रुके हुए काम को पूरा करने के लिए इन चीजों से बनाएं स्वास्तिक
कहा जाता है कि जिस घर के द्वार और रसोई में स्वास्तिक बना होता है उस घर में मां लक्ष्मी वास करती है और वहां पर हर कार्य मंगलमय और खुशहाली से होता है। वहीं आज हम आपको बताएँगे कि हिन्दू धर्म में किन किन चीजों से स्वास्तिक को बनाया जाता है
Benefits of Swastik: हिन्दू धर्म में स्वास्तिक चिन्ह को बहुत शुभ माना गया है। हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ अवसर पर इस चिन्ह के साथ शुरुआत की जाती है। स्वास्तिक शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है सु और अस्ति। जिसका अर्थ है शुभ होना इसीलिए ही किसी भी काम की शुरुआत से पहले स्वास्तिक बनाने की परम्परा सदियों से चली आ रही है। इतना ही नहीं पूजा पाठ में स्वास्तिक बनाने की परम्परा हड़प्पा के समय से चली आ रही है। कहा जाता है कि जिस घर के द्वार और रसोई में स्वास्तिक बना होता है उस घर में मां लक्ष्मी वास करती है और वहां पर हर कार्य मंगलमय और खुशहाली से होता है। वहीं आज हम आपको बताएँगे कि हिन्दू धर्म में किन किन चीजों से स्वास्तिक को बनाया जाता है और उससे क्या क्या लाभ होते है।
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सिंदूर से स्वास्तिक बनाने के लाभ
![Benefits of Swastik](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/06/swatik-haldi-1.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
सिंदूर को सुहाग की निशानी बताया गया है। इसी के साथ सिंदूर का संबंध मंगल ग्रह से बताया गया है ऐसे में अगर आपका मंगल ग्रह भारी है, आप पर मंगल दोष है या फिर आप मंगल ग्रह के क्रोध होने से बचना चाहते है तो आप पूजा पाठ या फिर शुभ अवसर पर सिंदूर से स्वास्तिक बनाएं। इससे आपका मंगल ग्रह मजबूत होगा और आपके व्यावाहिक जीवन में प्यार, विश्वास बना रहेगा और जीवन में खुशहाली रहेगी।
आटे से स्वास्तिक बनाने से होते है ये लाभ
हिन्दू धर्म में बहुत से मौके और पूजा पाठ में आटे से भी स्वास्तिक बनाने का चलन है। आटे से स्वास्तिक बनाने से घर में खुशहाली बनी रहती है और घर से नकारात्मकता दूर होती है। जिस घर में पूजा पाठ में आटे से स्वास्तिक बनाया जाता है वहां शुद्ध और सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है और सभी पारिवारिक कलेश दूर होते है।
हल्दी से स्वास्तिक बनाने के फायदे
![swastika with turmeric](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2024/06/worship.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
हल्दी का रंग पीला होता है और पीला रंग भगवान विष्णु को समर्पित है। इसलिए जब आप पीले रंग से यानि की हल्दी से स्वास्तिक बनाते है तो इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते है। भगवान विष्णु को बृहस्पत ग्रह के देवता माना गया है ऐसे में जब आप हल्दी से किसी भी शुभ काम या फिर त्यौहार पर स्वास्तिक बनाते है तो इससे आपकी कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होता है और आपके जीवन में आने वाले संकट भी दूर होते है।
चावल से स्वास्तिक बनाने से होते है ये लाभ
चावल का रंग सफ़ेद होता है और सफ़ेद रंग चंद्रमा का भी प्रतीक माना गया है। वहीं अगर आप चावल से स्वास्तिक बनाते है तो आपकी कुंडली से चन्द्रमा ग्रह मजबूत होता है। सफ़ेद रंग लक्ष्मी का भी प्रतीक माना गया है इसलिए जब आप चावल से स्वास्तिक बनाते है तो माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है और घर से आर्थिक संकट दूर होते है। वहीं सफ़ेद रंग को शांति का भी प्रतीक माना गया है इससे घर में शांति का माहौल बनता है और घर के सदस्यों में होने वाला मानसिक तनाव भी दूर होता है। इसीलिए किसी भी शुभ अवसर पर जब आप स्वास्तिक बनाएं तो चावल से स्वास्तिक बना सकते है।