diwali 2025 long weekend in amritsar
diwali 2025 long weekend in amritsar

Overview: इस दीवाली छुट्टियों में अमृतसर का जादू देखें

अमृतसर में दीवाली का अनुभव सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक भावना है। यह शहर आपको रोशनी, श्रद्धा और देशभक्ति के उस मिश्रण में डुबो देता है जो हमेशा दिल में बस जाता है। तो इस लॉन्ग वीकेंड पर अमृतसर की ओर रुख करें और उन 6 जगहों का आनंद लें जो आपको पलभर के लिए भी बोर नहीं होने देंगी।

Diwali 2025 Long Weekend In Amritsar: दीवाली 2025 का लॉन्ग वीकेंड अगर आप रोशनी, स्वाद और संस्कृति के बीच बिताना चाहते हैं,तो अमृतसर से बेहतर जगह और कोई नहीं। यह शहर केवल सिख धर्म की आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि भारत के दिल की धड़कन भी है। इतिहास, संस्कृति और सिख परंपरा से भरा यह शहर त्योहार के मौसम में जगमगा उठता है। यहां के सुनहरे मंदिर की रौशनी, लंगर का स्वाद, और देशभक्ति से भर देने वाला वाघा बॉर्डर – सब मिलकर इसे एक परफेक्ट फेस्टिव डेस्टिनेशन बनाते हैं। दीवाली पर जब पूरा अमृतसर दीयों की लौ से जगमगाता है, तो ऐसा लगता है जैसे पूरा शहर “सतनाम” के सुर में डूबा हो।

स्वर्ण मंदिर

Diwali 2025 Long Weekend-Golden Temple
Golden Temple

दीवाली पर स्वर्ण मंदिर की जगमगाहट देखने लायक होती है। पूरा सरोवर दीयों और रोशनी से नहाया रहता है। रात में जब मंदिर का प्रतिबिंब पानी में झिलमिलाता है, तो ऐसा लगता है मानो धरती पर स्वर्ग उतर आया हो। यहां का लंगर और अरदास मन को सुकून देने वाली होती है।

जलियांवाला बाग

Jallianwala Bagh
Jallianwala Bagh

अमृतसर का ये स्थल हमें आज़ादी की लड़ाई के बलिदान की याद दिलाता है। दीवाली के समय यहां पर्यटकों की भीड़ रहती है, जो श्रद्धा और सम्मान के साथ इस ऐतिहासिक स्थान पर मत्था टेकते हैं। यहां की दीवारों पर पड़े गोली के निशान अब भी गवाही देते हैं उस दौर की।

वाघा बॉर्डर

भारत-पाकिस्तान सीमा पर होने वाला झंडा उतारने का समारोह हर किसी के रोंगटे खड़े कर देता है। दीवाली के समय यहां का माहौल और भी जोश से भरा होता है। “भारत माता की जय” के नारे, सैनिकों की परेड और जनता की उमंग – ये सब मिलकर आपकी शाम को यादगार बना देंगे।

हेरिटेज स्ट्रीट

स्वर्ण मंदिर के आसपास की हेरिटेज स्ट्रीट दीवाली पर सज-धज कर किसी फिल्म सेट जैसी लगती है। यहां पारंपरिक पंजाबी ज्वेलरी, हैंडिक्राफ्ट्स, और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड का मजा एक साथ लिया जा सकता है। जलने वाली लाइटें और दीयों की चमक इस जगह को और खूबसूरत बना देती हैं।

गोबिंदगढ़ किला

यह किला अब एक म्यूज़ियम और मनोरंजन स्थल में बदल चुका है। यहां साउंड एंड लाइट शो, लोकनृत्य और पंजाबी खाने की खुशबू हर किसी को अपनी ओर खींच लेती है। दीवाली की रातों में यहां विशेष आयोजन होते हैं जो स्थानीय संस्कृति को करीब से दिखाते हैं।

हलवारा बाजार

दीवाली बिना मिठाइयों के अधूरी है, और अमृतसर के बाजारों में उस समय रसगुल्ले, बर्फी, और फुलझड़ियों की खुशबू हर ओर फैली रहती है। यहां के दुकानदारों की आवाज़ें और खरीददारों की भीड़ त्योहार की असली भावना को जीवंत करती हैं।

मेरा नाम वंदना है, पिछले छह वर्षों से हिंदी कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हूं। डिजिटल मीडिया में महिला स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन, बच्चों की परवरिश और सामाजिक मुद्दों पर लेखन का अनुभव है। वर्तमान में गृहलक्ष्मी टीम का हिस्सा हूं और नियमित...