20+ पंजाब के ये हैं घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
Famous Places in Punjab in Hindi : पंजाब देश का प्रमुख राज्य है, यह अपनी खेती और उपजाऊ मिट्टी के लिए जाना जाता है। आइए जानते हैं पंजाब के बेहतरीन पर्यटक स्थल के बारे में-
Punjab Mein Ghumne ki Best Jagah: पंजाब, पांच नदियों की भूमि के रूप में जाना जाता है। भारत के उत्तर-पश्चिमी कोने में स्थित यह एक खूबसूरत सा राज्य है, जो अपनी लहलहाती खेत-खलियानों के लिए जाना जाता है। इस राज्य की भूमि काफी उपजाऊ है। अपनी उपजाऊ भूमि के कारण पंजाब को “द स्माइलिंग सोल ऑफ इंडिया” माना जाता है। पंजाब अपनी धार्मिक विविधता के लिए भी पहचाना जाता है क्योंकि इस प्रांत में कई धार्मिक आंदोलनों की शुरुआत हुई थी। आइए इस खूबसूरत से राज्य के ऐसे पर्यटक स्थल के बारे में जानते हैं, तो पर्यटकों के बीच में काफी प्रसिद्ध है।
पंजाब में घूमने के लिए 20 खूबसूरत जगह – Famous Places in Punjab in Hindi
| जगह | किलोमीटर (शहर से दूरी) |
| कपूरथला (Kapurthala) | 66.6 किलोमीटर |
| जालंधर (Jalandhar) | 77.8 किलोमीटर |
| मोहाली (Mohali) | 219 किलोमीटर |
| सरहिंद (Sirhind) | 201 किलोमीटर |
| चंडीगढ़ (Chandigarh) | 226 किलोमीटर |
| होशियारपुर (Hoshiarpur) | 108 किलोमीटर |
| गुरदासपुर (Gurdaspur) | 74.6 किलोमीटर |
| गोल्डन टेंपल (Golden Temple) | 1.9 किलोमीटर |
| बठिंडा (Bhatinda) | 187 किलोमीटर |
| पटियाला (Patiala) | 233 किलोमीटर |
| आनंदपुर साहिब (Anandpur Sahib) | 180 किलोमीटर |
| लुधियाना (Ludhiana) | 140 किलोमीटर |
| अमृतसर (Amritsar) | 2.2 किलोमीटर |
| हरिके आर्द्रभूमि एवं पक्षी अभयारण्य (Harike Wetland And Bird Sanctuary) | 81.8 किलोमीटर |
| रूपनगर (Rupnagar) | 183 किलोमीटर |
| पठानकोट (Pathankot) | 116 किलोमीटर |
| फरीदकोट (Faridkot, Punjab) | 128 किलोमीटर |
| सुल्तानपुर लोधी (Sultanpur Lodhi) | 74.2 किलोमीटर |
| किला रायपुर (Qila Raipur) | 159 किलोमीटर |
| मानसा (Mansa) | 212 किलोमीटर |
कपूरथला (Kapurthala)

कपूरथला को कई लोग ‘पंजाब का पेरिस’ भी कहते हैं। यह शहर अपनी शानदार वास्तुकला और भव्य बगीचों के लिए प्रसिद्ध है। ऐतिहासिक रूप से इस शहर का काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि सिख धर्म के पहले गुरु और संस्थापक गुरु नानक ने 1499 में यहीं ज्ञान प्राप्त किया था। इस शहर का ऐतिहासिक महत्व है, साथ ही इसका प्राकृतिक परिवेश और शानदार संरचनाएं, इसे अद्वितीय बनाती हैं।
प्रवेश शुल्क
कपूरथला शहर में एंट्री के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं।
जालंधर (Jalandhar)
जालंधर पंजाब राज्य का एक बड़ा शहर है, जो अपने समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है। देश के इस प्राचीन क्षेत्र का वर्णन महाभारत में किया गया है। यह ऐतिहासिक शहर प्राचीन काल में सिंधु घाटी सभ्यता का एक घटक था। जालंधर में कई ऐतिहासिक और धार्मिक आकर्षण केंद्र हैं। यह शहर अपने पर्यटक आकर्षणों और स्वादिष्ट पंजाबी भोजन के लिए प्रसिद्ध है। जालंधर तेजी से औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है।

