fifty shades of grey novel in Hindi
fifty shades of grey novel in Hindi

fifty shades of grey novel in Hindi: क्रिस्टियन ने काली ऑडी एसयूवी का दरवाजा खोला और मैं अंदर बैठ गई। ये तो बड़ी जबरदस्त कार है। उसने अभी तक उस जुनून के बारे में कोई बात नहीं की, जो थोड़ी देर पहले ही घटा था। क्या मुझे करनी चाहिए? क्या हमें बात करनी चाहिए या ऐसा दिखावा करना चाहिए मानो कुछ हुआ ही न हो। ये सब तो असलियत में हुआ नहीं लगता, हो सकता है कि ये मेरे ही दिमाग की उड़ान रही हो। ये कभी नहीं हुआ…. फिर मैंने अपने होठों को छूकर देखा। वे उसके चुंबन के कारण सूजे हुए थे। बेशक ये हुआ है। मैं पूरी तरह से बदल गई हूं। मैं इस इंसान को दिलोजान से चाहती हूं और वह मुझे चाहता है।

मैंने उसे देखा। क्रिस्टियन हमेशा की तरह विनीत भाव से बैठा है मानो कहीं दूर खोया हो।

ये सब कितना उलझन से भरा है!

उसने इंजिन चालू किया और अपनी गाड़ी को पार्किंग एरिया से बाहर निकाला। फिर उसने साउंड सिस्टम चालू कर दिया। कार का इंटीरियर दो औरतों के गाने के मधुर स्वर से गूंज उठा। ओह! कितना मधुर स्वर है। मेरा मन झूम उठा। क्रिस्टियन ने गाड़ी को साउथवेस्ट पार्क एवेन्यू पर डाला और बड़े ही अलसाए तरीके से चलाने लगा।

“हम क्या सुन रहे हैं?”

“ये ऑपेरा लेक्मे के डेलिबस का द अ लावर डुएट है। तुम्हें पसंद आया?”

“ये तो अद्भुत है।”

“है न?” उसने मुझे देखा और अचानक ऐसा लगा मानो वह जवां, बेपरवाह और उन्मुक्त मन हो गया हो। तो समझ आया कि संगीत उसके मन की कुंजी है। मैं उस दिव्य संगीत की लहरियों में खो गई।

गाना बंद होते ही मैंने पूछा- “क्या मैं उसे दोबारा सुन सकती हूं?”

“क्यों नहीं।” उसने फिर से गाना चालू कर दिया। वह धीमा, मद्धिम और प्यारा संगीत कानों में रस घोलने लगा।” तुम्हें क्लासिकल संगीत पसंद है?

“मैंने पूछा और उम्मीद की कि शायद उसकी व्यक्तिगत रुचियों के बारे में कुछ पता चल सके।

“मैं कह सकता हूं कि संगीत के मामले में मेरी रुचि बड़ी ही विविध है। यह सब काफी हद तक मेरे मूड पर निर्भर करता है।” और फिर उसने कई ऐसे नाम गिना दिए जिनमें से तो कई मैंने कभी सुने तक नहीं थे। बेशक संगीत में उसकी जान बसती थी।

“मैं तुम्हें कभी सोलहवीं सदी के ब्रिटिश कंपोजर की धुनें सुनाअंगा। वह बहुत अच्छा संगीत है। इसे हम जादुई भी कह सकते हैं?”

उसने एक और बटन दबाया और इस बार कार में सेक्स ऑन फायर गीत बजने लगा। इतने में फोन की घंटी बजी। उसने कार में लगे स्पीकर्स पर कॉल ली।

“ग्रे!” वह बोला

“मि. ग्रे वेल्क बोल रहा हूं। मुझे वह जानकारी मिल गई है जिसकी आपको आवश्यकता थी।” स्पीकर के दूसरी ओर से एक अलग ही स्वर सुनाई दिया।

“अच्छा! मुझे ई-मेल कर दो। कुछ और?”

“नहीं सर!”

उसने बटन दबाया और कार में संगीत गूंज उठा। न गुडबाय, न धन्यवाद!। मुझे खुशी है कि मैंने इसकी कंपनी में काम करने के प्रस्ताव पर कभी गंभीरता से विचार नहीं किया। साफ दिखता है कि ये अपने कर्मचारियों के लिए कितना ठंडा और उदासीन रवैया रखता होगा। एक और फोन आ गया।

“ग्रे “

“मि. ग्रे! आपको एनडीए मेल कर दिया गया है।” एक औरत की आवाज आई “गुड! हो गया आंद्रिया?”

“जी सर! गुड डे।”

क्रिस्टियन ने स्टीयरिंग व्हील के पास बने बटन को दबा दिया और संगीत शुरू होने के कुछ ही सेकेंड में एक और कॉल आ गई। हे भगवान ! ये कैसा जीवन है इसका? लगातार फोन पर फोन आते रहते हैं।

“ग्रे!”

“हाय क्रिस्टियन, कहां हो?”

“हैलो इलियट! मैं कार में हूं। अकेला नहीं हूं।”

“तुम्हारे साथ कौन है?”

क्रिस्टियन ने अपनी आंखें नचाईं- “एनेस्टेसिया स्टील।”

“हाय एना!”

“हैलो इलियट!”

“तुम्हारे बारे में बहुत सुना है।” उसने भारी स्वर में कहा। क्रिस्टियन ने त्योरी चढ़ाई।” केट की एक भी बात पर यकीन मत करना।”

इलियट हंस दिया।

“मैं एनेस्टेसिया को छोड़ने आ रहा हूं।” क्रिस्टियन ने मेरे पूरे नाम पर जोर दिया। क्या तुम्हें भी ले लूं?’’

“हां, क्यों नहीं।”

“अभी मिलते हैं।” क्रिस्टियन ने संगीत चालू कर दिया।

“तुम बार-बार मेरा पूरा नाम लेने पर जोर क्यों देते हो?”

