टीनएज बच्चों के करीब रहने के लिए अपनाएं ये आसान हैक्स
इस उम्र में बच्चों को माता पिता और रिश्तेदारों से ज्यादा अपने दोस्त पसंद आते हैं और वो उनके साथ ही ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करते हैं।
Teenage Parenting Tips: उम्र का सबसे नाजुक दौर है टीनएज, बच्चों के साथ माता पिता को भी अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखना जरुरी हो जाता है। इस समय बच्चों के अंदर कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव नज़र आते हैं, जिनकी वजह से बच्चे थोड़े परेशान और चिड़चिड़े रहने लगते हैं। माता पिता इस दौर से गुजर चुके हैं इसलिए उनको इस बात का ख्याल रखना चाहिए, इस समय वो बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करें। इस उम्र में बच्चों को माता पिता और रिश्तेदारों से ज्यादा अपने दोस्त पसंद आते हैं और वो उनके साथ ही ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करते हैं। माता पिता को चाहिए की वो बच्चों के उम्र के अलग अलग दौर में अलग अलग तरह की परवरिश अपनाएं।
आइये जानते हैं कुछ ऐसी टिप्स के बारे में जिन्हें रोजमर्रा की जीवनशैली में अपनाने पर आपको टीनएज बच्चों की परवरिश करने में किसी तरह की मुश्किल नहीं होगी।
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अब बस करो

आजकल सोशल मीडिया, मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप का जमाना है। एक तरह से ये बात सच है, इनके बिना नौकरी , बिज़नेस, पढाई और भी ना जाने कितनी ही चीजें ठीक तरह से नहीं हो पाएंगी। हमारा आधा काम तो आधुनिक टेक्नोलॉजी ने ही आसान बनाया हुआ है। लेकिन इनका पूरा फायदा तभी उठाया जा सकता है जब हम इनका इस्तेमाल एक दायरे में रह कर जरुरत के अनुसार ही करें। टीनएज बच्चों के साथ बैठ कर बातें करें और इस तरह से उन्हें मोबाइल फ़ोन आदि के नुकसान बताएं क़ि वो आपकी बातों को समझने क़ि कोशिश करें और आपकी दी सलाह मान कर समय रहते इसकी लत से छुटकारा पा लें।
तुमने कहा मैंने सुना

किसी भी तरह के विचारों का सुना और कहा जाना दोनों ही बहुत जरुरी हैं। सिर्फ अपनी बातें ही बच्चों पर ना थोपें, कहीं अगर आपको लग रहा है बच्चा गलत संगत में पड़ रहा है या कुछ गलत सीख रहा है तो समय रहते उसके साथ बैठ कर उस बात को ठीक तरह से उनके सामने रखें, उनकी गलतियां गिनाने क़ि जगह अपने टीनएज फेज के बारे में बताएं, उन्हें बताएं गलतियां आपसे भी बहुत हुई, और उन गलतियों से आपने सीख ली इसलिए आज आप उनको ये समझाना चाह रहे हैं। इस तरह क़ि सकारात्मक बातें इस उम्र में जल्दी समझ आती है, कोशिश करें बातें थोपने क़ि जगह समझाएं।
हम तुम

इस भागदौड़ भरी जीवनशैली में सबसे ख़ास है वक़्त। अगर कोई इंसान इस व्यस्त जीवनशैली में आपके लिए वक़्त निकाल रहा है तो समझ लीजिये आप उसकी ज़िन्दगी में काफी मायने रखते हैं। आज लोग घंटों के हिसाब से पैसे कमा रहे हैं, कुछ लोग अपना एक मिनट तो क्या एक सेकंड भी बर्बाद नहीं होने देना चाहते हैं, अगर आप पेरेंटिंग में भी यही गलती ये सोचकर कर रहे हैं, आखिर ये सब बच्चों का ही तो है, यकीन मानिये टीनएज बच्चा ऐसे आपके करीब कभी नहीं आ पाएगा। बच्चे के लिए माता पिता ही सब कुछ होते हैं और अगर इस नाजुक उम्र में उनके मन में आपके लिए कोई नकारात्मक विचार आ गया तो शायद वो उनके मन से कभी बाहर नहीं निकल पाएगा, इसलिए अपना कुछ वक़्त सिर्फ बच्चों के लिए संभाल कर रखिए।
