बाथरूम से जुड़े 10 वास्तु टिप्स

बाथरूम का निर्माण अगर गलत जगह पर करवा लिया तो इससे हमें धन हानि,स्वास्थ्य हानि, या अन्य कई प्रतिकूल समस्याओं का सामना करना पड़ जाता हैI

Vastu for bathroom: वास्तुशास्त्र में बताए गए नियम और उपाय का वैज्ञानिक दृष्टिकोण होता हैI किसी भी घर में बाथरूम एक जरूरी हिस्सा होता है और वास्तु अनुसार इसकी एक दिशा भी तय की गई है। अगर गलत जगह इसे बनवाया गया, तो इससेधन हानि, स्वास्थ्य हानि या अन्य कई प्रतिकूल समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है I

अभी अटैच्ड बाथरूम का ही चलन है। बेडरूम में बाथरूम होने से नकारात्मकता का प्रभाव बढ़ने की आशंका बढ़ जाती है, क्योंकि बाथरूम एक ऐसी जगह है जहाँ लोग साफ-सुथरा होने के लिये जाते हैंI मतलब कि हम यहाँ अपने शरीर की गंदगी निकालने जाते हैं, जो एक नकारात्मक ऊर्जा का कारक है और बाद में परेशानियों को जन्म देता हैI इसलिए वास्तु के अनुसार बाथरूम का निर्माण और उससे जरूरी चीजों का जैसे शावर, सिंक, बेसिन, बाथ टब, टैप, टॉइलेट को सही दिशा में रखना अनिवार्य हो जाता हैI चलिये जानते है बाथरूम से जुड़े वास्तु टिप्स।

बाथरूम की दिशा

वास्तु के अनुसार किसी भी घर के लिये बाथरूम की सही जगह उत्तर पश्चिम माना गया है या पश्चिम दिशा I इस जगह पर बने बाथरूम से सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैंI कभी भी बाथरूम का निर्माण ईशान, आग्नेय या नैऋत्य कोण में नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर इसके दुष्परिणाम देखने को मिलते हैI अगर आप बेडरूम में बाथरूम बनाने जा रहें है, तो बेडरूम के उत्तरी पश्चिम कोण यानि वायव्य कोण का ही चुनाव करे I

बाथरूम का स्थान

कभी भी बाथरूम पूजा घर के या किचन के समीप नहीं बनवाएI कभी-कभी लोग जगह बचाने के चक्कर में सीढ़ियों के नीचे बाथरूम बना लेते हैं जो वास्तु अनुसार बिल्कुल ही गलत हैI सीढ़ियों के नीचे पानी का बहाव अच्छा नहीं माना जाता हैI चूंकि बाथरूम में गंदगी का विसर्जन किया जाता है और सीढ़ियों के नीचे साफ सुथरा होना अच्छा माना जाता है I इसलिए कभी भी सीढ़ियों के नीचे बाथरूम नहीं बनाना चाहिए, लेकिन अगर आपने सीढ़ियों के नीचे बाथरूम बना ही लिया है, तो बाथरूम और सीढ़ियों के छत के बीच में फाल्स सीलिंग डलवा लें I

बाथरूम के दरवाजे

बाथरूम के दरवाजे हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की मुंह की ओर होना अच्छा माना गया हैI वास्तु अनुसार दक्षिण दिशा की तरफ मुंह किए खुलने के दरवाजे नकारात्मक परिणाम देते हैं I दरवाजे हमेशा ‘क्लॉक वाइज़’ ही खुलने चाहिएI

बाथरूम में खिड़कियां

बाथरूम आप चाहे कितना भी सुंदर बनवा लो अगर उसमें उचित वैंटिलेशन की सुविधा ना हो, तो आपके बाथरूम में हमेशा दुर्गंध बना रहेगा, जिससे नकारात्मकता बढ़ेगी I इसलिए बाथरूम में उचित रोशनी और हवा के लिये खिड़कियां होना जरूरी हैI परंतु ध्यान रहे खिड़कियां हमेशा पश्चिम या उत्तर की तरफ ही खुले I

