20+ उज्जैन में घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
Ujjain

Places to visit in Ujjain: 20+ उज्जैन में घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल

मध्य प्रदेश राज्य में स्थित महाकाल की नगरी उज्जैन भारत के सबसे बड़े पवित्र स्थलों में से एक है। आज हम आपको यहां के 20 दर्शनीय स्थलों के बारे में बतायेंगे।

UjjainMe Ghumne ki Best Jagah: शिप्रा नदी के तट पर मध्य प्रदेश राज्य में स्थित महाकाल की नगरी उज्जैन भारत के सबसे बड़े पवित्र स्थलों में से एक है। यहाँ देश-विदेश से लोग अपनी मनोकामना पूरी होने के लिए सालभर आते रहते हैं। इस ऐतिहासिक शहर का इतिहास लगभग 5000 साल पुराना है। महाभारत के समय में अवंती साम्राज्य की राजधानी के रूप में भी उज्जैन का ज़िक्र किया गया है। मध्य प्रदेश के उज्जैन को भगवान शिव की नगरी कहते हैं। यहाँ हर 12 साल में आयोजित होने वाले भारत के सबसे कुंभ मेला का आयोजन भी होता है, जिसमें साधु, संतों की भारी भीड़ उमड़ती है। गरुड़ पुराण के अनुसार सात शहर जो मोक्ष प्रदान करने वाले शहरों में अवंतिका शहर सबसे अच्छा माना जाता है। इस शहर में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग है। सदियों से, उज्जैन हिंदू, जैन और बुद्ध धर्म के लिए धर्म का केंद्र रहा है। आज हम आपको उज्जैन के ऐसे 20 स्थानों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आप ज़रूर विजिट करें।

उज्जैन में घूमने के लिए 20 खूबसूरत जगह – Famous Places in Ujjain

जगह दूरी/प्रति किलोमीटर
महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple)2
काल भैरव (Kaal Bhairv Temple)5
रूमी की मज़ार (Rumi ki Mazaar)3
चिंतामन गणेश मंदिर (Chintaman Ganesh Temple)7
भर्तहरी गुफाएं (Bharthari Caves)3
सांदीपनि आश्रम (Sandipani Aashram)4
जंतर मंतर (Jantar-Mantar)2
कालियादेह पैलेस (Kaaliyadeh Palace)8
गोमती कुंड (Gomti Kund)5
डब्लू डब्लू एफ़ वाटर पार्क (WWF Water Park)18
गढ़कालिका मंदिर (Gadkaalika Temple)4
गोपाल मंदिर (Gopal Temple)2
मंगलनाथ मंदिर (Mangalnath Temple)5
रामघाट (Ramghaat)3
बड़े गणेश जी का मंदिर (Bade Ganesh Ji ka Temple)6
हरसिध्दि मंदिर (Harsiddh Temple)2
कालिदास अकादमी (Kaalidasa Academy)2
विक्रम विश्वविद्यालय एवं पार्क (Vikram Vishwavidyalaya & Park)3
 विक्रम कीर्ति मंदिर संग्रहालय (Vikram Kirti Mandir & Museum)3
चौबीस खम्भों वाला मंदिर (Choubis Khambon wala Temple)26

महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaaleshwar Temple)

UjjainMe Ghumne ki Best Jagah
Mahaakaal Temple

यहाँ स्थित महाकालेश्वर मंदिर हिंदुओं का सबसे पवित्र तीर्थ स्थान माना जाता है। महाकालेश्वर भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। इस दक्षिणमुखी शिवलिंग को देखने के लिए महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के दिन विशाल मेले का आयोजन होता है।ऐसा माना जाता है कि यहां आने से हर संकट दूर हो जाता है।   

प्रवेश शुल्क  

यहाँ प्रवेश के लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होता है। वीआईपी दर्शन टिकट की कीमत 250 रुपये प्रति व्यक्ति है. इसके अलावा, दर्शनार्थी सुबह 6 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक 750 और 1500 रुपये के टिकट पर गर्भगृह से भगवान महाकाल के दर्शन कर सकते हैं. महाकाल की 6 बार आरती होती है, जिसमें सबसे खास रहती है भस्म आरती। यह प्रातः 4 बजे होती है। इस आरती में शामिल होने के लिए पहले से बुकिंग करनी पड़ती है। 