प्रवेश शुल्क
जालंधर एक शहर है, इस शहर में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप कभी भी इस शहर में प्रवेश ले सकते हैं।
मोहाली (Mohali)
मोहाली पंजाब का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। मोहाली, चंडीगढ़ और पंचकुला को एक साथ ट्राई-सिटी कहा जाता है। इस शहर का नाम गुरु गोबिंद सिंह के सबसे बड़े बेटे, साहिबजादा अजीत सिंह के नाम पर रखा गया है और इसे एसएएस नगर के नाम से भी जाना जाता है। अपनी समृद्ध परंपरा के साथ, मोहाली एक संपन्न आईटी उद्योग होने का भी दावा करता है।

प्रवेश शुल्क
मोहाली पंजाब का काफी खूबसूरत शहर है, इस शहर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।
सरहिंद (Sirhind)
सरहिंद फतेहगढ़ पंजाब का एक शहर है, यह शहर अपने समृद्ध इतिहास और सिख समुदाय के लिए धार्मिक महत्व के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। यह शहर काफी लंबे समय से बसा हुआ है। यहां कई ऐतिहासिक संरचनाएं मिल सकती हैं, जो पर्यटकों अपनी ओर ध्यान खींचती हैं। लुधियाना और अंबाला के बीच स्थित सरहिंद, सिख धर्म के सबसे पवित्र शहरों में से एक है। सरहिंद नाम ‘सर-ए-हिंद’ से आया है, जिसका अर्थ है “हिंद की सीमा”, क्योंकि मुगल आक्रमणकारी इसे “हिंदुस्तान का प्रवेश द्वार” मानते थे।

प्रवेश शुल्क
पंजाब के इस शहर में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है।
चंडीगढ़ (Chandigarh)
चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा दोनों राज्य की राजधानी है। इस शहर को भारत का सबसे सुनियोजित शहर माना जाता है। इसे ‘द सिटी ब्यूटीफुल’ के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है, तो एक बार चंडीगढ़ आ जाए, वे दोबारा वापस नहीं जाता है। चंडीगढ़ देश का एकमात्र स्थान है, जहां की आधुनिकता ने देश के प्राकृतिक खजाने को बर्बाद नहीं किया है।

प्रवेश शुल्क
चंडीगढ़ में प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। हालांकि, यहां के पर्यटक स्थलों को देखने के लिए आपको अलग से शुल्क देना पड़ता है।
होशियारपुर (Hoshiarpur)
जालंधर, कपूरथला, गुरदासपुर, कांगड़ और ऊना शहरों से घिरा होशियारपुर पंजाब के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। इस शहर को संतों की भूमि के रूप में भी जाना जाता है और इसका इतिहास पाषाण युग से जुड़ा है। हाल ही में खुदाई से सिंधु घाटी संघ की ओर भी संकेत मिलता है। पुरातत्व संग्रहालय, शीश महल और बजवारा किला यहां के लोकप्रिय आकर्षण हैं, जो इतिहास प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

प्रवेश शुल्क
होशियारपुर पंजाब का एक ऐतिहासिक शहर है, जहां जाने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है।
गुरदासपुर (Gurdaspur)
ऐसा कहा जाता है कि गुरदासपुर की स्थापना 17वीं शताब्दी में हुई थी, इसका नाम गुरिया जी के नाम पर रखा गया है। यह रावी और सतलुज नदियों के बीच में बसा हुआ है और पंजाबी संस्कृति का एक सुंदर उदाहरण है। यह लोकप्रिय शहर अपने खूबसूरत गुरुद्वारों के लिए प्रसिद्ध है। यहां आकर आप यहां के भांगड़ा की थिरकती धुनों पर नाचते सकते हैं, साथ ही पंजाबी व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।

प्रवेश शुल्क
गुरदासपुर में जाने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप नि:शुल्क प्रवेश कर सकते हैं।
गोल्डन टेंपल (Golden Temple)
पंजाब का गोल्डन टेंपल न सिर्फ अपनी शानदार सुंदरता के लिए लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है, बल्कि यह अपनी प्रतिष्ठित इतिहास के लिए भी जाना जाता है। इसकी स्थापना 400 साल पहले हुई थी। यह सिख धर्म का सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। जब भी आप स्वर्ण मंदिर जाएं तो लंगर खाना न भूलें। यहां के लंगर में हर दिन कम से कम 40,000 लोगों को खाना खिलाया जाता है। वीकेंड्स और छुट्टियों के दौरान यह संख्या 1,00,000 तक बढ़ जाती है।

