खाने की इन 7 चीजों के बिना अधूरा है इफ्तार: Iftar Meal
Iftar Meal Ideas

Iftar Meal: मुस्लिम समुदाय के बरकतों वाले पाक महीने की शुरुआत जैसा कि उम्मीद है चांद दिखने के बाद 23 मार्च से हो जाएगी। यह महीना इस्लाम के अनुसार बहुत खास है। जहां सूर्याउदय से लेकर सूर्यास्तक तक बिना कुछ खाए-पीए मुस्लिम लोग रोजा यानी कि उपवास रखते हैं। सूर्यास्त के बाद वह खजूर से अपने रोजे को खोलकर इफ्तार करते हैं। आपने इफ्तार की तस्वीरों में सजे हुए खाने और शर्बत को देखा होगा। आज इस आर्टीकल में हम आपको बताएंगे कि इफ्तार में मुस्लिम परिवारों में अक्सर खाने के आइटम क्या खाया और बनाया जाता है।

हालांकि वक्त के साथ इफ्तार में कई तरह की नई चीज़ें बनने लगे हैं लेकिन कई पारंपरिक आइटम के बिना इफ्तार कुछ अधूरा सा है। तो चलते हैं परंपराओं की खुशबू से दस्तरखान को सजाने। अगर आपका कोई मुस्लिम फ्रैंड आपको इफ्तार पार्टी पर बुलाए या आप उन्हें आमंत्रित करें तो आपको पता होना चाहिए कि खाने में क्या हो सकता है। इफ्तार पार्टी में आपको स्वाद का खजाना मिलता है, ऐसे में अगर आप इफ्तार के लिए जा रहे हैं तो खूब मन से खाएं। इस्लाम धर्म में इफ्तार करने और करवाने का भी पुण्य होता है।

Iftar Meal:खजूर

सूर्यास्त के बाद सबसे पहले खजूर से रोजा खोला जाता है। खजूर खाना इस्लाम धर्म में सुन्नत होता है। इसके पीछे मान्यता है कि इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब अपना रोजा खजूर खाकर खोलते थे। इसी वजह से मुस्लिम लोग अपना रोजा खजूर से खोलते हैं। इसकी कोई तादाद फिक्स नहीं है। आपका जितना मन करे आप उतने खजूर खा सकते हैं। वैसे भी इससे इंस्टेंट एनर्जी मिलती है और इसे खाने से डाइजेशन सही रहता है।

कचालू

Iftab Meal
Fruits Chart

यह कुछ और नहीं फ्रूट चाट है। जो कि इफ्तार में कचालू के नाम से फेमस है। इसमें मिक्स फ्रूट्स होते हैं जिसमें केले और सेब तो जरुरी हैं। इसके अलावा अमरुद, अंगूर या अन्य कई मौसमी फल शामिल होते हैं। फलों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर उस पर नमक, चीनी, काली मिर्च और नींबू का रस डाला जाता है। अक्सर लोग इफ्तार में एक बाउल कचालू खाते हैं। इसे खाने से उन्हें मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मिलते हैं।

शर्बत

शर्बत के बिना तो गर्मी का इफ्तार खास तौर पर अधूरा है। पूरे दिन प्यासे रहने के बाद गले को तर करने के लिए शर्बत की सबसे ज्यादा जरुरत होती है। वैसे तो आजकल बहुत से जूस का चलन हो गया है लेकिन पानी वाले शर्बत में रुहअफ्जा और शिकंजी पुराने जमाने से चले आ रहे हैं। इसके अलावा दूध वाला शर्बत भी पसंद किया जाता है। अक्सर दूध वाले शर्बत में रुहअफ्जा या ड्राई फ्रूट डाले जाते हैं।

मिक्स पकौड़े

Pakode
Mix Pakode

बेसन के पकौड़े इफ्तार के दस्तखान का एक खास और जरुरी आइटम है। रमजान में सेहत के साथ टेस्ट का भी बहुत ध्यान रखा जाता है। पालक के पकौड़े भी उसी सेहत और टेस्ट का एक कॉम्बिनेशन हैं। इसमें खासतौर से छोटे पालक के पत्तों को बेसन के पतले घोल में डिप कर उसे तेल में फ्राई करते हैं। इस पेस्ट में नमक, मिर्च और जीरा डाला जाता है। इसके आलू और प्याज के पकौड़ों को भी रमजान के महीने में एक अलग ही मजा है।

चने की दाल

नमक के पानी में उबली हुई भीगी चने की दाल एक ट्रडिशनल इफ्तार का हिस्सा है। यह भी चाट के तौर पर खाई जाती है। इसे लोग चाट की तरह खाना पसंद करते हैं। चाट के ऊपर बारीक कटा प्याज और चटनी डालकर इसका मजा लेते हैं। कई बार लोग चने की दाल को उबालने और गलाने के बाद तेल में हल्का सा इसे फ्राई कर लेते हैं।

पापड़ और फ्राइम्स

Papaad
Papaad

इन सभी चीजों के अलावा आप इफ्तार में पापड़ और फ्राइम्स की अहमियत को नकार नहीं सकते। फिर चाहे वो मूंग की दाल के पापड़ हों या साबुतदाने या चावल के। टेस्ट में क्रिस्प के लिए इसका अपना ही एक अलग मजा है। इन्हें खाने से एनर्जी तो मिलती ही है साथ ही आपके टेस्टबड्स भी सैटिस्फाई होती है। इसके अलावा के चिप्स भी बनाए जाते हैं। हालांकि रमजान से पहले घर की महिलाएं पापड़ और चिप्स बनाने का काम घर में करती थीं लेकिन अब यह चीजें आउटसोर्स होती हैं।

चाय

हम चाहें कुछ भी खा लें या कितना भी लेकिन एक प्याली चाय में जो बात है उसका कोई मुकाबला नहीं है। रोजा खोलने के बाद अक्सर लोग सूर्यास्त के बाद वाली मगरिब की नमाज पढ़कर चाय की प्याली के साथ दिनभर की थकान को मिटा लेते हैं और एक नई ऊर्जा के लिए फिर से तैयार हो जाते हैं। यह समय परिवार का एक दूसरे के साथ चिटचैट करने का भी होता है।