काल भैरव  (Kaal Bhairav)

Kaal Bhairav Temple
Kaal Bhairav Temple

महाकाल से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मंदिर अपने आप में बहुत ख़ास है।यहाँ भक्त भगवान के लिए चढ़ावे में फल-फूल के साथ मदिरा भी लाते हैं। भगवान इस मदिरा का भोग लगाते हैं। भगवान शिव के ही क्रोध रूप वाले अवतार के रूप में बाबा काल की पूजा होती है। ऐसी मान्यता है इस दिन काल भैरव की पूजा करने से सभी संकटों से मुक्ति मिल जाती है।

प्रवेश शुल्क  

यहाँ प्रवेश के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं लगता है। काल भैरव मंदिर प्रतिदिन सुबह 5.00 बजे से रात 9.00 बजे तक खुला रहता है।

चिंतामन गणेश मंदिर (Chintaman Ganesh Temple)

Chintaman Ganesha Temple
Chintaman Ganesha Temple

शिप्रा नदी के किनारे बसे गणेश जी का यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में जो भगवान श्री गणेश जी की मूर्ति है, वह स्वयं प्रकट हुई थी। यह एक चमत्कारी मंदिर के रूप में भी जाना जाता है।इस मंदिर में गणेश के तीन रूप एक साथ विराजमान है, जो चितांमण गणेश, इच्छामण गणेश और सिद्धिविनायक के रूप में जाने जाते है। इस मंदिर में जाने से भक्तों के मन में एक धारणा रही है कि आपके मन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।  

प्रवेश शुल्क

इस मंदिर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है। चिंतामण मंदिर सुबह 8.00 बजे से रात 8.00 बजे तक खुला रहता है।  

रूमी की मज़ार (Rumi ki Mazaar) 

Rumi ki Mazaar
Rumi ki Mazaar

इसे सूफ़ी संत मौलाना रूमी की कब्र के रूप में जाना जाता है। इस कब्र की वास्तुकला हेक्सागोनल है। “जलालुद्दीन मोहम्मद बल्खी रूमी” एक महान सूफी संत थे जो तेरहवीं शताब्दी में तुर्की के एक छोटे कस्बे कोन्या में रहते थे। ऐसा माना जाता है कि वो उज्जैन की यात्रा पर आये थे।

प्रवेश शुल्क  

यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।  यहाँ आप सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है।

सांदीपनि आश्रम (Sandipani Ashram)

Saandipani Aashram
Saandipani Aashram

अगर आप उज्जैन जाते हैं तो सांदीपनि आश्रम जाना ना भूलें। इस आश्रम में गुरु सांदीपनि की प्रतिमा के समक्ष चरण पादुकाओं के दर्शन होते हैं। यहीं से भगवान श्रीकृष्ण, बलराम और सुदामा ने गुरु सांदीपनि के आश्रम में नियमित रूप से शिक्षा प्राप्त की थी। पुराणों में उल्लिखित गोमती कुंड पुराने दिनों में आश्रम में पानी की आपूर्ति का स्रोत था। 

प्रवेश शुल्क  

इस आश्रम में प्रवेश के लिए आपको 20 रुपए है। सुबह 7 बजे शाम 8 बजे तक आप यहाँ घूम सकते हैं। 

कलियादेह पैलेस (Kaliyadeh Palace) 

Kaliadeh Palace
Kaliadeh Palace

उज्जैन में स्थित कलियादेह पैलेस धार्मिक रूप से काफी महत्व रखता है। पहले इसका निर्माण 1958 ईस्वी में किया गया था और उसके पश्चात पैलेस के दोनों तरफ नदी का पानी भरा गया। ऐसा कहा जाता है कि जहांगीर और अकबर ने एक बार इस पैलेस का दौरा किया था। महल का केंद्रीय गुंबद, फ़ारसी वास्तुकला का उदाहरण है। इस पैलेस में, 52 छोटे-छोटे कुंड के अलावा एक सूर्य मंदिर भी है। बरसात के मौसम में, यहां का यहां की ख़ूबसूरती देखते ही बनती है। 