“क्योंकि यह तुम्हारा नाम है।”

“मुझे तो एना पसंद है।” हम अपने अपार्टमेंट तक आ गए थे। ज्यादा वक्त नहीं लगा।

“एनेस्टेसिया।” मैंने उसे घूरा पर उसने परवाह नहीं की।” आज लिफ्ट में जो हुआ, वह तुम्हारी मर्जी के बिना दोबारा नहीं होगा।”

उसने मेरे घर के बाहर कार रोक दी। मुझे बाद में एहसास हुआ कि उसने तो मुझसे पता तक नहीं पूछा था। इसका मतलब साफ था कि वह जानता था। उसने किताबें भी तो भेजी थीं। क्या बंदा है-सेल फोन ट्रैक करना और अब हेलीकाप्टर की उड़ान?

वह मुझे दोबारा किस क्यों नहीं करेगा? मैंने यह सोचकर मुंह फुलाया। मैं समझी नहीं। सच, इसका नाम तो ग्रे की बजाए मि. झक्की होना चाहिए। वह कार से निकला और बड़ी भद्रता से लंबे डग भरते हुए मेरी ओर का दरवाजा खोलने आया। बेशक वह लिफ्ट में बीते उन पलों के अलावा भद्र पुरुष ही था। मैं मन ही मन उन पलों को याद कर लजा गई और साथ ही यह अफसोस भी हुआ कि मैं उसे छू नहीं सकी थी। मैं उसके बिखरे बालों में अपनी अंगुलियां फेरना चाहती थी पर अपने हाथ तक नहीं हिला सकी। इस वजह से बहुत बुरा लग रहा था।

“लिफ्ट में जो भी हुआ, मुझे अच्छा लगा।” मैं हौले से बोली। पता नहीं कि उसने सुना भी या नहीं। फिर मैं घर की ओर चल दी।

केट और इलियट डाईनिंग टेबल पर हैं और वहां से हजारों की कीमत वाली किताबों का पैकेट गायब है, शुक्र है क्योंकि मेरे पास उनके लिए एक योजना है। आज तो केट के चेहरे पर ऐसी मुस्कान थी, जो केट के लिए आम नहीं थी। बेशक सेक्सी रूप में सुंदर दिख रही केट ने मुझे हैरानी से देखा।

“हाय एना! उसने झपटकर मुझे गले से लगाया और एक हाथ की दूरी पर लाते हुए जांचने लगी।” उसने त्योरी चढ़ाई और क्रिस्टियन की ओर मुड़ी।

“गुडमोर्निंग ! क्रिस्टियन।” उसने थोड़े से रुखे लहजे में कहा

“मिस कैवेना।” उसने भी औपचारिक जवाब दिया।

“क्रिस्टियन! इसका नाम केट है।” इलियट बुदबुदाया।

“ओ के केट!” क्रिस्टियन ने उसे देखकर विनम्रता से गर्दन हिलाई और इलियट को घूरने लगा जो अब आगे आकर मुझे गले लगाने को तैयार था।

“हाय एना!” वह मुस्कुराया और उसकी नीली आंखों में चमक आ गई। मुझे तो वह उसी पल में भा गया। बेशक वह क्रिस्टियन जैसा नहीं दिखता क्योंकि दोनों को ही गोद लिया गया था।

“हाय इलियट!” मैं उसे देखकर मुस्कुराईं और मुझे पता है कि मैं अपना होंठ काट रही हूं।

“इलियट! अब चलें।” क्रिस्टियन ने हौले से कहा

“हां।” वह केट की ओर मुड़ा और उसे बांहों में भर कर लंबा सा चुंबन दिया।

हे भगवान…। मैं वहीं खड़ी अपने पैरों को घूरती रही। मैंने क्रिस्टियन को कनखियों से देखा जो मुझे ही दीवानगी से ताक रहा था। मैंने उसे देखकर आंखें सिकोड़ीं। तुम मुझे ऐसे क्यों नहीं चूम सकते? इलियट केट को चूमता ही रहा और उसे अपनी बांहों में लेते हुए इस तरह नीचे किया कि उसके बाल जमीन को छूने लगे।

“बाद में बेबी!” उसने खीसें निपोरीं।

केट तो बस पिघल ही गई। मैंने उसे आज तक किसी के लिए इस तरह पिघलते नहीं देखा था। बेशक इलियट अपने हुनर में माहिर लगता है। क्रिस्टियन के चेहरे से भाव समझ नहीं आ रहे थे पर कह सकते थे कि वह भी इन पलों का आनंद ले रहा था। उसने मेरे कानों के पास बिखर आई लट को हाथ से पीछे किया तो मैंने अपना मुंह उसके हाथ की ओर कर लिया और फिर उसने मेरे निचले होंठ पर अपने अंगूठे से हल्का सा स्पर्श किया। वह छुअन आई भी और लौट भी गई। नसोें में खून खौलने लगा।

“बाद में बेबी!” वह बुदबुदाया। बेशक यह अंदाज उसका नहीं था। मुझे हल्की सी हंसी आ गई पर मन ही मन ये भी पता था कि कोई तार कहीं जुड़ रहे थे।

“मैं तुम्हें आठ बजे लेेने आऊंगा।” वह जाने के लिए मुड़ा। इलियट भी पीछे चला पर जाते-जाते भी केट पर हवाई चुंबन उछाल दिया और पता नहीं क्यों मैं जलन से अधमरी हो गई।

“तो क्या तुमने…?” केट ने कार के जाते ही अपने सवालों की तोप दाग दी।

“नहीं, मैं आगे चल दी।” फिर अचानक मन में जलन सी पैदा हुई।

“बेशक तुमने तो कुछ किया ही…।”

केट हमेशा पुरुषों को लुभाने में सफल रहती है। वह सुंदर, सेक्सी, मजाकिया और चुस्त जो ठहरी…। मुझमें तो इनमें से कोई भी खूबी नहीं है। हालांकि उसे हंसते देख यही छूत मुझे भी लग गई।

“और आज शाम भी मिलने जा रही हूं।” उसने तालियां बजाते हुए छोटे बच्चों की तरह उछल-कूद शुरू कर दी। वह अपनी खुशी और उत्साह को छिपा नहीं पा रही और मैं अपने केट के लिए खुश हूं। एक खुशमिजाज केट..भई मजा आ गया

“क्रिस्टियन आज शाम मुझे सिएटल ले जा रहा है।”

“सिएटल?”

“हां “

“हो सकता है कि तुम लोग तब…?”

