Overview: महिलाओं के लिए पर्सनल बैंक अकाउंट बेहतर या ज्वॉइंट बैंक अकाउंट
महिलाएं अमूमन अपना पैसा बैंक अकाउंट में रखती हैं। लेकिन आपके लिए पर्सनल बैंक अकाउंट या ज्वॉइंट बैंक अकाउंट में से क्या बेहतर है। जानिए यहां।
Personal vs Joint Bank Account: आज के समय में महिलाएं फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट होना चाहती हैं और इसके लिए वे कोई ना कोई काम करना पसंद करती हैं। लेकिन पैसों के मैनेजमेंट को लेकर अक्सर उनके मन में कोई ना कोई कशमकश रहती है। वह इस बात को लेकर कन्फ्यूज रहती हैं कि वे अपना पैसा कहां और कैसे रखें। इसके लिए हम सभी बैंक में अकाउंट खुलवाती हैं, लेकिन बैंक अकाउंट आज के समय में सिर्फ़ सैलरी लेने या बिल चुकाने का साधन नहीं रहा, बल्कि ये आपकी आर्थिक आज़ादी के लिए भी जरूरी है। ऐसे में महिलाएं इस दुविधा में रहती हैं कि अकाउंट ज्वॉइंट रखा जाए या फिर अपना अलग पर्सनल अकाउंट बनाएं।
जहां पर्सनल अकाउंट आपको पूरी आजादी और प्राइवेसी देता है। इससे आप खुद को आर्थिक रूप से अधिक मजबूत व आजाद महसूस करती हैं। ऐसे में पैसों को किस तरह खर्च करना है, इसका फैसला भी आप खुद ले पाती हैं। वहीं, दूसरी ओर ज्वॉइंट अकांउट आपके घर के मैनेजमेंट को आसान बनाता है। इससे आप अपने पति के साथ घर खर्च को आसानी से मैनेज कर पाती हैं। यह पैसों में पारदर्शिता बनाए रखता है। साथ ही साथ, किसी इमरजेंसी में तुरंत पैसा आसानी से निकाला जा सकता है। अब महिलाओं के लिए सबसे बड़ा सवाल यही है कि महिलाओं के लिए ज़्यादा सुरक्षित और बेहतर विकल्प कौन सा है? तो चलिए आज इस लेख में हम आपको इस बारे में विस्तारपूर्वक बता रहे हैं-
पर्सनल बैंक अकाउंट क्या होता है

पर्सनल बैंक अकाउंट सिर्फ आपके नाम से खुलता है और इसे चलाने, पैसे निकालने, बंद करने या बदलाव करने का पूरा अधिकार सिर्फ आपके पास होता है। इस तरह के अकाउंट में हम किसी को नॉमिनी बनाते हैं, जिसे हमारी मृत्यु के बाद सारा पैसा सीधे उसे ही मिले।
महिलाओं के लिए पर्सनल बैंक अकाउंट के क्या फायदे हैं
महिलाओं के लिए पर्सनल बैंक अकाउंट खुलवाना कई मायनों में फायदेमंद माना जाता है। मसलन-
- कमाई और बचत पर उनका पूरा अधिकार होता है।
- इससे उन्हें प्राइवेसी भी मिलती है। कोई भी उनकी खर्चों पर हर वक्त अपनी नजर नहीं रख सकता है।
- अगर उनके रिश्तों में किसी तरह की परेशानी, तलाक या आर्थिक शोषण की स्थिति आती है तो ऐसे में पर्सनल अकाउंट उन्हें फाइनेंशियली मजबूत बनाता है।
- अगर आप फाइनेंशियली आजादी चाहती हैं तो ऐसे में पर्सनल अकाउंट बनाना सबसे अच्छा है।
पर्सनल बैंक अकाउंट की क्या कमियां हैं

