राम जी को समर्पित सबसे बड़े तीर्थ कहलाने वाले अयोध्या में सच में भव्यता का रंग चढ़ने वाला है। आज यानि 5 अगस्त, 2020 को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन भी हो रहा है। ये मंदिर फिलहाल पूरी दुनिया की नजरों में है। ये एक ऐसा मंदिर है, जिसमें मूर्ति पूरी दुनिया सबसे ऊंची और भव्य होगी। मंदिर का प्रांगण भी अपने आप में अनोखा है और आलीशान बनाया जाने वाला है। ये मंदिर तो अपने देश की शान बनेगा ही मगर इससे पहले भी देश में भगवान राम के ऐसे कई मंदिर हैं, जिन्हें आलीशान, ऐतिहासिक की संज्ञा दी जा सकती है। ये मंदिर भारत देश के इतिहास की कहानी कहते हैं और बताते हैं भगवान राम की भक्ति में बसी शक्ति को। इनमें से कुछ मंदिरों के बारे में चलिए जानते हैं। इन मंदिरों से जुड़े रोचक तथ्य हैं ये-

कलाराम मंदिर, नासिक, महाराष्ट्र–
1788…यानि आज से करीब 230 साल पहले इस मंदिर को बनाया गया था। नासिक में बने इस मंदिर को देश के सबसे पुराने हिन्दू तीर्थों में से एक माना जाता है। इस मंदिर में भगवान राम की काले रंग की मूर्ति है। यही वजह है कि इस मंदिर को कालाराम मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर को सरदार रंगराव ओढेकर ने बनवाया था। ऐसा उन्होंने एक सपना आने के बाद किया था, जिसमें उन्होंने गोदावरी नदी में काले रंग के भगवान राम की मूर्ति देखी थी। माना जाता है कि उन्होंने सपने में देखी मूर्ति को बिलकुल उसी जगह से पाया था।

सीता रामचंद्रस्वामी मंदिर, तेलंगाना–
तेलंगाना के भद्राचलम में बना ये मंदिर भगवान राम को समर्पित है। माना जाता है कि विष्णु के सांतवें अवतार भगवान राम अपने वनवास के दौरान इसी क्षेत्र में रुके थे। ये क्षेत्र है भद्राचलम में ही बने दंडाका के जंगल, जहां अपने 14 साल के बीच का कुछ समय यही बिताया था। इस कस्बे का नाम भद्राचलम रखने के पीछे भी भगवान राम से जुड़ा एक किस्सा है।मान्यता है कि भगवान राम के एक भक्त भद्रा एक पत्थर से इंसान बन गए थे। लेकिन फिर बाद में किन्हीं कारणों से उनको पहाड़ी में तब्दील कर दिया था। जिसको बाद में भद्राचलम या भद्रा हिल्स कहा गया।

श्री राजा राम मंदिर, ओरछा, मध्य प्रदेश
झांसी-टीकमगढ़ रोड पर स्थित ओरछा के राजा राम मंदिर भगवान राम के भक्तों के लिए बड़ा तीर्थ माना जाता है। इस मंदिर को ओरछा मंदिर भी कहा जाता है। मंदिर के आंकड़ों के मुताबिक यहां हर दिन 1500 से 3000 भक्त भगवान राम के दर्शन के लिए आते हैं। ये आंकड़ा वसंत पंचमी, राम नवमी और मकर संक्रांति पर और बढ़ जाता है।

रघुनाथ मंदिर, जम्मू, जम्मू–कश्मीर–
पहले डोगरा राजा महाराजा गुलाब सिंह ने 1835 में ये मंदिर बनवाया था। इस एक मंदिर के अंदर 7 और मंदिर भी हैं। लेकिन मुख्यतौर पर मंदिर भगवान राम का है, जिनको रघुनाथ भी कहा जाता है। मंदिर की दीवारों पर 300 देवी-देवताओं की मूर्तियां बनी हैं।
