Himachal Places: आप पहली बार हिमाचल प्रदेश घूमने जा रहे हैं या कई बार जा चुके हैं, लेकिन ये जगहें नहीं घूमी, तो मान लीजिए कि आपने प्रकृति की सुंदरता देखना मिस कर दिया।
गर्मी के मौसम में कहीं घूमने जाने का प्लान बनाने की बारी आती है तो ज्यादातर उत्तर भारतीय हिमाचल प्रदेश जाने की ही योजना बनाते हैं, लेकिन हर बार शिमला या मनाली को नक्शे पर
तलाशने और घूमने की जरूरत बिल्कुल नहीं है। इनको भी देखिए लेकिन याद रखिए कि हिमाचल में इससे आगे भी बहुत जगह हैं, जिसे देखा और महसूस किया जाना चाहिए। ये वो जगहें हैं जो ज्यादातर घुमक्कड़ों की ट्रेवल लिस्ट में नहीं होती है क्योंकि अभी फिलहाल इन जगहों को
एक्सलप्लोर किया ही बहुत कम गया है। चलिए हिमाचल प्रदेश की 5 अनोखी और लुकीछुपी जगहों के बारे में जानते हैं, इस बार इन्हीं का प्लान बनाइएगा –
1.बरोट

हिमालय के नजदीक बसा बरोट दिल जीतने वाली जगह है। ये उहल नदी के किनारे बसा है और बेहद सुंदर है। इसके चारों ओर देवदार के पेड़ हैं तो देवपाशाकोट मंदिर भी नजदीक ही है। इसके पास में ही नार्गु वाइल्ड लाइफसेंचुरी है। सुंदर वादियों के साथ ट्रेकिंग और कैपिंग भी आपके लिए याद बन जाएगी। यहां आने का सही समय अप्रैल से जून तक का है।
कैसे पहुंचे: हिमाचल प्रदेश की जगह मंडी से बरोट 80 किलोमीटर दूर है। मंडी तक पहुंचना बेहद आसान है। दिल्ली से मंडी 420 किलोमीटर दूर है। दिल्ली से बस से मंडी आने में 9 घंटे लगते हैं।
2.शोघी

शिमला से 13 किलोमीटर दूर अंबाला हाईवे पर शोघी तक आना आपको हमेशा याद रहने वाला है। यहां चीड़ के पेड़ों के बीच से दिखते पहाड़ और ठंड का अहसास आपको जन्नत महसूस कराएगा। इसके साथ यहां पर फॉरेस्ट हाइक, वैली क्रासिंग, कमांडो रोप, रॉक क्लाइबिंग और नाइट ट्रेक जैसी एडवेंचर एक्टिविटी भी आपको हमेशा याद रहने वाली है। ये जगह आपकी यादों में बसी रहेगी, हमेशा गारंटी दी जा सकती है।
कैसे पहुंचे: यहां से नजदीकी रेलवे स्टेशन कालका है जो 90 किलोमीटर दूर है। आपको शिमला या सोलन आकर बस से शोघी आना होगा, जबकि हवाई यात्रा करनी है तो नजदीकी हवाई अड्डा शिमला में है। यह 21 किलोमीटर की दूरी पर है। दिल्ली से शिमला की लाइट 1 घंटे की ही होती है।
शिमला से शोघी पहुंचने के लिए बस या कार अच्छा साधन हैं, लेकिन कालका शिमला के बीच की असली सुंदरता देखने के लिए ट्रेन का सफर करने की सलाह दी जाती है।
3.छैल