“हां, उम्मीद कर सकते हैं।”

“तुझे वो पसंद है न?”

“हां?”

“इतना पसंद है कि… “

“हां “

उसने अपनी भौंहें नचाईं।

“वाउ! एना स्टील, आखिरकर तुझे कोई मर्द पसंद आ ही गया और वह भी क्रिस्टियन ग्रे-हॉट, सेक्सी और अरबपति।”

“जी हां। भई पैसे की माया है।” मैंने आंख दबाई और हम दोनों ही हंस-हंसकर दोहरी हो गईं।

“क्या ये नया ब्लाउज है?” उसने पूछा और मैंने उसे पिछली रात की सारी कहानी सुना दी।

“क्या उसने अभी तक तुझे चुंबन नहीं दिया?” उसने कॉफी बनाते हुए पूछा।

मैं शरमा गई।

“एक बार “

“एक बार।” उसने चिढ़ाया।

मैंने हामी भरी और पता नहीं क्यों शर्मिंदा भी हो गई। वह काफी रिजर्व किस्म के लोगों में से है।”

अच्छा जी! बड़ा अजीब है।”

नहीं, ये भी नहीं कह सकते।”

हमें कोशिश करनी होगी कि तुझे आज शाम के लिए पूरी तरह से तैयार कर दें।” उसने मन ही मन कुछ तय करते हुए कहा।

अरे नहीं … ऐसा लगता है कि मुझे काफी देर तक कई तकलीफदायक प्रक्रियाओं से गुजरना होगा।”

मुझे एक घंटे में काम पर जाना है।”

मैं इतनी देर में ही सब कर सकती हूं। चल तो सही।” केट मुझे अपने कमरे में खींच ले गई।

क्लेटन में हम काफी व्यस्त रहे। गर्मियों का मौसम आने वाला है इसलिए मुझे दुकान बंद होने के बाद भी सामान सहेजने के लिए रुकना पड़ा। बेशक इस काम में दिमाग नहीं खपाना पड़ता इसलिए मुझे बीती बातों पर सोचने के लिए काफी समय मिल गया। पूरे दिन में ऐसा मौका मिला ही कहां था।

केट ने काफी मेहनत से मुझे निखारा। मेरी टांगों और बगलों के बाल शेव किए, भौंहें संवारीं और पूरी तरह से सुंदर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बेशक मुझे ये तर्जुबा पसंद नहीं पर उसका कहना है कि आजकल पुरुष ये सब पसंद करते हैं। वह और क्या उम्मीद कर सकता है? मुझे केट को यकीन दिलाना पड़ा कि मैं भी यही करना चाहती हूं पर पता नहीं क्यों? किसी वजह से उसे क्रिस्टियन पर भरोसा नहीं है, हो सकता है कि वह अपने औपचारिक और कड़े रवैए के कारण उसे ऐसा लगता हो। उसने कहा कि वह मुझे रोक तो नहीं सकती पर मैंने उसे सिएटल पहुंच कर मैसेज करने का वादा किया ताकि उसे मेरी सलामती का यकीन हो सके। मैंने उसे हैलीकॉप्टर के बारे में नहीं बताया, बेकार और परेशान हो जाती।

मुझे जोस से भी निपटना था। मेेरे फोन पर उसके तीन मैसेज और सात मिस्ड कॉल आ चुके थे। उसने दो बार घर पर भी फोन किया। केट ने उसे नहीं बताया कि मैं कहां थी जबकि उसे पता था कि केट उससे सच छिपा रही है। मैंने जोस को मजा चखाने की सोची। मैं उससे अब भी नाराज हूं।

क्रिस्टियन किसी तरह की कागजी कारवाई की बात कर रहा था, पता नहीं ये मजाक था वह सचमुच किसी तरह के कागजों पर हस्ताक्षर करवाने वाला है। सच कहूं तो मैं ये सब जानने के लिए बेचैन हुई जा रही हूं। आज की रात कुछ खास है! क्या मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं? मेरे भीतर बैठी लड़की ने गुस्से से घूरा और अपने पांव जमीन पर पटके। वह सालों से इसके लिए तैयार है और क्रिस्टियन ग्रे के साथ तो कुछ भी करने को तैयार है… पर मुझे तो अब भी समझ नहीं आ रहा कि उसने मुझमें ऐसा क्या देखा…चुहिया सी एना स्टील। बात कुछ पल्ले नहीं पड़ती।

बेशक वह समय का पाबंद है, मैं क्लेटन से निकली तो वह इंतजार करता मिला। वह ऑडी से बाहर आया और मुस्कुराकर मेरा स्वागत किया।

“गुड ईवनिंग मिस स्टील।” वह बोला

“मि. ग्रे!” मैंने भी भद्रता से गर्दन हिलाई और कार की पिछली सीट पर जा बैठी। टेलर आगे की सीट पर कार संभाल रहा है।

“हैलो टेलर!” मैंने कहा।

“गुड ईवनिंग मिस स्टील!” उसने बड़े ही भद्र और व्यावसायिक सुर में कहा। क्रिस्टियन ने साथ बैठते ही मेरा हाथ अपने हाथों में लिया और हौले से दबाया, वह छुअन मेरे पूरे शरीर में दौड़ गई।

“आज का दिन कैसा रहा?” उसने पूछा

“बहुत लंबा!” मैंने कहा

“हां, मेरे लिए भी काफी लंबा रहा।”

“तुमने क्या किया?” मैंने हिम्मत बटोर कर पूछा

मैं इलियट के साथ हाइकिंग के लिए गया था। उसने अपने अंगूठे से मेरे हाथ को सहलाया और दिल तेजी से धड़कने लगा। ये इंसान मेरे शरीर के अंग को इतना सा छूते ही कैसे सनसनी पैदा कर देता है?

