क्या आपकी सेक्सुअल लाइफ में बासीपन आ गया है, मतलब अरूचि घर कर गई है। अगर हां, तो इसके प्रति सचेत हो जाइए, क्योंकि आपकी अरूचि का सबसे बड़ा कारण है नकारात्मक सोच, जिसके कारण आज कई लोगों की सेक्सुअल लाइफ खत्म हो गई है।

इस बारे में डाॅ. अशोक रामपाल कहते हैं ‘नकारात्मक सोच से जीवन का हर पल बुझा-बुझा लगता है। उसी तरह से नकारात्मक सोच से सेक्सुअल लाइफ प्रभावित होती है, इसलिए बहुत जरूरी है कि सकारात्मक सोच को बनाए रखें क्योंकि इससे दिमाग तनाव रहित रहता है। और सेक्स प्रक्रिया का लुत्फ उठाया जा सकता है।’

जिस तरह से पति-पत्नी परिवार रूपी गाड़ी के दोपहिए होते हैं, तब तक उनका आकार और उनकी गति समान रहती है और परिवार की गाड़ी सुखद रूप से चलती रहती है। लेकिन यदि आकार और गति में जरा-सा असंतुलन पैदा हो जाता है तो परिवार की गाड़ी लड़खड़ाने लगती है। उसी तरह से अधिकांश कार्यों की सफलता और असफलता मानव मन की भावनाओं पर निर्भर होती है, इसलिए सेक्स की सुखद अनुभूति के लिए सकारात्मक होना बहुत मायने रखता है, क्योंकि जब व्यक्ति नकारात्मक सोच रखता है तो सेक्सुअल लाइफ में सुख का अनुभव नहीं कर पाता।

 

ऐसे होती है सहवास की इच्छा तीव्र

डाॅक्टर धर कहते हैं, ‘शारीरिक, मानसिक तथा आत्मिक रूप से जब तक स्त्री और पुरूष सामंजस्य पैदा नहीं होता, विचारों में एकता स्थापित नहीं होती, उन्हें संभोग में आनंद की प्राप्ति नहीं हो सकती, इसलिए सेक्स के दौरान सकारात्मक सोच का होना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि जब मन सकारात्मक सोच से गुजर रहा होता है, एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरीन हार्मोंस स्त्रावित होने लगते हैं। जो सहवास की इच्छा को तीव्र कर देता है। इसी तरह से जब पुरूष के शरीर से भी टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस उत्पन्न होने लगता है जो सहवास प्रक्रिया को सुखद बनाते हैं।

 

स्त्री की इच्छा का पड़ता है प्रभाव

इस बारे में मनोचिकित्सक प्रांजलि कहती है, ‘स्त्री के साथ सेक्स के प्रति नकारात्मकता ज्यादा देखने को मिलती है, क्योंकि उसको लगता है कि पुरूष को बस इसी चीज से मतलब है, जिसके कारण वो अपनी इच्छा को दबा लेती है, जिसके कारण वो अपनी इच्छा को दबा लेती है और पति की इच्छा के आगे झुक जाती है। पर वह यह भूल जाती है। कि उसका यही समर्पण उसके जीवन को अंधकार में डाल सकता है, इसलिए जिस तरह से पुरूष का सकारात्मक होना जितना ज़्यादा मायने रखता है, उसी तरह से स्त्री का भी क्योंकि दोनों की सहमति बहुत मायने रखती है। जीवन में जिस तरह से सकारात्मक सोच हर कदम पर मायने रखती है, उसी तरह से हैल्दी सेक्स लाइफ के लिए सकारात्मक सोच का होना बहुत जरूरी होता है।  

 

ऐसे बनाए रखें सकारात्मक सोच

दांपत्य जीवन में सेक्स की भूमिका जितनी अहम होती है, उसी तरह से सकारात्मक सोच का होना बहुत जरूरी होता है, वो कैसे? आइए जानें-

 

  • अंतरंग पलों को हमेशा हंसी-मजाक केरूप में लें न कि गंभीरतावश, क्योंकि आपकी गंभीरता अंतरंगों को खुशनुमा नहीं बना सकती है।
  • सेक्सुअल मैरिड लाइफ में मूड कोध्यान में रखें, अगर पार्टनर का मूड उखड़ा है तो उनके मूड को अपने स्पर्श से नार्मल करें।, ताकि पाॅजिटिव थिंकिंग बनी रहे।
  • सेक्स के दौरान पार्टनर को क्या पसंद है और क्या नहीं, इसका विशेष ध्यान रखें।सेक्स को लेकर मन में कोई शंका होतो उस डर व शंका को तुंरत दूर करें।
  • सेक्स जीवन का सुखद आनंद लेने के लिए जरूरी है फिट रहना, क्योंकि शोधों से यह बात साबित हो चुकी है कि जो लोग फिट और हेल्दी होते हैं। उनकी सेक्सुअल लाइफ अच्छी होती है। इसलिए इस हीन भावना को पनपने न दें।
  • सेक्स में ज्यादा गैप न रखें, क्योंकि हैल्दी सेक्स लाइफ से रिश्तों में मिठास होती है। 
  • इस बात को दिमाग में न बसने दें कि आपकी छेड़छाड़ से आपके पार्टनर को परेशानी होगी, बल्कि इसका पूरा लुत्फ उठाएं और हल्की-फुल्की छेड़छाड़ करती रहें।
  • सेक्स के दौरान स्त्री व पुरूष एकाग्रता चाहता है, अतः अंतरंग क्षणों के दौरान बोलने को ज्यादा मजबूर न करें।
  • जिस तरह से स्त्री तारीफ की इच्छुक होती है, उसी तरह से पुरूषों को भी इसकी ललक होती है, इसलिए सेक्स के दौरान तारीफ जरूर करें।
  • एक-दुसरे को भावनात्मक रूप से समझने की कोशिश करें, क्योंकि रिश्ते की शुरूआत इसी आधार पर होती है।
  • सेक्स किसी भी संबंध का अहम पहलू है, लेकिन सेक्स को प्राथमिकता देने के बजाए पहले मानसिक स्तर पर जुड़ना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे अपने साथी को समझना और ज्यादा आसान हो जाता है।

 

सेक्स से संबंधित अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें –

ये भी पढ़े-

ये 7 किसिंग स्टाइल आपके साथी को कर देंगी दीवाना 

सेक्स पावर बढ़ाते हैं ये फूड

टॉप 8 सेक्सटिंग फैक्ट्स

सेक्स करें कैलोरीज घटाएं

 

आप हमें फेसबुक और ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।