Parenting Tips: बच्चों का दिमाग काफी चीजों से भरा होता है। छोटे से दिमाग में काफी कुछ लोड रहे ऐसा जरूरी नहीं है। जिसमें से एक है पढ़ी हुई चीज को भूल जाना। जी हां ज्यादातर बच्चों के साथ ऐसी प्रॉब्लम होती है, कि वो बार बार रटने के बाद भी अपनी पढ़ी हुई चीजों को भूल जाते हैं। ऐसे में पैरेंट्स को क्या करना चाहिए यह एक बड़ा सवाल है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चों की इस शार्ट टर्म मेमोरी को लॉन्ग लास्टिंग बड़े ही आराम से बनाया जा सकता है।
हालांकि हर बच्चे में पढ़ाई करने और उसे याद रखने की क्षमताएं एक दूसरे से काफी अलग होती हैं। काफी बच्चे ऐसे होते हैं, जो सिर्फ एक बार की देखी हुई चीजों को याद कर लेते हैं। लेकिन कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो पढ़ाई के मामले में काफी कमजोर होते हैं। इस वजह से बच्चे का आत्मविश्वास और मनोबल समय के साथ साथ गिरता चला जाता है। ऐसे में पैरेंट्स को बच्चों के रिवीजन से लेकर उनकी असल जिंदगी तक में कुछ ऐसे तरीकों को अपनाना चाहिए, ताकि वो बच्चों की इस कमजोरी को दूर कर सकें।
बच्चों को कराएं रिवीजन

कई बार ऐसा होता है, कि बच्चों को सिर्फ पढ़ना या फिर उस विषय को समझाना काफी नहीं होता। अगर आप चाहते हैं कि, आपका बच्चा लंबे समय तक पढ़ा हुआ अपने दिमाग में स्टोर करके रख पाए तो, उसके लिए पढ़ाई हुई हर चीज फिर से रिवीजन करवाएं। आप जब भी कोई नया चैप्टर शुरू करें, तो उससे पहले पुराने वाले चैप्टर का रिवीजन करवाएं। ऐसा करने से बच्चों को पढ़ी हुई चीज याद रहेगी।
संगीत की लें मदद

पढ़ाई में कमजोर बच्चे कई बार संगीत आसानी से याद कर लेते हैं। उनकी इस आदत का फायदा उठाते हुए आप अन्य विषय गाने की तरह गाकर उन्हें याद करवाने की कोशिश करें। इससे बच्चे बार बार टॉपिक को गुनगुनाएंगे और पढ़ी हुई चीज कभी नहीं भूलेंगे।
बच्चों को दें रियल लाइफ उदहारण

किताब पढ़ पढ़कर बच्चे बोर होने लग जाते हैं। क्योंकि बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान समझने में मुश्किल होती है। ऐसे में उन्हें टॉपिक भी समझ नहीं आता। अगर आप उन्हें पढ़ाते वक्त रियल लाइफ से जुड़े उदाहरण देंगे तो, उससे बच्चे आपका पढ़ाया हुआ भूलेंगे नहीं। साथ ही सब्जेक्ट की तरफ उनका इंटरेस्ट भी बढ़ेगा। क्योंकि बच्चों को रियल लाइफ के उदाहरण हमेशा याद रहते हैं।
समझाना भी आएगा काम

अगर आप उन पैरेंट्स में से हैं, जो अपने बच्चों को सिलेबस रटवाने में यकीन रखते हैं, तो आपको अपनी इस आदत को तुरंत बदल लेने की जरूरत है। बच्चों का पढ़ा हुआ याद रहे इसलिए आपको उन्हें हर चैप्टर समझकर पढ़ाना चाहिए। अगर बच्चे को चैप्टर समझ आ गया तो वो उसे लंबे समय तक याद रख पाएगा।