पर्सनल बैंक अकाउंट खुलवाने के कई फायदे हैं, लेकिन साथ ही साथ इसमें कुछ कमियां भी हैं। मसलन-
- अगर आपके साथ कुछ हो जाए और नॉमिनी अपडेट न हो, तो ऐसे में परिवार को अकाउंट से पैसे पाने के लिए बहुत लंबी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ सकता है।
- अगर पार्टनर आपने फाइनेंशियल ट्रांसपेरेंसी की उम्मीद करता है या आप अपने पार्टनर के साथ मिलकर फाइनेंशियल जिम्मेदारियों को साझा करती हैं तो ऐसे में पर्सनल अकाउंट शायद उतना अच्छा ऑप्शन नहीं है।
ज्वॉइंट बैंक अकाउंट क्या होता है
ज्वॉइंट बैंक अकाउंट दो या दो से ज्यादा लोगों के नाम से खोला जाता है। अमूमन महिलाएं अपने पति के साथ इस अकाउंट को खुलवाती हैं। हालांकि, बिजनेस पार्टनर भी ज्वॉइंट अकांउट खुलवाते हैं। इसमें सभी अकाउंट होल्डर इसके कानूनी मालिक होते हैं। इस अकांउट में दोनों होल्डर में से कोई भी पैसा निकाल सकता है, और एक के निधन पर दूसरा अकाउंट होल्डर सीधे मालिक बन जाता है। इसमें अक्सर हर लेन-देन में दोनों होल्डर के साइन जरूरी होते हैं।
महिलाओं के लिए ज्वॉइंट बैंक अकाउंट के क्या फायदे हैं

महिलाओं के लिए ज्वॉइंट बैंक अकाउंट खुलवाना कई मायनों में फायदेमंद माना जाता है। मसलन-
- इससे आपके लिए घर के खर्च को अपने पति के साथ मैनेज करना काफी आसान हो जाता है।
- किसी एक के निधन पर दूसरा तुरंत पैसा इस्तेमाल कर सकता है और अकाउंट को मैनेज करने या पैसे निकालने के लिए कानूनी अड़चन का सामना नहीं करना पड़ता।
ज्वॉइंट बैंक अकाउंट की क्या कमियां हैं
ज्वॉइंट बैंक अकाउंट खुलवाने के कई फायदे हैं, लेकिन साथ ही साथ इसमें कुछ कमियां भी हैं। मसलन-
- इसमें अकाउंट का दूसरा होल्डर आपसे बिना पूछे कभी भी पैसा निकाल सकता है।
- अगर किसी तरह की विवाद की स्थिति पैदा होती है तो ऐसे में आपके पैसे पूरी तरह सुरक्षित नहीं रहते।
- अगर आप सिर्फ ज्वॉइंट अकाउंट खुलवाती है तो शायद आपको वह आर्थिक स्वतंत्रता ना मिल पाए।
महिलाओं के लिए कौन सा अकाउंट सबसे अच्छा है

पर्सनल और ज्वॉइंट अकाउंट दोनों ही अपनी-अपनी जगह अच्छे हैं, लेकिन महिलाओं को जीवन के अलग-अलग चरण में समझदारी से अकाउंट खुलवाना चाहिए। मसलन-
- अगर आप एक कामकाजी महिला हैं और आप अपने करियर की शुरुआत में हैं तो ऐसे में आप पर्सनल अकाउंट खुलवाएं। इससे आपको एक आर्थिक स्वतंत्रता मिलती है।
- वहीं, अगर आपक शादी हो गई है तो ऐेसे में आप दो अकाउंट रखें। पर्सनल अकाउंट को आप सैलरी, बचत और निवेश के लिए रख सकती हैं। वहीं ज्वॉइंट अकाउंट को पति के साथ महीने के खर्चों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- वहीं, अगर आकी उम्र अधिक है तो ऐसे में आप अपने बच्चे के साथ ज्वॉइंट अकाउंट खुलवा सकती हैं। वहीं, अगर आप पर्सनल अकांउट खुलवाना चाहती हैं तो उसमें नॉमिनी का नाम जरूर अपडेट रखें, ताकि आपके बाद नॉमिनी को पैसा मिल सके।
