Case 1: बिजली बिल का फर्जी नोटिस
OTP Scam: “आपका बिजली बिल बकाया है। तुरंत भुगतान करें नहीं तो आज रात तक कनेक्शन काट दिया जाएगा।”
रोहित ने डर के मारे दिए गए नंबर पर कॉल किया। उन्होंने कहा कि OTP डालते ही समस्या हल हो जाएगी। जैसे ही उसने OTP साझा किया, उसके खाते से 15,000 रुपये कट गए।
Case 2: बैंक अकाउंट अपडेट का धोखा
“आपका बैंक अकाउंट ब्लॉक हो गया है। इसे दोबारा चालू करने के लिए OTP साझा करें।”
रीमा ने खुद को बैंक अधिकारी समझ रहे शख्स को OTP बता दिया। अगले ही पल उसका अकाउंट खाली हो गया।
Case 3: केवाईसी अपडेट का झूठ
“आपका केवाईसी अपडेट अधूरा है। अभी इस लिंक पर क्लिक करें!”
पूजा ने जब यह मैसेज देखा, तो उसे घबराहट हो गई। उसने फौरन लिंक पर क्लिक किया और वहां मांगी गई जानकारी भर दी। कुछ मिनटों में उसके फोन पर कई मैसेज आने लगे कि उसके खाते से रुपये कट गए हैं। पूजा समझ नहीं पाई कि उसकी मेहनत की कमाई कैसे लुट गई।
Case 4: फर्जी हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम
“आपका हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम अप्रूव हो गया है। राशि प्राप्त करने के लिए OTP साझा करें।”
रचना ने इसे सही मानकर तुरंत OTP शेयर किया। कुछ ही देर में उसके बैंक खाते से 20,000 रुपये कट गए।
Case 5: क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने का झांसा
“हम आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ा रहे हैं। प्रक्रिया पूरी करने के लिए OTP बताएं।”
अमित को यह ऑफर अच्छा लगा और उसने OTP बता दिया। लेकिन जल्द ही पता चला कि उसका कार्ड हैक हो चुका है और उस पर 50,000 रुपये का बकाया हो गया है।
OTP स्कैम: क्या है और कैसे होता है?
OTP (One-Time Password) एक सुरक्षा कोड होता है, जो ऑनलाइन लेन-देन को सुरक्षित बनाने के लिए भेजा जाता है। परंतु, साइबर अपराधी इस सुविधा का गलत उपयोग कर रहे हैं। वे किसी बैंक या संस्था का कर्मचारी बनकर कॉल या मैसेज करते हैं और आपके OTP को प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।
OTP स्कैम से बचने के आसान उपाय
किसी पर अंधा भरोसा न करें
कभी भी किसी अनजान कॉलर या मैसेज के जरिए मांगी गई जानकारी न दें।
OTP सिर्फ आपके लिए है
यह एक बार इस्तेमाल होने वाला पासवर्ड केवल आपके लेन-देन के लिए होता है। इसे किसी के साथ साझा करना आपकी सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।
कॉलर की पहचान सत्यापित करें
अगर कोई बैंक कर्मचारी होने का दावा करे, तो पहले बैंक के आधिकारिक नंबर पर कॉल करें।
दो-चरणीय सुरक्षा (Two-Factor Authentication) एक्टिव करें:
आपके ईमेल और अन्य खातों पर 2FA (Two-Factor Authentication) लगाएं। यह अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
संदिग्ध मैसेज को अनदेखा करें
अगर कोई मैसेज अनजान लिंक या OTP मांगे, तो उसे तुरंत डिलीट कर दें।
अगर आप स्कैम के शिकार हो जाएं तो क्या करें?
फौरन बैंक को सूचित करें
अपने बैंक की हेल्पलाइन पर कॉल कर अपने खाते को ब्लॉक कराएं।
साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत करें
भारत सरकार की साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें। साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर साइबर अपराध की रिपोर्ट करें।
पुलिस में FIR दर्ज कराएं
अपने क्षेत्र की साइबर सेल या पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करें।
अकाउंट पासवर्ड बदलें
अपने बैंक और अन्य डिजिटल खातों के पासवर्ड तुरंत बदलें।
संदिग्ध कॉल्स और मैसेज सेव करें
सभी सबूत रखें, जो जांच में मदद कर सकते हैं।
कैसे रहे सतर्क और सुरक्षित?
ध्यान दें
जब भी कोई OTP मांगे, रुकें और सोचें: क्या यह जरूरी है?
नियमित चेक करें
अपने बैंक खाते का विवरण नियमित रूप से जांचें।
डिजिटल शिक्षा लें
अपने परिवार और दोस्तों को भी साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करें।
जागरूकता फैलाएं
ऐसे स्कैम के बारे में अपने जानने वालों को बताएं ताकि वे सतर्क रहें।
OTP स्कैम कोई छोटी समस्या नहीं है। यह हमारी मेहनत की कमाई को मिनटों में छीन सकता है। लेकिन एक जिम्मेदार और सतर्क उपयोगकर्ता इस खतरे से बच सकता है।
याद रखें, सतर्कता आपकी सुरक्षा की सबसे मजबूत चाबी है। जब भी कोई OTP मांगे, यह सोचें: क्या मेरी सुरक्षा खतरे में है? और हमेशा ‘ना’ कहने का साहस रखें।