हैलीपैड पर जाने में देर नहीं लगी। मैं हैरान थी कि वह हेलीकॉप्टर था कहां। हम तो शहर के बीच थे, वहां उसे रखने की जगह कहां से आई? टेलर ने गाड़ी पार्क की और हमारे लिए दरवाजा खोला। क्रिस्टियन ने आगे आते ही मेरा हाथ थाम लिया- “तैयार?” मैंने हामी भरी हालांकि कहना तो यही चाहती थी कि हर चीज के लिए तैयार। पर अपनी घबराहट के मारे ऐसा कह नहीं सकी।

“टेलर!” उसने कहा और हम इमारत के अंदर लिफ्ट की ओर चल दिए। मेरी आंखों के आगे सुबह वाले चुंबन का दृश्य घूम गया। मैंने तो क्लेटन में काम के दौरान इसके बारे में सोचने के अलावा और कुछ सोचा ही न था। दो बार तो मि. क्लेटन को मेरा नाम जोर से पुकार कर मुझे जमीन पर लाना पड़ा था। क्रिस्टियन भी हौले से मुस्कुराते हुए मुझे ही देख रहा है, क्या ये भी वही सोच रहा है?

“ये तो सिर्फ तीन मंजिलें हैं।” उसकी आंखों में शरारत नाच उठी। बेशक इसे तो मन की बात पता चल जाती है।

मैंने अपने चेहरे के भावों को तटस्थ रखने की पूरी कोशिश की। दरवाजा बंद हुआ और हम दोनों के बीच वही भाव तैरने लगे। मैंने अपनी आंखें बंद करके उस चीज को अनदेखा करना चाहा। उसने मेरे हाथ पर अपनी पकड़ कस ली और पांच सेकेंड बाद, दरवाजा खुलते ही हम इमारत की छत पर थे। वहां एक सफेद हेलिकाप्टर खड़ा था, जिस पर नीले रंग में लिखा था-ग्रे इंटरप्राइजिज होल्डिंग्स, इंक । साथ ही कंपनी का लोगो भी बना था।ये तो कंपनी की संपदा का नाजायज इस्तेमाल हुआ

वह मुझे ऑफिस में ले गया, जहां डेस्क के पीछे एक बुर्जुग बैठा था।

“मि. ग्रे! ये रहा आपका अ लाइट प्लान। सारे बाहरी चेकिंग हो चुके हैं। ये आपके इंतजार में है। आप जा सकते हैं।” थैंक यू जो।” क्रिस्टियन उसे देखकर गर्मजोशी से मुस्कुराया। ओह! तो किसी को तो क्रिस्टियन की ओर से आभार मिलता है। बेशक यह उसका कर्मचारी नहीं होगा। मैंने उस बूढ़े को हैरानी से देखा।

“चलो चलें।” क्रिस्टियन मुझे हेलीकॉप्टर की ओर ले चला। तब हम पास पहुंचे तो मैंने पाया कि वह तो मेरी उम्मीद से कहीं बड़ा निकला। मैंने तो सोचा था कि वह दो लोगों का वाहन होगा पर इसमें तो कम से कम सात सीटें थीं। क्रिस्टियन ने दरवाजा खोला और मुझे आगे वाली एक सीट पर बैठने का संकेत किया।

“बैठो और किसी चीज को हाथ मत लगाना।” उसने अपना हुक्म दागा।

फिर उसने एक झटके से दरवाजा बंद कर दिया। मझे खुशी है कि वहां हल्की रोशनी है वरना मुझे तो कॉकपिट में कुछ दिखाई ही न देता। उसने मुझे कुर्सी की पेटी से बांधने के लिए हाथ आगे बढ़ाए। इसकी सारी पेटियां इस तरह बनी थीं कि बीच में एक बक्कल से बंद करने के बाद पूरे शरीर को हिलाया-डुलाया नहीं जा सकता था। वह मेरे इतना पास झुककर ये काम कर रहा था कि मैं हल्के से झुकती तो उसके बालों में मेरा नाक टकरा जाता। उसके शरीर से बड़ी भीनी महक आ रही थी पर मैं अपनी जगह से एक इंच भी नहीं खिसक सकती थी। वह उसी तरह मुस्कुराया मानो मन ही मन किसी चुटकुले पर हंस रहा हो। जैसे ही उसने ऊपर वाली तनियां कसीं तो मैंने सांस रोक ली।

“अब तुम सुरक्षित हो, यहां से भाग भी नहीं सकतीं।” वह फुसफसाया।” एना! सांस लो।” फिर उसने बड़े ही अंदाज से मेरे गाल को सहलाया और चिबुक को अंगूठे और अंगुली में थाम लिया। वह आगे झुका और सहज भाव से छोटा और शालीन सा चुंबन दिया। मेरा पूरा शरीर उसके होठों की उस छुअन से तड़पकर रह गया।

“मुझे इस तरह के बंधन पसंद हैं।” वह बुदबुदाया।

‘‘क्या?’’

वह मेरे साथ वाली सीट पर बैठा और खुद को भी पेटियों में कस लिया। फिर उसके बाद कई तरह के बटन और स्विचों को घुमाने और खोलने का एक सिलसिला शुरू हुआ। मेरे सामने कई तरह के डायल और रोशनियां मौजूद थीं और सारे पैनल को बत्तियों के साथ काम पर देखा जा सकता था।

“इसे पहन लो।” उसने मेरे हाथ में एक हेडफोन देते हुए कहा। मैंने उन्हें पहना और रोटर ब्लेड शुरू हो गए। उनका शोर तो कानों को बहरा बनाए दे रहा था। उसने भी हेडसेट पहन लिया और कई तरह के स्विचों से जूझने लगा।

“मैं उड़ान से पहले किए जाने वाली सारी जांच कर रहा हूं।” मुझे हेडफोन के बावजूद क्रिस्टियन की आवाज सुनाई दी। मैं मुड़ी और उसे देखकर खीसें निपोर दीं।” क्या तुम्हें पता है कि तुम क्या कर रहे हो?” मैंने पूछा। वह मुड़ा और देखकर मुस्कुराया।

“मैं पूरे चार साल तक एक पॉयलट की तरह काम कर चुका हूं, एनेस्टेसिया। तुम मेरे साथ पूरी तरह से सुरक्षित हो।” उसने मुझे देखा।” तो फिर हो जाए एक उड़ान!!” साथ ही एक आंख भी दबाई हैं…!

क्रिस्टियन ग्रे आंख मार सकता है?

“क्या तुम तैयार हो?”

