अगर आपका बच्चा पढ़ा हुआ जल्दी भूल जाता है तो उसके लिए 7 जरूरी टिप्स: Parenting Tips
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Parenting Tips: बच्चों का दिमाग काफी चीजों से भरा होता है। छोटे से दिमाग में काफी कुछ लोड रहे ऐसा जरूरी नहीं है। जिसमें से एक है पढ़ी हुई चीज को भूल जाना। जी हां ज्यादातर बच्चों के साथ ऐसी प्रॉब्लम होती है, कि वो बार बार रटने के बाद भी अपनी पढ़ी हुई चीजों को भूल जाते हैं। ऐसे में पैरेंट्स को क्या करना चाहिए यह एक बड़ा सवाल है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चों की इस शार्ट टर्म मेमोरी को लॉन्ग लास्टिंग बड़े ही आराम से बनाया जा सकता है।

हालांकि हर बच्चे में पढ़ाई करने और उसे याद रखने की क्षमताएं एक दूसरे से काफी अलग होती हैं। काफी बच्चे ऐसे होते हैं, जो सिर्फ एक बार की देखी हुई चीजों को याद कर लेते हैं। लेकिन कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो पढ़ाई के मामले में काफी कमजोर होते हैं। इस वजह से बच्चे का आत्मविश्वास और मनोबल समय के साथ साथ गिरता चला जाता है। ऐसे में पैरेंट्स को बच्चों के रिवीजन से लेकर उनकी असल जिंदगी तक में कुछ ऐसे तरीकों को अपनाना चाहिए, ताकि वो बच्चों की इस कमजोरी को दूर कर सकें। 

बच्चों को कराएं रिवीजन

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develop a habit of revision

कई बार ऐसा होता है, कि बच्चों को सिर्फ पढ़ना या फिर उस विषय को समझाना काफी नहीं होता। अगर आप चाहते हैं कि, आपका बच्चा लंबे समय तक पढ़ा हुआ अपने दिमाग में स्टोर करके रख पाए तो, उसके लिए पढ़ाई हुई हर चीज फिर से रिवीजन करवाएं। आप जब भी कोई नया चैप्टर शुरू करें, तो उससे पहले पुराने वाले चैप्टर का रिवीजन करवाएं। ऐसा करने से बच्चों को पढ़ी हुई चीज याद रहेगी।  

संगीत की लें मदद

संगीत की लें मदद
Group of kids teaching to play instruments in music school

पढ़ाई में कमजोर बच्चे कई बार संगीत आसानी से याद कर लेते हैं। उनकी इस आदत का फायदा उठाते हुए आप अन्य विषय गाने की तरह गाकर उन्हें याद करवाने की कोशिश करें। इससे बच्चे बार बार टॉपिक को गुनगुनाएंगे और पढ़ी हुई चीज कभी नहीं भूलेंगे।

बच्चों को दें रियल लाइफ उदहारण

बच्चों को दें रियल लाइफ उदहारण
Give real life examples to children

किताब पढ़ पढ़कर बच्चे बोर होने लग जाते हैं। क्योंकि बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान समझने में मुश्किल होती है। ऐसे में उन्हें टॉपिक भी समझ नहीं आता। अगर आप उन्हें पढ़ाते वक्त रियल लाइफ से जुड़े उदाहरण देंगे तो, उससे बच्चे आपका पढ़ाया हुआ भूलेंगे नहीं। साथ ही सब्जेक्ट की तरफ उनका इंटरेस्ट भी बढ़ेगा। क्योंकि बच्चों को रियल लाइफ के उदाहरण हमेशा याद रहते हैं।

समझाना भी आएगा काम

समझाना भी आएगा काम
teach them good things

अगर आप उन पैरेंट्स में से हैं, जो अपने बच्चों को सिलेबस रटवाने में यकीन रखते हैं, तो आपको अपनी इस आदत को तुरंत बदल लेने की जरूरत है। बच्चों का पढ़ा हुआ याद रहे इसलिए आपको उन्हें हर चैप्टर समझकर पढ़ाना चाहिए। अगर बच्चे को चैप्टर समझ आ गया तो वो उसे लंबे समय तक याद रख पाएगा।

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पढ़ाई में ब्रेक भी जरूरी

पढ़ाई में ब्रेक भी जरूरी
break during studies Credit: shutterstock

लगातार पढ़ते रहने से बच्चे का दिमाग पढ़ा हुआ स्टोर नहीं कर पाता। अब ऐसे में ब्रेन को ब्रेक देने के लिए बचे को पढ़ाई से बीच बीच में ब्रेक देते रहें। इससे पढ़ाई में फॉक्स भी बरकरार रहेगा और बच्चे की पढ़ी हुई चीज याद रखने की कैपिसिटी भी बढ़ जाएगी।

बच्चे पढ़ाई में तेज हों, ऐसा जरूरी नहीं। अपनी पढ़ी हुई चीजों को याद रखने की कैपिसिटी कर बच्चे में नहीं होती। अगर आपका भी बच्चा उन बच्चों में से एक है, जिसे चैप्टर याद नहीं रहते, ऐसे में आप हमारे बताये हुए तरीकों को आजमाकर उनकी शार्ट टर्म मेमोरी को लॉन्ग लास्टिंग में बदल सकते हैं।

मेरा नाम मोनिका अग्रवाल है। मैं कंप्यूटर विषय से स्नातक हूं।अपने जीवन के अनुभवों को कलमबद्ध करने का जुनून सा है जो मेरे हौंसलों को उड़ान देता है।मैंने कुछ वर्ष पूर्व टी वी और मैग्जीन के लिए कुछ विज्ञापनों में काम किया है । मेरा एक...

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