Periods During Trekking
Periods During Trekking

Overview: ट्रेकिंग के बीच पीरियड्स आएं तो क्या करें

अगर ट्रेकिंग का मजा लेते हुए बीच में पीरियड्स आ जाएं तो उसे मैनेज करने के लिए इन हैक्स को आजमाएं।

Periods During Trekking: जब भी हम बाहर घूमने जाती हैं तो सबकुछ एक्सप्लोर कर लेना चाहती हैं। शहरी प्रदूषण भरी हवा से दूर ताजी हवा में सांस लेना और खूबसूरत पहाड़ियों में ट्रेकिंग करने का अपना एक अलग ही मजा होता है। लेकिन यह मजा तब किरकिरा हो जाता है, जब ट्रेकिंग करते हुए बीच में ही पीरियड्स शुरू हो जाएं। ऐसे में समझ में ही नहीं आता है कि एकदम से क्या किया जाए। हो सकता है कि आपको ऐसा लगने लगे कि आपका ट्रेक खराब हो गया है, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। थोड़ी तैयारी और स्मार्ट हैक्स के साथ आप ट्रेक का पूरा मज़ा ले सकती हैं और साथ ही साथ, आराम भी महसूस कर सकती हैं।

बस आपको इस बात की जानकारी हो कि क्या-क्या साथ रखना है, क्रैम्प्स को कैसे मैनेज करना है और ट्रेल पर साफ-सुथरी और कॉन्फिडेंट कैसे रहना है। सही सैनिटरी प्रोडक्ट्स चुनना, आरामदायक कपड़े पहनना, झटपट खाने-पीने का इंतजाम करना और बाथरूम ब्रेक्स की प्लानिंग करना, इन सब से आपका ट्रेक पीरियड-फ्री बन सकता है। इतना ही नहीं, कुछ छोटे-छोटे उपाय आपके मूड और कम्फर्ट में भी बड़ा फर्क डाल सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ आसान टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जो ट्रेकिंग के बीच में भी पीरियड्स आने पर आपकी काफी मदद करेंगे-

Periods During Trekking
Don’t miss important things

अगर आपकी पीरियड डेट करीब है और आपको ऐसा लगता है कि पीरियड्स कभी भी आ सकते हैं तो ऐसे में पीरियड्स से जुड़ी जरूरी चीजों को कैरी करना बिल्कुल भी ना भूलें। हमेशा सैनिटरी पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप अपने पास रखें, जो भी आपको आरामदायक लगे। हमेशा इन्हें थोड़े एक्स्ट्रा ही रखें, क्योंकि ट्रेकिंग के दौरान पीरियड कभी भी आपको परेशान कर सकते हैं। इसके अलावा, बैग में वेट वाइप्स, हैंड सैनेटाइजर और इस्तेमाल किए पैड/टैम्पोन रखने के लिए छोटा ज़िपलॉक बैग रखना ना भूलें।  

ट्रेकिंग के बीच में होने वाले पीरियड क्रैम्प्स यकीनन काफी परेशान करने वाले हो सकते हैं। इन्हें मैनेज करने के लिए इबुप्रोफेन या पैरासिटामॉल जैसी पेनकिलर्स साथ रखें। साथ ही, बैकपैक में हीट पैच या छोटा हीटेड वॉटर बॉटल भी जरूर करें। क्रैम्प को कम करने के लिए ब्रेक के दौरान हल्की स्ट्रेचिंग करें। दरअसल, स्ट्रेचिंग ब्लड फ्लो बढ़ाती है, जिससे दर्द कम होता है।

पीरियड्स के दौरान खुद को हाइड्रेटेड रखना बेहद जरूरी होता है। साथ ही, आप किस तरह के स्नैक्स को खा रही हैं, यह भी काफी मायने रखता है। चूंकि, पीरियड्स के दौरान कमजोरी या ब्लोटिंग महसूस हो सकती है। इसलिए खूब पानी पिएं। साथ ही, बैग में नट्स, एनर्जी बार या केला जैसे स्नैक्स रखें। जहां हाइड्रेशन थकान और चक्कर से बचाता है। वहीं, एनर्जी वाले स्नैक्स ब्लड शुगर बनाए रखते हैं।

Positive thinking
Positive thinking

आपको यह समझना चाहिए कि पीरियड्स नैचुरल हैं, ट्रेक रोकने की वजह नहीं। इसलिए, ट्रेकिंग के बीच में पीरियड्स आने पर परेशान ना हों। बस थोड़ा म्यूजिक सुने, ब्रेक लें और रास्ते के नजारे एंजॉय करें। टेंशन लेने से थकान और क्रैम्प्स बढ़ जाते हैं। पॉज़िटिव रहेंगी तो हल्का और एनर्जेटिक फील करेंगी।

मैं मिताली जैन, स्वतंत्र लेखिका हूं और मुझे 16 वर्षों से लेखन में सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया में 9 साल से अधिक का एक्सपीरियंस है। मैं हेल्थ,फिटनेस, ब्यूटी स्किन केयर, किचन, लाइफस्टाइल आदि विषयों पर लिखती हूं। मेरे लेख कई प्रतिष्ठित...