Summary: मानसून में बढ़ी हुई नमी के कारण कार के केबिन में सीलन, बदबू और शीशों पर भाप जमने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में कार का AC सिर्फ ठंडक नहीं देता, बल्कि केबिन को सूखा और ताजा बनाए रखने में मदद करता है। मानसून में AC का सही इस्तेमाल जरूरी है – जैसे रीसर्कुलेशन मोड बंद रखना, डीफ्रॉस्ट मोड का उपयोग करना, फैन की स्पीड संतुलित रखना और समय-समय पर सर्विस कराना। इससे सफर न सिर्फ आरामदायक बल्कि सुरक्षित भी बनता है।
मानसून के दौरान AC को सही तरीके से चलाया जाए, जिससे आपका सफर आरामदायक और सेफ बनी रहें।
Car AC Running Tips: भारत के कई राज्यों में मानसून की रिमझिम बारिशें शुरू हो चुकी हैं। बारिश की ठंडी फुहारें जहां एक ओर मौसम को सुहाना बना देती हैं, वहीं दूसरी ओर गाड़ियों के लिए यह मौसम कई तरह की चुनौतियाँ लेकर आता है। भीगी सड़कों और फिसलन के साथ-साथ कार के अंदर नमी और भाप जमने की समस्या भी इस मौसम में आम हो जाती है।
इस तरह के मौसम में अगर कार का एयर कंडीशनर सही ढंग से उपयोग नहीं किया जाए, तो ड्राइविंग न केवल परेशानी भरी हो सकती है, बल्कि खतरे से भी खाली नहीं होती। इसलिए यह जरूरी है कि मानसून के दौरान AC को सही तरीके से चलाया जाए, जिससे आपका सफर आरामदायक और सेफ बनी रहें।
बारिश में क्यों है AC जरूरी?

मानसून के आते ही वातावरण में नमी का स्तर काफी बढ़ जाता है। यह नमी धीरे-धीरे कार के केबिन में भी घुसने लगती है, जिससे अंदर एक अजीब-सी सीलन और बदबू पैदा हो सकती है। खासकर अगर कार लंबे समय तक बंद रही हो, तो यह समस्या और बढ़ जाती है। ऐसे में कार का AC केवल ठंडक देने तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह केबिन की हवा को सूखा और ताजा बनाए रखने में भी मदद करता है। यह नमी को कम करता है और कार के शीशों पर जमने वाली भाप को भी साफ करने में सहायक होता है। साथ ही, इससे केबिन में फंगस और बैक्टीरिया पनपने की संभावना भी कम हो जाती है।
मानसून में कार में AC का सही इस्तेमाल कैसे करें?
- रीसर्कुलेशन मोड बंद करें
बारिश रुकने के बाद कार में AC का रीसर्कुलेशन मोड बंद कर देना चाहिए, ताकि बाहर की ताजी हवा केबिन के अंदर पहुंच सके। इससे कार के अंदर का माहौल तरोताजा बना रहता है और बंद हवा की घुटन महसूस नहीं होती। रीसर्कुलेशन मोड का इस्तेमाल केवल उस समय करना उचित होता है जब आप अत्यधिक गर्मी या प्रदूषित वातावरण में ड्राइव कर रहे हों।
- डीफ्रॉस्ट मोड का करें इस्तेमाल

मानसून के मौसम में सबसे आम परेशानी होती है, कार के शीशों पर भाप जम जाना। यह भाप विजिबिलिटी को काफी हद तक प्रभावित कर सकती है। ऐसे में AC का ‘डीफ्रॉस्ट मोड’ बहुत मददगार साबित होता है। यह मोड गर्म हवा को सीधे विंडशील्ड और साइड विंडो पर भेजता है, जिससे शीशों पर जमी नमी कुछ ही पलों में साफ हो जाती है और ड्राइविंग सुरक्षित हो जाती है।
- फैन की स्पीड रखें संतुलित
बारिश के मौसम में बहुत ज्यादा ठंडी हवा न चलाएं। फैन की स्पीड को नॉर्मल रखें ताकि ठंडक धीरे-धीरे पूरे केबिन में फैले और यात्रियों को झटके में ठंडी हवा न लगे। इससे न केवल सफर आरामदायक रहता है, बल्कि ऊर्जा की खपत भी संतुलित बनी रहती है।
- गाड़ी स्टार्ट करने से पहले चलाएं AC
गाड़ी स्टार्ट करने से कुछ मिनट पहले ही AC चालू करना एक बेहतर आदत मानी जाती है। इससे केबिन का तापमान पहले ही थोड़ा ठंडा हो जाता है और अंदर जमी नमी भी धीरे-धीरे बाहर निकलने लगती है। इससे आपको तुरंत ठंडक महसूस होती है और AC यूनिट पर अचानक लोड नहीं पड़ता, जिससे उसकी कार्यक्षमता भी बनी रहती है।
कुछ अतिरिक्त सुझाव जो मानसून में बेहद काम आएंगे
- AC सिस्टम की जांच कराएं: मानसून शुरू होने से पहले कार के AC सिस्टम की सर्विसिंग ज़रूर करवा लें। इसमें गैस का स्तर, फिल्टर की सफाई और अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच जरूरी है।
- एयर फिल्टर समय-समय पर बदलें: केबिन एयर फिल्टर गंदा होने पर हवा की गुणवत्ता प्रभावित होती है और बदबू भी आने लगती है। इसे नियमित अंतराल पर बदलवाना फायदेमंद रहेगा।
- कार पार्क करते समय खिड़कियाँ हल्की खुली रखें: अगर आप सुरक्षित स्थान पर गाड़ी पार्क कर रहे हैं, तो खिड़कियाँ थोड़ी खुली छोड़ दें ताकि अंदर की बंद नमी बाहर निकल सके और केबिन में ताजगी बनी रहे।
- अत्यधिक ठंडक से बचें: AC का तापमान जरूरत से ज्यादा कम करना फ्यूल की खपत बढ़ा सकता है और इंजन पर अनावश्यक दबाव डालता है। इसलिए तापमान को मीडियम सेटिंग पर रखें और एनर्जी की बचत करें।