प्रवेश शुल्क  

यहाँ प्रवेश निःशुल्क है। आम जानता के लिए यह महल सुबह 9 बजे से शाम के 6 बजे तक खुला रहता है। 

वैधशाला और जंतर मंतर  (Vaidhshaala aur Jantar-Mantar)

Jantar-Mantar
Jantar-Mantar

उज्जैन में घूमने के स्थानों में वेधशाला और जंतर-मंतर भी शामिल है। इसका निर्माण सवाई जयसिंह ने 18वीं शताब्दी में किया था। जयसिंह के द्वारा बनाये गये 5 जंतर मंतर में यह सबसे पुराना है। यह वेधशाला कई खगोलीय पिंडों की गति बताने के लिए जानी जाती थी।आज भी खगोलीय पिंडों की गति और उनकी गणनाओं को मापने के लिए उपयोग होने वाले उपकरण यहाँ मौजूद हैं।   

प्रवेश शुल्क  

भारतीय नागरिकों के लिए जंतर मंतर में प्रवेश शुल्क 40 रुपए और विदेशी नागरिकों के लिए यह फ़ीस 100 रुपए है। कैमरा इस्तेमाल करने के लिए आपको अलग से 50 रुपए देने होंगे। यहाँ आप सुबह 7 बजे से शाम के 7 बजे तक जा सकते हैं। 

डब्ल्यू डब्ल्यू एफ वाटर पार्क (WWF Water Park)

WWF Water Park
WWF Water Park

उज्जैन में धार्मिक स्थल देखने के अलावा अगर आप कुछ समय रिलैक्स होकर बिताना चाहते हैं तो आप डब्ल्यू डब्ल्यू एफ वाटर पार्क देखने ज़रूर जायें। यहाँ बच्चों को भी खूब मज़ा आएगा। यहां पर रुकने की भी व्यवस्था है। आप चाहें तो यहां घूमने के बाद ठहर सकते हैं। 

प्रवेश शुल्क  

यहाँ प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 300 रुपए है। इस वाटर पार्क का आनंद आप सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक ले सकते हैं। 

भर्तहरी गुफ़ाएँ  (Bharthari Caves)

Bharthari Caves
Bharthari Caves

उज्जैन के पर्यटक स्थलों में शिप्रा नदी के तट पर स्थित भर्तहरी गुफ़ाएँ भी काफ़ी प्रसिद्ध हैं। राजा विक्रमादित्य के भाई भर्तहरी के नाम के ऊपर ही इस गुफा का नाम भर्तहरी दिया गया। ऐसा माना जाता है कि यहां राजा विक्रमादित्य के भाई ने अपने आरामदायक जिंदगी और सभी रिश्तों का मोह त्याग कर ध्यान साधना की थी।  

प्रवेश शुल्क  

यहाँ प्रवेश निःशुल्क है। आप इन गुफाओं को सुबह 6 बजे से रात के 9 बजे तक कभी भी देख सकते हैं। 

गोमती कुंड (Gomti Kund)

Gomti Kund
Gomti Kund

अगर आप भीड़भाड़ से दूर किसी शांतिपूर्ण स्थान का भ्रमण करना चाहते हैं तो उसके लिए आपके लिए गोमती कुंड बेहतरीन विकल्प है।  ऐसा माना जाता है कि संदीपनी आश्रम के पास स्थित भगवान श्रीकृष्ण ने सभी पवित्र जल को इस कुंड में मिलाकर इस गोमती कुंड का निर्माण करवाया था।  

प्रवेश शुल्क  

यहाँ प्रवेश के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं देना होता है। यहाँ आप किसी भी समय जा सकते हैं। 

गोपाल मंदिर (Gopal Temple)  

