National Ice Cream Day: बच्चों से लेकर बड़ों तक आइसक्रीम सभी की फेवरेट होती है। कभी सिर्फ गर्मियों में खाई जाने वाली आइसक्रीम को अब लोग सर्दियों में खाना भी पसंद करते हैं। कारण है इसका मीठा टेस्टी स्वाद। लोगों की इसी पसंद ने ग्लोबल लेवल पर आइसक्रीम का मार्केट कई गुणा बढ़ा दिया है। हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार आइसक्रीम बनाने के उपकरणों के बाजार में बहुत तेजी से वृद्धि हो रही है। साल 2022 तक यह बाजार 9.3 बिलियन डॉलर का था, जो अगले दशक के भीतर 13.6 बिलियन डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है। यही कारण है कि इसे फ्यूचर मार्केट के रूप में देखा जा रहा है। इससे साफ है कि आइसक्रीम की ग्लोबल डिमांड बढ़ रही है।
क्यों मनाया जाता है नेशनल आइसक्रीम डे

अधिकांश लोगों को आइसक्रीम पसंद होती है। यही कारण है कि इस खास ठंडे डेजर्ट के लिए एक खास दिन मनाया जाता है। इसकी शुरुआत हुई साल 1984 में। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने इसकी शुरुआत की। रीगन अमेरिका वासियों के लिए एक ऐसी खास दावत का जश्न मनाना चाहते थे, जिसे 90 प्रतिशत अमेरिकन एंजॉय करें। ऐसे में आइसक्रीम ही बेस्ट ऑप्शन था, क्योंकि इसे अधिकांश लोग पसंद करते हैं। इसके बाद जुलाई में हर तीसरे रविवार को नेशनल आइसक्रीम डे मनाया जाने लगा। इस बार 16 जुलाई को यह खास दिन सेलिब्रेट किया जा रहा है।
कैल्शियम-प्रोटीन का सोर्स

अक्सर लोग आइसक्रीम में खांसी, जुकाम का कारण मान लेते हैं। लेकिन कई विशेषज्ञों के अनुसार आइसक्रीम में काफी मात्रा में प्रोटीन होता है, इसलिए इसकी तासीर गर्म होती है। आइसक्रीम खाने के कई फायदे हैं। दूध से बनने वाली आइसक्रीम में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम पाया जाता है। प्रोटीन से जहां मांसपेशियां मजबूत होती हैं, वहीं कैल्शियम हड्डियों को मजबूती देता है। ऐसे में आइसक्रीम मीठे का एक अच्छा विकल्प है।
मिलते हैं कई खनिज पदार्थ

आइसक्रीम में कई खनिज पदार्थ होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। हालांकि फिर भी आइसक्रीम का सीमित सेवन ही बेस्ट है। आइसक्रीम में विटामिन ए, बी 2 और बी 12 होता है। हमारी आंखों, स्किन, हड्डियों और इम्यूनिटी के लिए विटामिन ए अच्छा रहता है। इतना ही नहीं कुछ आइसक्रीम में ओमेगा 3 और विटामिन डी भी पाया जाता है। ओमेगा 3 ब्रेन, स्किल और हेयर के लिए अच्छा होता है। वहीं विटामिन डी से हड्डियां मजबूत होती हैं।
उदास हैं तो खाएं आइसक्रीम

आप मानें या न मानें आइसक्रीम आपके तनाव को कम करता है। एक सर्वे में यह चौंकाने वाली बात सामने आई है। अगर आप उदास हैं, दिनभर की थकान से मानसिक रूप से थक चुके हैं तो एक स्कूप आइसक्रीम आपका मूड फ्रेश कर देगी। एक स्टडी के अनुसार जब आप आइसक्रीम खाते हैं, तो शरीर सेरोटोनिन नामक हार्मोन का उत्पादन करता है। सेरोटोनिन, एक फील गुड हार्मोन है, जिससे आप खुश महसूस करते हैं। तो अगली बार अगर आपको तनाव हो तो आइसक्रीम खाकर जरूर देखें।
इनफर्टिलिटी का खतरा करती है कम

