हिंदुस्तान का दिल दिल्ली…शायद ही कोई ऐसा शख्स हो जो दिल्ली न गया हो। लेकिन ऐसे बहुत लोग होंगे, जो दिल्ली में घूमे नहीं होंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि ढेर सारे लोग दिल्ली जाते तो हैं लेकिन सिर्फ काम निपटाने। इस चक्कर में घूमना बिलकुल नहीं हो पाता लेकिन शहर की विजिट हो जाती है। लेकिन इन छोटी ट्रिप में भी दिल्ली के कई ठिकानों को देखा जा सकता है। 24 घंटे के लिए भी अगर आप दिल्ली जाते हैं तो मान लीजिए कि इस शहर को घूमना कठिन बिलकुल नहीं है। मगर ये होगा कैसे? दिक्कत की बात नहीं है थोड़ी सी प्लानिंग के साथ दिल्ली को 24 घंटे में भी घूमा जा सकता है। क्या होनी चाहिए ये प्लानिंग आइए जानें-
जब रखें दिल्ली में कदम-
आमतौर पर लोग दिल्ली सुबह के समय पहुंचते हैं, जो लोधी गार्डेन को देखने का सबसे अच्छा समय होता है। ये एक ऐसा गार्डेन है, जहां सुबह के समय कई बड़े और जाने-पहचाने लोग मॉर्निंग वॉक करते मिल जाते हैं। ये दिल्ली का सबसे साफ और मेनटेन बगीचा है। यहां सेलेब्रिटी, ब्यूरोक्रेट और नेता अक्सर आते हैं। लेकिन हां, इसके लिए आपको सुबह 7 से 8 के बीच यहां पहुंचना होगा।   
नाश्ते के साथ जामा मस्जिद-
इसके बाद आपका समय हो जाएगा कि आप नाश्ता कर लें। तो इसके लिए आपको जामा मस्जिद जाना चाहिए। इस जगह की ऐतिहासिक अहमियत तो है ही यहां खाने-पीने के भी कई विकल्प आसानी से मिल जाते हैं। सुबह के समय यहां भीड़ भी कम होगी और मौसम भी पूरे दिन के मुक़ाबले ठंडा होगा। वैसे तो ये जगह नॉनवेज के लिए जानी-जाती है लेकिन यहां टेस्टी वेज भी आसानी से मिलता है।
लाल किले का अहसास-
दिल्ली आएं तो लाल किले की सैर को ट्रिप में जरूर शामिल करें। इसकी लाल रंग से सजी सुंदर दीवार हो या अंदर बना म्यूजियम, आपको जरूर भाएगा। इसके लिए खर्चा भी ज्यादा नहीं होगा। सिर्फ 15 रुपए के टिकट के साथ आप इस किले को देख सकते हैं। 
कनॉट प्लेस पर चहलकदमी-
कनॉट प्लेस पर खरीदारी तो की ही जा सकती है लेकिन ये जगह घूमने और अच्छा महसूस करने के लिए भी बहुत अच्छी है। चलते हुए कई छोटी और बड़ी दुकानों पर खाना-पीना भी किया जा सकता है। 
दिल्ली हाट में भारत की संस्कृति-
दिल्ली हाट एक ऐसी जगह है, जहां आपको पूरे देश से जुड़ी सभ्यता दिख जाएगी। यहां पर हस्तनिर्मित चीजों के खूब स्टॉल लगते हैं।
इंडिया गेट का इतिहास-
इंडिया गेट एक तरह से भारत की पहचान है। ये एक ऐतिहासिक जगह है, जहां शहीदों के नामा भी लिखे हुए हैं। ये एक वार मेमोरियल है, जिसे 1931 में बनाया गया था। इसकी ऊंचाई 43 मीटर है। 
स्ट्रीट फूड का स्वाद-
दिल्ली का स्ट्रीट फूड भी काफी पसंद किया जाता है। इसका स्वाद लिए बिना वापस चले जाना सही नहीं है। इसलिए पराठा वाली गली, अमृतसरी लस्सी वाला, काक्के दी हट्टी जैसी जगहों से खाना खाना ना भूलें। 
ये भी पढ़ें-