मैंने चौड़ी आंखों के साथ हामी भरी।

ओ के! टॉवर। पीडीएक्स। ये चार्ली टैंगो है। गोल्फ-गोल्फ ईको होटल, उड़ने के लिए तैयार, कृपया मंजूरी दें। ओवर।

चार्ली टैंगो-तुम्हारे लिए रास्ता साफ है। पीडीएक्स की कॉल..

रॉजर, टॉवर, चार्ली टैंगो सेट। ओवर एंड आउट। तो हम चलें..

और हेलीकॉप्टर धीरे-धीरे हवा में उठने लगा।

पोर्टलैंड हमारी आंखों से ओझल हो गया और हम यूएस के एयरस्पेस में जा पहुंचे। वाह! हमारे नीचे दिखने वाली तेज रोशनियां अब कितने धीरे से टिमटिमा रही थीं। ऐसा लग रहा था कि हम किसी मछलीघर के भीतर से बाहर देख रहे हों। जब हम और ऊपर पहुंचे तो देखने के लिए कुछ बचा ही नहीं। चारों तरफ घना अंधकार था। यहां तक कि चांद भी हमारा हमसफर नहीं था। हम कैसे देख सकते हैं कि हम कहां जा रहे हैं?

“कुछ कहा क्या?” क्रिस्टियन ने मेरे कान में कहा

“मैं पूछ रही थी कि तुम्हें सही रास्ते का पता कैसे चलता है?”

“यहां से।” उसने अपनी एक लंबी अंगुली से इलेक्ट्रानिक दिशासूचक की ओर संकेत किया। ये एक ईसीआई 135 यूरोकॉप्टर है। ये अपने-आप में काफी सुरक्षित माना जाता है। ये रात की उड़ान के लिए भी उपयुक्त है।” उसने मुझे देखा और एक मुस्कान दी।

“जहां मैं रहता हूं, उस इमारत की छत पर ही एक हैलीपैड है, हम वहीं जा रहे हैं।”

बेशक! वह जहां रहता है। वहां तो हैलीपैड होना ही था। मैं ऐसी जगह क्या कर रही हूं। उसका चेहरा हल्की रोशनी में और भी खिल रहा था। वह पूरी लगन से अपने सामने बने डायलों पर नजर रखे हुए है। मैं कनखियों से उसकी सुंदरता को पीती रही। उसका पूरी गठन ही सुंदर है। चेहरे पर तराशा हुआ सीधी नाक, चौकोर जबड़ा-मैं उसके जबड़े पर अपनी अंगुलियां फिराना चाहूंगी। उसने शेव नहीं की थी लेकिन बढ़ी हुई हल्की दाढ़ी और भी गजब ढा रही है…हम्म! मैं महसूस करना चाहती हूं कि मेरी जीभ, अंगुलियों और चेहरे को वह किस कदर चुभन दे सकती है।

“रात की उड़ान में आपको बस इन उपकरणों के भरोसे रहना होता है।” उसने मुझे उन ख्यालों से जगा दिया।

“ये कितनी देरी की उड़ान है?” मैंने किसी तरह एक सवाल खोज निकाला। मैं कोई सेक्स के बारे में थोड़ी सोच रही थी। बिल्कुल भी नहीं!

“एक घंटे से भी कम-अगर हवा हमारे अनुकूल रही तो।”

हम्म..सिएटल पहुंचने में एक घंटे से भी कम समय लगेगा …भई हैलीकॉप्टर में जो हैं।

मैं एक घंटे से भी कम समय में उस राज को जान लूंगी। पेट की सारी मांसपेशियों में अचानक ऐंठन होने लगी। पेट की खलबली ने अचानक बेचैन सा कर दिया। आखिर वह मुझे क्या बताना चाहता है?

“एनेस्टेसिया! तुम ठीक हो?”

“हां।” मैंने छोटा और सधा जवाब दिया। घबराहट से जान निकलने को हो रही थी।

मुझे लगा कि वह मुस्कुराया पर अंधेरे में कुछ यकीन से कहना मुश्किल था। क्रिस्टियन ने एक और बटन दबाया।

पीडीएक्स! चार्ली टैंगो..

उसने वायु यातायात नियंत्रण करने वालों को अपने बारे में सूचना दी। ये सब मुझे बहुत ही व्यावसायिक सा लग रहा था। शायद हम पोर्टलैंड एयरस्पेस से सिएटल इंटरनेशनल एयरपोर्ट जा रहे हैं। समझे, सी-टैक, ओवर एंड आउट।

“वहां देखो।” उसने दूर से दिखती रोशनी की तरफ संकेत किया।” वो रहा सिएटल.।”

“क्या तुम युवतियों को हमेशा इसी तरह प्रभावित करते हो? आओ, तुम्हें हेलीकॉप्टर की सैर करा लाता हूं।” मैंने पूरी दिलचस्पी से पूछा

“एनेस्टेसिया! मैंने आज तक ऐसा नहीं किया। मेरे साथ भी ऐसा पहली बार हो रहा है कि उड़ान में मेरे साथ एक लड़की है।” उसने गंभीर सुर में कहा।

“ओह!” इस जवाब की तो उम्मीद न थी। एक और पहली बार? अच्छा वह बिस्तर पर सोने वाली बात भी इसी सूची में थी।

“क्या तुम प्रभावित हुईं, एना?”

“मैं तो दंग हूं, क्रिस्टियन।”

वह मुस्कुराया।

“दंग?” एक पल के लिए वह फिर से अपनी उम्र वालों की तरह पेश आया।

मैंने हामी भरी- “तुम तो कमाल हो “

“अच्छा! धन्यवाद, मिस स्टील।” उसने विनीत भाव से कहा। मुझे लगा कि उसे खुशी हुई पर पक्के यकीन से नहीं कह सकती।

हम कुछ देर घने अंधेरे में ही उड़ते रहे और सिएटल की बत्तियां बड़ी होती चली गईं। सी-टैक टॉवर टू चार्ली टैंगो। एस्काला का फाइट प्लान दिया गया है। प्लीज कारवाई करें। ओवर एंड आउट!

“तुम्हें इस काम में आनंद आता है न?”

“क्या?” उसने कुछ उलझन के साथ पूछा

“यही उड़ान भरना।”

“हां, इसके लिए नियंत्रण और एकाग्रता चाहिए। तभी तो ये मेरा प्रिय है। वैसे मुझे सोरिंग पसंद है “

“सोरिंग?”

