Social Media Side Effects: आजकल युवाओं में सोशल मीडिया का प्रभाव बहुत ही ज्यादा है। लगभग हर युवा अपना आधे से ज्यादा दिन सोशल मीडिया पर बिताता है। 2022 के प्यू रिसर्च सेंटर के 1,300 से अधिक युवाओं पर हुई एक रिसर्च में पाया गया कि 35% युवा टॉप पांच सोशल मीडिया प्लेटफार्मों जैसे यूट्यूब, टिकटॉक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट और फेसबुक में से कम से कम एक पर लागातर ऑनलाइन रहते हैं।
क्या कहती है रिसर्च
Researchers from Iowa State University limited a group of students to only 30 minutes of social media a day, and found improvements in psychological well-being and sleep quality. https://t.co/CiRJJTQpGk pic.twitter.com/d5NeUN6StJ
— WebMD (@WebMD) June 27, 2023
आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने स्टूडेंट्स के एक ग्रुप को 2 हफ्ते के लिए केवल 30 मिनट के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल की अनुमति दी। जिसके बाद उन्होंने पाया कि उन स्टूडेंस ने इस बीच अपने और दिनों के मुकाबले क्वालिटी स्लीप ली और खुद को मानसिक तौर पर भी काफी फ्रेश पाया।
साथ ही रिसर्च्स ने कहा कि उनमें खतरनाक FOMO, या छूट जाने का डर भी नहीं रहा। इस रिसर्च और एक्पैरिमेंट के बाद स्टूडेंट्स सोशल मीडिया की अपनी लत को कम करने के बारे में सोचने लगे और खुद को काफी पॉजिटिव फील करने लगे।
यह भी देखें-मूवी Project K में होगी कमल हासन की एंट्री, अमिताभ और दीपिका भी आएंगे नजर: Project K Cast
बढ़ रहा मानसिकता का खतरा
जैसे-जैसे सोशल मीडिया अधिक आम होता जा रहा है युवाओं का मानसिक स्वास्थ्य अधिक खतरे में पड़ रहा है। अमेरिकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति, एमडी, ने सोशल मीडिया और युवा मानसिक स्वास्थ्य पर एक सलाह जारी की, जिसमें तकनीकी कंपनियों को बेहतर करने, नीति निर्माताओं को सुरक्षा मजबूत करने और शोधकर्ताओं को अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अन्य कार्य करने की सलाह दी।
