Summary:पूजा और अनुष्ठान में नारियल फोड़ने का महत्व
नारियल का कठोर छिलका अहंकार को दर्शाता है और इसका सफेद गूदा आत्मा की पवित्रता का प्रतीक है। इसे तोड़ना शुद्धता का संदेश देता है।
Coconut Significance: नारियल को संस्कृत में श्रीफल के नाम से जाना जाता है। हिन्दू धर्म में नारियल का विशेष महत्व होता है। हर शुभ काम की शुरुआत नारियल फोड़कर ही की जाती है। फिर चाहे वह शादी-ब्याह का अवसर हो, नया व्यवसाय शुरू करना हो, गृह प्रवेश हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान, सब में नारियल को अवश्य ही शामिल किया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि क्यों हर शुभ कार्य में नारियल क्यों तोड़ा जाता है? आइए विस्तार से जानते हैं इसके पीछे के धार्मिक, आध्यात्मिक और वैज्ञानिक कारण के बारे में।
नारियल चढ़ाने की परंपरा की शुरूआत कैसे हुई

एक समय में सनातन धर्म में मनुष्य और जानवरों की बलि दी जाती थी, तभी आदि शंकराचार्य ने इस अमानवीय परंपरा को तोड़ा की पहल की और उन्होंने इसके स्थान पर नारियल फोड़ने की परंपरा की शुरुआत की।
क्या होता है शुभ काम में नारियल फोड़ने का महत्व
नारियल फोड़ने का अर्थ होता है कि आप अपने अन्दर के अहंकार को खत्म करके स्वयं को भगवान के चरणों में समर्पित कर रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि इसे तोड़ने से अज्ञानता और अहंकार का कठोर कवच टूटता है और आत्मा की शुद्धता व ज्ञान का मार्ग खुलता है।
क्या है नारियल का धार्मिक महत्व

नारियल सुख-समृद्धि और वैभव की माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि पूजा-पाठ में नारियल चढ़ाने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और हर काम में सफलता मिलती है।
नारियल बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक होता है
नारियल केवल एक फल नहीं है। इसे ऐसे ही नहीं तोड़ा जाता है, बल्कि यह मनुष्य के अंदर की नकारात्मक ऊर्जा, अहंकार और बुरी प्रवृत्तियों को दूर कर उनके अन्दर नई ऊर्जा का संचार करता है। नारियल का ऊपरी कठोर छिलका वाला हिस्सा अहंकार का प्रतीक होता है, जिसे तोड़ने के बाद भीतर का सफेद हिस्सा शुद्ध होता है जो आत्मा की पवित्रता को दर्शाता है।
क्या है नारियल का वैज्ञानिक दृष्टिकोण

नारियल को ऊर्जा और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। इसमें प्राकृतिक जल होने के कारण इसे बेहद ही पवित्र माना जाता है, साथ ही इसमें औषधीय गुण भी मौजूद होता है। पूजा व शुभ अवसर पर नारियल तोड़कर इसका जल छिड़कने से वातावरण शुद्ध होता है और चारों तरफ सकारात्मक फैलती है।
नारियल होता है चंद्रमा का प्रतीक
नारियल को चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है। चंद्रमा मन का कारक होता है और इसका पानी मन को शांत करता है। घर में नारियल पानी का छिड़काव करने से घर का माहौल शांत होता है और सकारात्मकता बनी रहती है।
नारियल का संबंध भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी से है

धार्मिक मान्यता के अनुसार एक बार माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु पृथ्वी पर आए तो वे अपने साथ नारियल का पेड़ साथ लाए। ऐसा माना जाता है कि नारियल में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का वास होता है। दक्षिण भारत में आज भी लोग अपने घर के दरवाजे पर रोजाना नारियल फोड़ते हैं और कामना करते हैं कि उनका परिवार खुशहाल रहे।