हां। आम आदमी इसे ग्लाइडिंग के नाम से जानता है। ग्लाइडर और हेलीकॉप्टर-मैं दोनों ही उड़ा लेता हूं।”

ओह! महंगे शौक। मुझे याद आया, उसने इंटरव्यू के दौरान बताया था। मुझे तो पढ़ना और कभी-कभी मूवी देखना पसंद है। हमारे शौक कितने अलग हैं।

“चार्ली टैंगो…प्लीज! कम इन ओवर।” अचानक आवाज से मेरी तंद्रा टूटी। क्रिस्टियन ने पूरे आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया।

“सिएटल पास आ रहा है। हम शहर के छोर तक आ गए हैं। वाउ! देखो तो रात के आकाश से सिएटल का नजारा कितना अच्छा दिखता है।”

“अच्छा है, है न?” क्रिस्टियन बुदबुदाया।

मैंने भी पूरी उमंग से हामी भरी। ऐसा लगता है कि किसी दूसरी दुनिया की बात हो रही है। मुझे लगा रहा था कि मैं किसी बड़ी फिल्म के सेट पर हूं, हो सकता है कि जोस की मनपसंद फिल्म-ब्लेड रनर! जोस के उस चुंबन की स्मृति मुझे डसने लगी। ऐसा लगा कि उसे कॉल न करके मैंने कोई जुर्म कर दिया हो। वैसे वह कल सुबह तक का तो इंतजार कर ही सकता है न…।

“हम कुछ ही मिनट में वहां होंगे।” क्रिस्टियन हौले से बोला और अचानक ही मेरे पूरे शरीर में रक्त हिलोरें लेने लगा, दिल तेजी से धड़कने लगा। वह फिर से वायु यातायात वालोंसे बात करने लगा पर अब मैं कुछ नहीं सुन रही। लगता है कि मैं बेहोश हो जाऊंगी। मेरी किस्मत अब उसके हाथों में है।

हम अब इमारतों के बीच उड़ते जा रहे हैं और मैं एक ऊंची इमारत पर बना हैलीपैड देख सकती हूं। इमारत पर सफेद रंग से ‘एस्काला’ लिखा है। वह पास, और पास, और पास आता जा रहा है और मेरी घबराहट बढ़ रही है । हे भगवान! मैं इसकी उम्मीदों पर खरी न उतर पाई तो? काश! मैं केट की कोई और अच्छी पोशाक मांग कर पहन आती। वैसे मेरी काली जींस और हल्के हरे रंग की कमीज भी बुरी नहीं लग रही। इनके साथ केट की काली जैकेट पहन ली है। मैं काफी स्मार्ट दिख रही हूं। मैंने अपनी सीट के छोर को कस कर और भी कस कर थाम लिया। मैं ये कर सकती हूं । मैं ये कर सकती हूं। मैं अपनी नीचे खड़ी उस इमारत को देखते हुए मन ही मन में मंत्र सा रटने लगी।

हेलीकॉप्टर धीमा हुआ और क्रिस्टियन ने उसे इमारत की छत पर बने हैलीपैड पर उतार दिया। कलेजा उछलकर मुंह को आ गया। समझ नहीं आया, जमीन पर जिंदा आने की खुशी से ऐसा हो रहा था या अपनी आने वाली नाकामी का डर सता रहा था। उसने इंजन बंद किया और मैं अपनी सांसों का स्वर सुन सकती थी। क्रिस्टियन ने अपना हेडफोन उतारा और आगे आकर मेरा हेडसेट भी निकाल दिया।

“हम आ गए।” उसने मुलायम स्वर में कहा।

वहां की उजली सफेद रोशनी और अंधेरे के बीच उसका रूप बड़ा ही प्यारा दिख रहा है। दुष्ट राजा और अच्छा राजा – उसके लिए तो ये दोनों ही प्रतीक चलेंगे। उसके जबड़े कसे हुए थे और आंखें कहीं खोई थीं। उसने मेरी कुर्सी की पेटियां खोलीं। उसका चेहरा कुछ ही इंच की दूरी पर आ गया।

“तुम्हें ऐसा कुछ नहीं करना होगा, जो तुम नहीं करना चाहतीं। तुम्हें पता है न?” उसने ऐसे सुर में ये बात कही कि मैं भी चकित हो गई।

“क्रिस्टियन! मैंने कभी ऐसा कोई काम नहीं किया, जो मैं नहीं करना चाहती थी।” कहने को तो कह गई पर इन पलों में तो मुझे अपने पर ही भरोसा नहीं रहा था। मैं तो अपने साथ बैठे इस इंसान के लिए कुछ भी कर सकती थी।

उसने मुझे देखा और अपनी लंबाई के बावजूद जिस मर्यादित तरीके से हेलिकाप्टर से उतरा, उसने मुझे मोह लिया। फिर वह दरवाजा खोल कर कूदा और मैं बाहर आने को हुई तो मेरे लिए अपना हाथ आगे कर दिया। वहां काफी तेज हवा चल रही थी। मुझे ये सोचकर ही घबराहट होने लगी कि मैं एक 30 मंजिला इमारत के ऊपर खड़ी थी, जिसके आसपास कोई चारदीवारी भी नहीं थी। क्रिस्टियन ने मेरी कमर में अपनी बांह डाली और मुझे अपने से सटा लिया।

“आओ!” वह उस शोर के बीच चिल्लाया। वह मुझे एक लिफ्ट के पास खींच ले गया। उसने कीपैड में कुछ नंबर दबाए और दरवाजा खुल गया। वहां गरमाहट थी और कई शीशे लगे थे। मैं जिधर भी देखती, बहुत सारे क्रिस्टियन दिखाई देते और खास बात तो यह थी कि हर अक्स में उसने मुझे थामा हुआ था। क्रिस्टियन ने वहां कीपैड में एक और कोड दबाया,दरवाजा बंद हुआ और लिफ्ट नीचे जाने लगी।

