Summary: इन 10 टॉक्सिक आदतों वाले रिश्तेदारों से तुरंत दूरी बनाएं
अगर परिवार का कोई सदस्य लगातार नकारात्मक सोच, झूठ, अपमान और स्वार्थी रवैया दिखाए, तो यह रिश्ता आपके आत्मसम्मान और मानसिक शांति के लिए हानिकारक है। ऐसे में ज़रूरी है कि सही समय पर ऐसे टॉक्सिक रिश्तों से दूरी बना ली जाए।
Toxic Family Members: रिश्ते हमारे जीवन का आधार होते हैं। इस कारण ही हमें अपने परिवार से जुड़ाव , सुरक्षा, प्यार और मानसिक शांति मिलती है। लेकिन ये जरुरी नहीं हर रिश्ता हमेशा स्वस्थ और सकारात्मक हो। ऐसा अक्सर देखा जाता है की परिवार के कुछ सदस्य अपनी गलत आदतों, ख़राब सोच और नकारात्मक व्यवहार से रिश्तों को खोखला कर देते हैं। ऐसी स्तिथि में रिश्ते निभाना आत्मसम्मान और मानसिक सेहत दोनों के लिए ही काफी नुकसानदायक साबित होता है। इसलिए यह पहचानना जरूरी है कि कौन-सा रिश्ता हमारे लिए अच्छा है और कौन हमें अंदर से खोखला कर रहा है।
जरुरी है सही समय पर ऐसे रिश्तों से दूरी बना ली जाए ताकि जीवन खुशहाल रहे।
भावनात्मक रूप से परेशान करना
कुछ लोग हर समय हमें गिल्ट महसूस करवाते रहते हैं। इस तरह का भावनात्मक ब्लैकमेल हमारी आज़ादी और मानसिक शांति छीन लेता है। ऐसे रिश्तों से तुरंत दूरी बना लें।
मैं की भावना

अगर परिवार का कोई भी कोई सदस्य आपकी राय को कभी महत्व नहीं देता और हर समय खुद को ही सही साबित करने में लगा रहता है, या बस उसके मन में मैं की भावना है तो ऐसा व्यवहार रिश्ते को कमजोर कर देता है। जरुरत है दोनों पक्ष एक-दूसरे को सुनें और समझें।
साथ न देना
रिश्तों की असली पहचान मुश्किल और दुःख के वक़्त में होती है। अगर परिवार का सदस्य सिर्फ खुशियों में आपके साथ हो और परेशानी में किनारा कर ले , तो यह रिश्ता सिर्फ नाम का है। ऐसे लोगों से दूरी बना लेना ही बेहतर है।
हिंसा करना
किसी भी तरह की हिंसा चाहे वो उसके व्यवहार में दिखाई दें , या फिर वो आपके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करे जैसे चिल्लाना, ताना मारना या हाथ उठाना। ऐसे रिश्ते में रहना आपके आत्मसम्मान और सेहत दोनों के लिए खतरनाक है।
नकारात्मक बातें करना

अगर कोई सदस्य हर समय सिर्फ बुराइयों, शिकायतों और नकारात्मक सोच में डूबा रहता है, तो यह आपके मन पर भी गहरा असर डालता है। लगातार नकारात्मकता आपके आत्मविश्वास और खुशियों को खत्म कर सकती है।
सम्मान न करना
किसी भी रिश्ते की नींव सम्मान और भरोसे पर टिकी होती है। अगर परिवार का सदस्य आपकी बातों, फैसलों या भावनाओं का मज़ाक उड़ाता है या आपको बार-बार नीचा दिखाने की कोशिश करता है , तो यह रिश्ता खराब हो चुका है।
झूठ बोलना
सच्चाई और भरोसा रिश्ते को मजबूत रखते हैं। लेकिन अगर सामने वाला लगातार झूठ बोले, बातें छुपाए या धोखा दे, तो उस रिश्ते में टिके रहना सिर्फ दर्द और परेशानियां बढ़ाएगा।
तुलना करना
अगर कोई हर वक़्त आपकी तुलना दूसरों से करता है और आपको नीचा दिखाने का हर संभव प्रयास करता है , तो ऐसे व्यक्ति से तुरंत रिश्ता ख़त्म कर दें।
स्वार्थी
जो सदस्य सिर्फ अपने फायदे के बारे में सोचता हो और आपकी भावनाओं को कभी महत्व न दे, उससे जुड़े रहना आपके लिए गंभीर रूप से नुकसानदायक ही साबित होगा।
जलन की भावना
अगर कोई आपकी तरक्की देखकर खुश होने की बजाय जलन और ईर्ष्या महसूस करता है, तो यह साफ़ इशारा है कि ऐसा रिश्ता बिलकुल भी स्वस्थ नहीं है।
