बच्चों को आत्मनिर्भर बनने से रोकती है मात पिता की ये आदतें
अपने बच्चे को आगे बढ़ते हुए देखने के लिए हर वक़्त उसकी मदद करने पहुंच जाना उसके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। बच्चे के लिए आत्मनिर्भर बनना मुश्किल हो जाएगा और उसे अपने अंदर आत्मविश्वास की कमी महसूस होने लगेगी।
Parenting Tips: गलतियों से मिलने वाली सीख हमारे मन पर गहरी छाप छोड़ती है। कुछ सीखने पर गलतियां होना बहुत ही साधारण सी बात है। आजकल माता पिता बच्चों को ले कर थोड़ा ज्यादा ही परेशान रहते हैं। बच्चे के किसी बात में विफल हो जाने पर माता पिता चिंता से ग्रस्त हो जाते हैं। हर माता पिता चाहते हैं की अपने बच्चे को अच्छी से अच्छी परवरिश दें और उन्हें सुरक्षित वातावरण में बड़ा करें। इस तरह धीरे धीरे कब हम अपने बच्चों को अपने ऊपर आश्रित बना देते हैं हमें पता ही नहीं चलता। बच्चा अपने फैसले ले ही नहीं पाटा और हर छोटी बड़ी बात के लिए माता पिता पर आश्रित हो जाता है। बच्चों के लिए ओवर प्रोटेक्टिव हो जाना हमारी बड़ी गलती साबित होती है। बच्चों को गलतियां करने दें, उसके बाद उन्हें समझाएं की किस काम को कैसे सही तरीके से किया जाए।
आइये जानते हैं जाने अनजाने हम बच्चों को आत्मनिर्भर बनने से कैसे रोकते हैं।
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Parenting Tips: गुस्से का डर
बच्चा जब किसी बात पर नाराज़ हो कर बात करना बंद कर देता है तो गिल्ट फील में माता पिता बच्चे के गुस्से का कारण जान कर तुरंत उसकी बात मान लेते हैं या यूँ कह लें की जिद पूरी कर देते हैं। जिद करना किसी भी तरह से सही नहीं है ये समझाने की जगह हम बच्चे की जिद उसी वक़्त पूरी कर देते हैं। इस तरह बच्चा ये समझ जाता है की वो नाराज या गुस्सा हो कर जिस भी चीज की मांग करेगा माता पिता उसे पूरा कर ही देंगे। इस तरह बच्चा कभी भी सही गलत का फर्क नहीं समझ पाता है साथ ही जिद्दी, गुस्सेवाला और चिड़चिड़ा बन जाता है।
Parenting Tips: तरफदारी की भी हो सीमाएं
घर में एक बड़ा अगर बच्चे को किसी बात के लिए समझा रहा है या हल्का सा डांट लगा रहा है तो घर के दुसरे सदस्यों को कभी भी बीच में नहीं बोलना चाहिए। किसी के बीच में बोन का तरफदारी करने पर बच्चा गुस्सा करने वाले इंसान की कोई अहमियत नहीं समझता है और हमेशा उनकी बातों को नज़रअंदाज़ करने लगता है। बच्चे को प्यार से समझाएं की हम सब आपका परिवार हैं और आपका अच्छा साहहते हैं, इसलिए नाराज़ ना हो कर बात समझें।
होमवर्क करना
बच्चा जब कभी होमवर्क करने से मन कर देता हैं तो माता पिता ये सोचकर खुद उसका होमवर्क कर देते हैं की टीचर से डांट ना पड़े और हमारे बच्चे के बारे में सभी धारणा अच्छी बनी रहे। अगर आप अपने बच्चे के भविष्य को सुधारना चाहते हैं तो इस तरह की गलती कभी ना करें, अगर होमवर्क ज्यादा लग रहा हैं तो एक दिन में थोड़ा थोड़ा समय निकाल कर दो से तीन बार में बच्चे से करवाएं।
स्कूल बैग लगाना
स्कूल बैग का ख्याल बच्चे से खुद रखने मो कहें, साथ बैठ कर उसे समझाएं और उनकी मदद करें। किस तरह उन्हें अपना स्कूल बैग लगाना हैं ये सिखाने की जगह आप खुद ही लगा कर ना दें। इस तरह हम बच्चों को कमज़ोर बना देते हैं और वो खुद पर विश्वास नहीं कर पाते हैं।