ख़ुशी के माहौल के बीच होने वाली दुल्हन भी होती है एंजाइटी का शिकार: Anxiety Problems in Bride
Anxiety Problems in Bride

होने वाली दुल्हन के लिए बनाएं घर परिवार में सकारात्मक वातावरण

शादी और उसके आसपास के दिन दुल्हन के लिए काफी तनावपूर्ण और घबराहट से भरे हो सकते हैं।

Anxiety Problems in Bride: शादी जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और खास अवसर होता है, लेकिन इस खुशी के पल से पहले दुल्हन को कई तरह की मानसिक और भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। शादी और उसके आसपास के दिन दुल्हन के लिए काफी तनावपूर्ण और घबराहट से भरे हो सकते हैं। चिंता या मानसिक दबाव,

जिसे अक्सर “ब्राइड्स एंग्जाइटी” कहा जाता है, जो दुल्हन के मन में शादी के बारे में उठने वाले सवालों, बदलाव और नए जिम्मेदारियों के कारण होती है।

शादी के बाद का जीवन एक नई शुरुआत होता है। परिवार और जीवनसाथी के साथ नए रिश्ते, जिम्मेदारियों को निभाने और उम्मीदों को पूरा करने का दबाव बहुत अधिक हो सकता है। दुल्हन को यह डर होता है कि क्या वह अपने नए जीवन में सफल हो पाएगी। इस बदलाव का असर उसके मानसिक स्थिति पर पड़ता है।

इस चिंता को दूर करने के लिए दुल्हन को खुद से यह सवाल करना चाहिए, “क्या मैं तैयार हूं?” जवाब सकारात्मक होने पर आत्मविश्वास बढ़ेगा। इसके अलावा, अपने साथी से खुलकर बात करें और महसूस करें कि आप अकेले नहीं हैं।

शादी से पहले हर दुल्हन चाहती है कि वह सबसे सुंदर दिखे। समाज और परिवार का दबाव भी बढ़ जाता है कि वह परफेक्ट दिखे, जिससे मानसिक तनाव बढ़ता है। इसके साथ ही शादी के कपड़े, मेकअप, हेयर स्टाइल जैसी चीजें भी चिंता का कारण बन सकती हैं।

 दुल्हन को यह समझना चाहिए कि असली सुंदरता आत्मविश्वास में है। अगर आप अपनी त्वचा और शरीर के बारे में बहुत चिंतित हैं, तो एक स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं—सही आहार, और पर्याप्त नींद लें। साथ ही, शादी के दिन के लिए खुद को स्वीकार करें, आप वैसे ही खूबसूरत हैं, जैसा आप हैं।

शादी के खर्चे, तैयारी, रिश्तेदारों की उम्मीदें—इन सभी से दुल्हन को तनाव हो सकता है। शादी में बहुत सारे फैसले लेने होते हैं, जैसे रिसेप्शन, गहने, और अन्य खर्चे, जो चिंता का कारण बन सकते हैं।

 इस दबाव को कम करने के लिए दुल्हन को अपने परिवार से मदद लेनी चाहिए। खर्चों को साझा करना और अपने साथी से मिलकर बजट बनाना मददगार हो सकता है।

समाज और परिवार की अपेक्षाए दुल्हन पर मानसिक दबाव डाल सकती हैं। उसे लगता है कि उसे सब कुछ सही तरीके से करना है, चाहे वह शादी की तैयारियां हों या फिर बाद का जीवन। इस दबाव को सहन करना मुश्किल हो सकता है।

शादी से पहले की घबराहट और चिंता को कम करने के लिए मानसिक शांति की जरूरत होती है। तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान का सहारा लिया जा सकता है।

एक स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं, जिसमें प्रॉपर एक्सरसाइज और रिलैक्सेशन टाइम शामिल हो। जैसे-जैसे शादी की तारीख नजदीक आती है, अपने मन को शांत रखने के लिए ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें।

किसी भी समस्या का सामना करने के लिए सबसे जरूरी है सकारात्मक दृष्टिकोण। शादी को एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखें और इसे एक उत्सव मानें, न कि एक जिम्मेदारी।

हर दिन खुद से कहें, “मैं खुश हूं, मैं तैयार हूं, और मैं इस नए जीवन का स्वागत करती हूं।” खुद को प्रेरित करें और शादी को एक खुशी के मौके के रूप में मनाएं।

उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाली तरूणा ने 2020 में यूट्यूब चैनल के ज़रिए अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद इंडिया टीवी के लिए आर्टिकल्स लिखे और नीलेश मिश्रा की वेबसाइट पर कहानियाँ प्रकाशित हुईं। वर्तमान में देश की अग्रणी महिला पत्रिका...