Gopal Mandir
Gopal Mandir

द्वारकाधीश गोपाल मंदिर में भगवान द्वारकाधीश,  शंकर, पार्वती और गरुण की मूर्तियाँ हैं। यह लगभग 200 वर्ष पुराना मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण दौलतराव सिंधिया की पत्नी वायजा बाई द्वारा करवाया गया था। यहाँ बने चाँदी के द्वार इस मंदिर का प्रमुख आकर्षण है।हरिहर पर्व के समय भगवान महाकाल की सवारी रात बारह बजे आती हैै। 

प्रवेश शुल्क  

मंदिर में किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता है। यहाँ आप सुबह 5 बजे से शाम के 7 बजे तक कभी भी जा सकते हैं। 

मंगलनाथ मंदिर  (Mangalnath Temple)

Mangalnath Temple
Mangalnath Temple

अगर आपकी कुंडली में कोई मांगलिक दोष है तो आप सदियों पुराने उज्जैन के इस मंदिर में पूजा करवा सकते हैं।इसी मान्यता के चलते प्रतिवर्ष यहाँ कई नवविवाहित जोड़े यहाँ आकर अपने ग्रहों की शांति करवाते हैं।इस मंदिर का पुनर्निमाण सिंधिया राजघराने ने करवाया था। यहां की गई मंगल की पूजा का विशेष महत्व है। 

प्रवेश शुल्क  

यहाँ कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। मंगलनाथ मंदिर में आप सुबह 4 बजे से रात के 8 बजे तक कभी भी पूजा के लिए जा सकते हैं। 

रामघाट  (Ramghaat)

Ramghaat
Ramghaat

शिप्रा नदी के तट पर स्थित रामघाट पर्यटकों को खूब पसंद आता है। ऐसा माना जाता है कि श्रीराम ने अपने पिता दशरथ और माता कौशल्या का तर्पण इसी घाट में किया था। इसी वजह से यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने पूर्वजों की मोक्ष की प्राप्ति के लिए यहां पर तर्पण और पूजा करने के लिए आते हैं। इस तट पर ही कई छोटे बड़े मंदिर भी हैं। दर्शन के साथ ही आप यहाँ बोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं। 

प्रवेश शुल्क  

यहाँ किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता है। यहाँ आप किसी भी समय जा सकते हैं। लेकिन, अगर आप आरती में शामिल होना चाहते हैं तो आप यहाँ शाम के 6 बजे पहुँच जायें। 

बड़े गणेश जी का मंदिर(Bade Ganesha Temple)

Bade Ganesh Ji ka Mandir
Bade Ganesh Ji ka Mandir

उज्जैन जाते हैं तो बड़े गणेश जी का मंदिर ज़रूर देखकर आयें क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर के दर्शन से हमारी सभी मनोकामनाएँ तुरंत पूरी होती हैं। यहाँ स्थापित भगवान गणेश की मूर्ति व‍िश्‍व की ऊंची प्रत‍िमाओं में से एक है। ख़ास बात यह है कि यह मूर्ति सीमेंट से नहीं बल्कि मसालों से बनी है। 

प्रवेश शुल्क  

यहां प्रवेश निःशुल्क है। इस मंदिर में आप किसी भी दिन सुबह 5 बजे से रात के 11 बजे तक कभी भी जा सकते हैं। 

हरसिद्धि मंदिर (Harsiddhi Temple)

Harisiddhi Temple
Harisiddhi Temple

उज्जैन का हरसिद्धि मंदिर 51 शक्तिपीठों में शामिल है। 2000 साल पुराने इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान ख़ास रौनक़ रहती है और उत्सव का माहौल होता है। भव्य यज्ञ और पाठ के साथ देवी की खास पूजा-अर्चना होती है। माना जाता है कि यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना पूरी होती है। मराठों ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया था, इसलिए इसकी वास्तुकला मराठी शैली की है। यहाँ हरसिद्धि माता की मूर्ति माँ सरस्वती और महालक्ष्मी के साथ बीच में गहरे लाल रंग में है। 