कुछ ही पलों में हम एक ऐसे बरामदे में थे, जो पूरी तरह से सफेद था। उसके बीच में एक गोल, लकड़ी की मेज थी जिस पर सफेद फूलों का खासा-बड़ा गुच्छा रखा था। दीवारों पर हर तरफ पेंटिग्स दिख रही थीं। उसने एक दोहरा दरवाजा खोला और सफेद रंग की बहार आगे भी दिखी। चौड़ी-सी बारादरी के पास ही एक और दरवाजा दिखा, जो बड़े से कमरे में खुलता था। ये तो दुगनी ऊंचाई का प्रमुख कमरा था, इसे बड़ा कहना भी गलत होगा। इस भव्य कमरे में एक पूरी दीवार कांच की थी और बालकनी से पूरा सिएटल शहर दिखता था।

उसकी दाईं ओर एक यू आकार का सोफा पड़ा है जिस पर एक बार में आराम से दस लोग बैठ सकते हैं। उसके सामने ही स्टील या फिर प्लेटीनम, मुझे नहीं मालूम… एक आधुनिक फायरप्लेस है। उसमें आग भी जल रही है। हमारी बाईं ओर रसोईघर दिख रहा है। सफेद रंग के रसोईघर में सारा काम गहरे रंग की लकड़ी से हुआ है। बीच में एक छोटी डाइनिंग टेबल है जिस पर आराम से छह लोग आ सकते हैं।

रसोई के पास ही, कांच की दीवार के सामने एक डाईनिंग टेबल रखा है, जिसके आसपास सोलह कुर्सियां धरी हैं। वहां कोने में एक आलीशान और चमचमाता पियानो देखा जा सकता है। दीवारों पर सभी आकार व आकृतियों में कला के नमूने देखे जा सकते हैं। दरअसल ये घर रहने की जगह की बजाय एक गैलरी ज्यादा दिखता है।

“क्या मैं तुम्हारी जैकेट ले सकता हूं?” क्रिस्टियन ने पूछा। मैंने सिर हिला दिया। मैं हैलीपैड से निकलने के बाद से ठंड महसूस कर रही हूं।

“क्या तुम एक ड्रिंक लेना चाहोगी?” उसने पूछा।

मैंने उसे देखकर पलकें झपकाई। कल रात के बाद? क्या वह मजाक के मूड में है? एक पल के लिए तो लगा कि मैं मारगरीटा ही मांग लूं पर हिम्मत नहीं पड़ी।

“मैं एक गिलास सफेद वाइन पीने जा रहा हूं। तुम लेना चाहोगी?” हां प्लीज!” मैं हौले से बोली।

मैं इस कमरे मेंं खड़ी खुद को बड़ी असहज पा रही थी। कांच की दीवार के पास गई तो पाया कि आधी दीवार बालकनी में बड़े ही अनोखे स्टाइल से खुलती है। सिएटल की जगमगाती बत्तियां कमरे को भी रोशन कर रही हैं। मैं रसोई में वापिस आई तो क्रिस्टियन शराब की एक बोतल खोल रहा था। उसने अपनी जैकेट उतार दी थी।

“पाउली अ यूम, चलेगी न?”

“क्रिस्टियन! मैं वाइन के बारे में कुछ नहीं जानती। बेशक ये अच्छी ही होगी।” मैंने थोड़ा धीरे से सकुचाते हुए कहा। मेरा दिल धड़क रहा है और जी कर रहा है कि यहां से भाग जाऊं। ये आदमी तो बहुत अमीर है। सच्ची बिलगेट्स टाइप अमीर!! मैं यहां क्या कर रही हूं? मेरे भीतर छिपी लड़की ने आंखें तरेरीं – तू अच्छी तरह जानती है कि तू यहां क्या कर रही है? हां, मैं क्रिस्टियन ग्रे के साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहती हूं। मैं उसे चाहती हूं।

“लो।” उसने मुझे शराब का गिलास थमा दिया। यहां तक कि गिलास भी काफी जबरदस्त, क्लासी और महंगे क्रिस्टल का थां। मैंने एक घूंट भरा। वाइन काफी हल्की, तीखी और स्वादिष्ट थी।

“तुम बड़ी चुप हो और शरमा भी नहीं रही। दरअसल एनेस्टेसिया! मैंने तुम्हें आज तक इतना मुरझाया हुआ नहीं देखा। क्या तुम्हें भूख लगी है?”

मैंने सिर हिलाया। खाने की इच्छा नहीं है। ये जगह तो बहुत बड़ी है।”

“बड़ी?”

“हां, बड़ी “

“सो तो है।” उसकी आंखों में एक चमक आ गई। मैंने वाइन का एक और घूंट भरा।

“क्या तुम बजाते हो?” मैंने पिआनो की तरफ संकेत किया।

“हां?”

“अच्छा?”

“हां।”

बेशक तुम ऐसा कर सकते हो। वैसे ऐसा कौन सा काम है जो तुम नहीं कर सकते?”

“हां, कुछ काम ऐसे हैं।” उसने अपने गिलास से एक घूंट लिया। उसकी नजरें मुझी पर टिकी थीं। मैं मुड़ी और कमरे का जायजा लेने लगी तो उसकी निगाहें मेरा पीछा करती रहीं। बेशक इस कमरे को ‘कमरा’ कहना तो गलत होगा। ये तो एक आलीशान हॉल है।

“क्या बैठना चाहोगी?”

मैंने हामी भरी और वह मुझे हाथ थाम कर सफेद काउच पर ले गया। बैठते ही मुझे याद आया कि उसने मुझे जो उपन्यास भेजा था, उसकी नायिका भी एक पात्र के घर में यूं ही जाती है। मेरे चेहरे पर मुस्कान खेल गई।

“हंसी किस बात पर आ रही है?” उसने मुझे से पूछा। उसका सिर दाएं हाथ पर टिका था और बांया हाथ सोफे पर था।

“तुमने मुझे खासतौर पर वही उपन्यास क्यों भेजा?” मैंने पूछा। क्रिस्टियन ने मुझे हैरानी से देखा। शायद उसे मुझसे ऐसे सवाल की उम्मीद नहीं थी।

“तुमने ही तो कहा था कि तुम्हें टॉमस हार्डी पसंद है?” क्या यही एक वजह है?” हालांकि मैं खुद अपनी आवाज की मायूसी को महसूस कर सकती थी। उसके चेहरे पर एक गंभीर रेखा आ गई।

“यही ठीक लगा। मैं तुम्हें एंजल क्लेयर जैसा कोई ऊंचा आदर्श मान सकता था या एलेक की तरह बिल्कुल ही निचले स्तर पर ला सकता था।” वह हौले से बोला। उसकी आंखें काफी खतरनाक तरीके से चमक रही थी।

“अगर मुझे चुनने का मौका मिले तो मैं दूसरा विकल्प ही चुनना चाहूंगी।” मैं उसे घूरते हुए हौले से बोली। मेरे भीतर छिपी लड़की ने मुझे हैरानी से देखा। उसने सांस ली।”

एनेस्टेसिया, प्लीज! अपना होंठ काटना बंद करो। इससे मेरा ध्यान भटकता है और तुम्हें पता भी है कि तुम कह क्या रही हो?”

