Enjoyable Journey: आज के बदलते दौर में अब घूमना-फिरना, लंबी छुट्टी पर निकलकर एंजॉय करना, कभी दोस्तों के साथमस्ती तो कभी परिवार के साथ बढिय़ा सी आउटिंग करने के अलावा आज टूरिज्म में एक और चीज़ खास है- वो है फूड टूरिज्म। घूमने जाएं और वहां की स्पेशल डिश पर फोकस न करें, ऐसा कैसे हो सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर क्या है फूड टूरिज्म और लोग कैसे कर रहे हैं इसे एंजॉय।
फूड टूरिज्म
समंदर किनारे एंजॉय करना हो या पहाड़ों की वादियों की करनी हो सैर, राजस्थान की मिट्टी खुशबू बसानी हो दिलों में। आप कहीं भी जा रहे हों, वहां के जायकों को चखे बिना आपका ट्रिप अधूरा है।फूड टूरिज्म एक ऐसा उभरता रुझान है जो पर्यटन के क्षेत्र को एकनया आयाम दे रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देना यानी उस क्षेत्र के खानपान,खाना पकाने की तकनीक और इतिहास के बारे में जानने का मौका देना है।

आकर्षण का केंद्र
मस्ती और फन के लिए हम कहीं भी जाने का कार्यक्रम बनाते हैं तो ध्यान रखें कि अब इसमें एक नया ट्रेंड शामिल हो गया है- फूड टूरिज्म। कहना गलत नहीं होगा कि पर्यटकों के खर्च का तिहाई से अधिक हिस्सा खानपान में जाता है।
रोजगार का बेहतरीन ज़रिया
घूमने-फिरने के साथ-साथ उस स्थान का खाना स्थानीय निवासियों के रोजगार का एक बेहतरीन ज़रिया भी है। सैलानियों को आकर्षित करने के लिए स्थानीय रेस्ट्रो अपने मेन्यू में उस जगह की स्पेशल रेसिपीज़ को जरूर शामिल करते हैं।
लज़ीज़ परंपराओं को चखने का मौका
फूड टूरिज्म के अंतर्गत खानपान की लज़ीज़ परंपराओं को चखने का बेहतरीन मौका मिलता है। इसे एतिहासिक स्थानीय संस्कृति, विरासत सीखने के रूप में भी समझा जाना चाहिए। विशिष्ट क्षेत्रों के भोजन में किसी भी व्यंजन को विकसित होने में सैकड़ों साल लगते हैं। आज भी वहां पारंपरिक भोजन को घर या रेस्ट्रो के मेन्यू में शुमार किया जाता है।
कुछ ऐतिहासिक ज़ायके

मशहूर ऐतिहासिक ज़ायकों में मुगलई भोजन का नाम खासतौर पर लिया जा सकता है, जो भारतीय और फारसी खाना पकाने की विशिष्ट तकनीक का मिश्रण हैैं। मुगलई भोजन विभिन्न इस्लामी शासकों के माध्यम से पहली बार भारत में आया और इतना पसंद किया गया कि आज भी इसकी खुशबू महसूस की जा सकती है। इसी का असर है कि लोग आज इन ज़ायकों के लिए उस खास जगह की ओर रुख करते हैं।
ज़ायकेदार यात्राएं

किसी खूबसूरत स्थान की यात्रा हो और उसके साथ मनपसंद जायका भी हो तो ऐसी यात्रा कौन नहीं करना चाहेगा। गोवा का उदाहरण लीजिए गोवा के पारंपरिक व्यंजनों में कोंकणी, मालवानी और पुर्तगाली भोजन का मिश्रण बखूबी देखा जा सकता है। इन वर्षों में पर्यटन विभाग स्थानीय जायके को चखाने की खास तैयारी करता है। भारतीयों के लिए यह भोजन आउटिंग का मूड बनाने के लिए काफी है।
फूड फेस्टिवल्स का आयोजन