प्रवेश शुल्क

यहाँ प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना है। मंदिर सुबह 5 बजे से शाम के 7 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहता है। यहां दिन में दो बार आरती होती है यानि सुबह और शाम। यहां की शाम की आरती एक दिव्य और शानदार अनुभव होती है। मंदिर में दीयों की 2 मीनारें हैं जो हर शाम आरती के दौरान रोशन की जाती हैं। प्रत्येक मीनार में कुल 726 लैंप हैं। 

कालिदास अकादमी (Kaalidas Academy)

Kaalidas Academy
Kaalidas Academy

अगर आपको इतिहास में रुचि है तो उज्जैन विजिट के दौरान यह अकादमी देखना नहीं भूलें। यह अकादमी सरकार द्वारा महान कवि कालिदास की स्मृति में स्थापित की गई थी। उज्जैन स्थित यह अकादमी बहुत प्रसिद्ध है और इसमें संगीत, नृत्य के लिए कई हॉल हैं। इसके अलावा रिहर्सल के लिए एक छोटा मंच और एक बड़ा खुला थिएटर भी है। यहाँ प्रतिवर्ष सात दिन के अखिल भारतीय कालिदास समारोह का भी आयोजन होता है।

प्रवेश शुल्क

अकादमी में प्रवेश के लिए कोई एंट्री फी नहीं है। आप सुबह 10.30 से शाम के 5.30 बजे तक कभी भी इस अकादमी का भ्रमण कर सकते हैं।

विक्रम विश्वविद्यालय एवं पार्क (Vikram Vishwavidyalay & Park)

Vikram University & Park
Vikram University & Park

विक्रम विश्वविद्यालय साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और उभरते साहित्यकारों को प्रेरित करने के लिए इस विश्वविद्यालय में कई कार्यक्रम आयोजित किया जाते है। इनमें हिस्सा लेने के लिये देशभर से साहित्यकार आते हैं। विक्रम वाटिका यहां का प्रमुख आकर्षण है। यह एक सुंदर उद्यान है जहां आप हरे-भरे दृश्य का आनंद ले सकते हैं।

प्रवेश शुल्क

यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। सुबह 10.30 बजे यह पार्क आम लोगों के लिए खुला रहता है।

विक्रम कीर्ति मंदिर संग्रहालय (Vikram Kirti Mandir Sangrahalay)

Vikram Kirti Mandir Sangrahalay
Vikram Kirti Mandir Sangrahalay

उज्जैन भ्रमण के दौरान आप विक्रम कीर्ति मंदिर संग्रहालय ज़रूर होकर आयें। इस संग्रहालय का निर्माण राजा विक्रमादित्य की स्मृति में किया गया है। संग्रहालय में सिंधिया ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट, एक पुरातात्विक संग्रहालय, एक कलाकृति गैलरी और एक सभागार शामिल है। संग्रहालय के भ्रमण के दौरान विक्रम कीर्ति मंदिर में दर्शन जरूर करें।  इस मंदिर में पांडुलिपियाँ , शिलालेख, छवियाँ और नर्मदा घाटी में खोजे गए जीवाश्मों की एक विस्तृत श्रृंखला का संग्रहण है।यहां श्रीमद्भागवत की एक विस्तृत पांडुलिपि है, जिसे सोने और चांदी से चित्रित किया गया माना जाता है। 

प्रवेश शुल्क

इस संग्रहालय में प्रवेश निःशुल्क है। यह आप सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे के बीच कभी भी जा सकते हैं।

चौबीस खम्भों वाला मंदिर (24 Pillar Temple)

24 Pillar Temple
24 Pillar Temple

चौबीस खंबा मंदिर उज्जैन का काफ़ी लोकप्रिय मंदिर है जिसमें 24 खंभे हैं। ऐतिहासिक आश्चर्यों से भरपूर यह आकर्षक मंदिर 9वीं शताब्दी का है और सदियों से एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र बना हुआ है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार पर संरक्षक देवी यानी महामाया की सुंदर छवियां प्रदर्शित हैं। यह स्थान शहरी जीवन की हलचल से दूर अत्यधिक शांति के लिए जाना जाता है और प्रसिद्ध उज्जैन मंदिरों में से एक है।

प्रवेश शुल्क

इस मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है। यहाँ आप सुबह 5.30 बजे से कभी भी जा सकते हैं।