“तभी तो मैं यहां आई हूं।”

उसने त्योरी चढ़ाईं।

“हां। एक मिनट के लिए माफी चाहूंगा।” वह चौड़े रास्ते से पास वाले कमरे में चला गया। दो मिनट बाद लौटा तो उसके हाथ में एक कागज था।”

ये एक नॉनडिस्क्लोजर एग्रीमेंट है।” उसने कंधे झटके और थोड़ा सा मायूस भी लगा।”

मेरे वकील ने जोर दिया था।” उसने वे कागज मेरे हाथ में दे दिए। मैं तो दंग रह गई।” अगर तुम दूसरा विकल्प चुनना चाहती हो। अपने-आप को एक निचले स्तर पर लाने के लिए तैयार हो तो पहले तुम्हें इन पर हस्ताक्षर करने होंगे।”

“अगर मैं यहां हस्ताक्षर नहीं करती?”

“तो फिर एंजिल क्लेयर के ऊंचे आदर्शों की ही बात रहेगी।”

“इस अनुबंध का क्या मतलब है?”

“इसका मतलब है कि कभी भी किसी के भी सामने यहां की बातें नहीं कर सकतीं।”

मैंने उसे हैरानी से घूरा। हे भगवान! ये तो सचमुच बड़ी अजीब बात है। अब तो मेरा कौतूहल और भी बढ़ गया है।

“ओ. के.! मैं हस्ताक्षर कर दूंगी।”

उसने मुझे एक कलम दी।

“क्या तुम एक बार पढ़ना भी नहीं चाहोगी?”

“नहीं।”

उसने त्योरी चढ़ाईं।

“एनेस्टेसिया! कोई भी हस्ताक्षर करने से पहले, कागज को पढ़ना चाहिए।” उसने मुझे फटकारा।

“क्रिस्टियन! तुम समझ नहीं सके। मैं अपनी मुलाकात के बारे में किसी से भी, कोई भी बात नहीं करूंगी। यहां तक कि केट से भी नहीं। तो मैं साइन करूं या नहीं, हकीकत तो यही रहेगी। अगर तुम्हें या तुम्हारे वकील को, यही ठीक लगता है तो यही सही…।”

उसने मेरी ओर देखा और गर्दन हिलाई।

मैंने बड़ी ही अदा से कागजों पर दस्तखत कर दिए। फिर मैंने एक प्रति उसके हाथ में दे दी, दूसरी को मोड़ कर अपने पर्स में रखा और फिर अपने गिलास से बड़ा घूंट भरा। मैं कुछ ज्यादा ही हिम्मती दिखने की कोशिश में थी, जबकि ऐसा था नहीं।

“क्रिस्टियन! क्या इसका मतलब होगा कि आज रात हम दोनों प्यार करेंगे?” ऊ.. ..ये मैंने क्या कह दिया? उसका मुंह हल्का सा खुल गया पर उसने जल्दी ही खुद को संभाल लिया।

“नहीं, एनेस्टेसिया! ऐसा नहीं है। सबसे पहली बात तो यह है कि मैं किसी से भी प्यार नहीं करता। मैं सिर्फ शारीरिक संबंध बनाने में विश्वास रखता हूं और दूसरी बात यह है कि अभी काफी कागजी कारवाई बाकी है। तीसरे, तुम तो अभी जानती तक नहीं हो कि तुम यहां क्यों आई हो। हो सकता है कि तुम उल्टे पांव वापिस जाने के लिए तैयार हो जाओ। चलो, मैं तुम्हें अपना प्लेरूम दिखाना चाहता हूं।”

मेरा मुंह खुला का खुला रह गया। केवल शारीरिक संबंध ….सुनने में तो अच्छा ही लगा पर ये अब कौन-सा कमरा दिखाने ले जा रहा है? मैं तो रहस्य से घिरती जा रही हूं।

“तुम अपने एक्सबॉक्स पर खेलना चाहते हो?” मैंने पूछा। वह खुलकर हंसा।

“नहीं, एनेस्टेसिया! न कोई एक्सबॉक्स है और न ही कोई प्ले-स्टेशन!” आओ। वह मेरा हाथ थाम कर खड़ा हो गया। हम दोनों दोहरे दरवाजे के दाईं ओर बने बरामदे की ओर आए और वहां से एक और कमरे में गए जो सीढ़ियों की ओर जाता था। हम दूसरी मंजिल पर पहुंचे और दाएं मुड़े। उसने अपनी जेब से एक चाभी निकाली और कमरे का ताला खोल कर एक गहरी सांस ली।

“तुम किसी भी समय जा सकती हो। तुम जब भी जाना चाहो। हेलीकॉप्टर तुम्हें ले जाने के लिए तैयार खड़ा है। तुम चाहो तो रात यहीं ठहर कर सुबह जा सकती हो। तुम जो फैसला लोगी, वही बेहतर होगा।”

“क्रिस्टियन! दरवाजा तो खोलो।”

उसने दरवाजा खोला और पहले मुझे अंदर जाने दिया। मैंने उसे एक बार और घूरा। मैं जानने को बेचैन थी कि आखिर वहां था क्या? मैंने एक गहरी सांस लेते हुए अंदर कदम रखा।

ऐसा लगा मानो मैं सोलहवीं सदी में आ गई हूं और चारों तरफ स्पेनिश प्रभाव दिखाई दे रहा है।

ये क्या है भई……?