प्रवेश शुल्क
गोल्डन टेंपल में जाने के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 5 बजे से रात के 10 बजे तक जा सकते हैं।
बठिंडा (Bathinda)
बठिंडा पंजाब के सबसे पुराने शहरों में से एक है। यह 7000 ईसा पूर्व में ऐतिहासिक और धार्मिक केंद्र के रूप में प्रसिद्ध था। आधुनिक भठिंडा का निर्माण 965 ई. में भाटी राजपूत शासक बाला राव भट्टी द्वारा किया गया था। गुरु गोबिंद सिंह जी ने इस शहर में मुगलों का विरोध किया था। बठिंडा अपने ऐतिहासिक स्थलों जैसे किला मुबारक, चेतक पार्क, बहिया किला, धोबी बाजार और जूलॉजिकल गार्डन के लिए भी प्रसिद्ध है।

प्रवेश शुल्क
बठिंडा शहर में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां बिना किसी शुल्क के प्रवेश कर सकते हैं।
पटियाला (Patiala)
पटियाला पंजाब का चौथा सबसे बड़ा शहर है और कई पर्यटक आकर्षणों का केंद्र है। पटियाला पहले एक राजसी राज्य था, जिसकी स्थापना सिधू परिवार के बाबा अला सिंह ने की थी। देश आदाज होने के बाद पटियाला पंजाब में एक प्रमुख शैक्षिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ। पटियाला में सुंदर संरचनाएं भी हैं, जिनमें मोती बाग पैलेस, किला एंड्रोन, रंग महल और शीश महल शामिल हैं।

प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है।
आनंदपुर साहिब (Anandpur Sahib)
आनंदपुर साहिब पंजाब के रूपनगर जिले में पाकिस्तानी सीमा के पास है। खालसा पंथ की स्थापना के बाद से, यह पवित्र स्थान सिखों के लिए सबसे पवित्र स्थलों में से एक रहा है। अब इस स्थान पर एक गुरुद्वारा का निर्माण किया गया है। आनंदपुर साहिब शहर सिखों के महान गुरुओं की याद में स्थापित कई गुरुद्वारों के लिए जाना जाता है। पूरे शहर में पांच किले भी स्थापित हैं, जो शहर के सैन्य इतिहास की गवाही देते हैं।

प्रवेश शुल्क
आनंदपुर साहिब में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है।
लुधियाना (Ludhiana)
पंजाब में अगर आपने लुधियाना नहीं देना, तो आप कई खूबसूरत चीजों से वंचित हो गए हैं। यह जगह शहरी और ग्रामीण संस्कृति का मिश्रण है। पंजाब शहर के चारों ओर खेतों की हरी-भरी हरियाली के बीच, इस जगह को ‘भारत का मैनचेस्टर’ कहा जाता है। पंजाब के इस शहर में कई उद्योगों और कारखानें स्थापित किए गए हैं। इसे उत्तरी भारत का औद्योगिक केंद्र कहा जाता है।

प्रवेश शुल्क
लुधियाना में प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप कभी भी यहां प्रवेश कर सकते हैं।
अमृतसर (Amritsar)
अमृतसर पंजाब राज्य का एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। जब लोग अमृतसर का नाम सुनते हैं तो उनके मन में तुरंत स्वर्ण मंदिर का ख्याल आता है। अमृतसर स्वर्ण मंदिर और कई अन्य धार्मिक और ऐतिहासिक आकर्षणों का घर है। अमृतसर में प्रत्येक दिन की शुरुआत गुरुद्वारों में आध्यात्मिक प्रार्थनाओं से होती है। अमृतसर सिख धर्म का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। इस क्षेत्र में बैसाखी काफी उत्साह के साथ मनाई जाती है। यह शहर जलियांवाला बाग हत्याकांड और वाघा सीमा से इसकी निकटता के लिए भी प्रसिद्ध है।

प्रवेश शुल्क
अमृतसर जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है।
हरिके आर्द्रभूमि एवं पक्षी अभयारण्य (Harike Wetland And Bird Sanctuary )
यह मानव निर्मित आर्द्रभूमियों में से एक माना जाने वाला, हरिके वेटलैंड और पक्षी अभयारण्य तम तरन साहिब जिले की सीमा पर स्थित है। यह 4100 हेक्टेयर भूमि क्षेत्र को कवर करता है और अमृतसर, कपूरथला और फिरोजपुर के प्रमुख शहरों में फैला हुआ है।

