Kids Allergy
Woolen Allergy Credit: Istock

Wool Allergy Protection: सर्दी के मौसम में हाथ-पैरों में खुजली और सूखेपन की समस्‍या होना आम बात है, लेकिन क्‍या आप जानते हैं इस समस्‍या का मुख्‍य कारण आपके ऊनी कपड़े भी हो सकते हैं। खासकर बच्‍चों को ऊनी कपड़ों से एलर्जी होने की संभावना अधिक होती है। इस तरह की समस्‍या को टेक्‍सटाइल डर्मिटाइटिस कहते हैं। कपड़े में लगे फाइबर मैटेरियल और धागों की वजह से ये परेशानी बढ़ जाती है जिसमें बच्‍चा लाल चकत्‍ते, खुजली और रूखेपन का अनुभव कर सकता है। कई बार ये समस्‍या इतनी बढ़ जाती है कि त्‍वचा में घाव की स्थिति बन जाती है। ऊनी कपड़ों की रगड़ से स्किन इंफ्लेमेशन की समस्‍या भी हो सकती है। यदि आपका बच्‍चा भी इस प्रकार की समस्‍या से जूझ रहा है तो ये टिप्‍स आपके जरूर काम आ सकते हैं। चलिए जानते हैं इसके बारे में।

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ऊनी कपड़ों से एलर्जी होने के कारण

वूलन एलर्जी में रखें इन बातों का ध्‍यान
Due to allergy to woolen clothes

– भेड़ से मिलने वाली प्‍योर वूल में लैनोलिन की मात्रा अधिक होती है, जो वूलन एलर्जी का कारण बन सकती है।
– ऊनी कपड़ों को सहेजने के लिए कई घरों में नेफ्थलीन बॉल्‍स का प्रयोग किया जाता है। आपको बता दें कि ये बॉल्‍स कैमिकल से बने होते हैं। गर्मी के दिनों में अधिक गर्मी के कारण ये बॉल्‍स मेल्‍ट होने लगते हैं और कैमिकल छोड़ने लगते हैं। जो स्किन के संपर्क में आकर एलर्जी उत्‍पन्‍न कर सकते हैं।
– पोलन एलर्जी के कारण भी सर्दियों के मौसम में रोंएदार कपड़े समस्‍या उत्‍पन्‍न कर सकते हैं। इससे त्‍वचा में लालपन, आखों में पानी और छींक आने की समस्‍या हो सकती है।
– कई बार ऊनी कपड़े धोने के बाद रफ और कड़क हो जाते हैं। जो कि वूलन एलर्जी का कारण बन सकते हैं।


कैसे पाएं ऊनी कपड़ों से होने वाली एलर्जी से छुटकारा

वूलन एलर्जी में रखें इन बातों का ध्‍यान
How to get rid of allergy caused by woolen clothes

– ऊनी कपड़ा हर त्‍वचा को सूट करे ये जरूरी नहीं है। इसलिए ऊनी कपड़े को डायरेक्‍ट त्‍वचा के संपर्क में न आने दें। स्‍वेटर, शॉल और जैकेट पहनने से पहले कॉटन के फुल कपड़े पहनें।
– ऊनी कपड़ों को तेज गर्म पानी में धोने से बचें। गर्म पानी में ऊनी कपड़े धोने से उनका फर खराब होने लगता है परिणामस्‍वरूप कपड़ा कड़क और रफ हो जाता है।
– ऊनी कपड़ों को माइल्‍ड सोप और ठंडे पानी से धोना चाहिए। अधिक खुशबू वाले डिर्टजेंट स्किन पर रिएक्‍ट कर सकते हैं। इससे त्‍वचा का रूखापन बढ़ने लगता है। ऊनी कपड़ों को हमेशा फेब्रि‍क सॉफ्टनर से ही साफ करना चाहिए।

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– सर्दियों के मौसम में स्किन अधिक ड्राई होती है। ऐसी स्थिति में कपड़े की हल्‍की सी रगड़ भी स्किन एलर्जी का कारण बन सकती है। इ‍सलिए स्किन को जितना हो सके मॉइस्‍चराइज रखें।
– बच्‍चों के लिए हमेशा सॉफ्ट फेब्रिक वाले कपड़े ही खरीदें। पुराने कपड़ों के प्रयोग से बचें।
– बच्‍चों की स्किन काफी संवेदनशील होती है इसलिए सर्दियों के दिनों में स्किन का विशेष ध्‍यान रखने की आवश्‍यकता होती है। बच्‍चे को अधिक गर्म से न नहलाएं। नहाने के बाद मॉइस्‍चराइजर का प्रयोग कर कुछ देर धूप में बैठाएं।