अगर आप जल्दी ही बेबी प्लान कर रहे हैं, तो अपनी डाइट में उच्च वसा वाली आइसक्रीम को शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ह्यूमन रिप्रोडक्शन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो महिलाएं उच्च वसा वाले डेयरी उत्पाद जैसे आइसक्रीम खाती हैं, उनके गर्भवती होने की संभावना उन लोगों की तुलना में अधिक होती है, जो मलाई रहित दूध और वसा रहित दही का सेवन करती हैं। जो महिलाएं सप्ताह में दो या अधिक बार आइसक्रीम खाती हैं, उनमें इनफर्टिलिटी का खतरा 38% कम हो जाता है। इतना ही नहीं आइसक्रीम आपकी कामेच्छा को भी बढ़ाती है। दरअसल, आइसक्रीम खाने से आपके ऊतकों में ऑक्सीजन के परिसंचरण में सुधार होता है। साथ ही आपके शरीर के पीएच संतुलन को बनाए रखने के अलावा, फास्फोरस की उपस्थिति आपके टेस्टोस्टेरोन के स्तर को प्रभावित करती है।
आप तुरंत महसूस करेंगे एनर्जी

मीठी-मीठी आइसक्रीम में काफी शुगर होती है। जिसके कारण इसके सेवन से शरीर को एनर्जी मिलती है। अगर आपको दिनभर के काम के बाद थकान महसूस हो रही है या फिर आपको कमजोरी फील हो रही है तो आप आइसक्रीम खाकर फिर से फ्रेश फील कर सकते हैं। हालांकि आइसक्रीम में काफी शुगर होता है। इसलिए इसका सेवन हमेशा संभलकर ही करें।
कुछ नुकसान भी है इस ‘मिठास’ के

ऐसा नहीं है कि आइसक्रीम खाने के सिर्फ फायदे ही हैं। इसे खाने के कई नुकसान भी हैं, जिन्हें जानना जरूरी है। अक्सर लोग खाना खाने के बाद आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं। लेकिन यह बहुत गलत है। दरअसल, भोजन को ठीक से पचाने के लिए पाचन अग्नि का तेज होना आवश्यक है। इस प्रक्रिया के लिए पर्याप्त गर्मी की आवश्यकता होती है। खास बात यह है कि खाने के तुरंत बाद ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाती है, लेकिन जब आप खाने के बाद ठंडी आइसक्रीम खा लेते हैं तो पाचन अग्नि कम हो जाती है, जिसका सीधा असर पाचन तंत्र पर पड़ता है। कई बार इसके कारण पेट में गैस और कब्ज की शिकायत हो सकती है। आइसक्रीम में फैट की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में कई बार इसके ज्यादा सेवन से ब्लोटिंग की शिकायत हो सकती है।यही कारण है कि आइसक्रीम का रोजाना सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं बेहतर है कि आप खाना खाने के करीब एक घंटे बाद आइसक्रीम खाएं।
आखिर कौनसी आइसक्रीम है हेल्दी
आइसक्रीम खाने के फायदे और नुकसान तो आपने जान लिए, लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि आखिर आपके लिए कौनसी आइसक्रीम खाना हेल्दी ऑप्शन है। विशेषज्ञों के अनुसार मार्केट में बनी आइसक्रीम के मुकाबले, घर में बनी आइसक्रीम खाना ज्यादा फायदेमंद और सेफ रहती है। क्योंकि यह शुद्ध दूध से बनाई जाती है और इसमें किसी तरह का कोई प्रिजरवेटिव व केमिकल नहीं होता है। इसमें मीठा भी आप अपने अनुसार रख सकते हैं। इसी के साथ इस बात का ध्यान रखने की भी जरूरत है कि आप आइसक्रीम वीक में दो बार से ज्यादा न खाएं।