हिमाचल प्रदेश में बसा छैल बहुत लुकाछिपा तो नहीं है लेकिन फिर भी अभी यहां कम ही लोग जाते हैं। मगर जो आते हैं वो गौरा नदी के किनारे कैपिंग का मजा जरूर लेते हैं। इसके साथ छैल एडवेंचर
स्पोर्ट्स के लिए भी जाना जाता है। खास बात ये है कि छैल में ही दुनिया का सबसे ऊंचाई पर बना क्रिकेट ग्राउंड भी बनाया गया है।
कैसे पहुंचे: शिमला का जबरहट्टी हवाईअड्डा छैल से 72 किलोमीटर है। जबकि चंडीगढ़ एयरपोर्ट की यहां से दूरी 113 किलोमीटर है जो नेशनल हाईवे 22 से पूरी की जाती है। इन दोनों ही जगहों पर सभी बड़ी जगहों से लाइट कनेक्ट होती है। जबकि ट्रेन से यहां पहुंचना हो, तो कालका रेलवे स्टेशन
यहां से 81 किलोमीटर दूर है। सड़क के रास्ते यहां आना हो तो छैल शिमला से 45 किलोमीटर की सड़क दूरी पर है।
4.नारकंडा

नारकंडा, शिमला से 65 किलोमीटर दूर बसा है। यहां आप शिवालिक रेंज में सुकून महसूस कर सकते हैं। यहां पर स्की का मजा लिया जा सकता है क्योंकि यहां पर स्की का कोर्स भी कराया जाता है।
खास बात ये है कि इस जगह पर आभी भी बहुत भीड़ नहीं है, शांति यहां बहुत ज्यादा है। एडवेंचर एक्टिविटी भी यहां खूब होती है इसलिए सुकून के साथ मजा भी यहां खूब आता है। यहां का
मौसम आमतौर पार 10 से 30 डिग्री के बीच रहता है। जो उत्तर भारत की बेहद ज्यादा गर्मी के बीच सुकून देने वाला मौसम होता है।
कैसे पहुंचे: नारकंडा से नजदीकी रेलवे स्टेशन कालका है जो 125 किलोमीटर दूर है। कालका-शिमला रूट पर नारकंडा जाने के लिए टॉय ट्रेन मिलती है। एयर ट्रेवल करना है तो शिमला
एयरपोर्ट नजदीकी हवाई अड्डा है। ये नारकंडा से 155 किलोमीटर दूर है। नारकंडा में अपना एयरपोर्ट है जहां शिमला से लाइट लेकर पहुंचा जा सकता है। ये जगह कुफ्री से बस के रास्ते जुड़ी हुई है और बेहद नजदीक है इसलिए कुफ्री घूमने का मौका भी यहां आते हुए
आपको मिलेगा।
5.बीर बिलिंग

बीर बिलिंग, कांगड़ा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है। ये खूबसूरत जगह सबसे अच्छे पैराग्लाइडिंग और हैंग ग्लाइडिंग अनुभव के लिए जानी जाती है। यहां पर पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप भी हो चुका है। एडवेंचर स्पोर्ट्स के अलावा बीर बिलिंग में डियर पार्क इंस्टीट्यूट, बीर टी फैक्ट्री देखने भी लोग खूब आते हैं। यहां आने का सही समय अप्रैल से जून तक का है। जो आपको भी सूट करेगा ही
क्योंकि यही वो समय है जब बच्चों की स्कूल से छुट्टी होगी।
कैसे पहुंचे: बीर बिलिंग आने के लिए रेलवे का सीधे कोई कनेक्शन नहीं है। नजदीकी रेलवे स्टेशन पठानकोट है जो 112 किलोमीटर दूर है। जबकि 3 किलोमीटर दूर नैरो गेज रेलवे स्टेशन आहुजा
है। हालांकि आपको यहां तक आते हुए सुंदर नजारा देखना है तो आपको सड़क के रास्ते यहां तक आना चाहिए। यहां का नजदीकी बस अड्डा धर्मशाला और पालमपुर है। यहां से नजदीकी एयरपोर्ट कांगड़ा है जो यहां से 67.6 किलोमीटर दूर है। जबकि 290 किलोमीटर दूर चंडीगढ़, 260 किलोमीटर
दूर अमृतसर और 520 किलोमीटर दूर दिल्ली से लाइट ली जा सकती है।
बस की बुकिंग यहां से करें
हिमाचल प्रदेश के लिए बस की बुकिंग मुख्य रूप से ऑनलाइन माध्यमों से की जाती है, जैसे कि ‘रेड बस’ और ‘अभीबस’ आप हिमाचल प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर भी टिकट बुक कर सकते हैं।