आजकल हर शहर में फूड फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है जहां हम और आप किसी स्थान विशेष के लोकल फूड या रॉयल पारंपरिक फूड का स्वाद लेने पहुंचते जरूर हैं। जाहिर सी बात है अलग-अलग जायके अगर एक ही छत के नीचे चखने को मिलें तो बात ही क्या।
पर्यटन विभाग का सपोर्ट
दुनिया में पर्यटकों की प्रेरणा और पर्यटन के क्षेत्र में भोजन के प्रभाव को इस तरह से देखा जा सकता है कि मेट्रो शहरों में आयोजित खाद्य उत्सवों की संख्या बढ़ रही है और यह सारे उत्सव कुछ विशिष्ट राज्य या देश के पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं।
एक नया ट्रेंड
जब हम कहीं घूमने जाते हैं तो जाहिर सी बात है कि हम वहां कि खास चीज़ जरूर ट्राई करते हैं लेकिन ऐसा बहुत कम होता है कि हम सिर्फ उन जायकों को चखने के लिए ही घूमने का प्लान बनाएं लेकिन अब फूड टूरिज्म के तहत ऐसा होने लगा है। टूरिज्म एक ऐसे ट्रेंड के रूप में उभर रहा है जहां टूरिस्ट अब लग्जरी छोड़ उस जगह के लोकल लाइफस्टाइल को करीब से देखना-जानना चाहते हैं, जिसमें लोकल खाना टेस्ट करना और वहां के फूड कल्चर को समझना शामिल है।
दूसरे देश भी शामिल
अंतर्राष्ट्रीय फूड टूरिज्म एसोसिएशन के अनुसार फूड टूरिज्म तेजी से बढ़ रहा है। फ्रांस, वियतनाम, कंबोडिया, स्पेन, इटली, सिंगापुर, मेक्सिको और कैलिफोर्निया बैकपैकर्स के लिए उभरते फूड डेस्टिनेशन में शामिल हैं, जो स्थानीय भोजन, विरासत या संस्कृति को दर्शाते हैं।
हर स्वाद है खास
अगर किसी शहर को अच्छी तरह से जानना है तो वहां के जायके जरूर चखें। यह सच है कि अगर आप भारत में विभिन्न जायकों का स्वाद लेना चाहते हैं तो कहीं भी जाते वक्त वहां की खासियत के बारे में जरूर पता कर लें। जैसे अगर आप लखनऊ जा रहे हैं तो वहां के कबाब चखे बिना वापस न लौटें। अगर आप गुजरात में कहीं भी जाएं तो गुजराती थाली और अनेक खास व्यंजनों का स्वाद जरूर लें।ऐसे ही राजस्थान में मशहूर दाल-बाटी-चूरमा जरूर खाएं। दक्षिण भारत
जाएं तो वहां के स्पेशल स्वादों का मजा जरूर लें।
थीम बेस्ड टूर पैकेज
कई टूर ऑपरेटर्स थीम बेस्ड डोमेस्टिक और इंटरनेशनल पैकेज प्रमोट कर रहे हैं जैसे राजस्थानी फूड टूर, गोवा फूड टूर, केरला फूड टूर वगैरह। इसके अलावा इटैलियन फूड एंड वाइन टेस्टिंग टूर और फ्रेंच फूड एंड ब्रेवरेज टूर जैसे कई पैकेजेज भी हैं।
फूड एडवेंचर है सुपरहिट
आजकल आउटिंग काफी एडवेंचरस हो गई है ऐसे में भला फूड एडवेंच र भी क्यों ना हो। ऐसे में आउटिंग के साथ फेमस रेस्ट्रो में खाना, वहां के फ्रेश फूड मार्केट का लुत्फ, लोकल कुज़ीन ट्राई करने के अलावा शेफ से कुकिंग क्लास लेने और वहां के खाना पकाने की शैली के लिए कई पाठ्यक्रमों की भी पेशकश की जाती है। टूरिस्ट लोकल फैमिली के साथ रहते हैं, मिलकर खाना बनाते हैं, लोकल और एथनिंग फूड टेस्ट करके वहां की संस्कृति को आत्मसात करते हैं।
ऑनलाइन ट्रेवल वेबसाइट trekeen.com की ट्रेवल एक्सपर्ट ललिता त्रिपाठी से बातचीत पर आधारित ।
