आर्गेनिक गार्डनिंग क्या है, जानिए इसके फायदे: Organic Gardening
Organic Gardening

ऑर्गेनिक गार्डनिंग के बारे में जानिए

आजकल काफी लोग अपने गार्डन में तरह-तरह की सब्जियां लगाते हैं, और उन्हें ऑर्गेनिक तरीके से उगाना पसंद करते हैं।

Organic Gardening: गार्डनिंग करना आजकल ज्यादातर लोगों की पसंदीदा हॉबी बनता जा रहा है। ज्यादातर लोग अपने घर में छोटा-सा गार्डन या खूबसूरत बालकनी में अपना किचन गार्डन बना रहे है और आर्गेनिक तरीके से घर पर ही साग-सब्जी उगाना पसंद कर रहे है। आजकल बाजार में तो केमिकल युक्त सब्जी मिल रही है, जो सेहत के लिए हानिकारक है। इन केमिकल से सब्जी की ग्रोथ तो अच्छी होती है लेकिन ये सेहत के लिए बेहद खतरनाक होती है। अगर आप अपने घर पर सब्जियां उगा रहे हैं, इसके लिए केमिकल फ्री ऑर्गेनिक गार्डनिंग को अपनाएं। आज इस लेख में आप ऑर्गेनिक गार्डनिंग क्या है, जैविक तरीके से सब्जी उगाने के फायदे और गार्डनिंग करने के टिप्स के बारे में जानेंगे।

ऑर्गेनिक गार्डनिंग क्या है ?

आमतौर पर प्राकृतिक चीजों की सहायता से गार्डनिंग करना जैविक बागवानी कहलाती है, लेकिन यदि विस्तार से बात करें, तो केमिकल युक्त उर्वरकों, कीटनाशकों या अन्य सिंथेटिक रसायनों के उपयोग किये बगैर गार्डन में सब्जियों और फलों को उगाना जैविक या ऑर्गेनिक गार्डनिंग कहलाती है।

ऑर्गेनिक गार्डनिंग के फायदे

  • ऑर्गेनिक गार्डनिंग पर्यावरण के अनुकूल होती है, इससे आसपास रहने वाले जीव-जंतुओं को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है।
  • ऑर्गेनिक गार्डनिंग करने से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता में सुधार आता है। इसकी अपेक्षा, यदि आप सिंथेटिक उर्वरकों का उपयोग करते हैं, तो इससे मिट्टी की उपजाऊ क्षमता नष्ट हो सकती है।

  • यह आपके लिए कम महंगी होती है, क्योंकि इसमें महंगे रसायनों की जगह आप प्राकृतिक चीजों का उपयोग करते हैं, जो सस्ते होते हैं या फिर आप इन्हें अपने घर पर भी बना सकते हैं।
  • प्राकृतिक तरीके से उगाई गई सब्जियां ताज़ी और स्वादिष्ट होती हैं, और इन्हें खाने से स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
  • ऑर्गेनिक गार्डनिंग में पानी की बचत होती है, क्योंकि इसमें उपयोग किये जाने वाले कार्बनिक पदार्थ मिट्टी में अधिक समय तक पानी को अवशोषित करके रखते हैं, जिससे पानी व्यर्थ नहीं जाता।

ऑर्गेनिक गार्डनिंग करने के टिप्स

प्राकृतिक तरीके से सब्जियां उगाने के लिए मिट्टी तैयार करते समय जैविक खाद जैसे- गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, कम्पोस्ट खाद, मस्टर्ड केक, नीम केक, पर्लाइट या वर्मीक्युलाईट का उपयोग करें, किसी भी तरह के रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल न करें।

यदि आप जैविक सब्जियां उगाने जा रहे हैं, तो पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए जैविक फर्टिलाइजर जैसे- सीवीड फर्टिलाइजर, फिश इमल्शन, ऑर्गेनिक पोटाश आदि का उपयोग करें।

जैविक तरीके से उगाई गई सब्जियों को कीटों और रोगों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशक साबुन, नीम ऑयल और दूसरे जैविक फंगीसाइड का उपयोग करें। आप घर के किचिन में उपलब्ध हल्दी पाउडर और अदरक-लहसुन-मिर्च का घोल का उपयोग पेस्टीसाइड के रूप में कर सकते हैं।

खरपतवार हटाने के लिए ऑर्गेनिक तरीके अपनाएं

सब्जियों के पौधों को कीटों से बचाने के लिए आप स्टिकी ट्रैप या प्लांट कवर आदि का सहारा ले सकते हैं।

इस तरह से आप अपने किचन गार्डन में आर्गेनिक गार्डनिंग अपनाकर सब्जियों को केमिकल रहित बना सकते और इस्तेमाल कर सकते, जिससे आपकी सेहत भी बनी रहेगी।

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