Summary: जॉइंट बैंक अकाउंट: फायदे, नुकसान और सही फैसले के लिए जरूरी बातें
अगर आप पार्टनर, पैरेंट्स या बच्चों के साथ जॉइंट अकाउंट खोलना चाहते हैं, तो इसके फायदे और नुकसान जानना जरूरी है। सही तालमेल और समझदारी के साथ यह अकाउंट फाइनेंशियल प्लानिंग में बेहद मददगार हो सकता है।
Joint Bank Account: अगर आप अपने पार्टनर, पैरेंट्स या बच्चों के साथ बैंक में साथ मिलकर अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो जॉइंट अकाउंट एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें दोनों लोग साथ में अकाउंट से संबंधित फ़ैसले लेते हैं। वैसे जॉइंट अकाउंट से कई फ़ायदे मिलते हैं लेकिन कई बार इसके नुक़सान भी झेलने पढ़ते हैं। अगर आपका भी जॉइंट अकाउंट है या आप जॉइंट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो चलिए आज हम आपको इसके फ़ायदे और नुक़सान बताते हैं।
जॉइंट अकाउंट के फायदे
घरेलू खर्चों का आसान हिसाब
जब दो लोग एक ही अकाउंट इस्तेमाल करते हैं, तो बिजली का बिल, किराया, बच्चों की फीस जैसे खर्चों को मैनेज करना आसान हो जाता है। खासकर पति-पत्नी के लिए यह बहुत फायदेमंद होता है।
पारदर्शिता और भरोसा बढ़ता है
जॉइंट अकाउंट से दोनों लोगों को पता रहता है कि कहां और किस चीज़ पर कितना खर्च हो रहा है। इससे पैसे को लेकर झगड़े नहीं होते और आपसी विश्वास भी मजबूत होता है।
इमरजेंसी में तुरंत मदद
कई बार अचानक से पैसों की जरूरत होती है। अगर एक व्यक्ति किसी वजह से अस्पताल में है या शहर से बाहर है, तो दूसरा आसानी से अकाउंट से पैसे निकाल सकता है। इससे समय पर मदद मिलती है।
टैक्स और सेविंग प्लान में मदद
दोनों पार्टनर्स मिलकर सेविंग और इन्वेस्टमेंट प्लान बना सकते हैं। इससे टैक्स की प्लानिंग भी आसान हो जाती है।
जॉइंट अकाउंट के नुकसान
मनमुटाव की संभावना
अगर कोई एक व्यक्ति ज्यादा पैसे खर्च कर देता है, तो दूसरे को नुकसान हो सकता है। इससे मनमुटाव भी हो सकता है।
कानूनी परेशानी
अगर अकाउंट में कोई गड़बड़ी होती है, जैसे लोन डिफॉल्ट या गलत ट्रांजैक्शन, तो दोनों लोगों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। ऐसे में आगे दोनों का क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित हो सकता है।
फैसलों में मतभेद
कभी-कभी दोनों लोगों की राय एक जैसी नहीं होती। ऐसे में पैसे कैसे खर्च हों, इस पर बहस हो सकती है।
मृत्यु के बाद दिक्कतें
अगर अकाउंट में नॉमिनी का नाम न हो और एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, तो बैंक से पैसा निकालना मुश्किल हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- पूरे भरोसे के साथ खोलें: सिर्फ उसी व्यक्ति के साथ खाता खोलें जिस पर आप पूरी तरह विश्वास करते हों।
- शुरुआत में छोटा बैलेंस रखें: पहले थोड़ा पैसा रखें और देखें कि आप दोनों ठीक से अकाउंट चला पा रहे हैं या नहीं।
- साफ-साफ बातें करें: पैसे कैसे खर्च होंगे, कौन कितनी बचत करेगा – इस पर पहले ही बातचीत कर लें।
जॉइंट अकाउंट फायदे का सौदा हो सकता है, अगर आपके और पार्टनर के बीच अच्छा तालमेल है। इससे न सिर्फ पैसा संभालना आसान होता है, बल्कि रिश्ते में पारदर्शिता और समझदारी भी आती है। लेकिन इस फैसले को सोच-समझकर लें, और नियम पहले से तय करें।
