
लेटेक्स एलर्जी वालों के लिए बढ़िया विकल्प
यह ज्यादा नैचुरल फील देता है, बॉडी हीट आसानी से ट्रांसफर होती है।
ऑयल और वॉटर दोनों बेस वाले ल्यूब्रिकेंट के साथ इन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है।
नॉन-लेटेक्स कंडोम के नुकसान
नॉन-लेटेक्स कंडोम आमतौर पर थोड़े महंगे होते हैं।
पॉलीयूरेथेन वाले कंडोम ज्यादा स्ट्रेचेबल नहीं होते, इसलिए इन्हें सावधानी से इस्तेमाल करें।
ल्यूब्रिकेटेड कंडोम (Lubricated Condom)

अगर आप सेक्स के दौरान एक आराम और स्मूदनेस चाहते हैं तो ऐसे में ल्यूब्रिकेटेड कंडोम का इस्तेमाल करें। इन कंडोम पर पहले से ही फिसलन वाला ल्यूब्रिकेंट लगा होता है, जिससे ड्राइनेस और घर्षण कम होता है। ल्यूब्रिकेट की वजह से कंडोम फटने का रिस्क भी कम रहता है। अगर सेक्स के दौरान अक्सर ड्राइनेस या इरिटेशन की समस्या होती है, तो ऐसे में ल्यूब्रिकेटेड कंडोम का इस्तेमाल करें।
ल्यूब्रिकेटेड कंडोम के फायदे
ल्यूब्रिकेटेड कंडोम ज्यादा स्मूद और कंफर्टेबल होते हैं।
इनके फटने की संभावना कम होती है।
ज्यादातर ब्रांड्स में से आसानी से मिल जाते हैं।
ल्यूब्रिकेटेड कंडोम के नुकसान
कुछ ल्यूब्रिकेंट में ऐसे फ्लेवर या केमिकल होते हैं जो सेंसिटिव स्किन को इरिटेट कर सकते हैं। इसलिए, इन्हें हमेशा ध्यान से ही खरीदें।
अल्ट्रा-थिन कंडोम (Ultra Thin Condom)
बहुत से लोग सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना तो चाहते हैं, लेकिन उसे इस्तेमाल करके उन्हें मजा नहीं आता है। दरअसल, कंडोम आपको वे नेचुरल फील नहीं देते हैं। ऐसे में नेचुरल फील के लिए अल्ट्रा-थिन कंडोम का इस्तेमाल किया जा सकता है। चूंकि ये आम कंडोम से पतले होते हैं, इसलिए आपको “बिना कंडोम” जैसा नेचुरल अहसास ही मिलता है। अगर आपप्रोटेक्शन तो चाहते हैं, पर फील में कोई कमी नहीं चाहते, तो ये आपके लिए बेहतर ऑप्शन है।
अल्ट्रा-थिन कंडोम के फायदे
इससे आपको ज्यादा नेचुरल फील मिलती है
सुरक्षा भी बनी रहती है
अल्ट्रा-थिन कंडोम के नुकसान
इनके फटने का रिस्क थोड़ा ज्यादा होता है।
ये आमतौर पर महंगे होते हैं
रिब्ड या डॉटेड कंडोम (Ribbed/Dotted Condom)
इन कंडोम की सतह पर छोटे-छोटे उभरे डॉट्स या लाइनें होती हैं जो सेक्स के दौरान सेंसेशन बढ़ाती हैं। इसलिए, जो लोग सेक्स को ज्यादा रोमांचक और प्लेज़रफुल बनाना चाहते हैं, उनके लिए रिब्ड या डॉटेड कंडोम अच्छे है। अगर आप कुछ नया या एक्साइटिंग ट्राय करना चाहते हैं, तो भी इसे एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
रिब्ड या डॉटेड कंडोम के फायदे
ये मजा और उत्तेजना बढ़ाते हैं
कई पैटर्न और टेक्सचर में अवेलेबल हैं
रिब्ड या डॉटेड कंडोम के नुकसान
हर किसी को इसका टेक्सचर पसंद नहीं आता
बहुत सेंसिटिव स्किन वालों को हल्की जलन हो सकती है
फ्लेवर्ड कंडोम (Flavored Condom)

अगर आप अपने पार्टनर के साथ ओरल सेक्स करना पसंद करते हैं तो ऐसे में फ्लेवर्ड कंडोम को चुनें। इनमें स्ट्रॉबेरी, चॉकलेट, मिंट या बनाना जैसे फ्लेवर होते हैं, ताकि ओरल सेक्स ज़्यादा मज़ेदार और सेफ बने। यह ना केवल ओरल सेक्स को ज्यादा मजेदार बनाते हैं, बल्कि एसटीआई से बचने में भी मददगार है।
फ्लेवर्ड कंडोम के फायदे
इनका स्वाद और खुशबू अच्छा होता है।
यह सेफ ओरल प्रैक्टिस को बढ़ावा देता है
फ्लेवर्ड कंडोम के नुकसान
वजाइनल सेक्स के लिए सही नहीं होते हैं। फ्लेवर केमिकल से जलन या इंफेक्शन हो सकता है।
कुछ फ्लेवर में शुगर होती है, जिससे यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है।
