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Ganesh Chaturthi 2024 Bhog: गणेशोत्सव, भारत का एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान गणेश को समर्पित है। यह पर्व हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस साल, गणेश चतुर्थी 7 सितंबर से शुरू होकर 17 सितंबर तक 10 दिनों तक चलेगी। इन दस दिनों के दौरान, देशभर में भगवान गणेश की भव्य प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं और उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। भक्तजन गणेश जी को मोदक, लड्डू और अन्य प्रसाद चढ़ाते हैं और उनकी आरती करते हैं। गणेशोत्सव का उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है और लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाते हैं।

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गणेशोत्सव के दौरान भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए भक्त विभिन्न प्रकार के भोग चढ़ाते हैं। माना जाता है कि गणेश जी को कुछ विशेष चीजें बेहद प्रिय हैं। इनका भोग लगाने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। आइए जानते हैं गणेश जी को कौन-कौन सी चीजें पसंद हैं

मोदक को भगवान गणेश का सबसे प्रिय भोग माना जाता है। गणेशोत्सव के दौरान तो मानो मोदक ही गणेश जी का पर्याय बन जाता है। लगभग हर पूजा में मोदक का भोग लगाया जाता है। मोदक का गोलाकार आकार गणेश जी के उदर के समान होता है, जो यह दर्शाता है कि यह भोग गणेश जी को कितना प्रिय है।
मान्यता है कि मोदक का भोग लगाने से भगवान गणेश अपने भक्तों पर विशेष कृपा करते हैं। वे अपने भक्तों को सुख, समृद्धि, ज्ञान और मुक्ति का आशीर्वाद देते हैं। मोदक चढ़ाने से न केवल भगवान प्रसन्न होते हैं, बल्कि यह भक्तों के मन को भी प्रसन्न करता है।

मालपुआ एक ऐसी मिष्ठान है जो न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी इसका विशेष महत्व है। यह मिठाई शिवजी के साथ-साथ भगवान गणेश को भी बेहद प्रिय है। गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश को मालपुआ का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है। गणेश चतुर्थी के दौरान मालपुआ का भोग लगाने से भगवान गणेश अपने भक्तों पर विशेष कृपा करते हैं। वे अपने भक्तों को सुख, समृद्धि और सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। मालपुआ चढ़ाने से न केवल भगवान प्रसन्न होते हैं, बल्कि यह भक्तों के मन को भी प्रसन्न करता है।

भगवान गणेश को दूध और मखाने की खीर का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है। मखाने की खीर एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन है जो भगवान गणेश को बेहद प्रिय है। मखाने को दीर्घायु और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है। मखाने की खीर का सफेद रंग शुद्धता का प्रतीक है और इसका मीठा स्वाद भगवान गणेश को प्रसन्न करता है। मखाने की खीर बनाने में दूध, मखाने, चीनी और इलायची का उपयोग किया जाता है। यह एक आसानी से बनने वाली और स्वादिष्ट मिठाई है।

भगवान गणेश भक्तों के भाव को बहुत महत्व देते हैं। इसलिए यदि आप किसी विशेष प्रकार का प्रसाद चढ़ाने में असमर्थ हैं तो निराश न हों। गुड़ का भोग लगाना भी एक बेहतरीन विकल्प है। गुड़ न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि भगवान गणेश को भी बहुत प्रिय है। यह एक पारंपरिक भोग है जिसे सदियों से गणेश जी को चढ़ाया जाता रहा है। गुड़ को शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे गणेश जी को चढ़ाने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। गुड़ को विभिन्न रूपों में चढ़ाया जा सकता है, जैसे कि गुड़ के लड्डू, गुड़ की चाकरी या सिर्फ गुड़ के टुकड़े।

भगवान गणेश को लड्डू भी बेहद पसंद हैं। गणेश चतुर्थी के दौरान, विभिन्न प्रकार के लड्डू जैसे मोतीचूर के लड्डू, बेसन के लड्डू और बूंदी के लड्डू, भगवान गणेश को अर्पित किए जाते हैं। इन लड्डुओं को घी में बनाया जाता है जो इन्हें और भी स्वादिष्ट बनाता है और भगवान गणेश को प्रसन्न करता है। लड्डू का गोलाकार आकार गणेश जी के उदर के समान होता है, जो यह दर्शाता है कि यह भोग गणेश जी को कितना प्रिय है। लड्डू का मीठा स्वाद और सुगंध भगवान गणेश को प्रसन्न करता है। मान्यता है कि लड्डू का भोग लगाने से भगवान गणेश अपने भक्तों पर विशेष कृपा करते हैं। वे अपने भक्तों को सुख, समृद्धि, ज्ञान और मुक्ति का आशीर्वाद देते हैं।

भगवान गणेश को विभिन्न प्रकार के फल बेहद पसंद हैं। आप उन्हें केले, सेब, अंगूर, संतरा आदि जैसे फल चढ़ा सकते हैं। फल न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि इनमें कई पोषक तत्व भी होते हैं। फल चढ़ाना एक शुभ कार्य माना जाता है और यह भगवान गणेश को प्रसन्न करता है। फलों के अलग-अलग रंगों का भी धार्मिक महत्व होता है। उदाहरण के लिए, केला पीले रंग का होता है जो समृद्धि का प्रतीक है, जबकि लाल रंग का सेब उत्साह और ऊर्जा का प्रतीक है। इस प्रकार, विभिन्न रंगों के फल चढ़ाकर आप भगवान गणेश को विभिन्न आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

सूजी का हलवा एक ऐसा मिष्ठान है जो न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी इसका विशेष महत्व है। यह मिठाई भगवान गणेश को बेहद प्रिय है। गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश को सूजी का हलवा का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है। सूजी का हलवा का सुनहरा रंग और मीठा स्वाद भगवान गणेश को प्रसन्न करता है। इसे बनाने में सूजी, घी, दूध, चीनी और मेवे का उपयोग किया जाता है। यह एक आसानी से बनने वाली और स्वादिष्ट मिठाई है।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...