Digital Parenting and Social Media Etiquette
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Flipbook released by CBSE: पेरेंट्स बच्चों की पढ़ाई को मजेदार तथा रोचक बना सके इसके लिए सीबीएसई ने फ्लिपबुक जारी किया है। सीबीएसई द्वारा यह फ्लिपबुक नई शिक्षा नीति के अंतर्गत लाया गया है। इसके तहत बच्चों के लिए सीखना और समझना आसान तथा मजेदार बन सके तथा माता-पिता आसानी से अपने बच्चों को सिखा सकते या सीखने में मदद कर सकते हैं। फ्लिपबुक आसन तथा कम खर्चे में स्मार्ट लर्निंग की सुविधा प्रदान करता है।

सीबीएसई द्वारा जारी फ्लिपबुक एक डिजिटल किताब है, जो की नई शिक्षा नीति ( NEP) के अंतर्गत तैयार किया गया है। भारत सरकार की नई शिक्षा नीति बच्चों के विकास को और अधिक समग्र, बहुआयामी तथा कौशल पर आधारित शिक्षा पर ध्यान देने के लिए बनाया गया है। इन्हीं सब पहलुओं को ध्यान में रखते हुए फ्लिपबुक जारी किया गया है, जो कि बच्चों को सीखने तथा पढ़ाई में व्यस्त रखने के लिए टेक्नोलॉजी की मदद से तैयार किया गया है। फ्लिपबुक को ऑनलाइन एक्सेस किया जा सकता है। इसमें बच्चों के सीखने के अनुरूप विजुअल कंटेंट, ऑडियो, एनीमेशन कंटेंट रखा गया है, ताकि बच्चे आसानी से इससे जुड़ सके।

Flipbook Released by CBSE-Parenting
Know about the flipbook released by CBSE Credit: Istock

फ्लिपबुक के पाठ्यक्रमों को एनसीईआरटी के अनुरूप तैयार किया गया है। लेकिन फ्लिपबुक एनसीईआरटी बुक के मुकाबले ज्यादा आकर्षक, रोचक और डिजिटल है। इससे बच्चे फ्लिप बुक से ज्यादा आसानी से जुड़ सकते हैं।

फ्लिपबुक छोटे बच्चों जैसे कक्षा 1 से 5 को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके द्वारा बच्चे हिंदी, अंग्रेजी, गणित, पर्यावरण जैसे विषय सीख सकते हैं।

फ्लिपबुक में सिर्फ टेक्स्ट नहीं है, इसमें चित्र, ध्वनि, एनीमेशन का एक संपूर्ण संयोजन है जो बच्चों का सीखना मजेदार बनता है।

पेरेंट्स आसानी से इस फ्लिपबुक बुक का एक्सेस सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट या दूसरे डिजिटल प्लेटफार्म से ले सकते हैं।

बच्चों के स्कूल ना जा पाने की स्थिति में या स्कूल की छुट्टी आ जाने पर पेरेंट्स घर पर ही फ्लिपबुक की मदद से बच्चों को स्कूल जैसा पढ़ने का अनुभव दे सकते हैं, तथा पेरेंट्स बिना किसी परेशानी या डाउट के अपने बच्चों को आसन तथा रोचक तरीके से पढ़ सकते हैं।

जब बच्चा अपने पाठ को देखता और सुनता है तो उसे सीखना ज्यादा मजेदार लगता है, चित्र और आवाज बच्चों के दिमाग पर ज्यादा असरदर होते हैं, जिससे बच्चा आसानी से सीख पाता है।

फ्लिपबुक में बच्चा बार-बार किसी पाठ को देखकर सीख सकता है, इससे बच्चों को बार-बार सिखाने वाली परेशानी पेरेंट्स की दूर हो जाती है।

किसी भी पेरेंट्स के लिए भाषा बाधा ना बने, इसके लिए फ्लिपबुक को क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराया गया है।

फ्लिपबुक के कारण पेरेंट्स के जेब का बोझ भी कम हुआ है, क्योंकि फ्लिपबुक को एक्सेस करने के लिए ज्यादा पैसे की नहीं, बस स्मार्टफोन की जरूरत है।

फ्लिपबुक के जरिए माता-पिता अपने बच्चों के डिजिटल उपयोग को फायदेमंद बना सकते हैं, बच्चों के डिजिटल उपयोग के समय को सीखने के समय में बदल सकते हैं

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...