बाथरूम का रंग

वास्तु में बाथरूम में हमेशा हल्के रंगों के इस्तेमाल को अच्छा माना गया हैंI हल्के रंग जैसे सफेद और नीले रंग जो शांति प्रदान करते हैं I गहरे रंगों का इस्तेमाल बाथरूम में ना करेंI उसके साथ ही बाथरूम में बाल्टी मग या बाथटब के रंगों का भी ध्यान रखना जरूरी होता हैI वास्तु में नीले रंग की बाल्टी को बाथरूम में रखना शुभ माना गया हैI लेकिन,बाल्टी को कभी भी खाली ना रखें थोड़ा सा भी पानी भरकर रखें I

बेसिन का स्थान

बेसिन को कभी भी बाथरूम के दक्षिण दिशा में ना बनवाएI बेसिन हमेशा बाथरूम के उत्तर या पूर्व दिशा में लगवाएI साबुन, शैम्पू रखने के लिए बाथरूम के दक्षिणी दीवार पर आलमिरा या स्लैब लगवाना चाहिएI

टॉइलेट की जगह

बाथरूम में टॉइलेट ऐसे लगवाए कि टॉइलेट सीट पर बैठने वाले व्यक्ति का मुख उत्तर या दक्षिण की तरफ होI कभी भी टॉइलेट ऐसे ना लगवाएं कि व्यक्ति का मुख पूर्व या पश्चिम की तरफ हो क्यूंकि इससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है I

शॉवर और टैप की दिशा

बाथरूम में शॉवर और टैप की फिटिंग हमेशा पूर्व की दीवार पर या उत्तर की दीवार पर ही करना चाहिए जिससे नहाने वाले व्यक्ति का मुख पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की तरफ ही होI कभी भी दक्षिण मुख कर के स्नान नहीं करना चाहिए I ऐसा करना वास्तु में अशुभ माना गया है I

दर्पण की दिशा

वास्तु में दर्पण एक विशेष महत्व रखता है I दर्पण सकारात्मक ऊर्जा के साथ नकारात्मक ऊर्जा का भी कारक है I गलत दिशा में लगा दर्पण नकारात्मक परिणाम देते हैं I बाथरूम में दर्पण हमेशा पूर्व की दीवार पर लगाना ज्यादा अच्छा माना गया है I

 ढलान और जल निकासी का स्थान

कभी कभी हम बाथरूम में सब कुछ अच्छा बना लेते हैं लेकिन ड्रेनेज और ढलान को सही दिशा में नहीं रखते हैं तो पानी बाथरूम में जमा हो जाता हैI इसलिए ड्रेनेज की व्यवस्था पश्चिम दिशा की तरफ हो I और, बाथरूम का ढलान उत्तर दिशा की तरफ नीचे की ओर होना चाहिए जहाँ ड्रेनेज पाइप जुड़ा हुआ है जिससे पानी आसानी से निकल सके I

बाथरूम से जुड़े अन्य वास्तु टिप्स :

  • बाथरूम और बेडरूम दो अलग ऊर्जा माना जाता है इनका एकसाथ होना अच्छा नहीं माना जाता जिससे स्वास्थ्य प्रभावित होता हैI अगर बाथरूम, बेडरूम में हो, तो बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें I
  • बाथरूम के टैप से हमेशा पानी ना गिरते रहे या “टप टप” की आवाज नहीं आनी चाहिए क्योंकि पानी की बर्बादी से आर्थिक स्थिति को नुकसान पहुँचती है I
  • किचन या पूजा घर की तरफ बाथरूम का दरवाजा नहीं खुलना चाहिएI
  • बाथरूम इस्तेमाल के बाद कभी भी खुला ना छोड़े और हमेशा स्वच्छ रखें I
  • बाथरूम से जुड़े इन वास्तु टिप्स को अपनाकर आप भी अनावश्यक परेशानी से बच सकती हैं I