गढ़कालिका मंदिर (Gadhkalika Temple)

Gadhkalika Temple
Gadhkalika Temple

माँ कालिका को समर्पित गढ़कालिका मंदिर उज्जैन के ख़ास मंदिरों में से एक है। देवी कालिका की सुंदर मूर्तिकला इस मंदिर का मुख्य आकर्षण है। देवी के दर्शन के लिए यहाँ दूर-दूर से भक्त आते हैं। नवरात्रि में इस मंदिर में बहुत भीड़ रहती है।

प्रवेश शुल्क

यहाँ कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। यह मंदिर दर्शन के लिए सुबह 6 बजे खुल जाता है। सुबह-सुबह यहाँ बहुत अच्छा लगता है। शाम की आरती में भी आप शामिल हो सकते हैं।

उज्जैन घूमने का सही समय – Best time to visit Ujjain

 उज्जैन घूमने का सही समय मार्च से अप्रैल और अक्टूबर से नवंबर के महीनों में होता है, इस समय मौसम अनुकूल होता है। यहाँ सर्दी और गर्मी दोनों ही ज्यादा होती है।

उज्जैन कैसे पहुँचे?

हवाई जहाज से– उज्जैन में कोई एयरपोर्ट नहीं है। इसका सबसे नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर में है जो करीब 58 किलोमीटर है। एयरपोर्ट के बाहर से आप टैक्सी या बस पकड़कर उज्जैन पहुंच सकते हैं।

ट्रेन से – उज्जैन लगभग देश के सभी बड़े शहरों से रेलमार्ग से जुड़ा है। उज्जैन तक दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से सीधी ट्रेन सेवा उपलब्ध है।

सड़क मार्ग से– यह देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। नैशनल हाइवे 48 और नैशनल हाइवे 52 इसे देश के प्रमुख शहरों से जोड़ते हैं। बस, निजी साधन या फिर टैक्सी बुक करके भी आसानी से पहुँच सकते हैंI

उज्जैन में ठहरने के लिए टॉप होटल

रुद्राक्ष क्लब एवं रिसोर्ट

इंदौर-उज्जैन हाईवे, नवग्रह मंदिर के पास

होटल इम्पीरियल ग्रैंड

इम्पीरियल स्क्वायर, हरिफाटक रोड

होटल अबिका इलीट

नज़र अली मार्ग, गली नंबर 2, विक्रमादित्य क्लॉथ मार्केट के पास

FAQ| उज्जैन में पर्यटन स्थलों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

उज्जैन में घूमने में कितना दिन लगता है?

उज्जैन में सभी जगह आस-पास हैं, इसलिए आप इसको 2 से 3 दिन में आराम से घूम सकते हैंI

उज्जैन घूमने के लिए कितना पैसा चाहिए?

उज्जैन सस्ता शहर है। सही तरह से बजट बना कर आप 10 हज़ार में घूम सकते हैंI अगर बजट कम है तो आप 5 से 6 हज़ार में भी मैनेज कर सकते हैं।

उज्जैन घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?

उज्जैन घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से अप्रैल और अक्टूबर से नवंबर के महीनों में होता है, इस समय मौसम अनुकूल होता है। 

मुझे उज्जैन में कहाँ रहना चाहिए?

उज्जैन में आपको कई सस्ते और महंगे होटल मिल जाएँगेI आप अपने बजट के अनुसार होटल का चुनाव कर सकते हैंI

रात के समय उज्जैन में घूमने के लिए कौन सी जगह हैं?

उज्जैन में आप रात में राम घाट, शिप्रा नदी और यहाँ का मार्केट घूम सकते हैं।

हम रात में उज्जैन में क्या कर सकते हैं?

उज्जैन में  ऐसे कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहाँ आप रात में दर्शन के लिए जा सकते हैंI

अभिलाषा सक्सेना चक्रवर्ती पिछले 15 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में दक्षता रखने वाली अभिलाषा ने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान टाइम्स, भोपाल से की थी। डीएनए, नईदुनिया, फर्स्ट इंडिया,...