प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप यहां सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक प्रवेश कर सकते हैं।
रूपनगर (Rupnagar)
रूपनगर को रोपड़ के नाम से भी जाना जाता है। यह पंजाब का एक और ऐतिहासिक शहर है। पुरातात्विक साक्ष्य बताते हैं कि यह स्थान हड़प्पा सभ्यता का हिस्सा था। रोपड़ स्वतंत्र भारत में उत्खनन किया जाने वाला पहला हड़प्पा स्थल भी था। रोपड़ में कई पर्यटक आकर्षण हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं। आनंदपुर साहिब, चमकौर साहिब, भाखड़ा नांगल बांध, रोपड़ वेटलैंड, गुरुद्वारा परिवार विचोरा साहिब, गुरुद्वारा भट्टा साहिब और जटेश्वर महादेव मंदिर रोपड़ के पर्यटक आकर्षणों में से हैं।

प्रवेश शुल्क
रोपड़ में प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। आप यहां किसी भी समय जा सकते हैं।
पठानकोट (Pathankot)
पठानकोट पंजाब में स्थित एक छोटा सा शहर है। पहले, पठानकोट जिला गुरदासपुर की तहसील का हिस्सा था। यह डलहौजी और कांगड़ा की तलहटी में स्थित है और चक्की नदी शहर के करीब बहती है। यह स्थान मैक्लोडगंज, डलहौजी, चंबा, जम्मू और कश्मीर, ज्वालाजी, कांगड़ा, धर्मशाला और हिमालय की गहराई की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए विश्राम स्थल के रूप में भी कार्य करता है। पठानकोट को हिमाचल, जम्मू और कश्मीर के छात्रों के लिए एक शिक्षा केंद्र भी माना जाता है। ग्रामीण पृष्ठभूमि से छात्र इस शहर में पढ़ने आते हैं।

प्रवेश शुल्क
इस शहर में प्रवेश के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है।
फरीदकोट (Faridkot, Punjab)
फरीदकोट पंजाब में स्थित एक शहर है, जिसे प्राचीन किलों और गुरुद्वारों का घर कहा जाता है। दक्षिण-पश्चिम पंजाब का यह छोटा सा शहर दूर-दूर से इतिहास प्रेमियों और भक्तों को आकर्षित करता है। राज महल, दरबार गंज, किला मुबारक, गुरुद्वारा टिल्ला बाबा फरीद और गुरुद्वारा गोदरी साहिब शहर के कुछ लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं।

प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है।
सुल्तानपुर लोधी (Sultanpur Lodhi)
सिखों का यह एक महत्नवपूर्ण तीर्थ स्थल है। सुल्तानपुर लोधी सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी से जुड़ा हुआ है। सिख गुरु ने अपने जीवन के 14 साल यहीं गुरुद्वारा बेर साहिब में दुनिया भर में सिख धर्म की शिक्षाओं को फैलाने में बिताए। शहर के अन्य दर्शनीय स्थलों में गुरुद्वारा सेहरा साहिब, गुरुद्वारा बेबे नानक जी, भारमल मंदिर, पंज पीर और काली बेन शामिल हैं।

प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आफ यहां किसी भी समय जा सकते हैं।
किला रायपुर (Qila Raipur)
यह पंजाब के लुधियाना जिले का एक गांव है। यह किला फरवरी में तीन दिनों के लिए वार्षिक खेल उत्सव- ग्रामीण ओलंपिक की मेजबानी के लिए जाना जाता है। इस भव्य आयोजन में पंजाबी पुरुष और महिलाएं अपनी शारीरिक शक्ति और बहादुरी का प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा, ऊंट, बैल, कुत्ते और अन्य जानवरों की एक विशेष नस्ल भी इस आयोजन में भाग लेते हैं। यदि आप फरवरी में लुधियाना की यात्रा कर रहे हैं, तो इस जगह जरूर जाएं।

