Reckong Peo Itinerary
Reckong Peo Itinerary

Reckong Peo Itinerary: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित रिकांग पिओ एक सुंदर और शांत हिल स्टेशन है जो अपनी प्राकृतिक खूबसूरती, ऊँचे हिमालयी पहाड़ों और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। सतलुज नदी के किनारे बसे इस छोटे-से कस्बे की पृष्ठभूमि में किन्नर कैलाश की बर्फ से ढकी चोटियाँ इसे और भी आकर्षक बनाती हैं। यह स्थान उन यात्रियों के लिए उपयुक्त है जो भीड़-भाड़ से दूर हिमालय की गोद में सुकून भरे पल बिताना चाहते हैं।

रिकांग पिओ सिर्फ अपनी खूबसूरती के लिए ही नहीं बल्कि यहाँ की स्थानीय संस्कृति, सेब के बागान, पुराने मठ और मंदिरों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ से किन्नर कैलाश की झलक पाना किसी आध्यात्मिक अनुभव से कम नहीं है। इसके अलावा यह स्थान तिब्बती संस्कृति और बौद्ध धर्म के प्रभाव को भी दर्शाता है। यहां के बाजार में आपको ऊनी कपड़े, हैंडीक्राफ्ट और लोकल उत्पाद भी मिलते हैं।

Day 1: Arrival and local sightseeing
Day 1: Arrival and local sightseeing

रिकांग पिओ पहुँचने के बाद सबसे पहले आप स्थानीय दर्शनीय स्थलों की सैर कर सकते हैं। मठ यहाँ का प्रमुख आकर्षण और बौद्ध स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है। इसके बाद आप काली माता मंदिर और नारायण नागिनी मंदिर भी देख सकते हैं। शाम को बाजार में घूमकर आप स्थानीय हस्तशिल्प और सेब से बनी वस्तुएँ खरीद सकते हैं। यहाँ की शांत और ठंडी हवा यात्रा की थकान मिटा देती है।

Day 2: Visit to Kinnar Kailash and Roghi Village
Day 2: Visit to Kinnar Kailash and Roghi Village

दूसरे दिन आप किन्नर कैलाश के ट्रेकिंग बेस पॉइंट तक जा सकते हैं। हालांकि पूरी चढ़ाई कठिन है लेकिन बेस पॉइंट तक पहुँच कर भी आप हिमालय की अद्भुत चोटियों का नजारा ले सकते हैं। इसके बाद रोघी गांव की ओर निकलें जो रिकांग पिओ से लगभग 8 किलोमीटर दूर है। यह गाँव अपने पुराने हिमाचली घरों और सेब के बागानों के लिए जाना जाता है। यहाँ से घाटियों और पहाड़ों का मनोरम दृश्य बेहद आकर्षक होता है। शाम को आप अपने होटल या गेस्ट हाउस में आराम कर सकते हैं।

Day 3: Visit to Chitkul or Kalpa
Day 3: Visit to Chitkul or Kalpa

तीसरे दिन आप पास के दर्शनीय स्थल चितकुल या कल्पा की सैर कर सकते हैं। कल्पा रिकांग पिओ से केवल 7 किलोमीटर दूर है और यहाँ से किन्नर कैलाश पर्वत श्रृंखला का दृश्य बेहद मनमोहक होता है। वहीं चितकुल भारत-तिब्बत सीमा के निकट बसा आखिरी गाँव है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और बास्पा नदी के किनारे बसे शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। दोपहर तक यहाँ घूमें और शाम को वापसी के लिए रवाना हों।

रिकांग पिओ में ठहरने के लिए अच्छे होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। गर्मियों में यहाँ का मौसम ठंडा और सुहावना होता है, जबकि सर्दियों में बर्फबारी का आनंद लिया जा सकता है। यहाँ आने के लिए आप शिमला से टैक्सी या बस द्वारा यात्रा कर सकते हैं। यह प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और शांत वातावरण का अनोखा संगम है। तीन दिन की यात्रा में आप यहाँ के प्रमुख स्थल देख सकते हैं और हिमालय की गोद में सुकून भरे पल बिता सकते हैं।

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...