children's day
children's day

Summary: बाल दिवस 2025: बच्चों को दें प्यार और मौजूदगी का तोहफा

बाल दिवस सिर्फ मस्ती का नहीं, रिश्तों को गहराई से महसूस करने का दिन है। इस मौके पर बच्चों को यह एहसास कराएँ कि वे हमारे लिए कितने अनमोल हैं — उनके साथ वक्त बिताकर, बातें सुनकर और बचपन की खुशियाँ दोबारा जीकर।

Children Day Special: हर साल 14 नवंबर को हम बाल दिवस मनाते हैं वह दिन जो सिर्फ बच्चों का नहीं, बल्कि बचपन की खुशबू, मासूमियत और सीखने की ललक का प्रतीक है। लेकिन सवाल ये है कि क्या सिर्फ केक काटने या गिफ्ट देने से दिन खास बन जाता है? असली खुशी तो तब होती है, जब बच्चे महसूस करें कि वे वाकई ‘स्पेशल’ हैं, कि उनकी बातें, उनके सपने और उनके छोटे-छोटे काम भी मायने रखते हैं। इस बाल दिवस पर क्यों न ऐसा कुछ करें जिससे बच्चों का मन मुस्कुरा उठे और यादें हमेशा के लिए उनके दिल में बस जाएं।

Children Day Special-kids with parents
kids with parents

बच्चे अक्सर बड़े लोगों की रूटीन में खो जाते हैं स्कूल, ट्यूशन, होमवर्क, डिनर टाइम… लेकिन बाल दिवस पर उन्हें ऐसा दिन दीजिए जब कोई ‘जल्दी करो’ या ‘ऐसा मत करो’ न सुनना पड़े। सुबह उठते ही उनसे पूछिए ‘आज क्या करना चाहोगे?’ चाहे वह पिकनिक पर जाना चाहें, या घर पर कोई नया गेम खेलना, या बस कार्टून देखते हुए पॉपकॉर्न खाना उन्हें चुनाव का अधिकार दें। यही उन्हें ‘इम्पॉर्टेंट’ महसूस कराएगा।

बच्चों के साथ बैठकर अपनी बचपन की कहानियां सुनाइए। बताइए कि आप कैसे खेलते थे, कैसे गलियों में छुपन-छुपाई खेली जाती थी या कैसे आपकी पहली साइकिल मिली थी। ये पल बच्चों को सिखाते हैं कि उनके माता-पिता भी कभी बच्चे थे जो गिरते थे, उठते थे, और फिर भी मुस्कुराते थे। इससे एक भावनात्मक कनेक्शन बनता है जो हर रिश्ते की नींव को मजबूत करता है।

बाल दिवस सिर्फ मस्ती का नहीं, सीखने का दिन भी हो सकता है। बच्चे के साथ कुछ नया करें जैसे एक आसान रेसिपी बनाना, कोई विज्ञान प्रयोग, या फिर पौधा लगाना। जब आप उनके साथ सीखते हैं, तो वे देखते हैं कि सीखना कभी खत्म नहीं होता। ये छोटी बातें उन्हें जिज्ञासु और आत्मविश्वासी बनाती हैं।

learn new things with kids
learn new things with kids

बच्चों के पास पहले से बहुत सारे खिलौने और गैजेट होते हैं। इस बार उन्हें वक्त का तोहफा दीजिए। एक साथ बोर्ड गेम खेलें, फोटो एलबम देखें या घर की पुरानी यादों से भरा कोई वीडियो चलाएं। बच्चे जो सबसे ज्यादा याद रखते हैं, वो आपका दिया ‘ध्यान और समय’ होता है, न कि कोई मंहगा गिफ्ट।

उन्हें कहें कि वो अपने किसी टीचर, दादा-दादी, या मदद करने वाले किसी व्यक्ति के लिए ‘थैंक यू’ कार्ड बनाएं। इससे बच्चों में आभार की भावना पैदा होती है और वे समझते हैं कि “स्पेशल” होना सिर्फ पाने से नहीं, देने से भी आता है।

thank you card
thank you card

बाल दिवस का असली अर्थ यही है हर बच्चे को यह एहसास कराना कि वो अनोखे हैं, उनकी आवाज़ मायने रखती है और उनके सपने सुनने लायक हैं। इस दिन को सिर्फ ‘सेलिब्रेशन’ न बनाइए, बल्कि ‘कनेक्शन डे’ बनाइए जहाँ मुस्कानें लौटें, बातें हों और रिश्तों में फिर से वही बचपन वाला उजाला उतर आए।

राधिका शर्मा को प्रिंट मीडिया, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद कार्यों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ रखती हैं। लेखन और पेंटिंग में गहरी रुचि है। लाइफस्टाइल, हेल्थ, कुकिंग, धर्म और महिला विषयों पर काम...