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सोने के दामों में दिनों दिन बन रहे नए रिकॉर्ड के कारण लोग ज्यादा से ज्यादा गोल्ड खरीदना चाहते हैं। क्योंकि सोने को अब लोग निवेश का सबसे सुरक्षित जरिया मान रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके पास निवेश के दौर पर कितना गोल्ड होना चाहिए।
Invest in Gold is this the Right Time: दिवाली का मौसम आते ही बाजार में रौनक तो हमेशा रहती है। लेकिन इस बार सबसे ज्यादा चमक किसी चीज की है वो है ‘सोना’। सोने के दामों में दिनों दिन बन रहे नए रिकॉर्ड के कारण लोग ज्यादा से ज्यादा गोल्ड खरीदना चाहते हैं। क्योंकि सोने को अब लोग निवेश का सबसे सुरक्षित जरिया मान रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके पास निवेश के दौर पर कितना गोल्ड होना चाहिए। अगर नहीं, तो आइए जानते हैं आज ये जरूरी बात।
सोने ने फिर बनाया नया रिकॉर्ड

साल 2025 में सोने ने निवेशकों की बल्ले-बल्ले कर दी है। सोमवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर 24 कैरेट गोल्ड का वायदा भाव 1,23,977 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया। वहीं मंगलवार 14 अक्टूबर को यह 1,24,562 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए। ऐसे में साफ है कि अक्टूबर की शुरुआत में ही सोने में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। इस महीने सोने में अब तक करीब 6,900 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हो चुकी है। 1 अक्टूबर को यह भाव करीब 1,17,588 रुपए था।
2025 में 50 हजार तक उछला सोना
अगर साल 2025 की बात करें तो इस साल सोने की कीमत 50,200 रुपए तक बढ़ चुकी है। साल 2022 से तुलना करें तो बढ़ोतरी लगभग 140% तक पहुंच गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक इसके पीछे कई बड़े कारण हैं। जिसमें सबसे प्रमुख है केंद्रीय बैंकों की खरीदारी में बढ़ोतरी। दुनिया के कई देश अब अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता घटा रहे हैं। साथ ही अपना गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की मांग बढ़ गई है।
अमेरिकी आर्थिक हलचल है कारण
सोने के बढ़ते दामों के पीछे सबसे बड़ा कारण अमेरिका है। अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ब्याज दरें कम रखनी होंगी। उन्होंने वहां पहले ही उंचे टैरिफ लगा रखे हैं। इसके चलते महंगाई तेजी से बढ़ने की आशंका है। ऐसे में सोने में निवेश बढ़ रहा है।
डॉलर हो रहा डामाडोल
वहीं महंगाई बढ़ने के बीच ब्याज दरें घटाने से डॉलर कमजोर होने लगा है। क्योंकि ऐसे में दरें गैर वाजिब हो जाती हैं। डॉलर कमजोर होने का सीधा असर सोने और चांदी के दामों पर हो रहा है। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन्हें खरीदने के लिए डॉलर में कीमत चुकानी पड़ती है।
डॉलर का अनौपचारिक डीवैल्युएशन
विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का ट्रंप का सपना पूरा होने के तीन चरण होंगे। इस दौरान डॉलर का अनौपचारिक डीवैल्युएशन यानी कीमत घटानी होगी। यानी डॉलर सस्ता किया जाएगा। ऐसे में सोने और चांदी दोनों के ही दाम बढ़ते जाएंगे। माना जा रहा है कि ऐसे में सोना अभी के मुकाबले करीब ढाई गुना बढ़ सकता है।
सुरक्षित निवेश है सोना
दुनियाभर में शेयर बाजार की अनिश्चितता और बॉन्ड यील्ड में गिरावट के चलते लोग सुरक्षित निवेश के तौर पर सोना खरीद रहे हैं। ऐसे में मांग के साथ सोने के दाम बढ़ रहे हैं।
1.30 लाख तक पहुंचने की संभावना
दिवाली से पहले धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। वहीं शादियों के सावे भी नजदीक हैं। ऐसे में सोने के दाम बढ़ना निश्चित है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिजिकल मार्केट में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,25,000 से 1,30,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। वहीं अगर यही रफ्तार जारी रही तो अगले साल तक सोना 1.50 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के पार भी जा सकता है।
आप कितना करें सोने में निवेश
सोने को हमेशा से ही सुरक्षित निवेश के तौर पर देखा जाता है। वहीं तेजी से बढ़ते दामों के बीच लोग गोल्ड में निवेश पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। वहीं कई लोग इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि तेजी के दौर में सोना खरीदना कितना सही है। विशेषज्ञों का कहना है कि आपके पोर्टफोलियो का 10 से 20% हिस्सा सोने में निवेश के तौर पर होना चाहिए। इससे ज्यादा रखने पर कीमत गिरने पर खतरा बढ़ सकता है। वहीं अगर आप सोने में बहुत कम निवेश करते हैं तो आप इसके बढ़ते दामों का फायदा नहीं उठा पाएंगे। ऐसे में सीमित मात्रा में सोने में निवेश करना एक बेहतरीन विकल्प माना जा सकता है।