प्रवेश शुल्क
किला रायपुर जाने के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ता है।
मानसा (Mansa)
मना को ‘एरिया ऑफ व्हाइट गोल्ड’ के रूप में जाना जाता है। मनसा बर्फीले कपास के खेतों, समृद्ध विरासत और देहाती आकर्षण केंद्र है। इस जिले का प्राचीन इतिहास लोकप्रिय सिंधु घाटी सभ्यता से खोजा जा सकता है। मनसा अगर आप जाएं, तो यहां के सरदूलगढ़ किले को देखना न भूलें। पको मनसा के संस्थापक भाई गुरुदास की समाधि जरूर देखनी चाहिए।

प्रवेश शुल्क
यहां जाने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी वक्त यहां जा सकते हैं।
पंजाब घूमने का सबसे सही समय कौन सा है?
अगर आप पंजाब जाने का सोच रहे हैं, तो यहां घूमने के लिए आप सबसे अच्छे समय अक्टूबर और मार्च के बीच जा सकते है। सर्दियों की शुरुआत में यहां का मौसम काफी अच्छा रहता है।
पंजाब कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग : पंजाब जाने के लिए आप हवाई मार्ग को चुन सकते हैं। यहां के प्रमुख हवाई अड्डे अमृतसर, लुधियाना और चंडीगढ़ हैं। अमृतसर हवाई अड्डा अंतरराष्ट्रीय है, जबकि लुधियाना और चंडीगढ़ हवाई अड्डा घरेलू हैं। ये घरेलू हवाई अड्डे देश के बाकी मुख्य हवाई अड्डों से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं। यदि आप किसी दूसरे देश से पंजाब की यात्रा करते हैं, तो आपको पहले अमृतसर के लिए एयर टिकट लेना पड़ेगा। यहां से आप पंजाब के दर्शन के लिए टैक्सी या कैब का उपयोग कर सकते हैं।
ट्रेन से: यदि आप ट्रेन से पंजाब जाने का प्लान कर रहे हैं, तो राज्य के प्रमुख रेलवे स्टेशन लुधियाना, फिरोजपुर, पठानकोट, चंडीगढ़, अमृतसर और जालंधर हैं। इन सभी रेलवे स्टेशनों पर देश के प्रमुख राज्यों से नियमित रूप से ट्रेनें चलती हैं। इन सभी रेलवे स्टेशन के स्टॉप पर टैक्सियां और कैब उपलब्ध हैं। यहां से आप टैक्सी और कैब लेकर पंजाब की ट्रिप शुरू कर सकते हैं।
बस द्वारा: पंजाब में देश के मुख्य शहरों और क्षेत्रों को जोड़ने वाला एक व्यापक सड़क नेटवर्क है। राष्ट्रीय राजमार्ग 1, जिसे ग्रैंड ट्रंक रोड के नाम से जाना जाता है, इसे उत्तर और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों से जोड़ता है। पंजाब और पड़ोसी शहरों जैसे दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के बीच भी बसें चलती हैं। आप अपने शहर से टैक्सी, बस या फिर प्राइवेट गाड़ी की मदद से पंजाब जा सकते हैं।
पंजाब में ठहरने के लिए होटल
होटल परहार
पता : गियासपुरा चौक, ग्रैंड ट्रंक रोड, कोका-कोला के सामने, लुधियाना, पंजाब 141003•098553 14427
सुख महल होटल
पता : एस-15, मॉडल टाउन रोड, सिविल लाइन, जालंधर, पंजाब 144001
होटल महल
पता : इंदर नगर, फ़िरोज़पुर रोड, सामने। वेरका मिल्क प्लांट, लुधियाना, पंजाब
FAQ | क्या आप जानते हैं
पंजाब में घूमने के लिए आपको अलग-अलग शहर के हिसाब से अलग-अलग बजट बनाना होगा। हर शहर में घूमने के लिए आपको लगभग 10 से 15 हजार रुपये की जरूरत हो सकती है। हालांकि, हर व्यक्ति का बजट यात्र करने के तरीके और होटल की बुकिंग पर निर्भर करती है।
पंजाब घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च का महीना है।
पंजाब में आप ऐसे होटल में रुक सकते हैं, जहां की रेटिंग अच्छी हो। हर शहर में आपको आसानी से होटल मिल जाएंगे।
रात के समय आप अमृतसर, स्वर्ण मंदिर, लुधियाना जैसे शहरों में घूम सकते हैं।
रात में आप गुरुद्वारा, मार्केट इत्यादि जा सकते हैं।
